कॉलेज टूर में लंड चुसाई का मजा- 2 (College Xxx Kahani)

कॉलेज Xxx कहानी में पढ़ें कि कैसे किसी दूसरे कॉलेज में हम दोस्तों ने दो लड़कियों को अपने यारों से चुदती देख लिया. फिर हमने उनके साथ कैसे मौज की.

दोस्तो, मैं आर्यन की कलम से तन्मय आपसे मुखातिब हूँ.

जैसा कि मेरी इस सेक्स कहानी के पहले भाग
लैब में चुद रही दो लड़कियों को देखा
में आपने अब तक पढ़ा था कि हम तीन दोस्त कॉलेज की लैब में उधर हो रही ग्रुप चुदाई को देखने का मजा ले रहे थे.
उसमें जोया नामक लड़की की गोरी चिकनी चुत देख कर मेरा लंड एकदम से फटने को हो गया था.

अब आगे कॉलेज Xxx कहानी:

मेरे दोनों साथी नवीन और विवेक का लंड तो पहले वाली लौंडिया हुर्रेम की चुदाई देख कर ही खड़ा हो गया था.

घुड़सवारी करने वाली लड़की जोया उस लड़के हरीश के ऊपर अब पूरी तरह से लेट गई थी. इस वजह से उसके चूचे हरीश के सीने से रगड़ रहे थे.

हम भी उन दोनों की चुदाई के इस मस्त नजारे का मजा आराम से ले पा रहे थे.

मैंने देखा कि विवेक अपने फोन में उन चारों की चुदाई की रिकॉर्डिंग कर रहा था.
इससे मेरे दिमाग की बत्ती जल गई.

चूंकि मेरा बुरा हाल हो रहा था और अब मुझसे रुका नहीं जा रहा था तो मैं उनके सामने आ गया और उनको जोर से हड़काते हुए बोला- ये सब क्या हो रहा है … यही सब करने कॉलेज आते हो.

अचानक से मुझे देख कर वो चारों बुरी तरह से डर गए थे.
पर उन दोनों की बॉडी देख कर मुझे डर भी लगने लगा था.

वो सब खड़े हो गए थे और अपने कपड़े पहनने लगे थे.
दूर से तो मैं चुदाई का मजा ले रहा था पर जब मैं पास गया तो देखा कि जो लड़का हरीश जमीन लेटा था, उसके सिक्स पैक थे और बॉडी भी बड़ी दमदार लग रही थी.
शायद वो जिम जाने वो लड़का था.

दूसरा लड़का राहुल भी काफी हट्टा-कट्टा था.

वो दोनों ये समझ गए थे कि मैं डर गया हूं, तो वो मुझे डराने लगे.

हरीश- अबे मादरचोद … तू यहां क्या कर रहा है … रुक अभी तेरी मां चोदता हूं.

मैं भी दिखने में काफी ठीक ठाक हूँ. चौड़ा सीना, लंबा कद. तब भी अपरिचित जगह थी, पिटने का पूरा चांस था.

तभी नवीन और विवेक सामने आ गए और उन्होंने उन दोनों को पकड़ कर पीछे किया.

विवेक ने तो राहुल को एक थप्पड़ भी मार दिया और उससे बोला- तेरे जैसे दस को तो मैं ही चोद दूँ भोसड़ी के.

हम तीन को देख कर अब वो दोनों डरने लगे थे.

नवीन और विवेक की बहुत अच्छी सेहत थी और वो भी जिम बॉडी वाले थे.

अब वो चारों बोलने लगे थे- भैया हमें माफ़ कर दो प्लीज़, अब हम कभी आपको ऐसा नहीं बोलेंगे, प्लीज़ भैया किसी को मत बताना … वरना हमें कॉलेज से निकाल दिया जाएगा.
मैंने बोला- हम किसी को नहीं बताएंगे … पर इससे हमारा क्या फायदा होगा!

राहुल बोला- तुम्हें क्या चाहिए?

नवीन ने उस लड़की हुर्रेम को देखा, जो खड़ी होकर राहुल से चुदवा रही थी.
उसने उस लड़की की तरफ इशारा करते हुए कहा- मैं इसको चोदना चाहता हूं.

