सेक्स विद फ्रेंड वाइफ पोर्न कहानी में मैंने अपने बचपन के दोस्त की जवान सेक्सी बीवी की अन्तर्वासना जगाकर उसके साथ चूत चुदाई का खेल पूरी रात खेला.
दोस्तो, मैं आपका प्यारा राजवीर!
अन्तर्वासना पर आपने मेरी कई कहानियाँ पढ़ी हैं।
आपकी बेहद मांग पर एक नया कहानी की शुरुआत कर रहा हूँ।
सेक्स विद फ्रेंड वाइफ पोर्न कहानी का मजा लीजिए।
कवि और समीर दोनों बचपन के दोस्त थे।
दोनों ने साथ पढ़ाई की थी लेकिन अलग अलग विषय लेने के बाद दोनों के रास्ते अलग अलग हो गए।
तब से दोनों की दोस्ती उतनी खास नहीं रही।
अपनी पढ़ाई पूरी करके कवि अभियंता बना और समीर बैंक का मैनेजर!
दोनों अलग अलग शहरों में अपनी नौकरी की सेवा दे रहे थे।
उन दोनों की नौकरी अच्छी चल रही थी.
इसके बाद दोनों की शादी हो गई।
कवि की शादी रीना से और समीर की शादी सीमा से हुई।
दोनों की बीवियां बला की खूबसूरत और आकर्षक शरीर की मालकिन थी।
उन दोनों की शादी को लगभग 3 साल हो गए थे।
एक दिन अचानक समीर का कवि को फोन आया जिसमें समीर ने कवि को बताया कि उसका बैंक उसको अच्छा पैकेज देकर कवि के शहर में ट्रांसफर कर रहा है। अतः उसको सही घर दिलवाने में उसकी मदद करे।
दोनों खुश थे कि चलो इतने साल बाद फिर बचपन के साथी मिल जाएंगे।
कवि ने समीर के लिए अपने बिल्डिंग के फ्लैट में ही एक फ्लैट का जुगाड़ कर लिया।
समीर कुछ दिन बाद अपनी बीवी सीमा के साथ उस फ्लैट में शिफ्ट हो गया।
नया शहर होने के कारण सीमा को रीना की दोस्ती की बहुत जरूरत थी; दोनों कुछ ही दिनों में बहुत अच्छी सहेलियां बन गई।
चारों अच्छे से घुलमिल गए और अक्सर रोजाना शाम को साथ टहलते या एक के फ्लैट में मिलकर मस्ती मजाक करते रहते।
वे चारों स्मार्ट थे, ऐसे में एक दूसरे के साथी के साथ हल्का आकर्षण तो होता ही है।
ऊपर से दोस्ती और व्यवहार भी अच्छा होने के कारण चारों खुश थे।
पर अभी तक चारों के बीच का रिश्ता सामान्य था और इस ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी जिनका वर्णन अन्तर्वासना की कहानियों में किया जाता है।
कवि और रीना अभी कुछ साल और बच्चा नहीं चाहते थे.
ऐसे में रीना हमेशा कवि से कहती रहती थी कि उसे कुछ साल कोई नौकरी करनी है. वरना उसका इतना पढ़ी लिखी होने का क्या फायदा था।
यह बात रीना कवि को पिछले कुछ माह में बहुत बार कह चुकी थी।
एक शाम जब चारों साथ थे तो रीना की यह ख्वाहिश समीर और सीमा के सामने आई।
तो समीर ने कहा- अरे ये बात मुझे तुमने ने पहले क्यों नहीं बताई. मेरे बैंक में एक जगह खाली है और उस जगह पर मैं आसानी से रीना को लगवा सकता हूँ।
यह सुनकर रीना की खुशी को कोई ठिकाना नहीं रहा।
कवि ने पूछा- उसके लिए क्या करना होगा?
तो समीर ने कहा- बैंक का मुख्य ऑफिस जयपुर में है. अतः बस एक बार रीना को औपचारिकता के इंटरव्यू और ज्वाइनिंग के लिए जयपुर जाना होगा। बस इतनी सी ही बात है।
कवि ने रीना को जयपुर जाने के सहमति दे दी।
समीर ने कुछ दिनों बाद जुगाड़ लगा कर रीना को जयपुर जाकर साक्षात्कार की तारीख दिलवा दी।
इस पर समीर की पत्नी सीमा ने समीर से कहा- ये दोनों अनजान शहर में कहाँ भटकेंगे. और बैंक में भी इनकी कोई जानकारी का व्यक्ति नहीं होगा तो फालतू की परेशानी आएगी। जब इतना सब कर ही दिया है तो ज्वाइनिंग भी तुम ही जाकर करवा आओ रीना की!
कवि ने भी कहा- हां यार, तुम रहोगे तो काम बिना परेशानी के हो जाएगा क्योंकि तुम तो वहाँ सबको जानते ही हो।
अतः अब रीना की ज्वाइनिंग के लिए समीर और रीना को जयपुर जाना था।
इसके लिए दोनों ट्रेन पकड़ कर रात 10 बजे जयपुर पहुंचे क्योंकि अगले दिन सुबह इंटरव्यू और ज्वाइनिंग थी।
दोनों ने पहले से होटल की व्यवस्था नहीं की थी।
तो दोनों एक बढ़िया होटल में पहुंचे.
समीर ने वहां 2 रूम्स की बात की।
इस पर रीना ने कहा- होटल काफी महंगा है. क्यों फालतू में इतना पैसा खराब करना। हम एक दूसरे के पुराने परिचित हैं तो एक कमरे में कोई परेशानी नहीं होगी।
अतः दोनों ने एक ही कमरे में चेक इन किया।
कमरे में जाकर दोनों ने बाथरूम जाकर बारी बारी अपनी ड्रेस चेंज की.
पहले समीर बाथरूम गया फिर रीना।
रीना जब बाथरूम से बाहर आई तब देखा कि समीर बेड के बीचों बीच एक तकिए की दीवार बना रहा है.
उसने रीना को देख कर कहा- ये दीवार मुझे तुमसे रात में बचाएगी।
रीना- तुम्हें मुझसे या मुझे तुमसे?
और हंसने लगी।
दोस्तो, मर्द चाहे कितना भी सभ्य हो, यह क्षण ऐसा होता है कि जब किसी दूसरे की जवान खूबसूरत बीवी आपके साथ एक ही बिस्तर पर हो तो अच्छे अच्छे मर्दों को ईमान डोल जाता है।
गोरे रंग की पतली से कमर और बेहद उभरे हुए स्तनों वाली रीना जब ढीली ढाली टी शर्ट पहनकर बाहर आई तो समीर का हाल बुरा हो गया था।
लेकिन वह रीना का और उसके पति का दोस्त था इसलिए अपनी धड़कनों को काबू किए हुए था।
कुछ देर तक दोनों ने बात की और कल के इंटरव्यू में पूछे जा सकने वाले सवालों पर चर्चा की।
और 12 बजे तक लाइट ऑफ कर के सो गए।
दोनों गहरी नींद में सो गए।
रात के करीब दो बजे समीर को नींद खुली.
उसने देखा की रीना उसके विपरीत मुंह कर के करवट लिए सो रही है.
समीर ने चादर में लिपटी रीना को पीछे से निहारा।
उसकी पतली कमर के नीचे जो उसके कूल्हों की चौड़ाई की आकृति बनी हुई थी उसको देख कर समीर का लंड झनझना गया।
वह हौले हौले रीना की चादर उठाकर उसमें समा गया और अपने लंड को रीना के कूल्हों पर टिकाकर उनकी गर्मी का अहसास लेने लगा।
समीर का खड़ा लंड रीना की गांड पर टिका हुआ था पर रीना गहरी नींद में सोई हुई थी।
अब समीर ने अपना एक हाथ रीना की टीशर्ट में घुसा दिया और उसके पेट, कमर पर हाथ को घुमाने लगा।
उसके बाद उसका हाथ रीना के स्तन की तरफ बढ़ा!
रीना ने ब्रा पहनी हुई थी इसलिए वह ब्रा के ऊपर ही अपना हाथ घुमाकर रीना की उभारों को महसूस करने लगा।
समीर के सांसें काबू में नहीं थी।
हालांकि रीना गहरी नींद में थी लेकिन उसको भी अपने स्तन पर हाथ गहरी नींद में भी महसूस हुए और वह जोर जोर से सांस लेने लगी।
इस तरह से सांस लेने के कारण रीना की तने हुए स्तन जब उपर नीचे होने लगे तो उत्तेजना से समीर का हाल और बुरा हो गया।
उसका अपने हाथ के दबाव पर काबू न रहा और उसने रीना के उरोज को जोर से भींच लिया।
ऐसा करते ही रीना की गहरी नींद टूट गई और बोली- समीर, ये क्या कर रहे हो।
इतना सुनकर समीर रीना के बगल से रीना के ऊपर आ गया।
अब रीना सीधी लेटी हुई थी और समीर उसके ऊपर लेटा था।
रीना- यह क्या कर रहे हो समीर?
