चुत की अदला बदली में चुदाई का मजा- 2

इंडियन स्वैप पोर्न कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी पाठिका ने मेरे साथ स्वैपिंग करने का प्रोग्राम बनाया. उसका पति सेक्स में फिसड्डी था. पाठिका के घर में क्या हुआ?

दोस्तो, मैं अंकित एक बार फिर से आपके लिए चुत की अदला बदली वाली चुदाई की कहानी लेकर हाजिर हूँ.
इंडियन स्वैप पोर्न के पहले भाग
पति से असंतुष्ट लड़की ने बुलाया
में अब तक आपने पढ़ा था कि सपना मेरे लंड को चूस रही थी और उसका पति प्रदीप मेरी प्रिया को चोदते हुए सपना को आवाज दे रहा था.

अब आगे स्वैप पोर्न कहानी:

मैंने सोचा कि प्रिया पूरी रात चुदेगी तो वो तो पागल ही हो जाएगी.

इधर सपना फिर से मेरा लंड चूसने लगी.
वो करीब 15 मिनट तक लंड चूसती रही.

अब मैं चरम सीमा पर पहुंचने वाला हो गया था.
मैंने सपना से कहा- सपना अब मैं नहीं रह पाऊंगा … प्लीज़ मत चूसो.
मगर वो नहीं मानी और लंड चूसती रही.

मैं भी पूरा कमीना था, जैसे ही मेरा पानी बाहर आने लगा तो मैंने सपना के सिर को कसके पकड़ लिया.
मेरा पूरा पानी उसके मुँह में आ गिरा.
सपना पानी पी गई.

मैंने उसका सिर छोड़ दिया.
सपना बोली- ये क्यों किया? मैं ऐसा कभी नहीं करती … अब कभी मत करना … मुझे बहुत गन्दा लगा.

उसने पानी से कुल्ला किया और मेरे बगल में आकर लेट गई और अपनी बातें सुनाने लगी.

करीब 15 मिनट के बाद उसका हाथ मेरे लंड पर फिर से जाने लगा.
वो लंड हिलाने लगी.

मेरे लंड को खड़ा होने में एक मिनट भी नहीं लगा.

सपना ने अब अपनी पैंटी उतार दी.
उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.

मैंने लिटा कर उसकी चूत को किस किया.
वो सिहर उठी और कहने लगी- अब मैं नहीं रह सकती. तुम पहले मेरी चुत में एक बार अपना लंड अन्दर डाल दो.

मैंने सपना से कंडोम मांगा.

उसने कहा- हट पगले, कंडोम की जरूरत नहीं है. मैं तुमसे बिना कंडोम चुदने के लिए तैयार हूं.

अब तक एक घंटा हो गया था … सपना चित लेटी थी.

बगल वाले हॉल में प्रदीप और प्रिया की आवाजें आने लगी थीं.
वो दोनों हॉल में सेक्स करने लगे थे. प्रदीप के धक्कों की आवाज हमारे कमरे में आ रही थी. साथ में प्रिया की चुत में लंड जाने से फच फच की आवाज आ रही थी.

इधर मेरा भी मन सपना को चोदने का हो गया था.

मैंने सपना के पैर ऊपर करके उसी के हाथों में पकड़ा दिए.
उसकी चूत अपना मुँह खोल कर मेरे सामने थी.

मैंने लंड उसकी चूत की फांकों में रखा और ऊपर नीचे फिराने लगा.
उसकी चूत काफी चिकनी हो गई थी.

मैंने देर न करते हुए आराम से लंड को अन्दर कर दिया.

लंड सरक कर अन्दर जाने लगा तो सपना ने अपने पैर छोड़ दिए.

मैंने जल्दी से उसके पैर अपने हाथों में पकड़े और झटका दे दिया.
मेरा आधा लंड चुत के अन्दर चला गया.

सपना को मेरे लम्बे मोटे लंड से दर्द होने लगा था, उसने अपने दांत भींच लिए थे और चादर पकड़ ली थी.
जबकि मेरा अभी लंड आधा ही चुत के अन्दर गया था.

वो कहने लगी- आंह जान रुक जाओ … मुझे दर्द हो रहा है.
मैं कुछ पल के रुक गया.

फिर वो कुछ स्थिर हुई तो मैंने उसके ऊपर पूरी तरह से चढ़ कर एक तेज धक्का दे दिया.
मेरा लंड चुत को चीरता हुआ थोड़ा और अन्दर घुस गया.

उसके मुँह से तेज ‘आआआह …’ निकल गई.

मैंने किस इसलिए नहीं की क्योंकि मैं चाहता था कि प्रदीप भी सपना का चिल्लाना सुने.

मैंने फिर से एक जोर का झटका दे दिया तो मेरा पूरा लंड चुत में समा गया.

