पड़ोस की लड़की की मलाईदार चूत की सील तोड़ी

वर्जिन चूत गर्ल कहानी मेरे पहले सेक्स की है. मेरी किस्मत से मुझे पहली लड़की कुंवारी अक्षत यौवना मिली थी. बहुत सेक्सी मोटी गांड वाली लड़की थी वो!

दोस्तो, मेरा नाम प्रिन्स है. मैं छत्तीसगढ़ से हूँ.
मेरी उम्र 22 साल है. मैं दिखने में अच्छा हूँ, मेरी हाइट 5 फुट 7 इंच की है और जिम वाला शरीर है.

मैं सेक्स स्टोरी पढ़ने का बहुत शौकीन हूँ और मेरा हथियार भी बहुत प्रभावशाली है.
जो कोई भी लड़की या भाभी एक बार मेरा लंड ले लेती है, समझो वह मेरे लौड़े की दीवानी हो जाती है.

हाल ही में दो दिन पहले मेरा पहला सेक्स हुआ था जो मेरे जीवन की एक सत्य घटना है.
आज मैं उसी वर्जिन चूत गर्ल कहानी को आप लोगों के साथ साझा कर रहा हूँ.

मेरे पड़ोस में एक ख़ुशी नाम की लड़की रहती है. उसकी उम्र 20 साल है और वह दिखने में काफ़ी हॉट है.

उसकी फ़िगर जबरदस्त है.
गांड तो ऐसी उठी हुई है कि कोई भी बस एक बार देख भर ले तो उससे बिना मुठ मारे रहा ना जाए.
वह ऐसी परी है.

उसकी चिकनी चूत मलाईदार ऐसी कि बस ‘आह ऊम्म्म्हा …’ निकल जाए.
मैं उसको चोदने के चक्कर में था.

उसके घर में दूध का काम है.
मैं कई बार उसके घर पर दूध लेने जाता था.
मेरी नजर हर बार उसकी जवानी पर ही टिकी रहती थी.

मैं दो दिन पहले उसके घर दूध लेने गया.
उस दिन उधर खुशी ही थी.

मैंने उससे कहा- ख़ुशी दूध मिलेगा?
तो वह बोली- कौन सा?

मेरे मन में लड्डू फूटा.
मैं बोल पड़ा- जो दूध मुझको चाहिए, वह अब तक कभी नसीब ही नहीं हुआ है. यदि वह मिल जाए तो आनन्द ही आ जाए.
यह कहते हुए मेरी गांड भी फट रही थी कि साली कहीं घर में कुछ कह ना दे, तो इतने पड़ेंगे के गिने नहीं जाएंगे.

तभी अचानक से खुशी ने अपने सीने को हिलाया और कुर्ते के गहरे गले से अपने सफेद दूध झलकाकर बोली- जो बोलो, सब तरह का दूध मिलेगा.
उसकी इस बात से तो मैं खुशी के मारे पागल ही न हुआ, बाकी सब हो गया.

मैं बोल पड़ा- जो तुम्हारे पास है, वही मिल जाता तो …
वह हंसी और धीमे से बोली- मम्मी पापा आज रात को 8 बजे कहीं जाने वाले हैं और उनको वापस आने में दो तीन घंटे लगेंगे. आप उसी वक्त आ जाना … और सिर्फ़ वही मिलेगा. उसके बाद कुछ नहीं … समझ गए न!

मैं तो एकदम से खुश हो गया और दूध लेकर घर आ गया.

घर पर अपने कमरे में आकर मैंने खुशी की चूचियों को सोच सोच कर मुठ मार ली और रात होने का इंतजार करने लगा.

जब आठ बजे उसके मम्मी पापा घर से चले गए तो मैं लपक कर उसके घर के दरवाजे पर पहुंचा और दस्तक दे दी.

वह दरवाजे के पास ही खड़ी थी तो उसने झट से दरवाजा खोल दिया.

उसने मुझे देखा तो शर्मा गयी.
वह इतनी खूबसूरत लग रही थी मानो कोई परी है.

उसने मस्त लैगी कुर्ती पहनी हुई थी.
चुस्त लैगी में उसकी चिपकी हुई सुडौल टांगें मुझे बेहद कामुक बना रही थीं.

मैंने उसे एक नजर देखा और झट से पलट कर दरवाजे की कुंडी बंद कर दी.
अगले ही पल मैं उस पर झपट पड़ा.
मैंने उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया और चूमने लगा.

वह पीछे को हटने लगी और कहने लगी- सुन लो पहले अगर किसी को बताया तो तेरे लंड को काट दूँगी.
मैंने वादा किया कि मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगा.

बस फिर क्या था … मैंने उसकी कुर्ती के ऊपर से ही दूध दबाना चालू कर दिया.
वह भी एकदम खुल कर साथ देने लगी और आह आह करने लगी.

