दीदी के देवर से चुदी मेरी माँ- 1

मेरी Xxx मॅाम बहुत गर्म हैं, वे हर किसी को अपनी चूत परोसने को तैयार रहती हैं. एक बार मेरी दीदी का देवर हमारे घर आया तो उसकी नजर भी मेरी मम्मी के कामुक जिस्म पर थी.

दोस्तो, मैं अंकित एक बार फिर से एक चुदाई की कहानी लेकर आया हूँ.
यह सेक्स कहानी मेरी मां और प्रीति दीदी के देवर विक्की की है.

मेरी मां और विक्की की मां दोनों सहेलियां हैं और प्रीति दीदी की शादी विक्की के बड़े भाई से हो जाने के कारण वे दोनों समधन भी बन गई हैं.

विक्की की मां यानि प्रीति दीदी की सास ने मेरी मां को फोन करके कहा- मेरा बेटा तुम्हारे घर जा रहा है, उसकी सेवा अच्छी तरह से करना, मतलब उसकी लंड की सेवा का ध्यान रखना.

इस समय हमारे घर पर महिला के नाम पर केवल मां ही हैं.
भाभी भी कुछ महीने पहले ही भैया के पास चली गई थीं, इसलिए मां के ऊपर काम का बहुत अधिक लोड था. घर के सारे काम का भार तो था ही … दूसरा मेरे और पापा के लंड की सेवा करने की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ रही थी.

ये बात हुई कि विक्की का काम मेरे शहर में था.
वैसे ये काम वह अपने घर से भी कर सकता था
लेकिन उसे मेरी मां को चोदने का काम भी था.
मेरी Xxx मॅाम ने मुझसे उससे चुदने को लेकर पूछा, तो मैंने कहा कि वह तुम्हारे ऊपर है.
तब मां ने कहा कि ठीक है.

दीदी की शादी के दिन ही मण्डप में ही विक्की मेरी मां की गांड को घूर रहा था. क्योंकि एक चरित्रहीन मर्द दूसरी छिनाल औरत की नजर से बच नहीं पाता है. फिर मैं तो उससे भी बड़ा चरित्रहीन हूँ.
अभी भी मेरी मां की चिकनी व मोटी गांड और उनकी रसभरी ठोस चूचियों को देखकर सबका लंड खड़ा हो जाता है.

यदि किसी का लंड नहीं खड़ा हुआ, तो या तो वह नामर्द है … या साधु किस्म का होगा.
विक्की की मां ने इसलिए भी कहा था कि जब मैं दीदी के ससुराल में गया था तो मेरी मां ने भी मेरे लिए ऐसे ही सेवा के लिए विक्की की मां से कहा था और मैंने दीदी की सास को चोदा था.

तो हुआ यूं कि विक्की घर पर शाम को 5 बजे घर पर आया.
उस समय मैं घर पर नहीं था. जब मैं आया, तो विक्की गेस्ट रूम में था और टीवी देख रहा था.

उससे हाय हैलो हुई.

कुछ समय तक उससे बात हुई, फिर मैं अपने रूम में आ गया.

कुछ समय बाद मां भी मेरे रूम में आ गईं.
मां ने कहा कि जब मैं चाय और पानी पिलाने गयी, तो उसकी नजर मेरी चूचियों पर ही थी.

मैंने कहा- मेरी शालिनी डार्लिंग, वह तुम्हारी चूचियों का रस पीने आया है … और तुम पिला रही हो चाय!
तब मां ने हंसते हुए मुझसे कहा कि मैं क्या करूँ?

मैंने कहा- उसे अपनी जवानी का नजारा दिखाओ. उसके बाद तुम्हें चुदना तो है ही.
वैसे मैंने मां के रूम के साथ साथ कई जगह सीसीटीवी कैमरा लगवाया है. बहुत ही छोटे छोटे स्पाइ कैमरे लगे हैं … और ये वॉइस सेंसर्ड हैं, तो आवाज भी सुनाई देती है.

इन कैमरों पर बाहरी लोगों की आसानी से नजर ही नहीं पड़ती.
जब भी मुझे मां की चुदाई देखनी होती है, तो मैं तभी कैमरे देखना चालू करता हूँ.

फिर मैंने अपना सिस्टम ऑन किया, तो देखा कि मां वापस से गेस्ट रूम में गईं और उससे पूछा कि कुछ और चाहिए हो तो बता देना.
यह कहती हुई मां सोफे पर बैठ गईं और उससे बातें करने लगीं.

विक्की मेरी मां को सिर्फ वासना की नजर से ही देख रहा था.
तभी विक्की फोन पर बात करने के बहाने खड़ा हुआ.

बात खत्म करने के कुछ मिनट के बाद वह मां के बगल वाले सोफे पर जाकर बैठ गया. क्योंकि वह भी मां को चोदने ही आया था और मां भी उससे चुदवाना चाहती थीं.
इसलिए मां ने कुछ प्रतिक्रिया नहीं की.