समीर- कुछ मत कहो रीना! जबसे तुम्हें देखा है, तबसे यह ख्वाहिश मन में लिए हुए था. आज मौका मिला है. प्लीज इस मौके को जाने न दो।
रीना- तुमने तो मेरा और सबका भरोसा तोड़ दिया समीर! क्या इसके लिए तुम्हें तुम्हारी बीवी ने यहां भेजा है? हटो मेरे ऊपर से!
वह जोर लगाकर समीर को धक्का देने लगी।
पर समीर रीना से हिल भी नहीं पाया।
समीर रीना से बात करते हुए अपने लंड को रीना की चूत पर कपड़ों के ऊपर से रगड़ रहा था।
वह बोला- सच बताओ रीना, क्या अपने चारों की दोस्ती के रिश्ते में कभी तुम्हें मेरे लिए सेक्स के लिए आकर्षण नहीं हुआ? मैं तो रोज तुम्हें देख कर सोचता हूँ कि कवि कितना भाग्यशाली है कि उसे चोदने के लिए तुम्हारे जैसी बीवी मिली। मैं हमेशा कल्पना करता रहता हूँ कि वह तुम्हारे स्तन और गांड के साथ कैसे खेलता होगा।
रीना- तो क्या तुम्हें सीमा अच्छी नहीं लगती? क्या तुम उसके साथ ऐसा नहीं करते? सब मियां बीवी ऐसा करते हैं। हटो मेरे ऊपर से!
समीर रीना को चूत पर लंड रगड़ता रहा और हाथ से स्तन दबाते हुए बोला- सीमा भी मुझे पसंद है लेकिन आकर्षण तो किसी से भी हो सकता है। क्या तुम्हें मुझसे जरा भी आकर्षण नहीं हुआ?
रीना- आकर्षण तो हुआ ही … लेकिन इसका मतलब नहीं कि मैं तुम्हारे साथ ये सब कर लूं।
समीर- तो तुम्हारी सांसें क्यों तेज हो रही हैं, तुम्हारे निप्पल इतने तने हुए क्यों हैं? मेरे लंड की रगड़ से तुम्हारी चूत क्या पानी नहीं छोड़ रही है? सच कहो।
रीना- मैंने कहा न इसका मतलब ये नहीं की मैं तुमसे चुद जाऊं। अब हटो मेरे ऊपर से।
समीर- ठीक है हट जाऊंगा लेकिन एक बार सच बोल दो कि क्या तुम्हें मजा नहीं आ रहा। लंड रगड़ते हुए समीर बोला।
रीना ने कुछ नहीं कहा।
समीर- तुम्हारी चुप्पी मुझे मेरा जवाब दे रही है। रोज कवि का लंड अपनी चूत में लेती हो और मैं रोज सीमा की चूत में अपना लंड डालता हूँ। क्या फर्क पड़ जाएगा बस हम इस नए आंनद को भोग लेंगे।
रीना- लेकिन कवि सीमा या किसी को पता चला तो?
समीर समझ चुका था की वह जीत के नजदीक है, वह बोला- क्या तुम किसी से कहोगी ?
रीना- नहीं।
समीर- और मुझे किसी से कह के क्या मेरे वैवाहिक जिंदगी खराब करनी है। तो किसी को कैसे पता चलेगा?
यह बोलकर समीर ने अपने लब रीना के होंठ पर रख दिए और रीना की होंठ चूसने लगा।
रीना ने भी इस चुम्बन में समीर का साथ देकर होने वाले चुदाई घमासान में अपनी सहमति दे दी।
समीर ने कहा- आधी रात तो वैसे ही गुजर गई है, अब मैं समय बरबाद नहीं करना चाहता!
बोलकर रीना के कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा कर खुद भी नंगा होकर उस पर चढ़ गया।
फिर रीना के बूब्स दबाते हुए बोला- ओह भेंचोद … क्या बूब्स हैं तुम्हारे … कैसे कैसे चोदता होगा तुम्हें कवि! आज तो पूरी तरह और बुरी तरह चोदूंगा तुम्हें कि जिंदगी भर याद रखोगी।
रीना- ऐसे ही चोदो समीर कि जिंदगी भर याद रखूं।
उसने रीना के स्तन खूब दबाए और चूसे; पूरी बॉडी को चाट चाट कर उसने जताया कि रीना के शरीर का उसे कितना मोह है।
उसने हद से ज्यादा चिकनाई छोड़ रही चूत में अपना लंड पेल दिया और तेज रफ्तार से रीना को चोदने लगा।
रीना भी अति उत्तजेना में अपनी गांड उठा उठा कर समीर का साथ दें रही थी और मौके का पूरा फायदा उठा रही थी।
चोदते हुए समीर बोला- पता है, मैं तुम्हें यह चोदने के लिए ही लाया हूँ। कल तुम्हारा कोई इंटरव्यू नहीं है। न ही तुम्हारी ज्वाइनिंग यहां है। तुम्हारी ज्वाइनिंग अपने शहर में ही है। और इंटरव्यू तो मुझे ही लेना था, वो भी वहीं पर! यह सब मैंने इसीलिए किया जो अभी मैं कर रहा हूँ। तुम्हारी गीली चूत में अपना लंड डालकर तुम्हारी नमकीन पसीने वाली बाहों में आने के लिए!
