क्लासमेट लड़की को शादी के बाद चोदा

कॉलेज फ्रेंड सेक्स कहानी में मैंने अपनी क्लासमेट की चुदाई उसकी शादी के बाद की. एक दिन वह अचानक मुझे मिल गयी तो बात हुई, दोबारा दोस्ती हुई. बात आगे बढ़ी.

पहले मैं अपने बारे में बताना चाहता हूँ.
मैं विकास सागर मध्यप्रदेश से हूँ.
मेरी उम्र 38 साल है. हाईट 6 फिट लंड की साइज 6 इंच होगी पर कभी नापा नहीं है.

मैं लड़कियों को इतना यकीन दिलाता हूँ अगर कोई एक बार भी मेरे लंड से चुद जाएगी तो वह बार बार मेरे लौड़े से चुदने के लिए तड़पेगी.

कॉलेज लाइफ में मेरी बहुत सारी गर्लफ्रेंड्स थीं और कुछ साधारण फ्रेंड भी थीं.
ये कॉलेज फ्रेंड सेक्स कहानी मेरी फ्रेंड जागृति की है. उसकी शादी हो चुकी है और अभी उसके दो बच्चे हैं.

जागृति देखने में एकदम हीरोइन टाइप की है.
वह शिल्पा शेट्टी के जैसी दिखती है. उसका साइज 34-30-36 का रहा होगा.

शादी के बाद भी उसने खुद को अच्छे से मेंटेंन करके रखा है.

पर शादी के बाद सभी सम्पर्क खत्म हो गए थे, मिलना जुलना भी बंद हो गया था.
उस समय मोबाइल चलते नहीं थे, तो बात करने का कोई साधन नहीं था.

मैं सागर में ही रहता था और एक फाइनेंस कंपनी में जॉब करता हूँ.
मेरा फ़ील्ड पर आना जाना लगा रहता है.

ऐसे ही एक दिन मैं फील्ड पर जाने के लिए निकला तो बस स्टैंड पर चाय पीने रुक गया.
उधर देखा तो जागृति वहीं एक बेंच पर बैठी थी, उसके साथ में उसकी मम्मी भी थीं.

चूंकि उसकी मम्मी भी मुझे अच्छे से जानती थीं तो मैं उनके पास चला गया.
मैं उसके पास गया तो जागृति भी मुझे पहचान गई और उसने मेरा हाल चाल पूछा.

फिर उसी ने बताया कि वे लोग पास में ही कुण्डलपुर जा रही हैं.

अब तक मोबाइल चलन में आ गए थे. उसने मेरा नंबर ले लिया और मैंने उसका.
वे कुण्डलपुर में एक रात रुकने वाली थी.

वहां पहुंच कर रात को उसका कॉल आया और हमारी बातें चालू हो गईं.
हमारी बातों में कॉलेज टाइम गर्लफ्रेंड की और भी बहुत सारी बातें हुईं.

बातों ही बातों में उसने कहा- मैं तुम्हें कालेज टाइम से ही पसंद करती रही हूँ, पर तुम किसी और को पसंद करते थे इसलिए मैंने कभी कहा नहीं.

मैंने सोचा कि जब लड़की खुद चुदने को मचल रही है तो क्यों छोड़ा जाए.
तो मैंने भी उससे कह दिया कि पसंद तो तुम्हें मैं भी करता था, पर कभी कह नहीं पाया.
इतना सुनकर वह बहुत खुश हुई.

अब ऐसे ही हमारी रोज बातें होने लगीं.

हम रात में फोन सेक्स भी करते थे.
वह भी अब पूरी तरह से खुल चुकी थी.
आग दोनों तरफ लग चुकी थी, बस अब मिलना और कॉलेज फ्रेंड सेक्स बाकी था.

एक दिन मैंने उससे कहा कि सिर्फ फोन पर ही बात करती रहोगी या मिलने का भी कुछ करोगी!
तो उसने कहा- हां मैं कुछ करती हूँ.

फिर कुछ देर बाद उसका कॉल आया और उसने कहा- तुम्हें मुझे लेने आना पड़ेगा और छोड़ने का भी तुम्हीं को इंतजाम करना पड़ेगा. मैं सिर्फ एक दिन के लिए आ सकती हूँ.
चूंकि उसके बच्चे ज्यादा बड़े नहीं थे इसलिए मैंने हां बोल दिया.

दूसरे दिन तय समय पर मैं अपनी कार से निकल गया और दो घंटे के बाद उसके पास पहुंच गया.
उसको कार में बिठाया और निकल पड़ा.

मैं आपको बता दूँ कि मैं सागर में अकेला रहता हूँ. मेरी फैमिली सागर से 20 किलोमीटर दूर रहती है.
मैं उसको लेकर किसी होटल में ना जाकर अपने फ्लैट पर पहुंच गया.

रूम पर पहुंचते ही मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और जोर से गले लगा लिया.

