ताऊ जी की बेटी की जवानी का भोग

हॉट कजिन स्टोरी में मैंने अपनी छोटी चचेरी बहन की चढ़ती जवानी का पहला मजा लिया. हमारे घर साथ साथ हैं. एक दिन बारिश में हम दोनों साथ नहाये.

दोस्तो, मेरा नाम राकेश है (बदला हुआ)!

मेरी उम्र 20 साल है.

मैं जो सेक्स कहानी आपको बता रहा हूँ, वह एक सच्ची घटना है.

यह हॉट कजिन स्टोरी लगभग दो महीने पहले की है.
मेरे ताऊ की एक बेटी है. उसका नाम सारिका (बदला हुआ) है. उसकी उम्र 19 साल की है.
वह मुझसे अच्छी तरह से बात करती है.

एक दिन बारिश में नहा रहा था.
मैंने उसके घर की ओर देखा तो वह भी नहा रही थी.

तो मैंने उसे अपने पास बुलाया.
वह तुरन्त आ गई.

काफी देर तक हम दोनों साथ में नहाते रहे.
उसी वक्त बारिश में नहाते और मस्ती करते हुए मेरा एक हाथ उसके बूब्स को छू गया.

ऐसा सिर्फ एक गलती से हो गया था.
उसने भी कुछ नहीं कहा.

उस वक्त पहली बार मेरे हाथों ने किसी लड़की के स्तनों की मुलायमियत का अहसास किया था.

उस दिन के बाद मेरा उसे देखने का नजरिया बदल गया था.
अब मैं अपनी बहन को चोदना चाहता था.

कुछ दिनों बाद वह मेरे घर आई, तो मैंने उसे अपने पास बुलाया.
वह आ भी गई.
उस टाइम मेरे मन में कुछ और चल रहा था.

तभी मेरी मम्मी ने उसे आवाज दी, तो उसने पीछे देखा जबकि वह आगे चलती आ रही थी.
वह एक टेबल से टकराकर गिरी और मेरे ऊपर गिर गई.

मैंने भी हाथ बढ़ा कर उसे पकड़ने के चक्कर में उसके दोनों दूध अपने दोनों हाथों में पकड़ लिए थे.
मेरे दिमाग में उसे लेकर कामुक विचार आ ही रहे थे तो मैंने अपने हाथों में बहन के दूध आते ही थोड़ा जोर से दबा दिया.

वह आह करती हुई तुरंत खड़ी हो गई और मुझसे खुद को छुड़ाती हुई मेरी मम्मी के पास चली गई.
जब वह जा रही थी, तो उसके चेहरे पर एक संकेत भरी मुस्कान थी.

उस दिन मुझे पता चला कि आग दोनों ओर लगी है. दोनों को एक दूसरे की जरूरत है.

कुछ दिनों बाद हमारे घर पर फंक्शन था.
वह मेरे घर आई थी.

उस रात फंक्शन एक बजे तक चला.
उसके बाद सब सोने की तैयारी करने लगे.

सभी लोग काफी थके हुए थे तो जल्दी ही सो गए.

उस वक्त वह भी अपने घर जाने की तैयारी कर रही थी.

मैंने उससे कहा- तुम यहीं पर सो जाओ!
उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराने लगी.

कुछ देर तक मना करते करते उसने हां कर दी.

फिर मैंने अपना और उसका बिस्तर ऊपर छत पर लगा लिया.
कुछ देर हम दोनों ने बातें की.

तभी उसने पानी मांगा तो मैं नीचे आया और पानी लेते समय मेरे दिमाग में एक आईडिया आया.
फिर पानी ऊपर ले जाकर उसे दे दिया.
उसने पानी पी लिया.

कुछ टाइम में उसे नींद आ गई.
नींद आने के बाद मैंने कंफर्म किया.

फिर मैंने उसके होंठों पर चुम्बन किया.
वह मस्ती भरी सांसें भर रही थी.

पांच मिनट चुम्बन करने के बाद, मैंने उसके कपड़ों के ऊपर से दूध मसले और धीरे धीरे करके उसके कपड़े उतार दिए.
अगले कुछ पलों बाद वह ऊपर से नंगी हो गई थी.

सच में वह बड़ी ही कातिल हसीना थी.

मैंने फिर से उसके बूब्स मसले और सहलाए.
एक दूध को अपने मुँह में ले कर रसपान किया.

अब मैं उत्तेजित हो गया था इसलिए मेरे मन में और आगे बढ़ने की बात आने लगी थी.
मैंने धीरे धीरे नीचे की ओर ध्यान दिया और उसके पजामे का नाड़ा ढीला कर दिया.