मैं समझ गया कि आग उधर भी भरपूर लगी है.
मैंने पल भर की भी देर न लगाई और दोनों हाथ आगे बढ़ा कर उसकी कुर्ती निकाल दी.

वह मेरे सामने सफेद ब्रा में मस्त छमिया लग रही थी.
मैंने उसको बांहों में भरा और उसकी पीठ पर हाथ ले जाकर ब्रा का हुक खोल दिया.

उसके दोनों दूध छलक कर सामने आए … तो बाप रे क्या मलाई जैसे बूब्स थे … मेरा तो पानी टपकने लगा था.
मैंने पहली बार इतना हॉट माल सामने से देखा था.
मैं उसके निप्पलों पर तुरंत टूट पड़ा.

एक को मुँह में भर लिया और दूसरे को दो उंगलियों में भींच कर मींजने लगा.
वह भी मेरा सिर दबा दबा कर अपने आम चुसवाने लगी.

चुसाई के दौरान उसकी ‘अफ उफ़्फ़ आंह …’ की मादक आवाज़ें सुन कर मेरा हाल और ज्यादा ख़राब होने लगा.

वह मेरे सर पर अपने हाथ को फेर रही थी और मुझे किसी बालक की तरह अपने चूचों से लगाए हुई दूध चुसवा रही थी.

मैं भी उसकी आंखों में आंखें डाल कर उसके निप्पल को खींच खींच कर चूस रहा था.
वह भी अपने होंठों को काटती हुई मुझे अपने मम्मे पर दबा दबा कर दूध पिला रही थी.

यह अलग बात थी कि उस दूधवाली खुशी के दूध में से दूध नहीं आ रहा था पर दूध पीने की खुशी पूरी मिल रही थी.

कुछ देर बाद मैंने धीरे से अपना लंड पैंट से बाहर कर दिया.
वह लंड देख कर घबरा गई और कहने लगी- प्रिन्स बस हो गया, अब बहुत हो गया.

मैंने कहा- बस बेबी, पांच मिनट में सब हो जाएगा.
वह लंड को देखती हुई ना-नुकर करने लगी.

मैंने भी उसके सामने एक हाथ से लंड को हिलाते हुए उसे रिझाया और मनाने लगा.
वह लंड देखने लगी.

मैंने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
उसने झट से हाथ हटा लिया.

मैंने दुबारा से उसका हाथ पकड़ा और फिर से अपने लौड़े पर रख दिया.
इस बार उसने हाथ नहीं हटाया और लंड को सहलाने लगी.

मैंने कहा- जैसे हाथ में लेने का डर खत्म हो गया है न, ठीक वैसे ही चूत में लेने में भी डर नहीं लगेगा बेबी!

कुछ मिनट बाद वह मान गई और बोली- अगर दर्द होगा तो नहीं करेंगे.
मैंने भी हां में सिर हिलाया और बोल दिया- ठीक है बेबी.

मैं अब उसे किस करने में मगन हो गया.
हम दोनों एक दूसरे में खो गए.

मैंने उसकी लैगी की इलास्टिक में उंगलियां फंसाईं और उसे नीचे को सरका दिया.

अगले पल ही पैंटी भी मैंने उसके कमसिन बदन से हटा दी.

वह अब पूरी नंगी थी और दूध सी चमक रही थी.
आह क्या मस्त नजारा था.

मैंने बिना इंतजार करते हुए उसकी चूत में उंगली फेरना चालू कर दिया.
पूरी सील पैक माल थी.

मैंने धीरे धीरे उसको जोश दिलाया और कहा- थोड़ा सा चूसो ना मेरा लंड!
उसने मना कर दिया.
मैंने ज़्यादा जोर नहीं दिया.

फिर मैं बोला- अच्छा मुझको करने दे.
वह मान गयी और चित लेट गई.

उसकी एकदम चिकनी चूत, बिना झांटों वाली एकदम पिंक … मैंने तुरंत सैटिंग बनाई और अपना मुँह चूत से लगा दिया.
मेरा भी यह पहली बार का मामला था, अब तक बस चुदाई के वीडियो में ही सेक्स को देखा था.

चूत को चाटा तो क्या बेहतरीन स्वाद था. बाप रे … मुझको तो ऐसा लगा, जैसा मैं चूत में ही मुँह चलाता रहूँ.

मैंने थोड़ी देर तक अपनी जीभ से चुदाई की और वह कामुक आवाज के साथ आह ऊंह आऊफ आन्म आह करती रही और चूत को मस्ती से चटवाती रही.
मैं भी मगन होकर चूत चाटता रहा.

उसकी चूत काफी गीली हो गई थी.

मैंने उसके दूध दबाते हुए उससे पूछा- मजा आ रहा है?
वह मेरे सर पर अपने हाथ को फेरती हुई बोली- आह हां, बहुत मजा आ रहा है … करते रहो आह!

