एक पाठक ने अपनी सेक्सी बीवी को चोदा कमरे पर मुझे दिखाकर. वो अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदवाना चाहता था. उसने पूरी कहानी बताई तो मैंने उसकी मदद की.
दोस्तो, कैसे हैं आप सब? आशा करता हूँ आप सभी सकुशल होंगे. अपने अपने घरों में बने रहिये और मास्क का उपयोग करते रहें, जितना हो सके बिना वजह घर से बाहर जाने से बचें।
वैसे भी कोरोना काल ने एक चीज़ तो हम इंसानों को सिखा दी है कि यदि हम चाहें तो सीमित वस्तु का उपयोग कर व सादा जीवन जीकर परिवार के साथ समय बिताकर भी जीवन का आनंद सरलता से ले सकते हैं.
मैं अन्तर्वासना के सभी लेखक-लेखिकाओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिनकी वजह से पाठक-पाठिकाओं ने घर से बाहर न जाकर खुद को अन्तर्वासना में व्यस्त और मस्त रखा।
अब चलते हैं कहानी की तरफ जिसमें एक आदमी ने मुझे दिखाकर अपनी सेक्सी बीवी को चोदा.
आज की कहानी मेरे पाठक, उसकी पत्नी और मेरे बीच की है. सीधे शब्दों में कहूं तो यह एक गर्म चुदाई की थ्रीसम सेक्स हिंदी कहानी है।
मुझे एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें मेरे पाठक रोहन ने मैसेज किया- हैलो राज, मैं रोहन 36 वर्षीय पुरूष हूं और मेरी पत्नी नेहा 34 वर्ष की है. हम पंजाब से हैं. मैंने आपकी कहानी पढ़ी तो एक एक करके आपकी सारी कहानियां पढ़ता चला गया और मेरे मन में भी वही सब कामना होने लगी. क्या मैं आपसे बात कर सकता हूं?
रोहन को मैंने हैंगआउट्स पर मैसेज करने को बोला.
कुछ देर बाद मुझे रोहन का मैसेज आया- हेलो राज जी, मैं आपसे कॉल पर बात कर सकता हूं क्या?
मैंने हामी भर दी.
तभी हैंगआउट पर कॉल आयी जो रोहन की थी. रोहन और मेरे बीच जो बात हुई और जो भी कुछ हुआ वह सब आगे रोहन की जुबानी ही आप सुनेंगे.
आप सभी से निवेदन है कि कहानी को ध्यान से पढ़ें, बारीकी से आकलन कीजियेगा. मैं राज हूं और अभी जो कहानी आप पढ़ रहे हैं उसमें रोहन ने यह सब कैसे शुरूआत की वो बता रहा है. अब रोहन के शब्दों में पढें.
राज- रोहन जी, आप अपने बारे में कुछ बताएँगे कि आपको ये सब कब से और कैसे पसंद है और अभी तक क्या क्या किया है आपने?
मैं रोहन:
राज जी, मैंने पहले कभी अन्तर्वासना नहीं पढ़ी. लॉकडाउन के समय बीवी मायके गयी हुई थी और मैं घर पर पड़े पड़े बोर होता रहता था।
मैं और मेरी बीवी हम दोनों ही यहाँ पर फ्लैट में रहते हैं. जब से वो मायके गयी है तो रोज रात में हिलाकर ही काम चलता था.
एक दिन मैंने फेसबुक पर एक सेक्सी कहानी पढ़ी तो मन में ख्याल आया कि क्यों न गूगल पर कहानी सर्च की जाये.
इंटरनेट पर मैंने हिन्दी सेक्स कहानी खोजी तो तभी सेक्स स्टोरी सर्च करते समय मेरी नज़र अन्तर्वासना पर पड़ी जिसमें मैंने आपकी कहानी को पढ़ा.
शुरूआत में मुझे अजीब सा लगा कि कोई कैसे अपनी बीवी को दूसरे मर्द से चुदवाने के बारे में सोच सकता है लेकिन धीरे धीरे मुझे गैर मर्द से बीवी की चुदाई की कहानी पसंद आने लगी.
