चाची और चचेरी बहन की चुदाई

हॉट बहन Xxx कहानी में गाँव में रहने वाले मेरे चाचा की बेटी की चुदाई की है. उससे मेरी अच्छी दोस्ती है. इस बार मैं गाँव गया तो मैंने उसे पहली बार चोदा.

मेरा बचपन से यही सपना था कि मैं मोहिता के साथ सेक्स करूं. क्योंकि मोहिता बहुत सुंदर और बहुत नये विचारों वाली लड़की थी.
वह मेरे चाचा की युवा बेटी है.
उसकी सुंदरता और खुलेपन के कारण ही मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था.

मेरा नाम मनीष है. मैं अभी 20 साल का हूँ.
मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ.

मेरे चाचा जी का नाम कमल कुमार, उम्र 45 साल, चाची जी नाम सुमन, उनकी उम्र 40 होगी।
मेरी चचेरी बहन की उम्र 19 साल होगी.

यह हॉट बहन Xxx कहानी कुछ दिनों पहले की है.
मैं गांव जाने की सोच ही रहा था, तभी चाचा जी का गांव से फोन आया.
मैंने फोन उठाया और चाचा बोले- मनीष तुम गांव घूमने आ जाओ. तुम तो आते ही नहीं हो.

उनकी बात सुनकर मैं बोला- चाचा जी, आपकी बात सुनकर मैंने भी आपके पास आने का पक्का कर लिया है और मैं कल ही आ रहा हूँ.
चाचा जी से कुछ देर और इधर उधर की बात हुई, फिर मैंने फोन कट कर दिया.

अब तो गांव जाने का मुझे और बढ़िया बहाना मिल गया था.
मैं अगले दिन ही गांव चला गया.

गांव पहुंचते ही मुझे मोहिता दिखाई दी.
वह मुझे देख कर बड़ी खुश हुई.

उसके साथ हाल-चाल वाली बातचीत हुई.
मैंने उससे पानी लाने के लिए कहा, तो वह पानी लेकर आई.

उसकी बातों में मुझे अभी भी उसका प्रेम दिखाई दिया.
वह अभी भी मेरे साथ बिताए बचपन के साथ को नहीं भूली थी.

कुछ समय बाद मैं चाचा जी से मिला और उसके बाद चाची ने मुझे खाना के लिए बुला लिया.

कुल मिलाकर चाचा जी के घर आकर मुझे बहुत अच्छा लगा.
उनके घर मेरे दिन बीतने लगे.

कुछ दिन तक तो ठीक रहा, फिर मेरा मन नहीं माना.

मैं अब सोच ही रहा था कि मोहिता को कैसे कहूँ कि मुझे तेरे साथ सेक्स करना है.

हालांकि मोहिता की बातों से और उसकी हरकतों से मुझे साफ समझ आ रहा था कि वह भी मेरे साथ सेक्स करने को उतावली है.

उस दिन दोपहर में मुझे बचपन की एक बात याद गई.
वह बात याद आते ही मेरे होंठों पर मुस्कान तैर गई.

दरअसल एक दिन मैंने उससे कहा था कि क्या तू मेरे साथ सेक्स करेगी?
उस वक्त उसने हां भी कर दिया था.
लेकिन घर में मम्मी चाची आदि सभी के होने के कारण हम दोनों कुछ नहीं कर पाए थे.

इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरी चचेरी बहन मोहिता बचपन से ही मुझसे कितनी ज्यादा घुली-मिली थी.

उस दिन हम दोनों छत पर बैठ गप शप कर रहे थे और मेरे होंठों पर मुस्कान आती देख कर मोहिता ने मुझसे पूछा- क्या हुआ?
मैंने उससे ये बात सीधे सीधे कह दी कि बचपन की वो बात याद आ गई.

उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कराती हुई बोली- हां मुझे भी वो बात याद है. पर हम दोनों ये सब कहां करेंगे … घर में तो मम्मी होती हैं!

मैंने कहा- मेरे वाले खाली घर में चलते हैं. मैं उस घर की चाबी भी लाया हूँ.
मोहिता बोली- हां ठीक है … लेकिन कल करेंगे.

मैंने कहा- कल क्यों?
वह बोली- आज मुझे कुछ काम है.

मैंने भी उसकी मनोदशा को समझते हुए उससे हां कह दिया.
और मैंने भी सोचा कि उस घर में काफी गंदगी पड़ी होगी; सफाई आदि का इंतजाम करना होगा … अन्यथा तो बड़ी दिक्कत होगी.

मैंने ये बात मोहिता से कही कि आज घर की सफाई भी करनी है. तो कल का ही रख लेते हैं.

वह अचानक खुश होती हुई बोली- अरे नहीं, उधर की सफाई भी कल ही कर लेंगे. उसी बहाने मैं अपनी मम्मी से उस घर में तुम्हारे साथ जाने की बात कहूँगी.
मुझे भी उसका आइडिया सही लगा.

