ठरकी डॉक्टर के अस्पताल में चुद गयी (Hot Girl Crazy Sex Idea )

हॉट गर्ल क्रेजी सेक्स आईडिया से 3 अनजान लंड से चुद गयी डॉक्टर की क्लिनिक में! वह अपने चोदू भाई के साथ ऐसा ही कुछ कारनामा करने गयी थी.

यह कहानी सुनें.

Hot Girl Crazy Sex Idea

मेरा नाम सौम्या है और मैं समस्तीपुर से हूँ.
मैं एक दुबली पतली सी लड़की हूँ, मेरी उम्र अब 21 वर्ष की है.
मेरा फिगर अभी भी 28-28-32 का है और मैं दिखने में सुन्दर और गोरी हूँ.

जैसा कि मैंने अपनी कहानी के तीसरे और अंतिम भाग
मेरी नंगी जवानी की चुदाई की कहानी
में बताया था कि यशवंत भैया के साथ ख़ुशी-ख़ुशी मैं आगे भी मस्ती करने को तैयार हो गई थी.

तो उसी मस्ती के सफ़र को आगे बढ़ाते हुए एक दिन यशवंत भैया ने मुझे एक मजेदार प्लान बताया कि कैसे इस प्लान से हम मस्ती कर सकते हैं.
तो मैं उनके क्रेजी सेक्स आईडिया के अनुसार मस्ती करने को तैयार हो गई।

तय समय पर मैं भैया के पास चली गई.
वहाँ से हम दोनों मोहनपुर के पास स्थित एक ठरकी डॉक्टर के अस्पताल पर पहुँच गए.

फिर वहाँ भैया ने मेरा नंबर लगवा दिया और हम अपने समय आने के इंतज़ार करने लग गए।

कुछ ही समय में मेरा नंबर आ गया तब मैं और भैया दोनों अन्दर क्लिनिक में चले गये.
तब डॉक्टर ने दोनों को बैठने का इशारा किया और पूछा- किसे क्या तकलीफ है?

क्रेजी सेक्स आईडिया के अनुसार भैया ने डॉक्टर को बताया- डॉक्टर साहब, यह मेरी बहन है. इसकी उम्र अभी 21 वर्ष हो गई है. पर अभी तक इसके बूब्स का आकार बस 28 ही है. और बहुत बार ये अपने सीने में जकड़न और भारीपन भी बताती है. उसके बाद इसकी बुर में भी हमेशा खुजली जैसा होता रहता है. जिस वजह से यह काफी परेशान रहती है. इसलिए हम आपके पास आये हैं ताकि आप इसका सही इलाज़ कर सकें।

तब डॉक्टर ने मुझसे कुछ प्रश्न पूछे … जैसे कि मैंने सेक्स किया है या नहीं?
तब मैंने उनके प्रश्न का जवाब ना में दिया।

उसके बाद डॉक्टर ने मुझे अपने कपड़े उतारकर मरीजों के चेकअप वाले बेड पर लेट जाने को कहा।

तब भैया ने पूछा- डॉक्टर साहब, बिना कपड़े उतारे चेकअप नहीं हो सकता है क्या?

डॉक्टर ने बताया- बिना देखे कैसे बता सकते हैं कि इनके अन्दर क्या परेशानी है।

तब मैंने थोड़ा शर्माने का नाटक करते हुए कहा- मैं ऐसा नहीं कर पाऊँगी.

इस पर भैया ने मुझे समझाया, जिसके बाद मैं मान गई और तब भैया ने मेरी जीन्स उतार दी.
फिर मैंने अपनी टॉप उतारी.

उसके बाद मैंने अपने ब्रा को उतारकर अपने मम्मों को आज़ाद कर दिया.

जिसके बाद अंत में भैया ने मेरी पैंटी को उतारकर मुझे पूरी तरह से नंगी कर दिया।

ये सब देखकर ठरकी डॉक्टर बहुत खुश सा हो रहा था और उसके मुख से लार टपकती हुई प्रतीत हो रही थी।

उसके बाद मैं उस बेड पर लेट गई.

डॉक्टर ने आकर मेरे मम्मों को दबा दबाकर देखा और पूछा- दर्द तो नहीं हो रहा है?
मैंने झूठ मूठ बोल दिया- हाँ दर्द हो रहा है!

उसके बाद डॉक्टर ने ग्लव्स पहनकर मेरी बुर को फैलाकर देखा और बताया- ऐसे तो कुछ पता नहीं चल रहा है. कुछ टेस्ट करवाना होगा. तब ही कुछ बता सकते हैं.

इस पर भैया बोले- डॉक्टर साहब, जो भी करवाना है, करवा लीजिये, बस ये ठीक हो जाए.

तब डॉक्टर ने अपनी पर्ची पर कुछ टेस्ट लिख दिया।
उसके बाद डॉक्टर ने अपने कम्पाउण्डर को बुलाया जिससे उसने भी मुझे नंगी देख लिया.