फिर एक दिन मैंने आपकी कहानी
कामुकता भरी नारी के जिस्म का भोगपढ़ी और उसे पढ़ते हुऐ कहानी की नायिका की जगह खुद की बीवी की कल्पना में डूब गया. मेरे लिंग से माल की धार कब निकली मुझे मालूम ही न चला.
तब से मुझे भी मन हुआ कि मेरी बीवी भी किसी मर्द से चुदे और मैं देखूं उसे. दूसरे लन्ड का आनंद लेते हुए गैर मर्द की बांहों में पिघलते और चिपकते हुए देखूं।
राज- तो आपने अपनी इच्छा को अपनी बीवी से कैसे जाहिर किया?
मैं- मेरे लिए ये काम सबसे ज्यादा मुश्किल था क्योंकि एक पति अपनी बीवी को दूसरे मर्द से सम्भोग के लिये बोले तो पत्नी क्या सोचेगी यही सवाल मेरे भी मन में चल रहा था कि कैसे मनाऊँ उसे?
काफी समय हो चुका था हम दोनों को सेक्स किये हुए. इधर मेरे लन्ड में अकड़ थी कि उसे चूत में जाना है तो उधर मेरी बीवी की चूत भी बार बार गीली होकर नर्म गर्म थी कि कड़क लन्ड आ जाये तो बिना रोक टोक के गीली चूत में अंदर फिसलता हुआ चला जाये।
मैंने उसे रात में पूछा- तुम्हारा मन नहीं कर रहा चुदने का तो?
नेहा का जवाब था- कर तो बहुत रहा है लेकिन करूँ क्या?
मैंने उसे थ्रीसम सेक्स वाली वीडियो भेज दी. हम दोनों जब साथ होते थे तो कभी कभी सेक्स वीडियो देख कर उतेजित हो जाते थे और सेक्स करते थे.
मगर आज बात कुछ और थी एक तो महीनों से वो मुझसे दूर थी और बिना लंड लिए उसकी चूत भी मचल रही थी।
वीडियो भेजने के कुछ देर बाद मैंने उसे कॉल की पूछने के लिए कि कैसी लगी वीडियो तो नेहा ने कहा- अच्छी लगी मगर वो दो-दो लंड एक साथ कैसे ले रही थी?
उसके दो-दो लन्ड एक साथ लेने वाली बात से मैं समझ गया कि वो भी उत्सुक है और उस वीडियो की तरह ही कुछ वो भी करना चाह रही है शायद। मगर वो खुलकर कह नहीं पा रही है.
उसे मैंने फ़ोन सेक्स के लिए बोला तो वो तैयार हो गयी.
मैंने उसके साथ फ़ोन सेक्स किया और फिर जब मुझे लगा कि वो अब झड़ने वाली है तभी उससे पूछ बैठा- जैसे वो वीडियो में एक साथ दो-दो ले रही थी तुम होती तो क्या करती?
नेहा भी बोल पड़ी- मज़ा आ जाता फिर तो!
ये सुनते ही मेरे जिस्म में झन्नाहट सी हो गई.
जिस चीज़ को बोलने के लिए मैं इतना संकोच रहा था वो मेरी बीवी ने एक ही बार में बोल दिया।
तब से ये सब चालू हुआ। हम रोज़ इसी तरह बातों में सेक्स करते रहे।
नेहा भी दूसरे मर्द वाली बात को सुनकर मज़ा लेती थी.
फिर जैसे ही लॉकडाउन में थोड़ी ढील हुई, मैं नेहा को कार से घर ले आया.
अब हम दोनों ही घर पर थे और मेरे काम की छुट्टी चल ही रही थी.
ससुराल से वापस आते हुए मैंने रास्ते से एक बोतल ले ली ताकि रात को आराम से पी कर मस्ती कर सकें.
नेहा ने अंडे की भुजिया बनाई और अब नेहा और मैं दोनों पैग लगाने लगे.
