दोस्त ने अपनी अम्मी की मस्त चुदाई देखी (Hot Aunty Xxx Kahani)

हॉट आंटी Xxx कहानी मेरे दोस्त की अम्मी की जोरदार चुदाई की है. इस चुदाई का गवाह बना मेरा दोस्त और आंटी का अपना बेटा. उसने छिपकर अपनी अम्मी की चुदाई देखी.

नमस्कार दोस्तो, हिन्दी सेक्स कहानी के इस वैश्विक पटल पर आपका स्वागत है.

मैं राज शर्मा चुदाई का दीवाना हूं और मैं चुदाई का कभी कोई मौका नहीं छोड़ता.

हॉट आंटी Xxx कहानी में आप पढ़ रहे थे कि इस समय मैं पुणे आकर अपनी कंपनी के ऑफिस में काम करने वाले साहिल शाह की अम्मी शन्नो के साथ भी चुदाई कर रहा था. मैं उसे दिन रात, जब भी मौका लगे, चोदता रहता था.
पिछली कहानी में आपने पढ़ा कि आंटी ने मेरे साथ सुहागरात का रोल प्ले किया.

चुदाई के इस खेल में मैं और शन्नो ये भूल गए कि हमारे अलावा घर में उसका बुड्ढा शौहर शौकत और बेटा साहिल भी रहते हैं.

दोस्तो, मेरी चुदाई से शन्नो भी दीवानी हो गई थी.
अक्सर रात में वो मेरे रूम में आ जाती और अपनी चूत और गांड में लंड ले लेती.
सुबह जल्दी उठकर नीचे अपने कमरे में चली जाती.

चुदाई का ये खेल दिन ब दिन बढ़ता जा रहा था और हम दोनों को पता नहीं चला कि कब साहिल को हम दोनों पर शक हो गया था.

एक रात घर में अचानक लाइट चली गई.
शन्नो चुपके से मेरे रूम में आ गई और बोली- राज तुम मेरे साथ नीचे मेरे बेडरूम में चलो. आज शौकत भी नहीं है.
मैंने कहा- ठीक है, मैं कपड़े पहन लूं.
वो बोली- राज ऐसे ही चलो … बेडरूम में तो वैसे भी तुम नंगे बदन ही रहोगे.

मैं और शन्नो उसके बेडरूम में आ गए और अन्दर से दरवाजा बंद कर दिया.

न जाने क्यों मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे हमें कोई देख रहा है.

मैंने शन्नो को बोला, तो वो हंसते हुए बोली- राज तुम बेकार की बातें सोचकर क्यों परेशान हो रहे हो. यहां कोई नहीं है तुम्हारे पास बस तुम्हारी शन्नो है.

अब मैंने शन्नो की नाइटी उतार दी और उसे नंगी कर दिया.
हम दोनों बिस्तर पर आ गए और एक दूसरे को चूमने लगे.
मैं उसके मम्मों को मसलने लगा और उसकी गर्दन पर चुम्बन करने लगा.

कुछ ही देर में शन्नो भी गर्म हो चुकी थी और वो भी मुझे चूमने लगी थी.
शन्नो ने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर सहलाना शुरू कर दिया और मैं उसके मम्मों को चूसने काटने लगा.

वो ‘आह आहह’ करके मादक सिसकारियां भरने लगी.

कुछ देर बाद वो मेरे नीचे आ गई और मेरे लौड़े को मुंह में लेकर चूसने लगी.
मेरे लंड को शन्नो गपागप गपागप लॉलीपॉप समझकर चूसने लगी और मैं उसकी पीठ को सहलाने लगा.

थोड़ी देर बाद दोनों 69 की पोजीशन में आ गए और एक-दूसरे के अंगों को चूसने लगे.

मुझे अचानक से लगा कि जैसे कोई फिर से हमें देख रहा था.
लेकिन अब हम दोनों काम वासना के समंदर में गोते लगाने को तैयार हो गए थे.

मैंने शन्नो को घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड घुसा दिया.
मैं उसकी चुत में तेज़ तेज़ झटके लगाने लगा.

वो- आहहल्ला अह मजा आ गया.
शन्नो मस्ती से चुत में लंड लेने लगी.

मैंने उसकी चूचियों को पकड़ लिया और मसलते हुए लंड चुत में अन्दर बाहर करने लगा.
अब शन्नो भी अपनी गांड आगे पीछे करके मज़े से लंड ले रही थी.