सपना- आआह अअह मर गई!
वो बहुत जोर से चिल्ला उठी थी.

उधर प्रदीप की आवाज आई- क्या हुआ सपना ठीक तो हो?
मैंने कहा- हां, वो ठीक है.

फिर सपना ने खुद कह दिया- मैं ठीक हूँ, तुम अपना देखो.

सपना ने ये कह तो दिया था मगर दर्द से उसकी आंख भर आई थी, आंसू आ गए थे.

अब मैंने आराम आराम से लंड अन्दर बाहर करना शुरू किया.

सपना- आह एई … ऊऊऊऊ यययय एई आह!
वो मादक आवाजें निकालने लगी थी.
उसकी आवाजों से कमरा गूंजने लगा.

दस मिनट की चुदाई के बाद प्रदीप कहने लगा- मुझे अन्दर आना है.

मैं उठकर गया और दरवाजा खोला तो वो दोनों भी अन्दर आ गए.

प्रदीप ने मेरा लंड देखा तो वो कहने लगा- भाई सच में तुम्हारा लंड तो काफी बड़ा है.
मैंने उससे उसका मन रखने कह दिया- अरे यार, तुम्हारा भी तो बड़ा है.

मैंने बेड उन दोनों को दे दिया और एक फोम की शीट नीचे बिछा कर सपना को अपने साथ ले लिया.

मैं सपना को घोड़ी बना कर उसकी चूत में अपने हाथों से लंड डालकर उसे चोदने लगा.

चुदाई की पट पट की आवाजें आने लगीं.

सपना के मुँह से ‘आआह ईईईए ऊऊऊऊ आआह …’ की आवाजें निकल रही थीं.

प्रिया मुझे चुदाई करते देख रही थी. मैं सपना को ताबड़तोड़ चोद रहा था.

प्रदीप ने मुझे देख कर प्रिया को भी घोड़ी बनाया और प्रिया की गांड के छेद पर लंड रख दिया.

प्रिया ने अपनी गांड मरवाने से मना कर दिया.
तब प्रदीप ने प्रिया की चूत में लंड पेला और उसे चोदने लगा.

मैं भी सपना के बालों को हाथ पर पकड़ कर धक्के दिए जा रहा था.
सपना के बूब्स हिल रहे थे … उसे चोदते चोदते मेरा लंड बाहर निकल गया तो मैंने उसको लिटा कर एक पैर ऊपर करके हाथ में पकड़ा और चोदने लगा.

सपना भी मेरा साथ दे रही थी लेकिन उसके मुँह से वो दर्द भरी आवाजें निकलना बन्द नहीं हो रही थीं.
वो ‘आआह उईई … ममम्मी मर गई आआह …’ करती जा रही थी.

फिर सपना बोली- अंकित यार, मेरे साहब कभी मुझको ऐसे नहीं चोद पाये. मैं आज एक सही मर्द के हाथों में हूँ.

मेरे सर पर दारू का असर अभी भी बना हुआ था.
मैंने देखा कि प्रदीप ने प्रिया को अपने ऊपर बिठा लिया और लंड चूत में डालकर प्रिया ऊपर नीचे होने लगी.

लंड अन्दर लेते ही प्रिया के मुँह से भी एक बार ‘अअह … ईईईए …’ निकला और वो चुप हो गई.

पांच मिनट तक प्रिया की चुदाई होने के बाद प्रदीप ने पानी छोड़ दिया और कंडोम में अपने लंड का लावा भर दिया.

प्रदीप ने प्रिया को अपने लौड़े के ऊपर से अलग कर दिया लेकिन प्रिया झड़ी नहीं थी तो बहुत गर्म हो थी.

मैं सपना को चोदते रहने से रुकने वाला नहीं था.

इतने में प्रिया मेरे पास आई और सपना को अलग करके मेरे लंड के ऊपर बैठ गई.

मैं शांति से लेट गया, मेरा लंड उसकी चूत में घुस चुका था.
प्रिया मेरे लंड के ऊपर उचकने लगी और उसके मुँह से मस्ती भरी आवाजें निकलने लगीं- आह आआह आंह उईई!

प्रदीप ये देख रहा था.

प्रिया करीब 20 मिनट तक ऐसे ही चुदने के बाद झड़ गई.
वो अब थक चुकी थी और उसका शरीर टूट चुका था.

मैंने प्रिया की कमर को पकड़ कर थोड़ी ऊपर नीचे की तो वो मेरे हाथ पकड़ कर मुझे रोकने लगी.
कुछ झटके देने के बाद मैंने प्रिया को अपने नीचे ले लिया.

उधर अभी सपना की चुत की गर्मी शांत नहीं हुई थी … लेकिन मैं अब झड़ने वाला हो गया था.