कुछ ही देर में हम दोनों पर दारू का असर छाने लगा. वो मुस्कुराते हुए अपनी नाइटी को उतारने लगी.
उसकी रेड ब्रा में उसका बदन काफी दिनों बाद देख मेरा लन्ड फुंकार मारने लगा. मानो आज उसकी चूत को फाड़ कर ही रहेगा.
उधर नेहा जानकर अनजान बन रही थी. ऐसा नाटक कर रही थी कि मानो उसे पता ही न हो कि उसके नाइटी उतारने से मेरे लन्ड की हालत क्या हुई है लेकिन उसकी आँखों में शराब का नशा छाने लगा था.
तभी मैंने भी अपनी टी-शर्ट और निक्कर उतार दी.
मैं नेहा से जा चिपका.
उसके बदन से चिपकते ही हम दोनों एक दूसरे से ऐसे लिपटने लगे मानो पहली बार मिल रहे हों. बेहद मज़ा आ रहा था.
नेहा के जिस्म को चूमते हुए मैंने देखा कि वो आँखें बन्द कर सिसकारियां ले रही थी जिन्हें देख मैं भी उतेजित हो रहा था.
तभी मेरे दिमाग में दूसरे मर्द वाली बात घूमने लगी और मैं नशे में उसे दूसरे मर्द से सेक्स के लिए बोलने लगा.
वो ना ना करती हुई मेरे लन्ड को अपने हाथ से टटोलते हुए उसे पकड़ कर हिलाने लगी और अपनी चूत पर रगड़ने लगी.
रगड़ से ही उसकी मादक सिसकारियां और तेज हो गईं.
नेहा अब मेरे लन्ड को अंदर डालने के लिए बोलने लगी- रोहन डालो मेरी चूत में अपना लन्ड!!
मगर मैं बीवी की चुदाई गैर मर्द से होते हुए कल्पना करना चाह रहा था. अब कल्पना के लिए कोई चेहरा भी होना चाहिए जो कि मेरे विचार में था ही नहीं.
फिर मैंने अपने ही पड़ोस के लड़के राहुल के बारे में सोचा.
राहुल 25 साल के करीब का एक बहुत ही स्मार्ट और अच्छी पर्सनेलिटी वाला लड़का था और नेहा के साथ मजाक करता रहता था.
नेहा भी उसको अच्छा मानती थी.
मैंने नेहा के दोनों हाथ फैला कर उन्हें कस लिया और अपने कड़क लन्ड को उसकी चूत पर रख कर कमर हिलाने लगा ताकि उसकी चूत पर लन्ड की रगड़ हो और वो मचले.
नेहा लन्ड को अंदर डालने के लिए जोर देने लगी.
तभी मैंने उसे राहुल के नाम से सेक्स करने को कहा.
उसने मेरी तरफ देखा और गुस्सा ज़ाहिर किया. किन्तु अभी उसकी कमजोर नस मेरे हाथ में थी. वो थी उसकी गीली चूत में लन्ड की रगड़ जिससे वो छटपटा रही थी।
उसने फिर से बोला- रोहन डालो न … प्लीज डालो.
ऐसा कहते हुए वो अपनी कमर को उठाने की कोशिश करने लगी.
मैंने भी मौके की नजाकत देखते हुए उसके सीने पर चूमते हुए उससे दोबारा पूछा- बेबी राहुल से चुद रही हो न?
अभी इतने दिनों तक पति से दूर नेहा बिना चुदे बेबस सी चुदने को आतुर थी. उस वक्त उसको लन्ड चूत के अंदर चाहिये था चाहे वो मेरा हो या राहुल का!
मैंने एक बार फिर कमर की मदद से लन्ड चूत के बाहर हिलाते हुए जरा सा अंदर किया और नेहा की सिसकारी निकल गयी।
मैंने फिर से पूछा- राहुल से चुद रही हो न जान?
लंड की भूखी नेहा सिर हिलाकर हामी भरने लगी.
उसके हाँ बोलते ही मैंने जोर का झटका मारते हुए लन्ड को उसकी चूत में पेल दिया.