मैंने अपने लौड़े की रफ्तार बढ़ा दी और तेज़ी से अन्दर-बाहर करने लगा.
शन्नो की कामुक आवाजें बढ़ने लगीं और वो उम्म आह उह करके गांड आगे पीछे करने लगी.

मैंने शन्नो की चूत में लंड की मार तेज़ कर दी और तेज़ी से अन्दर-बाहर करने लगा.

शन्नो को बहुत मजा आने लगा था, वो गांड हिलाती हुई बोली- राज तुम मुझे ऐसे ही चोदते रहो यार … बड़ा मजा देते हो .. तुम अपना लंड मेरी चुत में काफी अन्दर तक पेल देते हो. मैं तुम्हारी रंडी हूं … कुतिया हूं आह चोद दो मुझे अपने लंड से.
उसके मुंह से ये सुना तो मैं जोश में आ गया और बोला- साली रंडी कुतिया छिनाल … अम्मी … भैन की लवड़ी … ले लंड खा अपनी भोसड़ी में … आह साली बड़ा मजा देती है.

मैं मदांध होकर उसे जोर जोर से चोदने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने शन्नो को बिस्तर पर सीधा लिटा दिया. उसकी टांगों को चौड़ा करके एक ही झटके में पूरा लंड चुत में घुसा दिया.

वो चीख पड़ी- आह मर गई … याल्ला आहहह आहहह धीमे चोद करमजले … आह मर गई साले.

शन्नो चिल्लाने लगी तो मैंने उसकी चूचियों को मसलते हुए चोदना शुरू कर दिया.
मैं तेज से तेज झटके लगाने लगा.

कुछ देर बाद शन्नो की सिसकारियां कम हुईं तो वो बोली- हां राज, अब मजा आने लगा है … अब और तेज़ तेज़ चोदो आह अपनी इस शन्नो को चोद दो … आह क्या मस्त लंड है.

दस मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद शन्नो का शरीर धीरे धीरे अकड़ने लगा और मेरा लंड उसकी चूत में फंसने लगा.

लंड के हमलों से शन्नो की चूत ने पानी छोड़ दिया और उसकी गीली चूत में लंड फच्च फच्च फच्च करके अन्दर बाहर होने लगा.

मैंने शन्नो को दोबारा कुतिया बनने को कहा, तो वो राजी हो गई.

उसकी गांड में मैंने थूक लगाया और लंड को घुसाने लगा, चूत के पानी से गीला लंड फच्च करके गांड के अन्दर चला गया.

‘ऊईईई आहह मर गई भड़वे धीरे चोद भोसड़ी के …’
शन्नो चिल्लाने लगी.

तो मैं उसकी कमर पकड़कर और तेजी से चोदने लगा.
लंड सैट हुआ तो उसकी आवाज कम होने लगी.

मैंने भी अपने लौड़े की रफ्तार बढ़ा दी और तेज़ी से अन्दर-बाहर करने लगा, उसकी चूचियों को मसलने लगा.

वो मस्ती से बड़बड़ाने लगी- ओ ऊपरवाले … क्या लौड़ा दिलाया है तूने … आह मेरे खुदा अपना करम यूं ही बनाए रखना … मेरे सरताज के लंड पर अपनी मेहर अता फरमा.

मैंने उसकी चूचियों को मसलना और तेज़ तेज़ कर दिया और गपागप गपागप चोदने लगा.

अब शन्नो एक रंडी के जैसे चिल्ला चिल्ला कर चुदाई का मज़ा लेने लगी थी.

उसी समय मेरी नजर साइड में रखी अलमारी के पीछे पड़ गई.
उधर साहिल एकदम नंगा था और उस अलमारी के पीछे छुपकर अपने लौड़े को हिलाते हुए अपनी अम्मी की चुदाई देख रहा था.

मैंने उसे नज़र अंदाज़ करते हुए अपना पूरा ध्यान शन्नो पर लाते हुए चोदना शुरू कर दिया और गपागप गपागप चोदने लगा.

ये बात मैंने शन्नो को नहीं बताई क्योंकि मैं जानता था कि फिर वो मुझसे चुदाई नहीं करवाएगी.

मैंने भी ये भूलना ठीक समझा कि आज साहिल मुझे अपनी ही अम्मी की चुदाई करते देख रहा है.

जब उसको मजा आ रहा था तो मैं भी ये सोचने लगा था कि साहिल को उसकी अम्मी की चुत चोदने मिल जाए तो उन दोनों का काम बन जाएगा.

मैंने शन्नो की गांड से लंड निकाल कर उसे लिटा दिया और पीछे से चूत में लंड घुसा कर गपागप गपागप चोदने लगा.