उसके बाद हम दोनों थोड़ी देर तक एक दूसरे की आंखों में देखते रहे.
फिर कब होंठों से होंठ मिल गए, पता भी ना चला.
हम दोनों दस मिनट तक किस ही करते रहे.

फिर अलग हुए तो मैंने कहा- मैं खाना और कुछ नमकीन आदि लेकर आता हूँ, तुम जब तक फ्रेश हो जाओ.
वह बोली- ठीक है.

मैं बाजार गया और जल्दी जल्दी सामान लेकर घर वापस आ गया.
शाम हो चुकी थी तो दो बियर भी साथ ले लीं.

एक बियर तो वहीं पर पी ली और घर आ गया.
घर आकर मैंने घंटी बजाई, तो उसने दरवाजा खोला.

वह सिर्फ एक गाउन पहनी हुई थी और नहा कर आयी थी.
उसके बदन पर परफ्यूम की खुशबू मुझे मदहोश कर रही थी.
वह एकदम काम की देवी लग रही थी.

मैंने सामान रखा और कहा कि मैं फ्रेश होकर आता हूँ.
मैं बाथरूम गया और नहा कर बिना अंडरवियर पहने, सिर्फ एक तौलिया बांध कर बाहर आ गया.

बाहर आकर देखा तो जागृति बांहें फैला कर मुझे अपने पास बुला रही थी.
उसको देख कर मुझसे भी अब कंट्रोल नहीं हो रहा था.

वह मुझसे एकदम से चिपक गई. हम दोनों कुछ देर ऐसे ही चिपके रहे.
धीरे धीरे उसके चूचों की गर्मी मुझे अन्दर से गर्म करने लगी.

मैंने उसके होंठों को चूसना चालू कर दिया.
वह भी अच्छे से साथ दे रही थी.

कब उसका गाउन और मेरा तौलिया अलग हो गया, पता ही नहीं चला.
वह सिर्फ अब ब्रा और पैंटी में थी काले रंग की.
क्या कहूँ यार … क्या माल लग रही थी.

मैंने उसे गोद में उठाया और बेड पर ले जाकर पटक दिया.
फिर मैं बाहर आकर फ्रिज से आइसक्यूब और चॉकलेट ले आया.
रूम में पहुंचा तो देखा जागृति मेरा इंतजार कर रही थी.

मैं जागृति के पास गया और धीरे से उसे किस करना चालू कर दिया.
मेरे हाथ धीरे धीरे उसके शरीर पर चलने लगे.

मैंने उसे अपनी बांहों में उठाया और पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया.

अब उसके 34 साइज के बूब्स एकदम कबूतर की माफिक़ फड़फड़ा कर बाहर आ गए और मुझे अपनी तरफ आकर्षित करने लगे.
पहले तो मैं कुछ देर सिर्फ देखता रहा, फिर बारी बारी से दोनों दूध की चुसाई चालू कर दी.

मैंने उसके दोनों दूध चूस चूस कर एकदम लाल कर दिए.
जागृति भी आहें भर रही थी.

दूध चूसते चूसते मैं अपना हाथ उसकी पैंटी की तरफ ले गया तो एकदम आग उगल रही थी.
उसकी चूत एकदम गर्म और गीली थी.

मैं उठकर उसके पैरों के बीच में आ गया और धीरे से उसकी पैंटी खींच दी.
उसने भी कमर उठाकर साथ दे दिया.

क्या चूत थी उसकी … एकदम क्लीन शेव व फूली हुई चूत, जिसमें से उसका पानी बह रहा था.

मैं चॉकलेट सीरप लाया था, उसको उसके पेट के ऊपर मम्मों से और उसकी चूत पर टपका दिया और अच्छी तरह मल दिया.

फिर धीरे से अपनी जीभ से चॉकलेट को चाटना चालू कर दिया.
उसके अंगों पर जैसे जैसे मेरी जीभ चल रही थी, उसकी सिसकारियां धीरे धीरे बढ़ती जा रही थीं.

पूरा कमरा उसकी मादक सिसकारियों से गूँज रहा था.
अभी मैं चूत तक पहुंचा ही नहीं था कि वह कहने लगी- मुझे कुछ हो रहा है. मेरे पूरे शरीर में चींटियां काट रही हैं. प्लीज अब और मत तड़पाओ, जल्दी से अन्दर डाल दो!

मैंने कहा- अभी कहां मेरी जान, अभी तो शुरुआत है. आगे आगे देखो कितना मजा आता है.

मैं उसकी चूत पर आ गया और पैर फैलाकर मैंने जैसे ही जीभ लगाई, वह हड़बड़ा कर उठ गई और कहने लगी कि ये क्या कर रहे हो, गंदी जगह है. उधर जीभ मत लगाओ!

मैंने सोचा कि इसकी कभी ऐसी चुदाई नहीं हुई, इसलिए ऐसा कह रही है.

तो मैंने कहा- तुम सिर्फ मजे लो.
यह कह कर मैंने फिर से अपनी जीभ से उसके दाने को कुरेदना चालू किया.

उसे इतना मजा आ रहा था कि पूरे रूम में उसकी सिसकारियां गूँज रही थीं.
मैंने जीभ से चोदना चालू रखा.

फिर जैसे ही आधी जीभ उसकी चूत में गई, वह ‘आह … आह …’ करके मेरे मुँह में ही झड़ गई.
बार बार उसकी चूत का मुँह खुल बंद हो रहा था और वह एकदम सुस्त पड़ गई थी.

मैंने उससे कहा- मेरा लंड लोगी मुँह में?
तो उसने मना कर दिया.

मैंने भी जबरदस्ती कुछ नहीं किया पर 69 की पोजीशन में आ गया.
वह धीरे धीरे मेरे लंड से खेल रही थी, हाथ से लंड की खाल को ऊपर नीचे कर रही थी.

मैंने फिर से जीभ का कमाल दिखाया और जागृति धीरे धीरे फिर से गर्म होने लगी.
कुछ ही देर में वह इतनी गर्म हो गई कि अपने आप मेरा लंड मुँह में ले लिया.

वह लंड को चूस नहीं रही थी, पर उसकी गर्म गर्म सांसें लंड पर लग रही थीं.
मेरा लंड फटने को तैयार था.

वह भी एक हाथ से मेरा सिर अपनी चूत पर दबा रही थी.
मैंने देखा जागृति एकदम गर्म हो गई थी.

मैंने भी अब देर ना करते हुए उठ कर उसके पैरों को अपने कंधे पर रख लिया.
फिर अपना लंड उसकी चूत की फांकों में सैट कर दिया.

उसकी चूत इतनी गीली थी कि आधा लंड एक झटके में घुस गया.
वह एकदम से सिहर उठी और उसने कहा- आह तुम्हारा काफी मोटा लंड है, आराम से करो.

मैंने एक जोर का झटका मारा और पूरा लंड अन्दर घुसेड़ दिया.
लंड शायद बच्चेदानी में जाकर लगा था.
वह कराह उठी.

मैं उसके ऊपर लेटकर किस करता रहा.
फिर वह अपनी कमर हिलाने लगी.

मुझे लगा कि अब इसका दर्द कम हो गया होगा. मैंने भी धीरे धीरे चोदना चालू कर दिया.
अब उसे भी मजा आ रहा था. वह भी कमर उठा उठा कर साथ दे रही थी.

धीरे धीरे वह अपनी मंजिल पर पहुंच गई और जोर जोर से अपने शरीर को अकड़ा कर ‘आह … आह … मर गई …’ करके झड़ गई.
पर अभी मेरा नहीं हुआ था.

फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में आने को बोला.
वह झट से आ गई.

मैंने पीछे से उसकी चूत में लवड़ा पेल दिया.
वह एकदम से गिर गई.

मैंने उसे कमर से पकड़ा और जोर जोर से चोदने लगा.

अब मेरा भी होने वाला था तो मैंने पोजीशन चेंज की और उसे उठा कर पास में रखी ऑफिस टेबल पर बिठाया और उसके पैर अपने कंधे पर रख लिए.

फिर उसकी कमर को हाथों से पकड़कर लंड सीधा अन्दर पेल दिया.
ऐसे करने से उसकी एकदम से चीख निकल गई.

पर मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैंने कुछ ध्यान ही नहीं दिया.
लगातार धकापेल चुदाई चलती रही.

करीब 10 मिनट तक मैंने इसी तरह तेज रफ्तार से उसे चोदा.
उतनी देर में ही वह दो बार और झड़ गई थी.

मैं अब भी उसे जोर जोर से फुल स्पीड से चोद रहा था.
उसकी कामुक सिसकारियां चीखों में बदल गई थीं.

वह कहने लगी थी कि मुझे छोड़ दो.
पर मैं उसे चोदने में लगा रहा.

फिर एकदम से मेरा लंड झड़ने लगा और पूरा माल उसकी चूत में भर गया.

वह और मैं पूरी तरह से थक चुके थे.
हमारा कॉलेज फ्रेंड सेक्स 30 मिनट तक चला था.

हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही चिपके पड़े रहे.
फिर वह उठी और बाथरूम में जाकर खुद को साफ करके आयी.

थोड़ी देर ऐसे ही हम दोनों चिपक कर सोते रहे.
उस रात हमने 3 बार चुदाई की और कई पोजीशनों में मैंने उसे चोदा … एक बार उसकी गांड भी मारी.

वह कैसे हुआ था, आपको अगली बार में बताऊंगा.

ये पहली सेक्स कहानी है, आप बताना कि कैसी लगी?
अगर आपको यह कॉलेज फ्रेंड सेक्स कहानी पसंद आयी तो आगे भी लिखता रहूँगा. लिखने का इतना अनुभव तो नहीं है, पर कोशिश जारी रहेगी.

आप मेल जरूर करें.
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