जिसके बाद डॉक्टर ने उसे मेरी पर्ची देते हुए कुछ समझाया.
फिर कम्पाउण्डर ने भैया को टेस्ट के बारे में बताया और टेस्ट की फीस जमा करवाई।

उसके बाद दो लोग स्ट्रेचर लेकर अन्दर आये और मुझे नंगी ही उस पर लेटने को कहा.

जिस पर मैंने बोला- नंगी ही लेटना ज़रूरी है क्या? कपड़े पहन लेती हूँ.
तब उन लोगों ने बोला- टेस्ट में फिर से नंगी ही होना पड़ेगा, इसलिए ऐसे ही लेटने के लिए बोल रहे हैं!

जिसके बाद मैं उस पर नंगी ही लेट गई.
उसके बाद उन लोगों ने मेरे बदन को एक चादर से ढक दिया और फिर मुझे टेस्ट रूम में ले आये.

वहाँ मुझे अल्ट्रासाउंड करवाना था.

वहाँ दो लोग थे, एक टेस्ट करने वाला और एक कंप्यूटर पर काम करने वाला।
इसके बाद स्ट्रेचर वाले दोनों लोग मुझे वहाँ छोड़कर वापस चले गए।

अब वहाँ मैं नंगी उन दो लोगों के सामने थी.

उन्होंने मुझे टेस्ट वाले बेड पर लेटने को बोला.
मैं उस पर लेट गई.

फिर टेस्ट करने वाले ने मुझसे पूछा- क्या दिक्कत हो रही है?
तो मैंने वही सब बता दिया जो डॉक्टर को बताया था.

उसके बाद उसने मेरे मम्मों को दबाना शुरू किया और पूछा- यहाँ दर्द हो रहा है क्या?
तब मैंने बताया- हाँ, यहीं दर्द हो रहा है।

फिर उसने मेरे दोनों मम्मों को दबाना शुरू कर दिया और जो कंप्यूटर पर काम करने वाला लड़का था, वह आकर मेरे चूत में अपनी उंगली डालकर अन्दर-बाहर करने लगा.

इससे मैं गर्म होने लगी.

कुछ ही देर में मैं पूरी तरह से गर्म हो गई, जिसके बाद मेरे मुख से सिसकारियों की आवाज़ आने लगी.

यह देखते ही टेस्ट करने वाले लड़के ने अपनी पैन्ट खोली, अपने मोटे लंड को बाहर निकाला.
उसका लंड एकदम खडा हो चुका था.

उसने मेरी टांगें चौड़ी की और अपना खडा लंड मेरी चूत में पूरी तरह से उतार दिया और मुझे चोदने लगा.
वह मुझे चोदे जा रहा था और दूसरा लड़का मेरे दोनों मम्मों को दबाये जा रहा था.

कुछ समय बाद टेस्ट करने वाले लड़के के लंड का पानी मेरी चूत में ही निकल गया.
उसने अपना लंड निकाल लिया और मेरी चूत को टिशु पेपर से साफ़ कर दिया.

तब दूसरे लड़के ने जो मेरे दोनों मम्मों को दबा रहा था, मुझे चोदने के लिए अपने लंड को पैन्ट खोल कर निकाला.

उसने मुझे घोड़ी बनाकर मेरे गांड में लंड डाल दिया जिससे मैं दर्द की वजह से कराह उठी.
पर फिर कुछ ही देर में मुझे मज़ा भी आने लगा.

उसके बाद उसने मेरी चूत में भी अपना लंड डालकर मुझे चोदा।

उसके बाद मेरा अल्ट्रासाउंड वाला टेस्ट किया.

और फिर मुझे वहाँ से दूसरे रूम में चूत के टेस्ट के लिए ले गए.

वहाँ भी एक लड़के ने पहले मुझे दोनों छेदों में चोदा उसके बाद फिर मेरी चूत में कैमरा डालकर टेस्ट किया.
उसके बाद फिर मुझे स्ट्रेचर वाले लोग वहाँ से वापस डॉक्टर के रूम में ले आये.

भैया भी वहीँ बैठे हुए थे.

फिर डॉक्टर ने हम दोनों को कुछ देर रिपोर्ट का इंतज़ार करने को कहा.
और मुझे डॉक्टर बोला- अब आप कपड़े पहन सकती हैं.

उसके बाद मैंने अपने कपड़े पहने और टेस्ट रिपोर्ट आने का इंतज़ार करने लगी.

करीब एक घंटे बाद रिपोर्ट्स आ गई.
जिनमें सब कुछ नार्मल ही था.

तब डॉक्टर ने बताया- इनको कुछ भी विशेष दिक्कत नहीं है, फिर भी मैं कुछ दवाएं लिख देता हूँ और एक क्रीम भी लिख देता हूँ जो ये रात में सोने समय अपनी चूत में लगाकर सो जाएँगी।
साथ ही डॉक्टर ने अगले सप्ताह एक बार फिर आकर दिखाने को कहा.

इसके बाद मैं और यशवंत भैया वहाँ से निकल गए.

रास्ते में मैंने उन्हें अपनी चूत और गांड चुदाई की सारी बातें बताई.
तब उन्होंने कहा- तू बता, तुझे इस क्रेजी सेक्स आईडिया के खेल में मज़ा आया या नहीं?