चूंकि प्रिया अब मुझे मना करने लगी थी तो मैंने सपना को लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया.

मैं उसकी चुत में लंड पेल कर उसको ताबड़तोड़ चोदने लगा.
सपना भी अपनी दोनों टांगें हवा में उठा कर मेरा पूरा साथ दे रही थी.

दस मिनट तक सपना को चोदने के बाद मेरा पानी निकलने को हो गया था.
मैंने अपने धक्के और तेज कर दिए.

मेरा लावा निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड चुत से बाहर निकाल दिया और 5-6 पिचकारियां सपना के पेट और मुँह पर मार दीं.

अब मैं भी बहुत थक गया था.
मैं उसके बगल में लेट गया.
मेरी हिम्मत टूट चुकी थी.

सपना बाथरूम में जाकर नहा आई और वापस आकर कहने लगी- तुमने मुझे गर्म करके छोड़ दिया था. मुझे वो सुख नहीं दिया, जो मैं चाहती थी.

इसका मतलब ये था कि सपना अभी भी लंड की भूखी थी.

मैं और प्रदीप रूम के बाहर वाले रूम में लेट गए.
कमरे के बेड पर प्रिया और सपना लेट गईं.

मैं जल्द ही सो गया था क्योंकि मैं बहुत थक गया था.
समय भी बहुत हो गया था.

मेरी नींद लगे अभी कुछ ही समय हुआ था कि मुझे सपना ने फिर से उठा दिया.
उस समय 2 बजे से ज्यादा का टाइम हो गया था.

सपना कहने लगी- अभी मेरा और चुदने का मन है.

मैंने उसे मना कर दिया मगर वो नहीं मानी.
वो मुझे जबरन खींचती हुई अपने बेड पर ले गई.

उसने मुझे सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली गोली मुझे खिला दीं.

वो मेरे लंड को अपने हाथों से सहलाती रही, फिर मेरे ऊपर आकर लंड चूसने लगी.
मेरा लंड खड़ा होने का नाम ही नहीं ले रहा था.

दोस्तो, मैं भी एक आम आदमी हूँ. इतनी ज्यादा चुदाई भी एक रात में नहीं कर सकता था. मेरे पास लंड ही है, कोई तोप थोड़ी न है.

फिर भी सपना ने हार नहीं मानी और पागलों के जैसी लंड चूसती रही.
चूसने की वजह से मेरी भी नींद नहीं लग रही थी.

उसने मेरा एक हाथ प्रिया के बूब्स पर रख दिया.
प्रिया मेरे ही बगल में लेटी थी. मेरा मन उसको किस करने का हुआ तो मैं प्रिया को किस करने लगा.

करीब 30 मिनट की लंड चुसाई के बाद आखिरकार सपना ने लंड खड़ा कर ही लिया.

दवा के कारण लंड इस बार ऐसे तनकर खड़ा हो गया था कि साला दो घंटे तक बैठे ही न!

सपना देर न करते हुए लंड के ऊपर चढ़ गई और गांड उछालने लगी.

इधर प्रिया को किस करने की वजह से वो भी जाग गई थी.

सपना बड़े मजे ले लेकर चुद रही थी.
प्रिया मेरे बालों को सहला रही थी और सपना अपने हाथ, मेरे पैरों पर रखकर उछल रही थी.

आधी रात को कमरे में से फच फच की आवाजें आ रही थीं.

कोई 20 मिनट बाद सपना तेज तेज उछलने लगी और अगले ही पल वो मेरे ऊपर लेट कर हांफने लगी.
उसका पानी निकल गया था. चुत का पानी मेरे लंड से गोटों तक पहुंच गया था.

अब मैंने भी पकड़ कर झटके दिए और चोदने लगा.
जल्द ही मैंने उसको अलग किया और उठ कर अपनी प्रिया डार्लिंग की चूत की फांकों में लंड लगा कर अन्दर पेल दिया.

प्रिया की सच में हिम्मत नहीं थी.

सपना प्रिया को किस करके उसका दर्द को कम करने लगी.
मैं पागलों की तरह प्रिया को चोदे जा रहा था.

बीस मिनट चोदने के बाद प्रिया का पानी भी निकल गया.

मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी. कुछ 5-6 झटकों के बाद मैं भी झड़ गया और प्रिया के ऊपर ही लेट गया.

सपना ने मेरा लंड साफ किया.

फिर मैं सो गया क्योंकि मैंने लिमिट से ज्यादा चुदाई की थी.

अगले दिन सुबह 9 बजे हम दोनों पुणे से वापस आ गए.
प्रिया अपने घर और मैं भी अपने घर को निकल आया.

आपको चुत की अदला बदली वाली ये इंडियन स्वैप पोर्न कहानी कैसी लगी, जरूर लिखिएगा.
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