मैंने गरम गांड मैडम की मारी. मैडम ने मुझे सेक्स का मजा लेने ही बुलाया था. मैंने पहले उनकी चूत चुदाई की. फिर मैंने उनकी गांड देखि तो उसमें रबड़ की कुछ काली चीज घुसा रखी थी.
दोस्तो, मैं रतन दत्त आपको अपने मित्र विजय की सेक्स कहानी उसकी जुबानी सुनाने के लिए पुन: हाजिर हूँ.
कहानी के पहले भाग
ब्यूटी पार्लर वाली मैडम ने सेक्स सिखाया
में आपने पढ़ा था कि मैं विजय, मेरे माँ बाप की मृत्यु के बाद मेरे एक अंकल मुझे अपने साथ शहर ले आये और मुझे एक बड़े होटल में गेटकीपर की जॉब दिलवा दी.
होटल में एक ब्यूटी पार्लर था जो सुकृति मैडम चलाती थी.
40 वर्षीया सुकृति मैडम को मैं चोद चुका था और उनका विशेष कृपापात्र बन गया था.
अब आगे मैंने गरम गांड मैडम की मारी:
मुझे चुदाई की ललक होने लगी थी पर सुकृति मैडम दुबारा सेक्स की बात कर ही नहीं रही थी.
मैडम रोज पार्लर से आने के बाद मुझसे होटल के दरवाज़े पर बात करतीं, जहां मेरी ड्यूटी थी.
मैं रोज सोचता कि आज शाम मैडम मुझे उनके घर बुलाएंगी, सम्भोग के लिए.
लेकिन उन्होंने नहीं बुलाया.
तीन दिन बाद मुझसे रहा नहीं गया, मैंने मैडम से पूछ ही लिया- आज शाम आपके घर आऊं?
मैडम मुस्कुराकर बोलीं- मैं तुम्हारी बेकरारी समझती हूँ. तुम्हारी 20 की उम्र का तकाजा है. पर मेरे लिए हफ्ते में एक बार ही बहुत है. मेरी एक सहेली है आशिया, उसको जरूरत है तुम्हारे जैसे पुरुष की. उससे बात करती हूँ, तुम तैयार हो?
मैं राजी हो गया.
मैडम ने मुझे यौन रोगों और उससे बचने के उपाय बताए.
जिस पर उन्होंने मुझे उनकी सहेली आशिया मैडम की चुदाई करने को कहा.
मैंने हामी भर दी.
सुकृति मैडम ने अपनी सहेली आशिया से फोन करके उनको मुझसे मिलने की बात कही.
आशिया को मेरे जैसे एक गबरू और जवान मर्द की जरूरत थी.
आशिया मैडम ने भी हामी भर दी.
अगले दिन शाम को छुट्टी के बाद मैडम मुझे अपनी कार में अपने बंगले ले जाकर बोलीं- विजय, तुम्हें आशिया के बारे में बताती हूँ. आशिया थोड़ी देर बाद आएगी, यदि आशिया को तुम पसन्द आए … तब ही बात आगे बढ़ेगी.
मैं सर हिला कर उनकी बात सुनता रहा.
मैडम- आशिया 45 की शादीशुदा औरत है. उसके शौहर विदेश में हैं, साल में एक बार कुछ दिनों के लिए घर आते हैं. रात को वह नहीं आ सकती. तुम होटल में रात की ड्यूटी ले लेना. आशिया सेक्स के लिए तड़फती है. तुम्हें उसकी जरूरत दिन में पूरी करनी है. मिलन मेरे बंगले में होगा. आशिया को घमासान सम्भोग चाहिए. उसकी चुदाई के समय तुम कंडोम का इस्तेमाल करना.
मैंने कहा- मुझे कंडोम पहनना नहीं आता.
इस पर मैडम ने कंडोम मोमबत्ती पर लगाकर मुझे सिखाया और हंसकर बोलीं- कंडोम को अपने लंड पर लगाना, मोमबत्ती पर नहीं.
हम दोनों हंस पड़े.
मैडम ने वीट हेयर रिमूवर दिया और कैसे लगाना है, वह बताया.
उन्होंने कहा- अपनी झांटों के बाल और कांख के बाल साफ़ करके आओ.
मैंने तुरंत बाथरूम में जाकर झांटों और बगलों को साफ किया.
मैडम ने के-वाई जैल दिखाकर कहा- यह लुब्रिकेशन है. कंडोम पर लगाने के लिए. कंडोम के साथ तेल उपयोग करने से कंडोम फट सकता है. या आशिया चाहे तो इस जैल का उपयोग गांड चुदाई के लिए भी उत्तम है.
मैंने हां में सर हिला दिया.
कुछ देर बाद आशिया आयी.
मैडम ने मेरा परिचय कराया और चली गईं.
आशिया 5 फुट 6 इंच लम्बी, थोड़ी मोटी, गोरी थी. उसके चूचे थोड़े लटके थे, साड़ी ब्लाउज पहनी थी.
थोड़ी बातचीत के बाद:
आशिया- सुकृति मैडम ने मेरे बारे में तुम्हें बताया है. मुझे भी तुम्हारे बारे में बताया है. देखते है तुम मेरी जरूरत को कितनी पूरी कर सकते हो. कल दिन में मेरे बंगले पर आ जाना.
मैंने हामी भर दी.
इस तरह से हम दोनों ने मिलने का दिन तय किया.
सुबह दस बजे मैं मैडम के बंगले में गया.
आशिया मैडम वहां थीं.
मुझे सुकृति मैडम साथ में ले गई थीं.
सुकृति मैडम मुझे बेस्ट ऑफ़ लक बोलकर चली गईं.
हम दोनों बैडरूम में गए.
टेबल पर कंडोम, के-वाई जैल रखा था.
आशिया मैडम ने मेरी शर्ट को उतार दिया और मेरी गर्दन और छाती चूमने लगीं.
उनकी साड़ी का पल्लू गिर गया. वह बहुत जोश में थीं और मैं भी.
मैंने आशिया मैडम का ब्लाउज उतार दिया और उनकी कसी हुई ब्रा उतारने की कोशिश करने लगा.
आशिया मैडम ने खुद ही अपना ब्रा को उतार दिया. मैं उनके एक चूचे को दबा रहा था, दूसरे को चूस रहा था.
कुछ ही देर में हम दोनों ने एक दूसरे के सारे कपड़े उतार दिए.
मैं आशिया को पलंग पर ले गया.
आशिया मेरा लम्बा, सुन्दर तगड़ा खड़ा लंड देखकर खुश हो गईं.
मैडम पांव फैलाकर चित लेटकर बोलीं- कंडोम लगाकर आ जाओ.
मैंने लंड पर कंडोम चढ़ाया, उस पर जैल लगाया और आशिया मैडम के ऊपर आकर पूरा लंड उनकी चूत में पेल दिया.
एक साल बाद आशिया की चूत में लंड गया था, वे आह आह कर उठीं.
मैं आशिया मैडम के चूचे चूसने लगा, उन्होंने कमर हिलायी.
उनका संकेत समझकर मैं चुदाई करने लगा.
आशिया मैडम कमर उचकाकर साथ देने लगीं और बोलने लगीं- और जोर से.
मैंने गति बढ़ा दी.
आशिया मैडम सिसकारी भरने लगीं.
दस मिनट बाद मुझे लगा मैं और चोदता रहा, तो झड़ जाऊंगा.
मैंने आशिया के ऊपर से उतरकर लेटकर अपने लंड की जड़ को उंगलियों लपेटकर पकड़ लिया और लम्बी सांस लेने लगा.
मैं सोचने लगा कि जल्दी नहीं झड़ना है, वर्ना पैसे नहीं मिलेंगे.
मेरा झड़ना टल गया.
आशिया मैडम ने पूछा- क्या हुआ?
मैं बोला- अब दूसरे पोजीशन में करते हैं.
आशिया मैडम मेरे ऊपर आ गईं, लंड चूत में डाल कर उचक कर लंड की सवारी करने लगीं.
मैं आशिया मैडम के लटकते चूचे जोर से दबाने लगा, निप्पल मरोड़ने लगा.
बीच बीच में मैं कूल्हों में हल्का थप्पड़ मार देता, इससे आशिया मैडम और जोश में उछलने लगतीं.
थोड़ी देर में आशिया मैडम रूककर बोलीं- मैं थक गयी, अब डॉगी पोजीशन में करते हैं.
आशिया मैडम पलंग के किनारे डॉगी की तरह खड़ी हो गईं.
मैंने ज़मीन पर खड़े होकर लंड चूत में डाल दिया.
अब मैं आशिया मैडम की कमर पकड़कर चोदने लगा, उनके मस्त गोल गोरे कूल्हों पर चांटे मारने लगा.
उनके कूल्हे लाल हो गए.
हर चांटे के बाद आशिया कमर हिलाकर लंड और अन्दर लेने की कोशिश करतीं.
मैं रुक गया, अब मैं सिर्फ चांटे लगाता और आशिया कमर आगे पीछे कर खुद को चोदतीं.
तभी मैंने देखा कि आशिया की गांड में काला रबर का ढक्कन लगा है.
मैंने पूछा- यह क्या है?
आशिया मैडम बोलीं- अभी चुदाई पर ध्यान दो, वो सब मैं बाद में बताऊंगी.
खुद को चोदते हुए आशिया की चूत से कामरस की धार निकली तो वे रूककर बोलीं- मेरा हो गया, तुम भी अपना ख़त्म करो.
मैं जोर जोर से चोदने लगा. मेरा कंडोम वीर्य से भर गया.
हम दोनों बिस्तर पर लेट गए.
आशिया मैडम हांफ रही थीं.
वे बोलीं- ऐसा मजा मुझे पहली बार मिला. विजय तुमने खुश कर दिया.
मैंने कंडोम निकाला और कागज के पैकेट में रख दिया, जो बाद में मैंने घर जाते समय बाहर फेंक दिया दिया था.
हम दोनों लंड चूत धोकर आए.
आशिया मैडम ने ग्लूकोस डी पानी में घोला.
एक ग्लास मुझे दिया, एक ग्लास खुद पीकर बोलीं- इससे अगले राउंड के लिए एनर्जी मिलेगी.
थोड़ी देर बाद आशिया ने अपनी गांड से वह काला ढक्कन निकाला, वह शंख के आकार का था.
मुझे दिखाकर बोलीं- इसे ऐस प्लग कहते हैं. डालने से मजा आता है. गांड भी ढीली होती है. गांड में लंड लेते समय ज्यादा दुखता नहीं, ऐसा पढ़ा है.
मैंने लड़कों से गांड मारने की कहानी सुनी थी.
मैं भी समझ गया कि आशिया मैडम को गांड मरवाने के इच्छा है.
हम लिपटकर चूमा चाटी करने लगे.
मेरा लंड खड़ा हो गया.
आशिया मैडम बोली- मैं पहली बार कोशिश कर रही हूँ, धीरे धीरे शुरू करना.
मैंने कंडोम के ऊपर के-वाई जैल लगाकर खुद को रेडी किया.
मैंने अन्तर्वासना साईट पर देखा था कि पीछे से लंड अन्दर पेलने की विधि क्या होती है.
आशिया पेट के बल पांव फैलाकर लेट गईं.
उन्होंने अपने कूल्हे हाथ से फैला दिए.
मुझे उनकी गरम गांड का जामुनी छेद दिखने लगा.
मैंने लंड छेद में लगाया और धीरे से डालने लगा.
लंड का सुपारा ही अन्दर गया, आशिया चीख उठी- उई मर गयी … दर्द हो रहा है.
मैंने रूककर पूछा- निकाल लूँ?
आशिया मैडम बोलीं- मैंने पढ़ा है कि शुरू में दर्द होता है, थोड़ा रुको.
मैडम ने गांड ढीली की और लम्बी सांस लेकर बोलीं- और डालो.
मैंने लंड को आगे सरकाया.
ऐसा करते करते पूरा लंड गरम गांड मैडम में समा गया.
मैं धीरे धीरे मैडम की गांड मारने लगा.
आशिया मैडम आ आ कर रही थीं.
वे बोलीं- दर्द के साथ मजा भी आ रहा है.
दस मिनट गांड मरवाने के बाद आशिया मैडम बोलीं- आज के लिए इतना ही काफी है.
मैं उनके ऊपर से उतर गया.
आशिया मैडम चित लेटकर बोलीं- अब चूत में डालो, पर कंडोम बदलकर. गांड के कीटाणु चूत में इन्फेक्शन कर सकते हैं.
मैंने कंडोम बदलकर चूत की घमासान चुदाई की.
उस दिन हम दोनों चुदाई से संतुष्ट थे. मैडम ने मुझे मेहनताना दिया और विदा कर दिया.
दूसरी बार आशिया मैडम ने जब मुझे बुलाया.
तब उन्होंने कहा कि कंडोम में मजा नहीं आता, हमारा यौन सम्बंध काफी साल चलने वाला है. विजय तुम नसबंदी करा लो. गर्भ ठहरने का डर नहीं रहेगा.
मैंने करवाने की बात सुनकर हां कर दी.
बीच बीच में सुकृति मैडम भी मुझे अपने पास बुलाकर मरते लंड का मजा लेती रहती थी.
हफ्ते में एक दो बार आशिया मैडम मुझे बुला लेतीं और हर बार रूपए देतीं.
आशिया मैडम से मिलने के 2 महीने बाद वे बोलीं- तुम्हें एक और लड़की मीनाक्षी की जरूरत पूरी करनी है. उसकी उम्र काम है वह अभी 23 की उम्र की ही है. उसके साथ तुम्हें पति के समान प्यार, दुलार, सेक्स करना होगा. क्या तुम तैयार हो?
मैं 23 साल की उम्र की सुनकर खुश हो गया.
मैंने तुरंत हां कर दी.
आशिया मैडम ने मुझे बताया कि तुम कल दोपहर 12 बजे अमुक ढाबे पर जाना. मीनाक्षी ने तुम्हें पहले ही होटल में देखा हुआ है, वह तुमसे उधर ही मिलेगी.
अब मीनाक्षी से मुलाकात होनी थी.
आगे क्या हुआ वह इस गरम गांड मैडम की कहानी के अगले भाग में पढ़ें.
प्रिय पाठको, आपको मेरी सेक्स कहानी कैसी लग रही है, जरूर बताएं.
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गरम गांड मैडम की कहानी का अगला भाग: