दो से बेहतर चार- 4 (Sex With Hot Girl Story)

बीवी ने पति को मौक़ा दिया सेक्स विद हॉट गर्ल का … लड़की अपनी सहेली को अपने पति के कमरे में उसके हवाले करके चली गयी दूसरे कमरे में!

कहानी के पिछले भाग
कॉलेज की सहेली को पति से चुदवाया
में आपने पढ़ा कि

दोनों की चुदास भड़क रही थी तो दीपा थोड़ी उठी और अनिल का लंड अपनी पानी बहाती चूत में कर लिया और लगी इधर उधर मटकने।

अनिल ने उसे गोद में उठाया और बेड पर ले जा कर पटका।
फिर जो घमासान शुरु हुआ, नीचे रूम वालों को भी लगा होगा कि ऊपर कोई भूचाल आया है।

अब आगे सेक्स विद हॉट गर्ल:

पंद्रह बीस मिनट की चुदाई के बाद अनिल तो थक कर सोने लगा तो दीपा बोली- तुम शॉर्ट्स पहन लो, शिखा का भरोसा नहीं कब आ धमके और मेरे उसके बीच कोई पर्दा नहीं है, मैं तो बिना कपड़ों के भी रह लूँगी।

अनिल ने शॉर्ट्स पहन तो ली पर उसकी आँखों में बिना कपड़ों की शिखा घूम गयी।
दीपा समझ गयी, बोली- तुम्हें शिखा की चूत मारनी है?
अनिल मुस्कुरा दिया।

तो दीपा बोली- मुझे भी फिर मनीष से चुदवाना पड़ेगा … सोच लो!
अनिल हंसकर बोला- अगर तुम्हें कोई एतराज नहीं तो मुझे भी कोई ऐतराज नहीं।

दीपा ने उसे चूम लिया और चिपट कर सो गयी उसके साथ!

उधर दूसरी कॉटेज में शिखा और मनीष ने जब बाहर का नज़ारा देखा तो दोनों बहुत छोटे कपड़े पहनकर एक बार रिज़ॉर्ट में घूमने निकल लिए।

हर ओर यही नज़ारा था।
कहीं कोई बालकनी में चिपका खड़ा था, कहीं गोदी में लेटे थे, कहीं बाँहों में बाँहें डाले घूम रहे थे।

जब मनीष को लगा कि अब शिखा भी गर्म हो गयी है तो वो शिखा से बोला- चलो कॉटेज में चलें।
शिखा मनीष की कमर पर लटक गयी और बोली- चलो।

अपने लाल रंग में रंगे लंबे नाखूनों से शिखा मनीष की छाती के निप्पल सहला रही थी।

शिखा ने पिट्ठू की सवारी करते करते मनीष को कभी कान पर काटा, कभी गर्दन के पीछे चूमा।
उसके पैर मनीष की कमर पर लिपटे थे और पंजे मनीष के लंड के ऊपर ही थे।

मनीष ने उसे कॉटेज में ले जाकर उतारते ही उसके कपड़े भी खींच दिये।

चूंकि वो दोनों रेत में सराबोर हो रहे थे तो बेड पर तो नहीं जा सकते थे और गर्मी से आए थे तो नहाने से पहले ठंडा होना जरूरी था।

मनीष ने फ्रिज से बीयर निकाल ली।
इधर शिखा ने उसकी शॉर्ट्स नीचे खींच कर उसका लंड मुंह में ले लिया।

फटाफट शावर लेकर दोनों बेड पर शुरू हो गए।
मनीष ज्यादा ही उतावला हो रहा था।

शिखा ने उसे छेड़ा- क्यों दीपा के मम्मों ने गर्मी पैदा कर दी?
मनीष बोला- आज फिर दिलवा दे दीपा की चूत … तो मजा आ जाएगा।
शिखा बोली- दिलवा तो दूँगी पर मुझे भी अपनी चूत अनिल को देनी होगी।

मनीष बोला- फिर तो मजा आ जाएगा, चारों साथ करेंगे पूरी रात!
शिखा बोली- पहले मेरी चूत तो ठंडी कर लो फिर दीपा की सोचना।

मनीष के धक्के बढ़ गए।
आज उसकी स्पीड गज़ब की थी।
वो चोद तो शिखा को रहा था पर दिमाग में उसके दीपा चुद रही थी।

निबट कर दोनों चिपक कर सो गए।

एक घंटे बाद शिखा तो उठ गयी, उसने मनीष को उठाने की कोशिश की पर वो गहरी नींद में था उठा नहीं।
शिखा को अब नींद नहीं आ रही थी, उसने हल्का सा पर्दा हटा के देखा बाहर भी सन्नाटा था.
सभी आराम कर रहे होंगे रात के लिए एनर्जी इकट्ठी कर रहे होंगे।

शिखा बोर हो गयी तो उसने एक फ्रॉक डाली और नीचे पैंटी पहन ली, ब्रा नहीं पहनी और दीपा के कॉटेज पर जाकर उसे एक मिस कॉल मारी।

दीपा ने तुरंत रिप्लाई किया, बोली- कमीनी जानती हूँ तू आ रही होगी। खुद तो मजे ले चुकी … अब हमें चैन से मत सोने दे।
शिखा हँसती हुई बोली- जल्दी दरवाज़ा खोल … बाहर बहुत गर्मी है।

दीपा ने शॉर्ट्स और बहुत छोटी सी टॉप डाल कर दरवाजा खोला।
शिखा फटाफट अंदर आ गयी।

वो मटकती हुई अनिल के पास तक गयी, देखा वो सो रहा है.
शिखा वापिस दीपा के पास आई और उसका टॉप उठा कर मम्मों को अपने मुंह में दबोच लिया।

दीपा बोली- क्या आफत है … एक को चुसवा चुसवा कर अभी सुलवाया अब दूसरी आ गयी।

शिखा ने उसे आँख मार कर कहा- अनिल नंगा है या कुछ पहने है?
दीपा बोली- मुझे मालूम था कि तू आएगी तो उसे शॉर्ट्स पहना कर सुलाया है।
शिखा बोली- अरे ये क्या जुल्म कर दिया, मैं तो ये सोच कर आई थी कि देखने को मिलेगा।

कहते कहते शिखा ने अनिल की चादर हल्के से हटाई तो अनिल बेसुध पड़ा था पर उसका लंड ताना था।
शिखा ने नीचे झुकर उसे ऊपर से चूम लिया।

दीपा बोली- पक्की बेशर्म है तू!
शिखा बोली- बेशर्मी दिखाऊँ?

उसने आहिस्ता से अनिल की शॉर्ट्स में हाथ डाल कर अनिल का लंड सहला दिया और हल्का सा बाहर निकाल दिया।
उसका टोपा अब शॉर्ट्स के बाहर था।
अनिल अभी भी बेसुध था।

शिखा ने जीभ से उसके टोपे को चाट दिया।
अब दीपा ने उसे वापिस खींच लिया, बोली- ऐसे नहीं … कुछ प्लान करते हैं।

फ्रिज खोलकर शिखा ने दो केन जूस की निकालीं और दीपा को लेकर सोफ़े पर पसर गयी।
शिखा के बैठते ही उसकी फ्रॉक ऊपर हो गयी तो दीपा ने देखा उसकी चिकनी चूत झांक रही है।

दीपा बोली- कुछ तो शर्म कर लिया कर, तू अपने रूम में नहीं है, बाहर है।
शिखा बोली- बाहर हूँ तभी तो ये भी पहने हूँ, अभी अंदर होती तो कुछ नहीं पहने होती।

दीपा ने उसकी चूत में उंगली घुसा दी।
शिखा की आह निकल गयी, उसने दीपा के होंठों पर अपने गर्म होंठ रख दिये।

दीपा बोली- पहले कुछ प्लान कर लें, फिर ये उठ जाएगा।

दोनों ने ये तय किया की अभी जब अनिल उठेगा तो दीपा बाथरूम चली जाएगी और शिखा बेड में अनिल से चिपटने की कोशिश करेगी।
बस इससे ज्यादा कुछ नहीं!
फिर रात को या तो चारों एक साथ करेंगे, अदल-बदल के या फिर दोनों लड़कियां बदल कर अपने अपने कॉटेज में करेंगे।

ये सब कैसे होगा … ये माहौल बनने पर तय करेंगे।

शिखा बोली- मैं अनिल को उठाती हूँ, तू वाशरूम में चली जा!

दीपा के जाते ही शिखा बेड पर पहुँच गयी और आहिस्ता आहिस्ता अनिल के गालों से लेकर गर्दन पट होते हुए उसकी छाती के निप्पल पर अपने लंबे नाखून फिराने लगी।

उसने हल्का सा अनिल को किस भी किया, अनिल की आँख खुल गयी।
देखा तो बगल में शिखा मुस्कुरा रही थी।

अनिल को लगा कि वो सपना देख रहा है।
इतनी सुंदर जवान भरे बदन की घुंघराले बाल, गहरे नाक-नक्श, खूबसूरती से पैंटेड नेल्स और चेहरे पर कातिलाना मुस्कान!

शिखा बोली- यहाँ सोने आए हो क्या?
अनिल मुसकुराता हुआ बोला- दीपा कहाँ गयी?

शिखा बोली- दीपा गयी मनीष के पास कि तुम तो कुछ कर नहीं रहे हो।
अनिल ने मुस्कुरा के चारों ओर देखा तो दीपा नहीं दिखाई दी।
उसने चादर के अंदर हाथ लगाकर कन्फ़र्म किया कि उसने कुछ पहन रखा है या नहीं!

उसने मन ही मन दीपा को धन्यवाद दिया जो उसने उसे शॉर्ट्स पहनवा दी थी।

अनिल शिखा से बोला- मैंने ही दीपा से कहा था कि मुझे थोड़ी देर और सोने दो, फिर रात को तो पता नहीं तुम लोग सोने दोगी या नहीं?
शिखा बोली- ओए होय, आज तो जनाब पूरे मूड में हैं, दीपा जरा फ्रेश होने गयी है, तब तक चलो हम दोनों सोते हैं।

बिना कोई जवाब सुने शिखा अनिल की चादर में घुस गयी और बेधड़क उसके सीने से लग कर आँख बंद कर के लेट गयी।
अनिल का तो मानो बिल्ली भागो छींका टूटा … उसकी समझ में नहीं आ रहा था क्या करे, लंड तो खड़ा हो गया था।

शिखा ऐसे बिना परवाह चिपट कर लेट गयी थी मानो मनीष के पास लेटी हो।
अनिल चुपचाप पड़ा रहा।

शिखा ने आँख खोली और बोली- आदमी हो या पाजामा? इतनी खूबसूरत साली चिपक कर लेटी है; और तुम हो कि एक किस भी नहीं। यार, कभी दीपा से भी कुछ करते हो या नहीं?
कहकर उसने अनिल को एक किस कर लिया और फिर ऐसे ही लेट गयी।

अब अनिल की हिम्मत खुली।

दोनों की टांगें आपस में चिपक रही थीं। अनिल ने करवट ली और शिखा को एक जोरदार किस दिया।
शिखा ने आँख मटका कर कहा- अच्छा ये भी आता है। शर्म नहीं आती गाल पर किस करते?
कहकर उसने उसके लबों पर चुम्मी ली।

बस इतना बहुत था आग लगाने के लिए!
दोनों चिपट गए और चुंबनों की झड़ी लग गयी।

तभी वाशरूम से फ्लेश चलने की आवाज आई।
शिखा अनिल से अलग हुई बोली- दीपा आ रही है।

पर तब तक अनिल ने उसके नंगे चूतड़ों पर हाथ फिरा लिया था और शिखा भी उसका लंड ऊपर से दबा चुकी थी।
मतलब शिखा ने अनिल का लंड खड़ा कर दिया था और अब अनिल उसके काबू में था।

दीपा बाहर आई और अनिल से बोली- नाश्ता ऑर्डर करो, भूख लगी है.
और शिखा से बोली- तू अपने वाले को भी बुला ले!

शिखा ने दीपा को आँख मारते हुए कहा- मनीष तो सो रहा होगा। तू उसे उठा ले, जब तक नाश्ता आता है, मैं भी एक झपकी मार लूँ।

अनिल ने नाश्ते का ऑर्डर दिया।

दीपा बोली- मैं चेंज कर लूँ, बाहर ऐसे नहीं जाऊँगी।
शिखा चीखी- तुझे कौन सा मार्केट में जाना है। बस दूसरी कॉटेज में ही तो जाना है. और कौन सा बिना कपड़ों के जाना है, देख यहाँ ड्रेस को लेकर नौटंकी मत कर!
अनिल भी बोला- हाँ, यहाँ कौन किस की परवाह कर रहा है, चली जाओ।

दीपा ने डिओ स्प्रे किया और शिखा को देख मुस्कुराती हुई सेल्फ लॉक से डोर को लॉक करती बाहर निकल गयी।

अब अंदर शिखा अनिल से कस कर चिपट गयी।
उसने बिना देर गँवाए अनिल के होंठों से अपने होंठ मिला दिये।
दोनों की जीभ एक दूसरे में समाना चाह रही थीं।

अनिल ने शिखा की फ्रॉक उठा दी।
नीचे तो वो बिल्कुल नंगी थी.

अनिल ने अब और न इंतज़ार करते हुए उसकी फ्रॉक को उतारना चाहा तो शिखा ने उसका साथ देते हुए अपने अपने हाथ ऊपर कर दिये और फ्रॉक उतारने दी।
अब वो बिल्कुल नंगी थी।

अनिल ने उसके मम्मे मुंह में ले लिए।
शिखा ने बिलबिलाते हुए अनिल की शोर्ट्स भी नीचे खींच दी।
अब दोनों नंगे थे।

शिखा ने अनिल को नीचे धक्का दिया और उसके ऊपर लेट गयी।
दोनों के अंग से अंग मिल गए।

अनिल का लंड शिखा की चूत के मुहाने पर अंदर घुसने के लिए मचल रहा था और शिखा के मम्मे अनिल की छाती पर रगड़ रहे थे।
दोनों के होंठ ऐसे मिले थे कि बदन की कसमसाहट से ऊह आंह की सिसकारियाँ आ रही थीं।

शिखा 69 हो गयी और अपनी मखमली चूत अनिल के मुंह में और अनिल का फनफनाता लंड अपने मुंह में कर लिया।

अनिल बोला- जल्दी कर लो, दीपा आ जाएगी।
शिखा हंस कर बोली- तुम मत घबराओ … मनीष उसे बिना चोदे नहीं आने देगा। वो नहीं आने वाले अभी!

सुनकर अनिल को ये समझ आ गया कि जो हो रहा है इसमें दीपा की भी सहमति है।
अब वो भी जोश में आ गया उसने शिखा के पैर चौड़ा कर जीभ और अंदर कर दी।

अनिल का लंड मनीष से लंबा था, शिखा गन्ने चूसने का मजा ले रही थी और अनिल को बेचैन कर रही थी।
अब अनिल को लगा कि वो उसके मुंह में ही न छूट जाये तो उसने दम लगाकर शिखा को नीचे किया और उसकी टांगें चौड़ा कर पेल दिया अपना मूसल उसकी मुनिया में!

तब जो चुदाई का तूफान आया, लगा कि लकड़ी का बना ये कॉटेज टूट कर नीचे आ जाएगा।
पर रिज़ॉर्ट वालों ने कॉटेज की मजबूती चुदाई के हिसाब से ही बनवाई थी।

पाँच मिनट के सेक्स विद हॉट गर्ल के बाद हाँफते हुए शिखा ने अनिल को नीचे किया और चढ़ गयी उसके ऊपर।
अनिल ने उसकी मम्मे दबा दबा कर लाल कर दिये दे।

शिखा के मुंह से राल निकाल रही थी जो उसकी और अनिल की मिक्स थी। शिखा के धक्के जोरदार थे, नीचे से अनिल भी अपने कूल्हे उछाल रहा था।
थोड़ी देर में ही दोनों का एक साथ हो गया और शिखा अनिल के बगल में ही लेट गयी।

मुझे मेल और कमेंट्स में बताएं कि आपको यह सेक्स विद हॉट गर्ल कहानी मनोरंजक लग रही है या नहीं!
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सेक्स विद हॉट गर्ल कहानी का अगला भाग: दो से बेहतर चार- 5

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