बिजनेस सेक्स कहानी में एक सप्लायर कम्पनी की मालकिन ने माल पास करने के लिए दूसरी कम्पनी के परचेज ऑफिसर को सेक्स का लालच दिया और उससे चूत और गांड मरवा ली.
दोस्तो, मैं साहिल आपको अपनी एक सेक्स कहानी में पुणे की कंपनी की प्रबंध निदेशक और आधी मालकिन की चुदाई की बात सुना रहा था.
कहानी के पहले भाग
कंपनी की डायरेक्टर का चुम्बन
में अब तक आपने पढ़ा था कि रिया मैडम मेरे साथ अपनी चूमाचाटी में काफी आगे बढ़ गई थीं.
अब आगे बिजनेस सेक्स कहानी:
हम दोनों के इस सेक्सी मूड को और उत्तेजित बनाने के लिए मैडम ने वाइन का एक घूंट मुँह में लिया और किस करने लगीं.
मैंने वाइन का वह घूंट मैडम के मुँह से पी लिया और हम दोनों किस करते रहे.
धीरे धीरे मैं मैडम के गले और उनके कान के पास किस करने लगा, तो मैडम और उत्तेजित हो गईं.
मैंने मैडम को पीछे घुमाया और उनकी पीठ को चूमने लगा, जीभ से चाट भी रहा था.
मैडम की दूध सी गोरी और मखमली पीठ को चूमने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
उनके परफ्यूम की खुशबू मादक कर रही थी.
मैंने उनके ब्लाउज का हुक खोला तो मैडम ने अपनी ब्रा भी निकाल दी और अपनी साड़ी भी उतार दी.
उनके बूब्स सामने आकर फुदकने लगे. उनके बूब्स अभी भी काफी टाइट थे और उनके निप्पल गुलाबी भी एकदम तने हुए थे.
मैं उनको मुँह में भर कर बारी बारी से चूसने लगा और दूसरा हाथ उनके पेटकोट में डाल कर उनकी रुई सी कोमल गांड को दबाने लगा.
मैडम भी मेरा सर अपने मम्मों पर दबाती हुई मुझे दूध पिला रही थीं.
मैडम आंखें बंद किए हुए वासना में मग्न होकर ‘सी … उफ्फ्फ … हम्म्म …’ की आवाज करने लगीं.
थोड़ी देर तक उनके बूब्स का रसपान करने के बाद मैंने उनका पेटीकोट भी खोल दिया.
मैडम अब सिर्फ जी-स्ट्रिप पैंटी में मेरे सामने थीं और किसी अप्सरा की तरह लग रही थीं.
सीन देख कर मेरा लंड हिचकोले खाने लगा.
मैं फिर से मैडम के अंगों को बारी बारी से चूमने और चाटने लगा.
अपना हाथ मैडम ने मेरी जींस में डाल दिया और मेरा लंड सहलाने लगीं, जो पहले से ही तन कर सख्त हो चुका था.
मैडम मेरी जींस का बटन खोलने लगीं तो मैंने अपनी जींस और टी-शर्ट भी निकाल दी और अंडरवियर भी.
अब मैं पूरा नंगा हो चुका था.
मैडम ने लंड पकड़ कर सहलाना शुरू किया, फिर घुटनों के बल बैठ कर चूमते हुए लौड़े को चाटने लगीं.
जीभ से लंड के सुपारे को चाटा और फिर गप्प से पूरा लंड मुँह में ले लिया.
वे मेरे लौड़े को अपने मुँह में अन्दर बाहर करने लगीं.
उनके कोमल होंठों और गर्म जीभ का लंड पर मिलने वाला स्पर्श मुझे आनन्द के सागर के गहरे तल में ले गया.
ऐसे ही कुछ देर लंड चुसाई के बाद जब मेरा रस निकलने को हुआ तो मैंने मैडम से कहा कि निकलने वाला है.