रीना- ओह बेबी, तो क्या यह इंटरव्यू में पास करने के लिए रिश्वत है?
और हंसने लगी, बोली- यह रिश्वत देते हुए मुझे बहुत मजा आ रहा है। मजेदार लंड है तुम्हारा … क्या चोद रहे हो सच में!
समीर- इतना मजा दिया है तो एक बार इसे मुंह से थैंक्यू कह दो!
और रीना के मुंह में अपना लंड दे दिया और जोर से रीना के मुंह को चोदने लगा।
रीना ने भी बुरा न मानकर उसका मुख चोदन से साथ दिया और समीर के लंड को चूस कर उसे सातवें आसमान पर पहुंचाया।
समीर और रीना 69 पोजिशन में आकर एक दूसरे का मुख चोदन करने लगे।
रीना की चूत के पानी से चादर गीली हो गई।
समीर ने रीना को पोजिशन बदल बदल कर उसकी वाइल्ड चुदाई की।
दोनों ने 2 बजे से शुरू हुई चुदाई सुबह 6 बजे तक की और फिर थककर गहरी नींद में सो गए।
9 बजे सुबह कवि का कॉल आया तो दोनों की नींद खुली।
कवि- क्या इंटरव्यू के लिए ऑफिस पहुंच गई हो?
रीना बिस्तर पर लेटी हुई बोली- हां जी, हम ऑफिस पहुंच गए हैं. समीर ने बताया है कि 10.30 बजे इंटरव्यू है और उसके बाद मेरी ज्वाइनिंग है। इसमें पूरा दिन लगेगा। फिर हम शाम को यहां से निकल जाएंगे।
कवि ने कहा- आल द बेस्ट फॉर द डे!
फोन कटने पर समीर बोला- 10.30 बजे क्यों है इंटरव्यू? अभी शुरू करते हैं!
बोलकर रीना पर चढ़ गया।
दोनों ने एक बार फिर चुदाई की.
और नहा धोकर फिर पूरे दिन सेक्स विद फ्रेंड वाइफ का कार्यक्रम कर के शाम की ट्रेन पकड़कर निकल गए।
रीना- अब आगे क्या? बीती रात और आज की चुदाई ने तो मुझे पूरा तोड़ दिया है। लेकिन यह राज हमें यहीं छोड़कर जाना होगा।
समीर- बेशक … इतना तो विश्वास कर सकती हो मुझ पर! लेकिन कल को जब मेरी ऑफिस की कलीग बन जाओगी, तब हो सकता है मौका मिले!
रीना- नहीं नहीं … जहाँ कवि और सीमा हों, वहाँ रिस्क नहीं लेना मुझे!
समीर- तो चिंता न करो … कभी ऑफिशियल टूर पे ही चल चलेंगे। इतना तो विश्वास है कवि और सीमा को हम पर! क्योंकि सीमा ने ही मुझसे कहा था कि इंटरव्यू के लिए मैं ही तुम्हें जयपुर ले जाऊं।
रीना- बात तो सही है लेकिन कहीं हमें जयपुर भेजने के पीछे कवि और सीमा की तो कोई चाल नहीं थी?
समीर- हो सकता है।
लेकिन यह तो हमारे पाठकों को अगली कहानी में ही पता चल सकता है।
अभी तो यह कहानी केवल हमारी दोस्ती की थी।
तो दोस्तो, इस सेक्स विद फ्रेंड वाइफ पोर्न कहानी को यहीं विराम देते हैं।
आपके मेल ही मुझे अगली कहानी लिखने के लिए प्रेरित करेंगे।
जो पाठक मेरी
याराना
और
शत्रुता का दौर
कहानी के अगले भाग का इंतजार कर रहे हैं, उनको निराशा होगी क्योंकि अब वे कहानियाँ आगे नहीं बढ़ेंगी।
आपने मेल पर मेरे साथ दोस्ताना बनाए रखा तो आगे कहानी जरूर लिखूंगा।
आपका राजवीर
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