तब मैंने खुश होते हुए हाँ में अपना सर हिला दिया.

और फिर यशवंत भैया ने कहा- अब अगली बार कुछ और मस्त कारनामा किया जाएगा तेरी चूत गांड के लिए!

इसी बीच यशवंत भैया के गाँव से फ़ोन आया कि उनकी मम्मी की तबियत ख़राब है.
तो उन्हें अचानक से गाँव जाना पड़ा.
जाने से पहले यशवंत भैया ने मुझे एक समय पर जाकर डॉक्टर को दिखा लेने को कहा, जिस पर मैंने हाँ बोल दिया.

ऐसे ही डॉक्टर के पास जाकर दिखाने का दिन भी आ गया.
यशवंत भैया ने सुबह-सुबह ही फ़ोन करके मुझे बता दिया- आज तुम डॉक्टर के पास जाकर दिखा लेना!

फिर मैं अपनी स्कूटी से डॉक्टर के अस्पताल चली गई.
जब मैं वहाँ पहुँची तो डॉक्टर साहब एक मरीज को देख रहे थे.

उस दिन क्लिनिक पर भीड़ भी कम थी.
शायद रविवार होने की वजह से कम लोग आये थे और डॉक्टर साहब उस दिन 3 बजे दोपहार तक ही बैठते थे.
पर यह बात मुझे पता नहीं थी.

उसके बाद डॉक्टर ने मुझे अन्दर बुला लिया और मेरा हाल पूछा.
तब डॉक्टर ने मुझे कुर्ती और ब्रा उतारकर स्ट्रेचर पर लेट जाने को कहा.
बाद मैंने वैसे ही किया.

अब मैं ऊपर से पूरी तरह नंगी थी और नीचे सलवार पहन रखी थी.

फिर डॉक्टर मेरे बूब्स को दबा दबा कर चेक करने लगे.
जब डॉक्टर ने मेरे बूब्स पर हाथ लगाया तो मेरी धड़कन बढ़ने लगी, मेरी साँसें काफी तेज चल रही थी.

फिर डॉक्टर ने मेरे दूसरे बूब को पकड़ा और उसे जोर से दबाते हुए पूछा- अब तो जकड़न महसूस नहीं हो रही है?
जिस पर मेरी आह निकल गई.

डॉक्टर मेरे दोनों बूब्स को दबाये जा रहे थे, मेरी सिसकारियां निकल रही थी.

इसके बाद डॉक्टर ने मुझे सलवार और पैंटी भी खोलने को कहा ताकि वे मेरे बुर का भी चेकअप कर सकें.

जब तक मैं खुद से अपने सलवार को खोलती, उसके पहले ही डॉक्टर ने मेरी सलवार को खोल दिया और एकदम से मेरी कच्छी उतार कर मुझे पूरी तरह से नंगी कर दिया.

अब डॉक्टर ने मेरे दोनों हाथों को पकड़ लिया और मेरी जीभ को चूसने लगा, साथ में मेरे बूब्स को भी दबाता रहा.

कुछ देर तक ऐसा ही करते हुए उसने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपने मोटे लंड को लेकर मेरी चूत के पास आ गया.
मेरे दोनों पैर खोलकर उसने कसकर पकड़ रखा था.

कुछ देर तक तो वह अपने लंड को मेरी चूत पर आगे पीछे घिसता रहा, फिर उसने दवाब बनाया और अपने मोटे लंड को पूरा मेरी चूत में उतार दिया और मुझे जोर-जोर से चोदने लगा.

करीब 10 मिनट तक चोदने के बाद वह कुर्सी पर बैठ गया और मुझे अपने लंड पर बैठाकर चोदने लगा.

उसके बाद उसने मुझे अपनी गोद में उठाया और उछाल-उछाल कर मुझे चोदने लगा.
उसने मुझे दो बार चोदा और मेरी चूत को मस्त मजा दिया, मुझे बहुत मज़ा भी आया.

उसके बाद मैंने अपने कपड़े पहने और डॉक्टर ने भी अपने कपड़े पहन लिए.

तब चुदाई के बाद उसने मेरी पर्ची देखकर वही दवा एक सप्ताह और खाने को बोला और फिर एक सप्ताह बाद आने को कहा.

इसके बाद मैं वहाँ से वापस अपने घर चली आई.

इसके बाद की मस्ती की कहानी अगली बार!
तब तक के लिए आप भी चोदन कला में मस्त रहिये।

यह कहानी मेरी अपनी सच्ची कहानी है. इसमें कुछ भी झूठ बातें नहीं लिखी गयी हैं. बस कहानी बहुत ज़्यादा लम्बी ना हो जाये, इसी वजह से कुछ जगह बातों को संक्षिप्त करके लिखा गया है।
मेरी क्रेजी सेक्स आईडिया कहानी अब तक आपने पढ़ ली है.
तो इसके लिए कुछ कहना हो तो कमेंट्स में ज़रूर बताएं.

लेखिका के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.

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