लेकिन उन्होंने लंड को चूसना जारी रखा और हाथ के इशारे से कहा कि आने दो.
मैडम के मुँह में मेरा माल निकल गया. मैडम मेरे लंड का दही चट कर गईं और आखिरी बूंद निकलने तक लौड़े को चूसती रहीं.
मेरा लंड ढीला हो गया.
फिर मैंने मैडम को सोफे पर पटक दिया और उनकी पैंटी खींच कर निकाल दी.
अब मैडम पूरी नग्न मेरे सामने पड़ी थीं.
उनकी चूत एकदम साफ़ और गुलाबी थी.
चूत के होंठ ज्यादा खुले नहीं थे, शायद समय की व्यस्तता के कारण मैडम ज्यादा सेक्स नहीं कर पाती होंगी.
खैर … मैं फिर से मैडम को किस करते हुए उनकी गर्दन, बूब्स को चूमने लगा.
फिर नीचे आकर उनकी नाभि पर किस करने लगा.
नाभि के आस-पास चूमते हुए उनकी नाभि पर अपनी जीभ फेरने लगा, जिससे मैडम सिहर उठीं और कामुक आवाज निकालने लगीं.
फिर मैं नीचे उनकी चूत के पास आकर चूमने लगा तो मैडम का बुरा हाल होने लगा.
उनकी चूत को चूमते हुए अपनी जीभ से चूत के होंठों को चाटने लगा.
मैम की चूत पहले से ही गीली हो रही थी.
उनकी चूत का नमकीन रस चाटने में मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
मैंने अपनी जीभ उनकी चूत के होंठों को अलग करते हुए अन्दर डाल दी और वाइल्ड होकर चाटने लगा.
मैडम तो सीत्कार भरने लगीं और मेरा सर पकड़ कर चूत पर दबाने लगीं.
वे अब कामुक भाषा में बड़बड़ाने लगीं- ओह्ह साहिल … और जोर से चाटो इसे … आह बहुत दिनों से तड़प रही थी. आह … चाट कर खा जाओ मेरी चूत को!
मैडम ने अपने पैरों को मेरे सर के ऊपर से मोड़ कर मेरे सर को अपनी चूत पर दबा लिया और बड़बड़ाने लगीं- ओह्ह साहिल … यू लिक सो नाइस, कम ऑन लिक दिस बिच … लाइक अ चॉकलेट!
ऐसे ही थोड़ी देर चूत चटवाने के बाद मैडम ने मेरे सर को और कसके दबाते हुआ कहा- ओह्ह साहिल … ड्रिंक माय पुस्सी जूस आह!
बस यह कहते ही मैडम मेरे मुँह में झड़ गईं.
उनका चूत रस वाकयी बहुत टेस्टी था.
अब तक मेरा भी लंड फिर से तन कर हिनहिनाने लगा था.
मैडम ने उसे प्यार से सहलाया और लंड पर एक जोरदार किस जड़ते हुए बोलीं- प्लीज जल्दी करो … अब इसे मेरे अन्दर डाल दो.
मैंने पूछा- तुम्हारे पति चोदते नहीं क्या?
मैडम ने कहा- हमारा नया नया बिज़नेस है इसलिए मेरे पति इसे बढ़ाना चाहते हैं और बहुत बिजी रहते हैं. इस वजह से वे मेरे साथ ठीक से सेक्स नहीं करते हैं. खैर … छोड़ो यह सब, अब जल्दी से मेरा बैंड बजाओ.
मैंने कहा- ठीक है.
मैं समझ गया कि मैम ने सेक्स बिजनेस के लिए करना था, पर अब मैम को मजा आ रहा है.
तब मैंने अपने लंड को उनकी चूत पर सैट किया और थोड़ा जोर लगाया.
पर लंड अन्दर नहीं गया.
शायद चूत ज्यादा टाइट थी.
मैंने थूक लगा कर फिर जोर लगाया, तो थोड़ा सा अन्दर घुस गया.