मैंने भी दूसरी लड़की जोया की तरफ उंगली करके कहा कि और मैं तुमको चोदना चाहता हूं. मैंने तुम्हारी चूत देखी है, तुम्हारी चूत बहुत चिकनी और गोरी है. तुम्हारी चूत देखने में बहुत सुंदर लगती है. तुम्हारे बूब्स भी बड़े बड़े हैं.

हालांकि उन्हें ज्यादा बड़े मम्मे तो नहीं कह सकते थे, पर लौंडियों के नजरिये से उसके मम्मे मीडियम साइज से थोड़े बड़े थे और बिल्कुल गोल थे.

वो लड़की खुद को छिपाने लगी.
तो मैंने आगे आते हुए कहा- तुम्हारी कमर बहुत पतली है. तुम्हारा चेहरा और तुम्हारे होंठ भी बहुत रसीले हैं. ऐसा नहीं है कि मैंने पहले कभी तुम्हारी जैसी चूत नहीं देखी है. मैंने पोर्न मूवीज में बहुत सी पोर्न स्टार्स की ऐसे चूत देखी हैं, हॉस्टल में कुछ लड़कों की चुदाई भी हमने देखी है. जब वो अपनी गर्लफ्रेंड को चोद रहे थे. दो लड़कियों ने मुझसे चुदवाया भी है, जो वन टू वन सेक्स या थ्री-सम सेक्स का मजा लेना चाहती थीं. मगर तुम्हारी बात कुछ और है, तुम पहले से ही चुदाई कर रही हो … और पता नहीं कितनों से और कितनी बार चुदवाया होगा … बोलो!

कुछ देर सोचने के बाद जोया सर झुका कर धीमे से बोली- हां ऐसा तो है.
उसकी बात को काटते हुए मैं बोला- मगर उसके बाद भी तुम मुझे अच्छी लगने लगी हो … तुममें कुछ और बात है. प्लीज़ मुझे एक बार तुम्हें चोद लेने दो. मुझे इन दोनों से कोई मतलब नहीं है, ये दोनों उस लड़की को चोद लेंगे.

मैंने ऐसा कहा, तो विवेक ने कहा- अबे, हम भी इसी को चोदेंगे.
फिर विवेक ने हुर्रेम से कहा- एक बार चुद जा रानी … इसके बाद हम तुमसे कभी नहीं मिलेंगे और न ही किसी से तुम्हारी चुदाई की बात कहेंगे.

राहुल- देखो यार, हम आराम से बात करते हैं. बहस करने का कोई फायदा नहीं है. मेरा नाम राहुल है ये लड़की हुर्रेम है, जिसे मैं चोद रहा था. ये हरीश है जो लेट कर जोया को चोद रहा था. हम अपनी गलती मानते हैं कि हम यहां लैब में सेक्स कर रहे थे. अब हम कभी भी कॉलेज में सेक्स नहीं करेंगे. प्लीज़ हमें जाने दो और किसी को हमारे सेक्स के बारे में मत बताना. वैसे भी तुम्हारे पास कोई सबूत नहीं है … तुम्हारी बात कोई नहीं मानेगा.

तभी विवेक ने अपने मोबाइल पर वीडियो दिखाया और कहा- देखो … ये रहा सबूत. अब अगर तुमने हमें चुदाई नहीं करने दी या कुछ भी हरकत की, तो हम सबको ये चुदाई की वीडियो दिखा देंगे.

वो दोनों वीडियो देख कर डर गए.

तभी उन दोनों लड़कियों ने भी बोला- देखो प्लीज़ हमारी ये वीडियो तुम डिलीट कर दो. हमें तुम तीनों से चुदवाने में कोई प्रॉब्लम नहीं है.
मैंने कहा- अब आई हो सीधे रास्ते पर. चलो आ जाओ और पहले मेरा लंड चूसो.

इस पर जोया ने कहा- मगर हम दो लड़कियां हैं और तुम तीन लड़के हो. हम तुम तीनों से एक साथ नहीं चुदवा सकती हैं. प्लीज तुम अभी यहां से चलो, तुम जब चाहो हमें चोद सकते हो. मगर प्लीज़ आज नहीं, किसी और दिन चोद लेना. आज हम बहुत चुदाई कर चुके हैं, अब और नहीं कर सकते.

मैंने बोला- हम इस शहर में नहीं रहते हैं … हम दिल्ली से यहां टूर पर आए हैं. सिर्फ दो दिन यहां रुकेंगे. उसके बाद ना हम तुम्हें कभी मिलेंगे … ना ही तुम हमें कभी मिलोगी. इसलिए हमें अभी ही चुदाई करनी है. आज शाम को ही हमें अपने होटल जाना है, इसलिए हमें अभी चोदने दो. उसके बाद हम तुम्हें कभी नहीं मिलेंगे.

हुर्रेम- मगर हम अभी बहुत थक गए हैं. पहले हम दोनों लड़कियों को बाहर जाकर बात करने दो, फिर बताती हैं कि क्या करना है.
विवेक- अगर तुम बाहर जाकर मुकर गईं तो!

हुर्रेम- मैं झूठ नहीं बोल रही हूं. अभी इस लैब से बाहर चलो, अगर हमें इधर किसी ने देखा लिया तो प्रॉब्लम हो जाएगी.
विवेक- जब तुम चारों यहां चुदाई कर रहे थे … तब कोई प्रॉब्लम नहीं थी और हमने चुदाई के लिए कहा, तो प्रॉब्लम हो रही है. भोसड़ी के … बिल्कुल चूतिया समझा है!

मैं- एक काम करो अभी तुम हमारा लंड चूसो, चुदाई हम बाद में करेंगे. देखो न यार हमारे लंड की हालत तो देखो. हमारे लंड तुमको देख कर कैसे अकड़ गए हैं. ऐसा लग रहा है कि फट जाएंगे.

जोया ने कहा- ठीक है मैं अभी तुम्हारे लंड को चूस कर ठंडा कर देती हूँ.

मगर मैंने इस बार उस दूसरी लड़की हुर्रेम से कहा- प्लीज तुम सिर्फ मेरा लंड चूसो, मैं तुम्हारे पूरे मजे लेना चाहता हूं.

हुर्रेम अपनी सहेली जोया से बोली- तुम नवीन और विवेक के लंड चूस लो प्लीज.
जोया ने हां बोल दिया.

अब तक वो दोनों लड़के एक तरफ बैठ गए थे विवेक ने उनके कपड़े छीनकर अपने पास रख लिए थे कि ये दोनों कहीं भाग कुछ लफड़ा न कर दें.

अब तक हुर्रेम मेरे पास आकर खड़ी हो गई और अपने एक हाथ से मेरे लंड को चड्डी के ऊपर से पकड़कर दबाने लगी. मेरा लंड पहले से ही खड़ा था.

तो हुर्रेम ने कहा- तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है … इतना बड़ा लंड तो हमारे इन ब्वॉयफ्रेंड्स के भी नहीं है.

मैंने सिगरेट निकाल कर सुलगाई और हुर्रेम के दूध दबा कर उससे लंड चुसाई शुरू करने का इशारा कर दिया.

हुर्रेम मेरे लंड को धीरे धीरे सहला रही थी.

मैंने सिगरेट विवेक को दे दी और अपने दोनों हाथ उसके पीछे ले जाकर उसे पकड़ कर अपने गले से लगा लिया.
वो मुझसे चिपक गई थी और उसके पैर भी मेरे पैरों से चिपके हुए थे. कमर मेरी कमर से चिपकी हुई थी और उसके बूब्स मेरे सीने से चिपक गए थे.

उसका चेहरा मेरे चेहरे से थोड़ा नीचे था. इसलिए वो अपना सिर उठा कर मुझे देख रही थी. मैं भी उसके मम्मों को अपनी छाती से पीसते हुए मजा ले रहा था.

वो अभी भी मेरे लंड को सहला रही थी.

मैंने उसकी आंखों में देखा और कहा- तुम मस्त छमिया हो हुर्रेम. प्लीज अब मेरे लंड को चूस कर शांत कर दो, अब मुझसे सहा नहीं जा रहा है.

मैंने ये कहते हुए जल्दी से अपनी पैंट उतार दी.

हुर्रेम ने मेरे होंठों पर किस किया तो मैं भी उसका पूरा साथ देने लगा.

मैंने उसका खूबसूरत चेहरा अपने हाथों में लिया, तो मेरे हाथ थोड़े कांप रहे थे … पर वो मुस्कुरा रही थी.
मुस्कुराते हुए हुर्रेम के गुलाबी होंठ देख कर मैं अपने आप पर काबू नहीं कर पा रहा था.