फिर मैं बोला- मैंने तो इतना कर दिया, अब थोड़ा तुम भी तो चूस लो.

वह अब मान गयी और लपक कर मेरा लंड मुँह में लेने लगी.

मैंने भी उसको अच्छे से लंड चुसवाया, फिर उसको लेटा दिया और बोला- पैर फैलाओ.
उसने पैर खोल दिए.

मैंने उसकी चूत में उंगली डाली तो उंगली ही नहीं घुस रही थी.
मेरा तीन इंच मोटा और छह इंच लम्बा लंड कैसे घुसने वाला था.

मैंने फिर से चूत में मुँह लगाया और चूत को चाट चाट कर पूरा गीला कर दिया.
वह वर्जिन चूत गर्ल पगला गयी और कहने लगी- जल्दी करो, मेरे मम्मी पापा आ जाएंगे.

मैंने तुरंत अपना हथियार चूत में सैट किया और पेल दिया.

पर पहली बार किया तो गांड की तरफ फिसल गया.
उसकी चूत भी इतनी टाइट थी कि साली मुझे लग रहा था कि लंड के बस की नहीं है.

मैंने फिर से कोशिश की.
इस बार मेरा लंड का मशरूम जैसा सुपारा अन्दर चला गया.

वह चिल्ला उठी- उई मम्मी … नहीं नहीं … बहुत दर्द हो रहा है.

मैंने उसको किस करना चालू रखा और फिर से एक धक्का लगा दिया.
इस बार मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.

वह चिल्लाने लगी.
मैं भी रुक गया.

मैंने उसके निप्पल को चूसना चालू किया.
वह दबी हुई आवाज में आह आह कर रही थी.

मैं दूध चूसने के ही साथ धीरे धीरे धक्के भी लगाए जा रहा था.
हालांकि अभी भी पूरा लंड अन्दर नहीं गया था.

फिर मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में कैद कर लिया और उसकी मदहोशी का फ़ायदा उठाते हुए पूरा लंड अन्दर घुसेड़ दिया.

एकदम से वह चीखी और मेरे होंठों से अपने होंठों की जकड़न को छुड़ा कर छटपटाती हुई मुझे रोकने लगी.
वह मेरी कमर को धकेल रही थी.

मैं भी उसे जकड़े हुए था और लंड अन्दर ही पेले हुए था.
कुछ देर तक मैंने लंड को शांत रखा और खुशी को थोड़ा रेस्ट लेने दिया.

थोड़ी देर बाद जब वह सामान्य हुई तो मैंने धीरे धीरे धक्का देना चालू किया.
अब उसको भी मज़ा आने लगा था.

दर्द के साथ और अब वह कामुक आवाज़ें भी निकाल रही थी ‘ऊफ़्फ़ आंह उमह आउच और करो.’
यह सुनते ही मैंने स्पीड बढ़ा दी.

वह मना करने लगी.
मैं भी रुका नहीं और उसे चोदता गया.

काफी देर की चुदाई में अब चरम सुख मिलने वाला था.
मैंने उससे पूछा तो वह अन्दर ही छोड़ने की कहने लगी.

मैं बोला- अगर प्रेगनेंट हो गई तो?
वह कहने लगी- देखा जाएगा.

मैं भी हिम्मत करके अन्दर ही झड़ गया.
थोड़ी देर लंड को अन्दर ही पेले रखने के बाद जब मैंने अपना हथियार बाहर निकाला तो देखा पूरा ख़ून से लथपथ था.

उसकी चूत से अभी भी ख़ून आ रहा था.

वह घबरा गई- मम्मी पापा आने वाले होंगे?
मैंने कहा- टेंशन मत ले, सब ठीक हो जाएगा.

यह बोल कर मैं उसको किस करने लगा.
वह मुझे हटाती हुई बोली- अब हटो ना … मम्मी पापा आ जाएंगे.

मैं बोला- ओके ठीक है … अब कब करेंगे?
उसने मुझको गले से लगाकर चूमा और कहा- जब मामी पापा घर में नहीं रहेंगे, उस दिन आ जाना!

मैंने हां बोला और कपड़े पहनने लगा.
वह भी पहनने लगी.

वह बोली- यार, दर्द बहुत ज्यादा कर रहा है.
मैंने कहा- बस अब सो जाना.
वह हां बोली.

फिर मैंने अपना मोबाइल नंबर उसे दे दिया और कहा- कॉल करना.

दोस्तो, मैं उससे अलग हुआ और घर आ गया.
सच में क्या मस्त चूत चुदाई करने को मिली और चूत की चुसाई का भी आनन्द लिया.

मैं आशा करता हूँ कि आप सबको मेरी पहली वर्जिन चूत गर्ल कहानी अच्छी लगी होगी.
कमेंट्स में बताएं.

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