दीदी और जीजू की सेक्स चैट

जीजू दीदी सेक्स चैट मैंने पढ़ी तो मेरा लंड खड़ा हो गया. फिर दीदी ने अपनी नंगी चूत की फोटो भी जीजू को भेजी. वासना के मारे मैं तो पागल सा हो गया.

कैसे हो दोस्तो, मेरा नाम राजवीर है. मुझे सेक्स कहानियां पढ़ना बहुत पसंद है.

आज मैं भी अपनी एक कहानी बताने जा रहा हूँ, जिसे पढ़ कर शायद आपको मजा आएगा.

यह बात तब की जब मेरी दीदी हर्षा की शादी हुई थी.
शादी के बीस दिन बाद वह अपनी ससुराल से वापस घर आई थी.

तब उसने मुझसे कहा कि उसके मोबाइल में शादी की कुछ फोटो हैं, वे उसे पेनड्राइव में लेने थे.
मैंने अपने लैपटॉप से उसके मोबाइल से फोटो लेकर पेनड्राइव में डाल दिए.

उसने कहा- मेरे व्हाट्सप्प में से भी कुछ फोटो पेनड्राइव में लेने हैं.
मैंने उसका व्हाट्सप्प मेरे लैपटॉप के व्हाट्सप्प वेब में कनेक्ट कर दिया और फोटो ट्रांसफर कर दिए.

जब शाम हुई तो हम सबने रात का खाना खाया और अपने अपने कमरे में सोने चले गए.

मैं अपने लैपटॉप में मूवी देख रहा था.

देर रात तक मूवी खत्म करने के बाद बस सोने ही वाला था, तभी मैंने सोचा कि व्हाट्सप्प चैक कर लेता हूँ.

मैं अपने मोबाइल से व्हाट्सप्प को अपने लैपटॉप में कनेक्ट करके ही रखता था.
मैंने व्हाट्सप्प खोला तो पता चला कि मेरे लैपटॉप में हर्षा का व्हाट्सप्प कनेक्ट था.

मैंने शायद उसके फोटो ट्रांसफर करने के बाद लॉगआउट ही नहीं किया था.
हर्षा और मम्मी दोनों पास वाले रूम में ही सोई हुई थीं.

हर्षा अपने मोबाइल में ऑनलाइन ही दिख रही थी और जीजू से उसकी बातें चल रही थीं.
मैं लैपटॉप के जरिए उसकी चैटिंग देखने लगा.

दोनों के लव यू, मिस यू वाले मैसेज चल रहे थे.
मुझे उसकी बातें पढ़कर मजा आने लगा.

जीजू- हर्षा, मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा हूँ.
दीदी- मैं भी आपको बहुत मिस कर रही हूँ. कैसे बीस दिन निकल गए, पता ही नहीं चला.

जीजू- हां, इतने दिन तुम्हारे साथ बिताने के बाद आज अकेले कुछ मजा नहीं आ रहा.
दीदी- इतने दिनों से आपने आराम नहीं किया, अभी आराम कर लो.

जीजू- तुम आ जाओ बस … मुझे आराम की जरूरत नहीं.
दीदी- वह तो मुझे पता है क्योंकि इतने दिनों में एक भी रात हम कपड़े पहन कर नहीं सोये हैं.

उन दोनों की ऐसी बातें सुनकर मेरा लंड खड़ा होने लगा था.

जीजू- तुम्हें देख कर मैं कंट्रोल नहीं कर पाता.
दीदी- इसी लिए तो सुबह भी मुझे रूम से बाहर नहीं आने देते थे.

जीजू- हर्षु, ये सब बातें याद करके मेरा खड़ा होने लगा है.
दीदी- लेकिन मैं तो यहां हूँ!
जीजू- यहां होती, तो कैसे खेलती न लंड के साथ!

दीदी- जब आप करते हुए ऐसे गन्दी बातें करते हैं न … तब बड़ा मजा आता है.
जीजू- तुम भी करो ऐसी बातें, मुझे भी मजा आएगा.