फिर हम अगले दिन दूसरे घर की सफाई करने के लिए पहुंच गए.
वहां जाकर हम दोनों ने साफ सफाई की और एक जगह अपनी चुदाई के लिए सैट कर ली.

उधर एक तख्त पड़ा था.
उस पर गद्दा चादर बिछाया और मोहिता से कहा कि बाकी की सफाई बाद में करेंगे. अभी हम दोनों अपनी कामना पूर्ति कर लेते हैं.
वह मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी.

मैंने उससे नंगी होने के लिए कहा.
वह राजी हो गई और मेरी बांहों में झूल गई.

मैंने भी मोहिता को आज पहली बार अपनी बांहों में भर कर प्यार किया था.
वह बड़ी ही गर्म माल थी.

कुछ देर बाद उसने अपनी टी-शर्ट उतारी और ऊपर से अधनंगी हो गई.

उसके तने हुए दूध देख कर मजा आ गया और मुझसे रहा ही नहीं गया.
मैंने भी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और आगे बढ़ कर मोहिता के दूध पकड़ लिए.

वह आह करने लगी और मैं उसके दूध दबाने लगा.
दूध दबाने के बाद मैंने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके दूध चूसने लगा.

मैंने उसके दूध लगभग 5 मिनट तक चूसे.

फिर मैंने उसकी जींस उतारी और जैसे ही मैंने उसकी चड्डी उतारने के लिए हाथ बढ़ाया, उसने मेरा हाथ अपने एक हाथ से पकड़ा और दूसरे हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया.
वह जल्दी से बैठ गई और मुँह में लंड लेकर चूसने लगी.

मैं गनगना गया था.
मुझे उम्मीद ही नहीं थी कि मोहिता लंड चूसने में एक पल की भी देर नहीं लगाएगी.

चूंकि लंड चुसवाने का ये मेरा पहला अवसर था तो मैंने उसे ज्यादा देर तक अपना लंड चूसने नहीं दिया.

उसके बाद मैंने उसकी पैंटी उतार दी और मैं भी उसकी चूत चूसने लगा.

मैंने उसकी चूत लगभग 6 से 7 मिनट तक चूसी होगी, वह बेहद कामुक होकर चोदने की बात कहने लगी.

उसके बाद मैंने उसे तख्त पर चित लिटा दिया और पैर चौड़े कर दिए.
मैं उसके बाजू में लेट गया और धीरे से उसकी चूत में उंगली डाल कर हिलाने लगा.
उसकी चूत बेहद लिसलिसी हो गई थी.

मैं वापस उसके ऊपर आ गया और अपने मुँह से उसकी चूत को चाटने लगा. मस्त नमकीन रस चाटने को मिल रहा था.

मैंने अभी लगभग दो मिनट तक ही मोहिता की चूत चाटी होगी और वह चोदने की बात कहने लगी.
अब मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुहाने पर सैट किया और अन्दर डाला ही था कि उसके मुँह से तेज चीख निकल गयी.

उसकी अचानक से चीख निकली तो मेरी गांड फट गई कि ये क्या हुआ?
मैंने झट से अपना लंड उसकी चूत में से तुरंत बाहर निकाला.

वह भी एकदम से चुप हो गई और कहने लगी कि क्यों निकाल लिया?
मैंने कहा- तू चिल्लाई क्यों थी?
वह बोली- दर्द हुआ था.

मैंने कहा- इस तरह से चिल्लाएगी तो कोई भी आ जाएगा!
फिर मोहिता ने कहा- यहां पर कोई नहीं आएगा, तुम बेफिक्र रहो. मेरी कितनी भी चीख निकले मगर तुम अपना लंड मेरी चूत में से बाहर मत निकालना, ठीक है?

मैंने हां बोला और उसको दुबारा से चोदने लगा.
वह कुछ देर तक चिल्लाई मगर फिर उसे मजा आने लगा और हम दोनों की मस्त चुदाई चलने लगी.

उस दिन मैंने मोहिता को लगभग 20 मिनट तक चोदा होगा.

चुदाई के बाद मोहिता बहुत खुश थी.
उसने मुझे एक लंबा किस किया और हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए.

फिर हम दोनों मोहिता के घर चले गए.
मैं गांव में 7 दिन तक रुका और उसके साथ रोज सेक्स किया.

अब मैं जब भी गांव जाता हूँ, तब मोहिता को जरूर चोदता हूँ.

हम ऐसा करते करते लगभग डेढ़ साल हो गए थे.

एक बार जब मैं गांव में घूमने के लिए गया, तो मैं अपने खेत को भी देखने गया था.
मेरे खेत में गन्ना लगा हुआ था.