मैंने उसको फिर से अपनी तरफ खींचा और अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए.
वो मेरे होंठों को चूमने लगी तो मैं भी उसके रसीले होंठों का रसपान करने लगा.
मुझे उसके होंठ चूसने में बड़ा आनन्द आ रहा था.
वो भी मेरे लिप किस का भरपूर मजा ले रही थी और मेरा पूरा साथ दे रही थी.

किस करते करते मेरे हाथ उसकी मदमस्त जवानी की निशानी यानि उसकी चूचियों पर चले गए और मैंने उसकी एक चूची पकड़ कर जोर से दबा दी.

उसके मुँह से मीठी ‘आह्ह ..’ निकल गई और उसने मुझे अपने से अलग कर दिया.

उसके बाद वो अपने घुटनों पर बैठ गई और मेरी चड्डी दोनों हाथों से पकड़ कर उतार दी. मेरा लंड उछल कर चड्डी से बाहर आ गया.
हुर्रेम मेरे लंड को बड़े ध्यान से देख रही थी. उसने मेरे लंड को अपने एक हाथ में पकड़ा और कसके दबाया, मगर मेरा लंड बहुत टाईट हो चुका था … इसलिए वो ज्यादा दबा ही नहीं पाई.

अब वो मेरे लंड को पकड़ कर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगी.
वो अपनी जीभ से मेरे टोपे के आगे गुलाबी वाले भाग को सहला रही थी.
मुझे हल्की हल्की गुदगुदी सी हो रही थी और बहुत मजा आ रहा था.

फिर हुर्रेम अपनी जीभ को मेरे टोपे के चारों तरफ घुमाने लगी थी और लंड को चूस भी रही थी.
मुझे पहले ऐसा मजा कभी नहीं मिला था, मैं तो जैसे सातवें आसमान में उड़ने लगा था.

कुछ ही पलों में हुर्रेम मेरे आधे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी थी. वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी, जैसे लंड में कुछ ढूंढ रही है और उसे चूस कर निकाल लेना चाहती हो.

फिर उसने मेरे पूरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और गले तक लेकर चूसने लगी थी.
वो बार बार मेरे पूरे लंड को अपने गले तक भर लेती और अपनी जीभ को मेरे लंड से रगड़कर बाहर निकाल लेती थी.
उसकी गर्म जीभ से मेरे लंड की मालिश सी हो रही थी.

मैं आंखें बंद करके इस पल का भरपूर मजा ले रहा था.
वो बार बार ऐसा कर रही थी और उसकी स्पीड बढ़ती ही जा रही थी.
हुर्रेम एकदम ऐसी चुसाई कर रही थी, जैसे पोर्न ऐक्ट्रेस ब्लू फिल्म में चूसती है.

मेरा माल अब छूटने ही वाला था, तो मैंने कहा- मेरा माल छूटने वाला है.

उसने एक पल के लिए लंड से मुँह हटाया और कहा- अपना माल मेरे मुँह में ही डाल दो … मुझे तुम्हारा लंड बहुत पसंद आ गया है. मैं तुम्हारा माल पीना चाहती हूं.

यह बोल कर वो फिर से मेरा लंड चूसने लगी. मैं बेफिक्र होकर उसके मुँह में लंड चलाने लगा.

कुछ ही देर में मैंने अपना सारा माल उसके मुँह में ही डाल दिया, जिसे वो बढ़े मजे से पी गई.

मैंने उसके दोनों हाथों को पकड़ा और ऊपर उठा कर खड़ा कर दिया.
उसके चेहरे में हर जगह मेरे लंड का माल लगा हुआ था. मैंने उसके गाल पर एक किस किया. फिर मैं टेबल पर बैठ गया और उसको अपने से चिपका लिया.

अब मैं हुर्रेम के मम्मों और गांड को दबाने लगा. मैं उसके मम्मों को दबाने के साथ निप्पलों को भी मींज रहा था.

दोस्तो, कॉलेज Xxx कहानी के इस मजे को मैं अगले भाग में लिखूंगा … आप मुझे मेल जरूर करें.
[email protected]

कॉलेज Xxx कहानी का अगला भाग: कॉलेज टूर में लंड चुसाई का मजा- 3

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