दीदी- आप बड़े रोमांटिक हो.
जीजू- हर्षु सच में आज तुम्हारे बिना कहीं मन नहीं लग रहा.

दीदी- तो आ जाओ न अभी मेरे पास!
जीजू- आऊंगा तो फिर तुम्हें सोने नहीं दूँगा … सोच लो!
दीदी- कोई बात नहीं, आ जाओ.

जीजू- लो आ गया और तुम्हें जोर से अपनी बांहों में पकड़ लिया.
वो दोनों अभी मैसेज में ही ऐसी बातें करने लगे थे.

दीदी- ओह्ह हबी, मैंने भी आपको जोर से पकड़ लिया.
शायद दीदी जीजू को हबी कहकर बुलाती होगी.

जीजू- मैंने तुम्हारे होंठों पर अपने होंठ रख दिए हैं.
दीदी- मैं भी आपको जोर से किस कर रही हूँ.

जीजू- हर्षु, क्या पहना है तुमने!
दीदी- ट्रेक पैंट और टी-शर्ट!

जीजू- और अन्दर?
दीदी- पर्पल और वाइट लाइनिंग वाली ब्रा पैंटी!

जीजू- आहहह … उसमें तो तुम बहुत सेक्सी लगती हो. जब तुम सिर्फ ब्रा पैंटी पहनी होती हो, तब तुम बहुत सेक्सी लगती हो.
दीदी- इसी लिए तो आपको मजा देने के लिए मैं ऐसी सेक्सी ब्रा पैंटी पहनती हूँ.

जीजू- हर्षु, मैंने तुम्हारी टी-शर्ट और पैंट को उतार दिया है.
दीदी- मैं भी आपके कपड़े उतार रही हूँ.

जीजू- मैं तुम्हारे मम्मों को ब्रा के ऊपर से मसल रहा हूँ.

दीदी- आह्ह मजा आ रहा है. जब तुम इनको चूसते हो … तब बहुत मजा आता है.

जीजू- मैंने तुम्हारी ब्रा निकाल दी है, अब मम्मों को जोर से चूस रहा हूँ.
दीदी- आअह्ह्ह … जान मैं आपका लंड सहला रही हूँ.

जीजू- हर्षु, मैंने तुम्हारी पैंटी भी निकाल दी है. अब मम्मों को चूमते हुए धीरे धीरे नीचे आ रहा हूँ, अब मैं तुम्हारे पेट पर चूम रहा हूँ. अब तुम्हारी चूत को मैं अपनी जीभ से सहला रहा हूँ.
दीदी- आअह्ह्ह आप जब ऐसे करते हो … तब बहुत मजा आता है. मैं भी लंड को मुँह में लेकर चूस रही हूँ.

जीजू- आअह्ह्ह हर्षु मेरी जान … कितना मजा देती हो तुम!
दीदी- आअह्ह्ह हबी अब डाल दीजिये न अन्दर!

जीजू- हां जान, अब मैं तुम्हारे ऊपर आ गया हूँ और लंड को चूत पर रख दिया है. आह जोर से धक्का दे रहा हूँ.
दीदी- आअह्ह्ह मजा आ रहा है.

दोनों की बातें सुनकर मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था.

मैं अपने लंड को बाहर निकाल कर सहलाते हुए दोनों की चैट देख रहा था.

जीजू- हर्षु अब नीचे झुक कर खड़ी हो जाओ!
दीदी- हां, लो खड़ी हो गई.

जीजू- अब मैं पीछे से तुम्हें चोद रहा हूँ.
दीदी- आह हर्षु गन्दी गन्दी बातें करो … मजा आ रहा है. जब आप ऐसे खड़े खड़े पीछे से चोदते हो, तब बहुत मजा आता है. पूरा लंड अन्दर चला जाता है.

जीजू- आअह्ह्ह मजा आ रहा है जान.
दीदी- क्या कर रहे हैं अभी आप?