विक्की भी जानता था कि ऐसी हरकत करके जान जाऊंगा कि इसे चोद पाऊंगा या नहीं.
यदि विक्की के इस कदम का मां की ओर से कोई खराब रिएक्शन नहीं आया तो समझो कि वह पट जाएगी.

विक्की बहुत बातूनी लड़का था. बातों बातों में उसने अपना हाथ मां की जांघ से टच कर दिया.
फिर भी मां ने कुछ नहीं कहा, तो वह बार बार मां की जांघ पर हाथ फेर कर हटाने लगा था.

कुछ समय बाद विक्की ने अपना हाथ मां की जांघ पर रखा और इस बार हटाया ही नहीं.
मां भी अनजान बनकर उसे ये सब करने दे रही थीं.

विक्की को लगा कि उसकी हरकतों को मां समझ नहीं रही हैं.
फिर मां उठ कर जाने लगीं और उन्होंने जानबूझ कर अपना मोबाइल नीचे गिरा दिया.

मोबाइल उठाने के लिए वे विक्की की तरफ अपनी गांड झुका कर उठाने लगीं.
जब विक्की ने मां की चौड़ी गांड को देखा, तो वह देखता ही रह गया.

मोबाइल और विक्की का लंड उठा कर मां वहां से चली आईं.
विक्की अपने लंड को पैंट के ऊपर से ही सहलाने लगा.

फिर मा ने रात का खाना विक्की को उसके रूम में ही दे दिया.

तब विक्की ने कहा- आंटी जी बैठिए ना … कहां जा रही हैं?
मां बैठ गईं.

अब विक्की ने उनसे मेरे बारे में पूछा, तो मां ने कहा कि वह थके होने के कारण अपने रूम में सो रहा है.

विक्की जल्दी से खाना खाकर फिर से मां के बग़ल में बैठ गया.
अब वह समझ गया था कि ये बहुत ही जल्द ही चुद जाएंगी, लेकिन उसे पता नहीं था कि मेरी Xxx मॅाम भी उससे जल्द ही चुदना चाहती थीं.

विक्की ने तुरंत ही अपना हाथ मां की जांघ पर रख दिया.
इस बार वह धीरे धीरे सहलाने भी लगा और बातें भी कर रहा था.

जब मां ने कुछ नहीं कहा, तो उसने एक बार दबा भी दिया.

अब मां ने कहा- ये क्या कर रहे हो?
मां के इतना कहते ही वह बहुत डर गया और एकदम शांत हो गया.

फिर मां हंस दीं, तब उसे भी शांति मिली.
वह अब समझ गया कि ये पटी पटाई आइटम है. इसे पटाने की जरूरत नहीं है.

फिर वह बोला कि आंटी इतनी उम्र में भी आप बहुत ब्यूटीफुल दिख रही हैं.
ये कहते हुए उसने फ़िर से मां की जांघ पर अपना हाथ रख दिया और सहलाने लगा.

मां ने कुछ नहीं कहा.

जब मां ने कहा कि ये क्या कर रहे हो?
तब विक्की ने कहा- कुछ नहीं आंटी, मैं क्या कर रहा हूँ यह आप समझ रही हैं. अब आप मुझे रोकिए मत, करने दीजिए. आपको भी अच्छा लग रहा है.

फिर उसने मां के हाथ को अपने लंड पर रख दिया.
मां हटाने लगीं, तो उसने अपने हाथ से मां के हाथ को अपने लंड पर दबाए रखा.

तब विक्की ने कहा कि अब नाटक मत कीजिए.
ये कहते हुए उसने मां के चेहरे को पकड़ लिया और उनके होंठों को चूसने लगा.

लगभग 5 मिनट चूसने बाद वह बोला- बड़े मस्त होंठ हैं.
यह कह कर विक्की ने तुरंत ही मां की चूचियों पर हाथ रख दिया और उन्हें दबाने लगा.

तब मां बोलीं- ये सब छोड़ो और जल्दी से अपना काम कर लो, क्योंकि समय कम है … अंकित के पापा भी आने वाले होंगे.
विक्की बोला- ठीक है.

उसने तुरंत मां को बेड पर लेटने को कहा और अपना लंड निकालकर मां को दिखाया और खुद ने मां की साड़ी ऊपर करके उनकी बुर का दीदार किया.
विक्की ने कहा- मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा है कि मैं इतनी मस्त माल को पेलने वाला हूँ.
मां हंस दीं.

फिर विक्की बोला- आंटी अपनी चूचियां भी दिखाइए न!
मां बोलीं- वह सब बाद में देख लेना, अभी मुझे पेलकर अपने लंड को शांत कर लो.

ये सब शब्द सुनकर वह भी जोश में आ गया और मां की टांगों को मोड़कर तुरंत ही अपना लंड बुर में सैट कर दिया.