अब शन्नो की चूत में लंड आसानी से अन्दर बाहर करने लगा. वो आहह आहहह आहह करके पूरा मज़ा ले रही थी.

वो बिल्कुल अनजान थी कि उसका बेटा उसे रंडी बना देख रहा है.

कुछ देर बाद मेरा शरीर अकड़ने लगा. मैंने झटकों की रफ्तार बढ़ा दी और तेज़ी से चोदने लगा.

मेरे लौड़े ने वीर्य छोड़ दिया और शन्नो की चूत भर गई.
मैं उसी के ऊपर लेट गया.

थोड़ी देर बाद दोनों अलग हुए और बातें करने लगे.

शन्नो बोली- राज, तुम चले जाओगे तो मेरी चूत को कौन चोदेगा?
मैंने साहिल की तरफ देखकर कहा- मेरी शन्नो कुतिया … तेरे घर में तो दो दो लंड हैं.

वो बोली- अब उस बुड्ढे से तो कुछ होता नहीं है … और मेरा बेटा अभी छोटा है. वो अपनी अम्मी को कैसे चोदेगा!
मैंने कहा- मेरी शन्नो कुतिया छिनाल … किसी दिन उसे भी हमारी चुदाई की क्लास दिखा दे, फिर शाय़द कोई बात बन जाए.

शन्नो बोली- राज, क्या सच में मैं साहिल के जवान लंड से चुद पाऊंगी … क्या सच में मेरा बेटा अपनी अम्मी की चूत और गांड की प्यास मिटाएगा.
मैंने कहा- ऊपर वाले से दुआ कर … तेरा बेटा साहिल तुझे जरूर चोदेगा.

कुछ देर बाद मैंने फिर से शन्नो के बूब्स दबाने शुरू कर दिए और चूसने लगा.
वो भी धीरे धीरे मेरे लौड़े पर आ गई और लपक कर चूसने लगी.

मैंने देखा साहिल छुपकर देख रहा था.

मैंने कहा- शन्नो चूस ले मेरा लौड़ा … फिर तो तुझे साहिल का लंड भी चूसना है.
शन्नो बोली- हां, मैं साहिल का लंड भी चूस लूंगी … मगर वो मेरे सामने लंड खोल कर आए तो.

मैंने कहा- चिंता मत मेरी रंडी … तेरा बेटा जल्दी ही अपनी अम्मी की चुत में अपना लंड पेलेगा.
शन्नो- आमीन.

थोड़ी देर बाद मैंने शन्नो को लंड पर बैठा दिया और लंड सट्ट से चूत में चला गया.

‘ऊई ईई ऊईई मर गई … मैं मर गई साले एक झटके में ही पूरा पेल देता है.’

मैं हंस पड़ा और उसकी चूचियां दबाते हुए उसे इशारा कर दिया.

वो मस्ती से लंड पर उछल उछल कर गांड पटकने लगी. मैं उसकी चूचियों को पकड़ कर मसलने लगा.

शन्नो लंड पर मस्त होकर ऐसे उछल उछल कर गांड पटकने लगी जैसे कोई सुपरफास्ट ट्रेन पटरी पर दौड़ रही थी.

दस मिनट बाद शन्नो की चूचियां टाइट होने लगीं और वो उछल उछल कर लंड लेने लगी.

छिपी नजरों से मैंने देखा कि साहिल फिर से अपना लंड हिलाने लगा था.

मैंने साहिल के लंड में आग भरते हुए कहा- और तेज़ तेज़ उछल … साली कुतिया छिनाल … रंडी.
वो बोली- हां हां मैं हूं … कुतिया छिनाल रंडी शन्नो मैं ही हूँ … मैं अपने बेटे का लंड अपनी चुत में भी लेने को रेडी हूँ.

ये सुनकर मैंने उसे बिस्तर पर सीधा लिटा दिया और उसके ऊपर आ गया.
मैं उसकी चूचियों को मसलने लगा और उसकी चूत में लंड घुसा कर उसे चोदने लगा.

मेरा लंड इंजन के पिस्टन की तरह शन्नो की चुत में अन्दर बाहर अन्दर बाहर होने लगा.

मैं उसकी चूचियों को चूसने लगा … वो कामुक सिसकारियां भरने लगी.

इस वक्त पूरे कमरे में पच्च पच्च आहह आहहह आहह की आवाज तेज होने लगी.
मैंने अपने लौड़े की रफ्तार बढ़ा दी और शन्नो को तेज़ी से चोदने लगा.

अब हम दोनों चरम पर आ गए थे. दोनों मजा लेकर चुदाई का खेल खेल रहे थे.

तभी शन्नो की चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया. चुत रसभरी हुई तो मेरा लंड फच्च फच्च फच्च करके अन्दर उसकी बच्चेदानी तक जाने लगा.

मैंने शन्नो को बिस्तर पर उल्टा लिटा दिया और उसकी टांगों को चूचों पर मोड़ कर उसकी गांड में लंड डालकर चोदना शुरू कर दिया.

आहह अहह अहह करके शन्नो अपनी गांड को हिला हिला कर लंड लेने लगी.

कुछ देर बाद मैंने अपने लौड़े की रफ्तार और बढ़ा दी और तेज़ी से शन्नो की गांड चोदने लगा.

दोनों ही वासना से भरी सिसकारियां निकालने लगे.

अब मेरा शरीर भी अकड़ने लगा था और मैंने अपने लौड़े को तेजी से अन्दर-बाहर करना चालू कर दिया.

कुछ शॉट के बाद मेरे लौड़े ने वीर्य छोड़ दिया और शन्नो की गांड में भर गया.

थोड़ी देर बाद मैंने लंड निकाला तो वीर्य गांड से बाहर आने लगा.

फिर मैंने लंड गांड से पूरा बाहर निकाला और शन्नो के मुंह में डाल दिया.
वो कुल्फी जैसे लंड चूसने लगी.

थोड़ी देर बाद दोनों चिपक कर किस करने लगे और दोनों को नींद आ गई.

सुबह 7 बजे शन्नो की नींद खुली.
उसने मुझे जगाया और बोली- राज, तुम अपने रूम क्यों नहीं गए थे.
मैंने उसे बांहों में भरते हुए कहा- मुझे नींद आ गई थी.
शन्नो बोली- ओके राज … तुम रूको मैं साहिल को देखती हूं.

फिर नाइटी पहन कर शन्नो बाहर आ गई.

थोड़ी देर बाद वो आई और बोली- साहिल सुबह घूमने निकल गया. तुम अब अपने रूम में चले जाओ.

मैंने शन्नो को चूमना शुरू कर दिया और उसके होंठों पर लंड फिराने लगा.

वो बोली- राज अभी नहीं … साहिल आ जाएगा.

मैंने लंड मुंह में डाल दिया और चोदने लगा.
शन्नो भी मेरे लंड को चूसने लगी और उसने 5 मिनट चूस कर मेरे लंड का पानी निकाल दिया.

मैंने लंड उसी के मुंह में डाले रखा तो वो सारा वीर्य गटगट करके पी गई.

मैं अपने रूम में आ गया.

थोड़ी देर बाद मैं नीचे आ गया.

साहिल ने मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया जैसे उसे कुछ पता नहीं है.
मैं भी उसके सामने बिल्कुल नार्मल हो गया … जैसे मैं भी चुदाई की घटना से बिल्कुल अनजान हूं.

दोस्तो, मैंने शन्नो को कभी नहीं बताया कि साहिल को हमारी चुदाई के बारे में सब पता है.

इस तरह मैंने अपने ही दोस्त साहिल शाह की अम्मी को उसके सामने रात रात भर चोदा.

अब मुझे पुणे से वापस जाने में एक हफ्ता रह गया था. मेरा वापस जाने का समय आ गया था.

कम्पनी में जाकर मैंने अपने मैनेजर को धन्यवाद दिया और लौट आया.

उसके बाद मैं कभी पुणे नहीं गया और न मेरी शन्नो से कोई बात होती है.

हां एक बार साहिल का फोन आया था. उससे बात हुई थी कि शन्नो मुझे काफी याद करती है.

मैंने साहिल से अर्थपूर्ण भाषा में पूछा- तुम्हारी अम्मी मुझे क्यों याद करती है … तू तो हो न!
वो भी मेरी बात को समझ गया था और बोला- हां सर मैं अपनी अम्मी को खुश रखता हूँ. मगर वो कभी कभी मुझसे आपकी चर्चा करती रहती हैं.

मैं समझ गया कि शायद शन्नो को चुदाई के समय मेरी याद आती होगी और वो अपने बेटे से चुदते समय उससे मेरा जिक्र करती होगी.

ये जानकार मुझे बड़ी ख़ुशी थी कि शन्नो का बेटा उसे चोदकर खुश कर रहा है. मैं भी उन दोनों की लाइफ में बस खुशियां ही चाहता हूं.

आपको मेरी ये हॉट आंटी Xxx कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल और कमेंट्स करके जरूर बताएं.
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