उनकी कराह निकल गई- आह ऊँह.
मैं धीरे धीरे अन्दर करता गया और अचानक से मैडम की बच्चेदानी से लंड जा टकराया.
मैडम की तेज आह निकल गयी- आह मर गई!
मैं धीरे धीरे लंड अन्दर बाहर करने लगा और मैडम को मजा आने लगा.
कुछ ही देर बाद मैडम बोलीं- आह स्पीड बढ़ाओ … और मुझे जोर जोर से चोदो.
मैं उन्हें जोर जोर से चोदने लगा और उनको काफी मजा आने लगा.
मैडम अपनी गांड उठाती हुई बोल रही थीं- ओह्ह यस फ़क मी लाइक वाइल्ड … ऐसे ही जोर जोर से चोदो … आह फाड़ दो आज मेरी चूत को!
कुछ मिनट चोदने के बाद मैंने आसन बदलने को कहा.
अब मैं नीचे लेट गया और मैडम मेरे लंड पर बैठ कर लंड की सवारी करने लगीं.
मैडम जोर जोर से उछल रही थीं जिससे उनके बूब्स बुरी तरह से उछल रहे थे जो मुझे और उत्तेजित कर रहे थे.
इसी बीच मैडम गांड को लंड पर मथती हुई जोर जोर से ऊपर नीचे कूदने लगीं.
वे इतनी तेज गति से अपनी कमर को लौड़े पर घिसने लगी थीं कि मैं कुछ समझ ही न पाया कि इन्हें क्या हुआ है.
तभी वे झड़ गईं और हाँफती हुई निढाल हो गईं.
उनकी चूत का रस निकल कर मेरे लंड से होते हुए मेरे आंडों तक आ गया.
मेरा अभी नहीं हुआ था.
मैंने मैडम को अपने ऊपर से हट कर डॉगी स्टाइल में कर दिया और पीछे से उनकी चूत में लंड पेल कर उन्हें धकापेल चोदने लगा.
मेरी जांघें मैडम की गांड से टकरा रही थीं और उनकी गांड नर्म रुई की तरह हिल रही थी … जो मेरा दिल दहला रही थी.
पीछे से उनकी गांड का छेद भी अच्छे से दिख रहा था और मन को ललचा रहा था.
आखिर थोड़ा और चोदने के बाद मेरा लौड़ा भी चरम सीमा पर आ गया.
मैंने कहा- मेरा रस आने वाला है.
मैडम बोलीं- अन्दर ही निकाल दो, अभी सेफ दिन हैं … कोई खतरा नहीं है.
मैं स्पीड बढ़ाते हुए उनकी चूत में ही झड़ गया और ढेर होकर मैडम के ऊपर आराम करने लगा.
फिर लंड बाहर निकाला तो चूत से बहुत सारा वीर्य बाहर निकलने लगा.
मैडम ने बाथरूम में जाकर खुद को साफ किया.
उनके बाद मैं भी साफ़ होकर आया.
अब हम दोनों नंगे ही सोफे पर बैठ गए और मैं पैग बनाने लगे.
मैडम ने एक सिगरेट सुलगाते हुए कहा- कॉलेज का बाद मैंने आज ढंग से सेक्स किया.
शराब पीने के बाद हम दोनों ने खाना खाया और नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर बातें करने लगे.
तब तक मेरा फिर से रेडी हो गया था.
मैडम ने लंड देख कर कहा- फिर से?
मैंने कहा- हां इस बार मैं आपकी गांड मारना चाहता हूँ!
मैडम ने हंस कर लंड को सहलाया और कहा- किसने रोका है, लेकिन पहले थोड़ा मेरी चूत की आग भी शांत कर दो.
मैंने कहा- जरूर.
इस बार हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए. मैं नीचे और मैडम ऊपर.
मैं उनकी चूत को फिर से जीभ से चोदने लगा और मैडम भी पूरे जोश में मेरा लंड गले तक लेने लगीं.