नेहा मस्त होकर आह्ह … ओह्ह … करने लगी और जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी.
मैं पहली बार अपनी बीवी को किसी और मर्द से चुदने के लिए तैयार कर पाया था इसलिए मेरा जोश दोगुना था और लंड कड़क होकर और ज्यादा फूल रहा था.
इसका फायदा नेहा को अपनी गर्म चूत में भी मिल रहा था.
उसने मेरे जिस्म को कसकर जकड़ लिया और मेरे साथ साथ खुद भी धक्के लगाने लगी.
मैं भी उसे जगह जगह पर चूमते हुए ‘राहुल ऐसा कर रहा है … वैसा कर रहा है …’ बोलते हुए उसे चोद रहा था.
नतीजा ये हुआ कि हम दोनों आज समय से पहले ही निढाल हो गए. ये सब इसलिये हुआ क्योंकि महीनों के बाद हम एक दूसरे के नंगे जिस्म से चिपके थे.
ऊपर से मेरी बीवी को दूसरे मर्द से चुदवाने की मेरी प्रबल इच्छा थी जो आज कल्पना में तो मैंने पूरी कर ही ली थी.
उधर मेरी कमसिन बीवी को भी दूसरे मर्द से चुदने की कल्पना का आनंद मिल रहा था।
झड़ने के बाद हम दोनों हांफ रहे थे. एक दूसरे को देख रहे थे.
तभी मैंने नेहा को अपनी तरफ खींचा और उसे किस करते हुए पूछा- कैसा लगा?
नेहा- आज तो मज़ा आ गया.
मैं बोला- अभी तो बस ख्याल में किया है, तब ये हाल है. जब करेंगे तो सोचो कितना मज़ा आयेगा!
वो मेरे सीने पर मुक्का मारते हुए बोली- मुझे नहीं करना यह सब. ये सब बस बोलने में अच्छा लगता है. हकीकत में नहीं हो सकता, सो जाओ।
अब मैं उससे ज्यादा जिद नहीं करना चाहता था लिहाजा उसके बदन से चिपक कर सो गया।
अब रोज़ यही होने लगा.
रोज के रोज हम राहुल, कभी नेहा की फ्रेंड के पति, कभी मेरे दोस्त के बारे में बोल बोलकर सेक्स करते थे.
वो अब खुल चुकी थी।
फिर एक दिन मैंने उसे सेक्स के बाद पूछा- नेहा, क्या हम ये हकीकत में नहीं कर सकते?
वो बोली- तुम पागल हो क्या? बदनामी हो जायेगी. ये बस ऐसे ही चलने दो. मुझे नहीं करना. डर लगता है. ऐसे किसी को पता चल गया तो लोग क्या सोचेंगे हमारे बारे में?
तभी मैंने उससे पूछा- और कहीं ऐसी जगह हो जहां कोई जानता ही नहीं हो तो?
नेहा ने मेरी तरफ आश्चर्य से देखते हुए पूछा- मतलब?
मैं- मतलब यह कि यदि हम अपनी जान-पहचान में न करके कहीं बाहरी आदमी से करें तो न हमें किसी तरह की शर्म होगी न कोई जान-पहचान का डर. हम आराम से कर सकते हैं.
वो बोली- तुम पागल हो क्या, ऐसे कोई कैसे किसी से करेगा और क्या पता कि कौन कैसा है?
मैंने नेहा को विश्वास दिलाया कि उसे मैं जानता हूँ. वो ऐसा नहीं करेगा और तुम मेरी जिम्मेदारी हो. तुम्हरे साथ गलत नहीं होगा.
वो बोली- मुझे कुछ नहीं पता. तुम देख लो.
ये बोलकर उसने चुप्पी साध ली.
अब मैंने राज से कहा- भाई आप मुझे बताओ कि मुझे आगे क्या करना चाहिये? मुझे आप पर विश्वास है. आप मेरा भरोसा मत तोड़ना और आगे मुझे क्या करना है ये भी बताओ.