मेरे साथ मोहिता, सुमन चाची जी और कमल कुमार चाचा जी भी खेतों को देखने के लिए गए हुए थे.

मैं और मोहिता एक खेत में घुस कर गन्ना काट कर खाने लगे.

तभी मैंने चाचा जी को चाची का हाथ पकड़े हुए गन्ने के दूसरे खेत में ले जाते हुए देखा.
मेरे पास में ही मोहिता गन्ना चूस रही थी.

मैंने मोहिता को चाचा चाची की तरफ इशारा करते हुए कहा- देख तेरे पापा तेरी मम्मी को गन्ने के खेत में ले जा रहे हैं.

मोहिता बोली- तो क्या हो गया, कुछ काम होगा … तभी ले जा रहे होंगे.
मैंने कहा- नहीं, मुझे तो नहीं लगता कि उन्हें खेत में अन्दर कुछ काम होगा!

मोहिता बोली- अच्छा … तो तुझे क्या लगता है?
मैंने कहा- मुझे पता है कि तेरे पापा तेरी मम्मी को चोदने के लिए ले जा रहे हैं.

पर वह बोली- नहीं, ऐसा नहीं है. उन्हें मम्मी की चुदाई करनी होगी तो वह घर पर कर सकते हैं.
वह नहीं मानी.

मैंने कहा- ऐसा है तो चल तेरे पापा के पीछे चलते हैं.
वह मान गई.

फिर हम दोनों चाचा जी के पीछे जाने लगे.
जब हम दोनों गन्ने के खेत में गए तो देखा कि चाची जी अपने कपड़े उतार रही थीं.
चाची जी के दूध बड़े मस्त थे.

जब मैंने मोहिता को ये सब दिखाया.
तब तक चाची जी पूरी नंगी हो चुकी थीं, उनकी काली चूत दिल जीतने वाली थी.

मैं मोहिता को पीछे करके चाची जी को देख रहा था.
तभी चाची जी ने मुझको देख लिया.

लेकिन मैंने भी चाची जी की पूरी चुदाई देखी.

फिर शाम को हम सब घर पहुंचे.
रात को खाना खाने के बाद हम सब सो गए.

चाचा जी और चाची जी एक कमरे में थे … और मैं और मोहिता दूसरे कमरे में थे.

रात में मेरा मन तो चाची की चुदाई करने का हो रहा था.

मैंने ये बात मोहिता को कही.
मोहिता बोली- मेरी मम्मी क्यों … मैं हूँ ना. मैं ये सुनते ही मैं उसके तख्त पर पहुंच गया.

मैंने उसे चोदने के लिए उसके सारे कपड़े उतार दिए और साथ ही अपने कपड़े भी उतार दिए.
अब हम दोनों तख्त पर नंगे थे.

मैंने उससे कहा- आज मुझे तेरी चूत नहीं, गांड मारनी है.
मोहिता बोली- तो ले लो ना … जल्दी से अपना लंड मेरी गांड में डाल दो.

मैंने जैसे ही अपना लंड उसकी गांड के अन्दर डाला, उसकी चीख निकल गई और साथ में आंसू भी निकल पड़े.

उसकी चीख से चाची जी की आंख खुल गई और वे मोहिता को देखने के लिए आ गईं.

मैं मोहिता की गांड मारने में इतना मगन था कि दरवाजे की कुंडी लगाना ही भूल गया था.

चाची जी ने दरवाजा खोला और हम दोनों को चुदाई को देख लिया.

हॉट बहन Xxx चुदाई देख चाची ने कड़क आवाज में कहा- ये क्या हो रहा है?
मैं तो डर गया लेकिन उधर तो मामला ही दूसरा था.

चाची जी हम दोनों के पास आईं और बोलीं- ऐसे थोड़ी चुदाई होती है. मैं सिखाऊंगी कि चुदाई कैसे की जाती है.
हम दोनों एकदम चुप थे.

तभी चाची जी अपने सारे कपड़े उतार दिए और बोलीं- मोहिता, तू तख्त पर लेट जा.
मोहिता तख्त पर लेट गई.

चाची जी मोहिता के मुँह पर बैठ गई.
उन्होंने मुझे अपने सामने तख्त पर खड़ा किया और मेरा लंड चूसने लगीं.

फिर कुछ देर बाद मैंने चाची की चूत में लंड दे दिया.
साथ ही मैंने मोहिता से कहा- चाची की चूत चाट.

मैंने 20 मिनट तक चाची की चूत मारी और उसके बाद चाची की मदद से मोहिता की गांड भी मारी.

अब जब भी मैं गांव जाता हूँ तो चाची और मोहिता की गांड और चूत दोनों में लंड पेलकर मजे ले लेता हूँ.
आपको मेरी ये हॉट बहन Xxx कहानी कैसी लगी, कमेन्ट्स जरूर करें.

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