वह अभी भी शांत लेटी थी.
मैंने उसकी कमर में हाथ लगाया और उसके पजामे को चड्डी समेत नीचे कर दिया.
आह … अब मेरी बहन मेरे सामने नंगी थी. उसकी झांट रहित चिकनी चूत मेरे सामने थी.

मैंने बिना वक्त गंवाए उसकी चूत की क्लिट को छुआ और उसको सहलाने लगा.
वह नींद में मचल रही थी.

कुछ देर भगनासा को सहलाने के बाद मैंने उसकी चूत पर एक चुम्बन किया और अपनी एक उंगली को अपने मुँह से गीला करके उसकी चूत की फाँकों में दे दिया.
मेरी उंगली उसकी चूत की दरार में चली गई.
शायद वह अपनी चूत में उंगली करती थी.

कुछ देर तक उंगली चूत में और अंगूठा से क्लिट को दबाते और रगड़ते हुए मैंने महसूस किया कि उसकी चूत से चिकना पानी आने लगा था.

अब मैंने अपनी दो उंगलियों को थूक से गीला करके उसकी चूत में एक साथ दोनों उंगलियों को घुसेड़ दिया.
मगर अब मुझे अहसास हुआ कि उसकी चूत बहुत टाइट थी.

उसने पहले कभी सेक्स नहीं किया था, तो यह सब उसके लिए भी पहली बार था.
थोड़ी देर उंगलियां चलाने के बाद में मुझे रहा न गया और मैंने उसकी चूत की तरफ अपना मुँह सैट किया और अपनी जीभ उसकी चूत में घुसेड़ दी.

मैं उसकी चूत को बिंदास चाटने लगा.
थोड़ी ही देर में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैंने उसकी चूत से निकले नमकीन पानी को पी लिया.

मैंने बहुत सी ब्लू फिल्मों में देखा था कि लड़का लड़की की चूत का रस पीता है.
फिर भला आज उस अमृत को मैं कैसे छोड़ सकता था.

अब मैंने और आगे बढ़ना चाहा, तभी नीचे कुछ आवाज हुई.
उस आवाज से मैं डर गया.

मैंने जल्दी से सारिका को कपड़े वापिस पहनाने लगा.

उस वक्त वह भी अपने कपड़े खुद पहनने के लिए जतन करने लगी थी.

उसे जागी हुई देख कर मैं हैरान था.
उसने भी कुछ नहीं कहा और कपड़े पहन कर अपने बिस्तर पर लेट गई.

मैं भी अपने बिस्तर को उससे दूर करके सोने का नाटक करने लगा.

शायद कोई छत पर आया भी था.
मैं आंख बंद किए लेटा रहा.
बस उसी वजह से पता नहीं कब, मेरी आंख लग गई.

मैं सुबह उठा, तो सारिका वहां नहीं थी; वह जा चुकी थी.

कुछ दिन उसके साथ रात का वह सब याद करते हुए मैं मुठ मार लेता था.

कुछ दिनों बाद मेरे सब घर वाले पांच दिन के लिए जा रहे थे.
कुछ कारण से मेरा उन सभी के साथ जाना नहीं होना था.

मेरी मम्मी ने सारिका की मम्मी से बात की कि मैं नहीं जा रहा हूँ, इसलिए सारिका मेरे लिए खाना बना दे और रात में वहीं पर सो जाए.

सारिका की मम्मी मान गईं.
अगले दिन वह सभी रवाना हो गए.

उस दिन सारिका ने खाना बनाकर चली गई.
रात का खाना मैं बाहर से पार्सल करा कर ले आया.

वह आई और खाना बनाने के लिए रसोई में गई, तो मैंने उससे कहा कि मैं आज बाहर से खाना ले आया हूँ.
फिर हम दोनों बातें करने के लिए बैठ गए.

थोड़ी देर बातें करते हुए ही मैंने अपना हाथ उसकी जांघों पर फेरना शुरू कर दिया.
उसने मुझसे कुछ नहीं कहा.

फिर मैंने आगे बढ़ कर उसे चूमना शुरू कर दिया.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
उससे मेरा हौसला बढ़ गया.

मैंने देर न करते हुए अपना एक हाथ उसके मम्मों पर रख दिया.
उसने मुझसे कहा- दरवाजा तो बंद कर लो.

मैं हंसा और दरवाजा बंद करके वापिस उसके पास आ गया.

उसे चूमने के लिए मैं जैसे ही नीचे को हुआ, तो उसने कहा- सब यहीं करोगे क्या?
तब मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में लेकर आया, उसे बेड पर लिटाया और उसके ऊपर चढ़कर चूमने लगा.