फिर मैंने मैडम की गांड के छेद को स्पर्श किया और अपनी जीभ गांड के छेद पर फेरने लगा.
मैडम फिर से सिहर गईं.
थोड़ी देर लगातार उनके छेद को चाटता रहा.
मैडम भी मेरे अण्डों को चूसने और चाटने लगीं.
फिर वे नीचे उतर कर मेरी गांड से खेलने लगीं और अपनी जीभ मेरे छेद पर फेरने लगीं.
उनकी गर्म जीभ का मेरे छेद पर स्पर्श मेरे आनन्द की सीमा तोड़ने लगा.
फिर मैडम ने चोदने को कहा.
मैंने उनके ऊपर चढ़ कर उन्हें चोदना शुरू कर दिया.
दस मिनट ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मैडम झड़ गईं तो मैंने उन्हें डॉगी स्टाइल में आने को कहा.
मैडम को कुतिया की तरह बना कर मैं फिर से उनकी गांड के छेद को चाटने लगा.
तटब मैडम समझ गईं कि अब मैं उनकी गांड बजाने वाला हूँ.
मैंने उनसे वैसलीन की माँग की तो उन्होंने कहा- ड्रेसिंग टेबल में से निकाल लो.
उनकी गांड के छेद पर मैंने वैसलीन लगायी और एक उंगली उनकी गांड में डाल दी.
उनका छेद काफी टाइट था.
मैंने अपनी दो उंगलियां अन्दर डाल दीं तो वे कराह उठीं पर मैं रुका नहीं.
मैं उनके छेद को फ़ैलाने की कोशिश करने लगा.
एक मिनट उंगली करने के बाद मैंने अपने लंड पर वैसलीन लगायी और मैडम से पूछा- पहले कभी गांड मरवाई है?
मैडम बोलीं- कॉलेज मैं पति ने कई बार मारी थी. तब उनको वाइल्ड सेक्स पसंद था. पर अब तो ठीक से सेक्स भी नहीं करते और मैं वाइल्ड सेक्स के लिए तरस गयी हूँ.
मैं बोला- ठीक है, तैयार हो जाओ.
मैंने अपना सुपारा गांड के छेद पर टिकाया और थोड़ा जोर लगा दिया.
अभी सिर्फ सुपारा अन्दर गया और मैडम चीख पड़ीं.
पर मैंने उनको कसके पकड़ा हुआ था जिस वजह से वे आगे नहीं बढ़ पाईं.
थोड़ी देर में मैं एक और झटका मारा और इस बार आधा लंड उनकी गांड में अन्दर घुस गया.
मैडम चिल्ला पड़ीं.
मैं थोड़ा रुका और सामान्य होने के बाद धीरे धीरे लंड आगे पीछे करने लगा.
थोड़ी देर बाद मैंने ठोकर दी और अब मेरा पूरा लंड अन्दर जाने लगा.
मैंने धकापेल गांड मारना शुरू कर दिया.
मैं अपनी स्पीड ज्यादा नहीं बढ़ा पा रहा था, उनकी गांड कुछ ज्यादा ही टाइट थी.
पर टाइट होने की वजह से और मजा आ रहा था.
कुछ 5 मिनट गांड मारने के बाद मैं गांड में ही झड़ गया और हम अपने आपको साफ करके सो गए.
सुबह उठे तो एक बार फिर से सेक्स करने को मन हुआ.
इस बार बाथरूम में नहाते हुए ही मैंने मैडम को एक बार फिर से चोदा और उनकी गांड भी मारी.
एक घंटा बाद हम दोनों फैक्ट्री आ गए और मैडम का काम भी हो गया.
मैडम ने मुझे थैंक्यू कहा और फिर से जल्दी आने का न्योता दिया.
दोस्तो, कैसी लगी मेरी पहली बिजनेस सेक्स कहानी … प्लीज मुझे मेल और कमेंट करके जरूर बताएं.
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