जीजू ने सीधा उनके खड़े हुए लंड को सहलाते हुए फोटो भेजा.
दीदी- आअह्ह्ह इसे देख कर नीचे कुछ होने लगा है.

जीजू- तुम भी मजा लो हाथ से.
दीदी- हां मैं पैंट में हाथ डाल कर सहला रही हूँ.

जीजू- हर्षु फोटो भेजो!
दीदी- नहीं, मम्मी सोई है साथ में!

जीजू- बाथरूम में जाकर भेजो.
दीदी- नहीं बाथरूम नीचे है, हम ऊपर वाले रूम में सोए हुए हैं. रुको मैं कुछ करती हूँ.

मैं दीदी की फोटो का इंतजार करने लगा.
अब तक मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था.

थोड़ी देर में दीदी ने एक फोटो भेजी.
पैंटी थोड़ी नीचे की हुई थी.

उन्होंने पर्पल वाइट लाइनिंग वाली पैंटी पहनी हुई थी.

जीजू- आअह्ह्ह मजा आ गया … कैसे ली फोटो?
दीदी- ब्लैंकेट ओढ़ कर!

जीजू- तो और भेजो न!
थोड़ी देर बाद दीदी ने चार फोटो और भेजीं.
दीदी की सफाचट चूत को देख कर मेरा लंड पागल हो गया.

पहली फोटो में दीदी ने पैंटी साइड में करके चूत दिखाई थी.

आअह्ह्ह क्या चूत थी दीदी की … ब्राउन कलर की!

दूसरी दोनों फोटो में दीदी ने दोनों उंगलियों से अपनी चूत को खोली हुई थी.
सच में अन्दर से क्या मस्त गुलाबी सेक्सी चूत दिख रही थी.

उसकी चूत में पानी आ चुका था.
चूत रस की चमकीली बूंदें चूत की प्यास को दिखा रही थीं.

जीजू- आआह्ह हर्षु … काश हम दोनों अभी साथ में होते!

दीदी- लव यू हबी … मैं जल्दी आ जाऊंगी. चलो अब सो जाओ, कल बातें करेंगे.
जीजू- हां जान लव यू!

दीदी- लव यू टू माय हबी.
फिर वे दोनों सो गए और मैंने भी लैपटॉप बंद कर दिया.

दीदी की गर्मागर्म बातें सुनकर और चूत की फोटो देख कर मैं पागल हो गया था.
मैं लंड हिलाया और पानी निकाल कर सो गया.

उस रात मुझे मस्त नींद आई और मैं सीधे सुबह उठा.

मैं ब्रश करके नहाने के लिए बाथरूम में गया.

तभी वहां मेरी नजर कोने में पड़ी दीदी की पैंटी पर पड़ी.
वही रात वाली पैंटी थी, दीदी ने नहाकर निकाल दी थी.

उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैंने पैंटी को हाथ में लिया और देखने लगा.
दीदी की चूत वाली जगह पर उंगली से सहलाने लगा.

मेरा लंड पूरा तना हुआ था.

मैं दीदी की चूत की जगह को सूंघने लगा.
आअह्ह … दीदी की चूत की क्या भीनी भीनी खुशबू आ रही थी.

मैंने उसकी पैंटी पर अपने लंड को चूत वाली जगह पर रगड़ने लगा.
सच में पैंटी पर लंड रगड़ने से चूत का ही मजा आ रहा था.
ऐसा लग रहा था जैसे मेरा लंड दीदी की चूत को छू रहा हो.

मैंने कुछ देर तक लंड को पैंटी पर घिसा, उसके बाद जब रहा न गया तो दीदी की पैंटी को ही लंड पर लपेट कर जोर जोर से हिलाने लगा.

आंखें बंद करके अपनी कल्पनाओं में दीदी की चूत की फ़ोटो याद कर रहा था.
मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं दीदी को ही चोद रहा हूँ.