मैं अपनी बहन को दस मिनट चूमता रहा.
वह भी मेरे साथ चुंबन का मजा ले रही थी.

उसके बाद मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसे नंगी कर दिया.

अब वह मेरे कपड़े उतारने लगी.

मैं उसके सामने अंडरवियर में रह गया था जबकि वह मेरे सामने ब्रा और पैंटी में बेड पर लेटी थी.

मैंने उसे ऊपर से चूमना शुरू किया तो वह मचलने लगी.

पहले होंठ, फिर गर्दन, फिर बूब्स, फिर पेट, फिर पैर और चूत के पास आ गया.

मैं उसे चूम रहा था, तो उसने मुझसे कहा- अपना लंड दिखाओ.

मैंने तुरंत अंडरवियर उतार दी और पूरा नंगा हो गया.

उसने मेरा लंड हाथ में ले लिया और चूमने और चूसने लगी.
मेरा लंड काफी बड़ा है.
वह लंड देख कर मस्त होती जा रही थी.

फिर मैंने उससे कहा कि 69 की पोजिशन में करते हैं.
वह आ गई.

अब वह मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था.

कुछ देर तक ऐसा ही चला और वह अकड़ने लगी.
वह झड़ गई.
मैंने सारा रस पी लिया और चूत चाट कर साफ कर दी.

वह अभी भी मेरा लंड चूस रही थी.
कुछ ही पलों बाद फिर से एक बार वह जोश में आ गई थी.

अब मैंने देर ना करते हुए अपना लंड उसकी चूत पर सैट कर दिया और धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा.

वह लंड का अहसास पाकर और भी गर्म हो गई.
उसने कहा- अब करो भी, कितना तड़पाओगे?

मैंने कहा- अरे मेरी रानी जरा रुको, सब्र का फल मीठा होता है.

फिर मैंने धीरे से उसकी चूत में लंड डाला, तो लंड का ऊपरी भाग अन्दर चल गया.
सुपारा लेने से उसे कुछ ज्यादा दर्द नहीं हुआ क्योंकि मैं उसकी चूत में उंगली करके चूत को उंगलियां लेने का अभ्यस्त बना चुका था.

मेरे बाद शायद उसने भी अपनी चूत को अपनी उंगलियों से रगड़ा होगा.
फिर भी उसकी चूत अभी लंड के हिसाब से काफी टाइट थी.

मैंने लंड को हल्का सा बाहर किया और एक जोर से झटका दे मारा.
मेरा आधा लंड अन्दर घुस गया.

वह दर्द के मारे चिल्लाने लगी और कहने लगी- मर गई, उई माँ … आह बाहर निकालो इसे … आह.
उसकी आंखों से आंसू आ गए.
उसकी चूत से ख़ून निकल आया.

मैंने उसे बताया नहीं कि खून आ गया है.
मैं बस कुछ देर रुका और जब उसे मजा आने लगा, तभी मैंने दूसरा झटका मार दिया.

इस बार मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया.
पूरा लंड जाते ही वह और जोर से चिल्लाने लगी.

मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए.

कुछ टाइम रुक कर उसने मुझे कमर उठा कर इशारा किया.
अब मैंने जोर जोर से झटके देने चालू कर दिए और उसकी मादक आवाजें निकलने लगीं.

उसकी आहें और कराहें मुझे और जोश दे रही थीं.
वह जोर जोर से आह आह करने लगी.

मैंने उसे 15 मिनट तक चोदा.
इस बीच वह एक बार झड़ चुकी थी.

कुछ देर बाद मैं भी उसकी चूत में झड़ गया.
फिर हम दोनों ने साथ में नहाने गए.

काफी देर मैंने उसके साथ नहा कर हॉट कजिन को वापस गर्म कर दिया.
वह कहने लगी- पहले खाना खा लेते हैं, फिर सेक्स के बाद सीधे सो जाएंगे.

अब हम दोनों ने साथ में खाना खाया और बिस्तर पर आ गए.
उस रात हम दोनों ने चार बार सेक्स किया.

फिर जब तक मेरा परिवार बाहर रहा था, तब तक हम दोनों ने रोज सेक्स किया.

आज भी रात मैं उसे अपने घर बुलाकर सेक्स करता हूँ.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी है तो किसी भी गलती के लिए मैं आपसे पहले ही माफी माँगता हूँ.

आप लोगों को मेरी सेक्सी हॉट कजिन स्टोरी कैसी लगी, मुझे मेल जरूर करें.
[email protected]

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