फिर उसने एक तगड़े झटके से लंड बुर में डाल दिया और मां को पेलने लगा.
मां भी एक नए लंड से पेलवाने लगीं.

मेरी Xxx मॅाम और विक्की आह भरी कामुक आवाजें निकालने लगे.

विक्की बोला- आंटी आप कितनी मस्त हैं.
तब मां बोलीं- तुम्हें मजा आ रहा है ना!

विक्की बोला- बहुत मजा आ रहा है. मेरे लंड को ऐसे ही बुर को चोदने में बहुत मजा आता है.
पूरी तेजी से मां की चुत में लंड पेलते हुए विक्की ने अपना सारा पानी बुर में ही छोड़ दिया.

चुदाई के बाद मां बैठ गईं.
विक्की बोला- मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि इतनी मस्त माल को चोद चुका हूँ.

‘ठीक है, तुम अब मुझे चोद चुके हो. मेरी अभी और चुदाई होगी. मेरे पति देव भी चोदेंगे.’
विक्की बोला- मुझे वह चुदाई देखनी है.

तब मां बोलीं- गेट खुला रहेगा और तुम चुपके से देख लेना.
यह कह कर मां बाहर चली गईं.

लगभग आधा घंटा के बाद विक्की रूम से बाहर निकला.
पापा खाने के बाद रूम में चले गए थे और कुछ मिनट बाद मां भी कमरे में जाने वाली थीं.

तभी विक्की दौड़ कर आया और मां को पकड़कर जोर जोर से चूचियां दबाने लगा.
मां बोलीं- ये क्या कर रहे हो? अभी जाने दो … कल पूरे दिन मेरी चूचियों से खेल लेना.

मगर वह इतनी जोर जोर से चूचियां दबा रहा था कि मां को दर्द हो रहा था.
मां ने उसके हाथ को हटा दिया.

विक्की बोला- ठीक है.
उसके बाद उसने मां को होंठों को चूसकर छोड़ दिया.

मां रूम में चली गईं.
फिर पापा ने मां की सवारी की और लंड की सवारी का नजारा विक्की ने भी किया.

चुदाई के बाद मां के कमरे की लाइट बंद हो गई.
विक्की भी वहां से अपने रूम में आ गया.

मैं सुबह जागकर पहले से ही फ्रेश होकर अपनी मां शालिनी डार्लिंग का इंतजार कर रहा था.
सुबह 7 बजे मां मेरे रूम में आईं और मेरे होंठों को चूसने लगीं.

मैं सुबह नाश्ता के रूप में अपनी मां को रोज चोदता हूँ.

जब मां ने मुझे चूमा, तो मैंने मां की साड़ी ऊपर कर दी और बुर में अपना लंड डालकर नाश्ता करने लगा मतलब कि चोदने लगा.

फिर मैंने अपना लंड बुर में से बाहर निकाला और मां की चौड़ी गांड में डालकर गांड चोदने लगा.
जब लंड से पानी निकलने वाला था, तो पानी गांड पर ही निकाल दिया और उस पानी से मां की गांड की मालिश कर दी.

मैं बोला- तो आज मेरी शालिनी डार्लिंग की चूची की मालिश होने वाली है.
तब मां बोली कि हां आज का पूरा दिन विक्की का दिन है.

मैं उनके दूध सहलाने लगा.
मां बोलीं कि मैं अभी विक्की के रूम में जा रही हूँ. उसे भी नाश्ता चाहिए.

मैं बोला- आज मुझे अपनी शालिनी डार्लिंग की चुदाई देखनी है.
मां हंसकर चली गईं.

लगभग 9 बजे पापा भी नाश्ता करके अपने ऑफिस चले गए.
विक्की भी लगभग 9 बजे सो कर उठा. वह फ्रेश होकर मां के पास आ गया.

मां ने चाय बना कर दी.

फिर उसकी मुझसे हाय हैलो हुई.
मैं अपने रूम में चला गया.

मेरे जाते ही विक्की ने तुरंत मां की कलाई को पकड़ा और उन्हें लेकर अपने रूम की ओर चल दिया.
मैंने चुदाई देखने के लिए लाइव टेलीकास्ट सिस्टम चालू किया.

दोस्तो, विक्की ने मेरी मां के साथ किस तरह से चुदाई की, वह सेक्स कहानी बड़ी ही रसीली है. उसके अलावा भी कुछ और मसाला है, जिसमें विक्की और मैंने मिलकर अपनी मांओं को एक साथ एक ही बिस्तर पर कैसे चोदा था. वह सब आपको अगले भाग में पढ़ने को मिलेगा.

यह मेरी Xxx मॅाम कहानी आपको कैसी लगी?
आप मेल जरूर लिखें.

[email protected]

मेरी Xxx मॅाम की कहानी का अगला भाग:

About Abhilasha Bakshi

Check Also

Sali aur uski saheli

Sali aur uski saheli

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *