पड़ोस के दो लड़कों के लंड का मजा लिया

अलोन गर्ल नंगी कहानी एक ऐसी लड़की की है जो एक अपार्टमेन्ट में अकेली रहती है, सेक्स की शौकीन है, कहानियाँ लिखती है. उसके पड़ोस में 3 लड़कोण पर उसकी नजर है चुदाई के लिए!

दोस्तो, मेरा नाम शनाया उर्फ सन्नो है.

मैं आपको एक ही बिल्डिंग में रहने वाले तीन अलग अलग युवाओं से अपनी चूत गांड की चुदाई की कहानी सुना रही हूँ.

पिछली सेक्स कहानी
अन्तर्वासना की लेखिका चुदी एक लेखक से
में आपने लेखक अनुज के साथ मेरी चुदाई का जायका लिया था.

मेरी अलोन गर्ल नंगी कहानी थोड़ी लंबी है, क्योंकि इसमें एक महीने की पूरी चुदाई की घटनाओं का विस्तार से जिक्र है.

मेरी अनुज से मुलाकात और उसके साथ चुदाई के बाद अब जय की बारी थी.

जय मुझे अच्छा लगता था. मेरी उससे बात होती थी.
वह बातचीत से उतना सीधा-सादा तो नहीं लगता था जितना मैं समझती थी.

अनुज अपने घर गया था, उसको एक हफ्ते बाद वापस आना था.

अनुज के जाने के दो दिन बाद जय के कमरे की लाइट खराब हो गयी थी.
मैंने उस दिन जय को चाय पर बुलाया.

वह आया और बैठ गया.
हम दोनों ने चाय पीते हुए बातें की.
रात होने को थी.

जय कहने लगा- मैं अपने फ्रेंड के यहां चला जाता हूं. कल लाइट ठीक करा लूंगा.
मैंने कहा- जय, यदि चाहो तो तुम यहीं सो सकते हो. मैं तुम्हारे साथ बेड शेयर कर सकती हूं.

उसने झट से हां कर दी.

जैसा कि मैंने बताया था कि जय एक कबड्डी प्लेयर था और काफी मस्त था.
हम लोग खाना खाने लगे.

मैंने उसके खाने में कामशक्ति बढ़ाने वाली गोली मिला दी और उसे खाना खिला दिया.
अब करीब 10 बजने को थे.

हम दोनों बेड पर लेट गए और सोने लगे.
मैं जानबूझकर उसी की तरफ पीठ करके करवट लेकर सो गई थी.

मेरे बदन पर एक मैक्सी थी, जिसे ऊपर करके पूरा बदन देखा जा सकता था.
मैंने पैंटी भी ऐसी पहनी थी कि लंड डालो तो एक तरफ हो जाएगी.

करीब एक घंटा बाद जय को बेचैनी होने लगी थी.
मैं उसको दवाई के असर से तड़पता हुआ महसूस कर रही थी.

मैंने उसके लंड को महसूस किया कि उसके लंड ने मेरी टांगों में दस्तक देनी शुरू कर दी.
मैं बेसुध होने का ड्रामा करती रही.

जय ने मेरी मैक्सी को ऊपर कर दिया.
मैं सोने का नाटक करती रही.

उसने मेरी पैंटी को निकाल दिया.
अब मैं उसका मोटा लंड अपनी टांगों के जोड़ में महसूस करने लगी थी.

तभी उसके थूकने की आवाज आई, मैं समझ गई कि लंड में थूक लगाया जा रहा है.
फिर कुछ ही पल में मेरे चूतड़ों के पास उसके लंड का टोपा महसूस हुआ.

मैंने अपने हाथ को अपने मुँह पर रख लिया और लंड की हरकत को महसूस करने लगी.
जय अपने कड़क लंड को आराम से मेरी गांड में डालने लगा था.

उसका लंड अनुज के लंड बराबर मोटा नहीं था, तब भी काफी कड़क था.

आखिरकार उसने लंड गांड की तरफ से चूत में पेल दिया और मैं अपने मुँह पर हाथ रख कर सोती रही.

मेरा चिल्लाने का मन था लेकिन नहीं चिल्लाई, अपने हाथ से अपनी पूरी आवाज दबा ली.
उसने एक तेज झटके मारा और लंड पेल दिया.
वह किसी वहशी दरिंदे के जैसे मुझे चोदने लगा था.

मैं अब उठने को तैयार हो गई थी.
जब चुदना है ही, तो पूरा मजा लेकर चुदने का सोचा और मैं आआह आआह करके उठ गई.

मैं ड्रामा करती हुई एकदम शॉक्ड आवाज में बोली- जय, ये सब क्या है आआह मम्मी!

जय- शनाया रुको, कुछ नहीं है … मैं बस चैक कर रहा था शनाया.
उसने मुझे अपनी तरफ खींच कर फिर से एक तीव्र झटके के साथ लंड अन्दर डाल दिया.

मैं- आआह जय नहीं … प्लीज यह सब गलत है … आआह जय नहीं आआह.

जय तेज तेज झटके मारते हुए मेरे हाथ पकड़े हुए था और कह रहा था- आह शनाया … बस रुक जाओ थोड़ी देर बस प्लीज शनाया.

मैं- आआह आआह जय आआह जय आआह मम्मी … दर्द हो रहा है आआह.
जय- नहीं शनाया, अब दर्द नहीं होगा बस … थोड़ा रुक जाओ … बस थोड़ी देर और … आह.

यह कह कर वह तेज तेज चोदने लगा.
मैं- आआह जय आई जय ईई जय आराम से करो जय … आराम से करो.

यह सुनकर अब जय ने मेरे हाथ छोड़ दिए और वह मुझे किस करने लगा.

वह मुझे किस करते हुए ही चोद रहा था.
मैं- आआह जय ईईईई आआह.

तभी उसने मेरी चूत से लंड बाहर निकाल लिया.

जय ने अब मेरे कपड़े निकाल दिए और मुझे पूरी नंगी कर दिया.
वह मेरे मम्मों को मसलने लगा और कहने लगा- वाह शनाया क्या माल हो तुम … इतने गोरे गोरे टाइट मम्मे पहली बार देखे हैं.

वह मेरे एक दूध को चूसने लगा और मेरे दोनों पैर फैला कर वापस लंड चूत में डाल दिया.

लंड अन्दर गया और उसके धक्के लगने लगे.
वह तेज रफ्तार में मुझे चोदने लगा था और साथ ही मेरे दोनों दूध बारी बारी से चूसने लगा था.

मैं कराहने लगी थी- आऊच … जय आआह … आऊच जय आआह … इतनी तेज मत चूसो … आह दर्द हो रहा है आईई ईई ऊऊ जय बस करो अब नहीं!

जय मेरी किसी बात को आज मानने वाला नहीं था.
वह तो आज मुझे सड़कछाप रंडी बनाने के मूड में दिख रहा था.

कुछ देर बाद उसने वह उठाया और लंड जबरदस्ती मेरे मुँह में डाल कर बोला- आह लो चूस लो इसको … चूसो न यार!
मैं क्या करती … मुझे तो लंड चाहिए ही था. मैं भी उसका लंड चूसने लगी.

वह अपने लंड को मेरे मम्मों के बीच में फंसा कर मेरे दोनों दूध दबाते हुए मसलने लगा.
यह सब उसने पोर्न वीडियो के जैसे किया था जैसे ब्लू फिल्म में पोर्नस्टार करते हैं.

फिर उसने मुझे खड़ा कर दिया और मेरा एक पैर ऊपर उठाकर लंड को मेरी चूत में लगा कर वापस चोदने लगा.
वह दवा के प्रभाव में था तो जल्दी झड़ने का मतलब ही नहीं था.

कुछ देर चुदाई करने के बाद उसने मुझे बेड पर पटका और ताबड़तोड़ चोदने लगा.
उसने अपनी चुदाई की स्पीड तेज कर दी थी.

मैं भी उत्तेजित हो गई थी और जय को अपनी बांहों में भर कर उससे अपने जिस्म को कुचलवा रही थी.

कराब आधा घंटा तक जबरदस्त चुदाई के बाद मैं समझ गई थी कि अब वह झड़ने वाला है.
वह ‘आह लव यू बेबी.’ कहते कहते झड़ने लगा और पूरा वीर्य झाड़ कर वह मेरे ऊपर ढह गया.

मैं उसकी पीठ को सहलाने लगी.
लेकिन मैं अभी भी झड़ी नहीं थी.

मैं बोली- जय थोड़ी और दम साध कर मुझे चोद दो. मैं भी झड़ना चाहती हूँ.

वह मुझसे कुछ मिनट मांगने लगा लेकिन मैं इतना नहीं रुक सकती थी.

कुछ मिनट बाद मैंने जय को लिटाया और उसके ऊपर आकर उसका लंड चूसने लगी.
लंड चूसने से लंड खड़ा हो गया.

मैं लपक कर लंड पर बैठ गई.
उसका लंड अब मेरी चूत में समा गया था.
मैं उसके लौड़े पर उछलने लगी.

मेरे उछलते समय वह मेरे दोनों दूध पकड़ कर मसलने लगा और अपना सिर ऊपर करके एक एक करके मेरे दोनों दूध चूसने लगा.

मैं करीब दस मिनट उसके लंड पर उछलती रही.
फिर मैं भी टूटने की कगार पर आने लगी.

मेरे मुँह से निकलने लगा था- आह जय मैं आ रही हूँ … आह जय.

वह तेज तेज चुदाई करने लगा.

मैं कट कर उसके सीने पर गिर गई और मेरे शरीर में ऐंठन सी होने लगी थी.
उधर जय नहीं रुका.
वह मुझे अपने सीने से दबा कर चोदता रहा.
फिर वह भी झड़ गया.

ऐसे ही मैं उसके ऊपर चढ़ी हुई सोने लगी.
दस मिनट बाद जय ने मुझे उठाया और बाथरूम में ले जाकर मेरी चूत साफ करने लगा.
वह अपने लंड को भी साफ करने लगा.

मैं बहुत थक चुकी थी.
जय मुझे उठा कर अन्दर लाया और बेड पर लिटा दिया.
मेरे साथ में वह भी लेट गया.

मैं उसकी बांहों में सुकून की नींद सो गई.
सुबह करीब 9 बजे मेरी नींद खुली.

जय का लंड उस वक्त मेरी चूत में था.
मेरा एक दूध उसके मुँह में था और जय सो रहा था.

मैं जैसे ही थोड़ी सी हिली तो मुझे दर्द हुआ.

मैंने जय को जगाया और उससे पूछा- जय ये कब से डाल रखा है तुमने?

जय बोला- अरे यार मेरी सुबह 5 बजे नींद खुली. तुम एसी की ठंडक से कुछ हिल सी रही थीं, तब मैंने तुम्हें चादर उढ़ाई और अपने से सटा लिया. तभी लंड खड़ा हो गया, तो मैंने अन्दर डाल दिया और मैं लिपट कर सो गया. तुमने करवट लेकर फिर से लंड डलवा लिया और मैंने तुम्हारे एक दूध को मुँह में लगा लिया. फिर हम दोनों सो गए थे. तुम नींद में थीं, यह तबकी बात है.

फिर मैंने उसे प्यार से अपने आप से चिपकाया और लेटी रही.
कुछ ही देर में हम दोनों पुनः सो गए.

फिर हम लोग 12 बजे उठे और जय अपने घर चला गया.

मैंने मेल से अपने ऑफिस में आज का अपना ऑफ डाल दिया और कुछ काम करके सो गई.

सारे दिन मैं सोती रही और रात को जब भूख लगी, तब उठी और डिनर ऑर्डर करके खाना मँगवा कर खाया.

अगले दिन मैं ऑफिस गई.

जय के साथ अलोन गर्ल नंगी कहानी इतनी ही है.

अब तक ये दोनों लड़के मेरी मुट्ठी में आ चुके थे.

तब बारी थी सोहन की जो हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ा भी था.
उसे सैट करना मामूली सा काम था.

सोहन शरीर से सबसे अच्छा था. वह एक जिम में ट्रेनर था.
मैंने उसके कहने पर उसकी जिम जॉइन की.
वह मुझे जिम में सिखाने लगा था.

कुल तीन दिन जिम करने के बाद चौथे दिन मेरा पैर फिसल गया.
मैं जिम में गिर पड़ी.

उस दिन सोहन अपनी कार में मुझे घर लाया.
मैं ठीक थी … लेकिन मैं फिर से जिम नहीं जाना चाहती थी क्योंकि मेरे फिगर और मम्मों की वजह से सब मुझे ही देखते थे.

मैंने सोहन से कहा- कमर में दर्द है, मैं अब जिम नहीं जाऊंगी.
सोहन मेरा अच्छा फ्रेंड बन चुका था.

वह बोला- कमर के दर्द को मैं चुटकियों में ठीक कर दूंगा. लेकिन तुम जिम जाना बन्द नहीं करोगी.
मैंने कहा- मैं वहां नहीं जाऊंगी.

उसने कहा- ओके मैं कमर पर मालिश कर दूँगा, फिर तुम घर पर ही एक्सरसाइज करना. मैं तुम्हें यहीं सिखाने आ जाया करूँगा!
इस तरह से वह मेरे घर आने लगा.

मैं सोहन के साथ में मजे लेने की जुगत में थी.
उस दिन मैंने अचानक दर्द होने का नाटक किया तो वह बोला- मालिश करने वाली लड़की तो कल आएगी.

मैंने कहा- और आज मैं दर्द से मरी जा रही हूँ, उसका क्या?
वह बोला- तो मालिश मैं कर देता हूं. मुझे मसाज आयल दो.

मैं कहा- ओके मसाज आयल उधर से ले लो.
सोहन आयल लाकर बोला- शनाया, तुम्हें उल्टा लेटना पड़ेगा और अपने कपड़े भी निकाल दो.

मैं अन्दर बिल्कुल पतली ब्रा और पतली बद्दी की पैंटी पहनी हुई थी.

मैंने कहा- सॉरी सोहन, मैंने अन्दर सही कपड़े नहीं पहने हैं.
वह बोला- ठीक है, तो मसाज बाद में करा लेना.
मैं बोली- अरे यार सोहन, दर्द तो अभी है … तुम मसाज कर दो.

मैंने कपड़े उतार दिए और बेड पर लेट गई.
मेरी डोरी वाली पैंटी में मेरे दोनों चूतड़ पूरे नंगे थे और उसके सामने पूरे पूरे साफ खुले हुए थे.
बस कमर में एक बद्दी सी थी जिससे चूत एक त्रिभुजाकार कपड़े से ढकी हुई थी.

सोहन- शनाया में नहीं कर सकता, मेरी एक कमजोरी है.
मैं बोली- क्या कमजोरी है?

वह बोला- यह सब देखने से मेरा मेन पॉइंट जाग जाता है.
मैं अपनी हंसी दबाती हुई बोली- सोहन, यह सबके साथ होता है यार … मुझे दर्द हो रहा है. तुम मसाज करो यार.

फिर सोहन ने तेल डाला और मालिश करने लगा.
वह पहले कमर पर अपने हाथ फेर रहा था.

मैं आराम से उसका हाथ महसूस कर रही थी और आह आह कर रही थी.
वह बोला- क्या हुआ?

मैंने कहा- तुम्हारे हाथ फेरने से दर्द हो रहा है सोहन.
सोहन मेरे सिर की तरफ आ गया. मैंने देखा कि उसका लंड सच में खड़ा हो चुका था.

अब मैंने जानबूझ कर हाथ आगे रख दिया. वह टेबल से टिका हुआ था.
मैं उसके लंड को महसूस कर रही थी.

सोहन- अरे सॉरी शनाया!
मैं उससे बोली- कोई बात नहीं सोहन … मेरा दर्द अब सच में कम हो गया है.

उसने भी जानबूझ कर अपने लंड को चड्डी से बाहर निकाल दिया.
मैंने जब उसका लंड देखा, तो मुझे उसका लंड कुछ ज्यादा ही मोटा दिखाई दिया.

उसी समय उसने मेरे हाथ को पकड़ा और अपने लंड पर रख दिया.
मैं बोली- अरे सोहन यह क्या कर रहे हो?

सोहन ने मेरे मुँह को पकड़ा और मेरे साथ जबरदस्ती करता हुआ मेरे ऊपर चढ़ गया.
उसने मेरी पैंटी नीचे कर दी और हड़बड़ाहट में अपना लंड मेरी चूत के अन्दर डाल दिया.

मैं- आह सोहन नहीं … आआह मम्मी मर गई … आह सोहन नहीं.
वह- आह शनाया आई लव यू … शनाया तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और तुम्हारा यह बदन मुझे बहुत अच्छा लगा है शनाया … प्लीज मना मत करना.

यह कहते हुए उसने अपने मोटे लंड को और अन्दर दबा दिया.
मैं दर्द से भर उठी और नकली गुस्से में चीखी- आह सोहन … इसको बाहर निकालो पहले … आआह मुझे दर्द हो रहा है.

वह मुझे किस करने लगा और उसने मेरी ब्रा को निकाल दिया.
वह दांत पीसते हुए मेरे दूध को मसल कर बोला- शनाया, यदि तुमने हां नहीं किया, तो मुझे जबरदस्ती करनी पड़ेगी.

मैं- आह सोहन छोड़ो मुझे प्लीज … आह सोहन दर्द हो रहा है उम उम्म.
वह नहीं रुका और मेरे मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा.

अब मैं भी मन बना चुकी थी कि बहुत हुआ ड्रामा … अब तक उसके लंड से मुझे चैन भी मिलने लगा था.

मैंने उसको पकड़ लिया और किस करने लगी.
मैं- सोहन प्लीज अब जबरदस्ती मत करो न … मैं मना नहीं कर रही हूँ.

सोहन का लंड मोटा था इसलिए उसका मोटा वाला हिस्सा दर्द दे चुका था, अब उसका लंड मजा देने लगा था.

मेरे कहने पर सोहन ने मुझे सीधा लिटा दिया है और नीचे आकर उसने मेरे दोनों पैर फैला दिए.
फिर वह मेरी चूत पर जीभ फेरने लगा और पागलों की तरह चूत के दाने को चूसने लगा.

मेरी कामुक सिसकारियों से कमरे में आवाजें गूँजने लगी थीं.

सोहन- आआह शनाया क्या मस्त चूत है तेरी … मुआह … मुझे चूसने दो मुआह आआह.
मैं- आआह सोहन चूसो … और चूसो सोहन आह.

वह उठ गया और लंड हिलाने लगा.
मैं समझ गई कि वह लंड चुसवाना चाहता है.

तभी वह मेरे चेहरे के पास आया और अपने मूसल लंड को मेरे होंठों पर रख कर होंठों को मसलने लगा.
बड़ी मादक खुशबू आ रही थी. मैंने जीभ निकाल कर लंड के सुपारे को चाट लिया.

उसकी आह निकल गई और मैं उसके लौड़े को मुँह में लेकर चूसने लगी.

अब सोहन भी मस्त हो गया था.
वह कहने लगा- आह पूरा मुँह खोलो बेबी … अन्दर तक लेकर चूसो इसको!

उसने मेरे गालों को दबाया और मुँह में लंड अन्दर ढकेल दिया. मैं उसके लंड को चूसने लगी.
वह पूरा लंड अन्दर डालने लगा था और झटके दे रहा था.

मैं दस मिनट तक उसके लंड को चूसती रही.
उसके बाद वह मुझे उठा कर बोला- अब बोलो बेबी, कैसे चुदवाना है?

मैं बोली- तुम्हारी बॉडी इतनी मस्त है, क्या मुझे उठा सकते हो?
सोहन- हां, दिन रात उठाए रह सकता हूँ यार!

मैं- तो हाथों से उठा लो और झूला झुला दो … मुझे ऐसे चुदवाना पसन्द है!
सोहन- आ जाओ रानी … लंड का झूला झुला देता हूँ.

उसने मुझे उठा लिया. मेरे पैरों को अपने हाथों में फंसा कर मेरे पैर ऊपर की ओर कर दिए.
दोस्तो मैं आप सभी को यदि इस पोजीशन को फ़ोटो से दिखाऊंगी, तो आप झट से समझ जाओगे.

वह मुझे टांग कर बोला- बेबी, लंड पकड़ कर अन्दर डालो.
‘मैं नहीं ले पाऊंगी सोहन, तुम ही डाल दो.’

वह बिना पकड़े डालने लगा.
उसका लंड मेरी गांड में जाने लगा.

‘आआह उम्म सोहन … उधर नहीं साले … मादरचोद उधर नहीं … वह गांड का छेद है.’
सोहन- अरे बेबी सॉरी, अब सही रखा लंड!

मैं- हां अब ठीक है सोहन … सॉरी मैंने गुस्से और दर्द में गाली दे दी थी, बुरा मत मानना!
सोहन- नहीं बेबी, ऐसी बात नहीं है.

सोहन ने लंड चूत में पेल दिया और मैं आआह सोहन आआह करने लगी.
वह जोर जोर से झटके देने लगा.

मैं- आआह मां आआह ईई.
वह लगा रहा.
इधर मैं चिल्लाती रही.

चुदाई होने लगी और मैं उसके लंड का झूला करीब 10 मिनट झूलती रही और चिल्लाती रही.

कुछ देर बाद वह लेट गया और मैं उसके ऊपर चढ़ गई.
फिर से चुदाई होने लगी.

सोहन मेरी चुदाई करीब 4 घण्टे तक बार बार करता रहा.
मैं और सोहन दोनों ही पस्त हो गए थे और नंगे ही सो गए.

दोस्तो, अभी आपको जय और सोहन के साथ चुदाई का मजा पढ़ने को मिला है.
असली मजा तो आगे की सेक्स कहानी में आने वाला है.

इस चुदाई के बाद मैंने इन तीनों के साथ एक साथ चुदवाने का मजा लिया था.

आपको यह अलोन गर्ल नंगी कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे बताएं.
[email protected]

अलोन गर्ल नंगी कहानी का अगला भाग: तीन लड़कों के साथ चुदाई का मजा

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