मैं इतना ज्यादा उत्तेजित हो गया था कि मैंने लंड का सारा पानी दीदी की पैंटी में ही निकाल दिया.
जब वीर्य निकल गया तो होश आया कि यह क्या कर दिया.
दीदी की पैंटी गंदी हो गई थी, मैं उसको थोड़ा साफ कर दिया ताकि दीदी को पता न चले.

फिर मैं नहा कर बाहर आ गया.

अब मुझे रात होने का इंतजार था जब दीदी फिर से जीजा जी से चैट करें और मैं उन दोनों की सेक्सी बातों का लुत्फ ले सकूँ.

रात को मैं लैपटॉप खोल कर बैठा था कि कब दीदी ऑन लाइन दिखें और मैं उनकी चैट को देख कर मजा ले लूं.

कुछ ही देर में दीदी और जीजा जी की चैट शुरू हो गई.

दीदी ने कहा- आज अपने जानू के लिए मैं स्पेशल दूध की मिठाई बनाई है.
जीजा जी बोले- तो खिलाओ, देर किस बात की है.

दीदी ने कहा कि हां देखो.
यह कह कर दीदी ने अपनी नंगी फ़ोटो भेज दी. उसमें दीदी ने घर के बाथरूम में अपने मोबाईल को सैट करके अपनी खुद की सेल्फ़ी खींची हुई थी.

उस फ़ोटो में दीदी ने अपनी चूत को टांगों के बीच छिपाया हुआ था और अपनी चूचियों को अपने दोनों हाथों से कुछ इस तरह से दबाते हुए दिखाया था कि मेरे लौड़े ने हाहाकार मचा दी.

जीजा जी तो पागल ही हो गए और लिखने लगे- ओ तेरी, मैंने तो तेरी चूचियों को कभी ऐसा देखा ही नहीं है! ये तेरी ही चूचियां हैं या किसी और की उधार ली हुई हैं?
दीदी खिलखिला कर हंसने की इमोजी भेज कर अपनी खुशी जाहिर करने लगीं.

उसके बाद जीजू दीदी से बोले- अब पूरी चूचियों वाली फ़ोटो भी भेजो!
दीदी ने अपनी दूसरी फ़ोटो नहाती हुई भेजी थी जिसमें उनकी दोनों चूचियां एकदम साफ तनी हुई दिख रही थीं; निप्पल भी एकदम कड़क थे.

जीजू ने अपनी जीभ की फ़ोटो भेज कर कहा- मेरी जान इन चूचियों से लगा दो प्लीज. आज बड़ा मन कर रहा है.
दीदी ने जीजू को काफी प्यार करते हुए गर्म किया और जब वे मुठ मारने की कहने लगे तो कहने लगीं- वो लंड मेरा है … आप उसकी मलाई को यूं ही खराब नहीं कर सकते हैं.

मुझे हंसी आ गई कि दीदी गर्म भी कर रही है और मुठ भी नहीं मारने दे रही है.

उस रात भी उन दोनों की काफी देर तक चैट हुई और उसमें यह तय किया गया कि कल से दीदी अलग कमरे में सोएंगी तब वे वीडियो कॉल पर बात करेंगी.

ऐसे दीदी जितने दिन घर में रही, तब तक रात को दीदी जीजा जी की सेक्स चैट को देखता और उनके लंड चूत की फ़ोटो देख कर उत्तेजित हो जाता.

रात को भी मुठ मार लेता और सुबह नहाने उसी वक्त घुसता था, जब दीदी नहा कर आ जाती थी.
उसके बाहर आते ही मैं बाथरूम में चला जाता और दीदी की पैंटी से अपना लंड रगड़ लेता था.

दोस्तो, आशा करता हूँ कि आपको मेरी यह सच्ची सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
प्लीज अपने कमेंट्स जरूर भेजें.
[email protected]

मेरी पिछली कहानी थी: जवान चचेरी बहन की चूत चुदाई का मजा

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