तो दोस्तो, ये सब रोहन के शब्द थे जो उसने मुझे बताया था.
अब आगे की कहानी मेरे शब्दों में:
रोहन बोला- राज भाई बोलो, चुप क्यों हो गए? बताओ आगे कैसे करना है? मैंने जो जो आपकी कहानी में पढ़ा था वो ही आजमाया और काम बनता नज़र आ रहा है. अब आगे कैसे होगा?
मैं- देखो रोहन, तुमने मुख्य काम तो कर ही दिया है. उसका विश्वास जीत लिया तुमने. जब आप अपनी पत्नी से एक लँगोटिया यार की तरह मिल जाते हो तो और वो भी तुम्हारे साथ पति से ज्यादा बॉयफ्रेंड वाला व्यवहार कर ले तो सब कुछ हो सकता है. बस हमें चाहिये कि हम एक दूसरे को समझें. उसके सुख-दुख दोनों में साथ खड़े हों जो तुमने लगभग कर दिया है. अब तुम बस उसे तैयार रखो और जैसे ही कोरोना का माहौल थोड़ा बहुत ढीला पड़ता है हम मिल लेंगे.
अब सवाल ये था कि कहाँ मिलेंगे। होटल सारे बन्द थे. मगर कहते हैं ना कि कोई किसी कांड को करने का मन बना लो तो सब खुद ब खुद हो जाता है.
फ़ोन काटने के बाद हैंगआउट्स पर रोहन का मैसेज मिला- राज भाई, आपसे बात करके अच्छा लगा. उम्मीद है हम जल्दी मिलेंगे. आपके लिए छोटा सा गिफ्ट भेज रहा हूं. पसंद आये तो बताना जरूर.
फिर दूसरे मैसेज में उसने नेहा की फोटो भेजी. नेहा बेड पर पेट के बल पैंटी में लेटी हुई थी. उसकी चूचियों पर ब्रा नहीं थी और कमर पूरी नंगी थी. उसकी पैंटी में उसकी गांड बहुत मस्त लग रही थी. उसकी ये फोटो देखकर मन प्रसन्न हो गया.
मैंने रोहन को स्माइली भेज दिया.
उसके बाद उसने फिर से एक और फोटो भेजा.
इस बार नेहा ने गांड पर पैंटी भी नहीं पहनी थी. उसके बड़े बड़े सेब सी गोलाई वाले चूतड़ों के ऊपरी भाग चमक रहे थे. मानो उन्हें चाटने, काटने, नोंचने और उन पर चांटे मारने का निमंत्रण दे रहे हों।
नेहा के मादक जिस्म को देख उससे मिलने को मन और बेचैन हो गया।
अब रोहन मेरे साथ सुरक्षित महसूस करने लगा था. वो रात में चुपके से बिना नेहा को बताये हैंगआउट्स में वॉइस कॉल कर मुझे अपनी और अपनी बीवी की बातें सुनाता था.
उसकी बीवी की मादक आवाज सुन मुझे अंदाजा हो चुका था कि वो कितनी गर्म और जोशीली है. मुझे पता चल गया था कि वो सम्भोग का पूरा आनन्द देगी भी और पूरा आनंद लेगी भी.
एक दिन मैंने रोहन से वीडियो कॉल में उन दोनों का लाइव सेक्स देखने की इच्छा जताई.
रोहन ने कहा कि वो कोशिश करेगा कि लाइव चुदाई की वीडियो दिखा सके।
उस रात को मैं बहुत बेसब्र हो गया था. दोस्तो, आदमी की हवस कभी खत्म नहीं होती है. उसको रोज नयी खुराक चाहिए। खासकर उस वक्त भूख और ज्यादा बढ़ जाती है जब पता हो कि जल्दी ही नयी चूत मिलने वाली है.
आपको सेक्सी बीवी की कहानी कैसी लगी ये जरूर अपनी राय में लिखकर भेज दें. अपने ईमेल के द्वारा मुझे संदेश भेज दें अथवा कहानी पर कमेंट्स में भी आप बता सकते हैं.
मेरा ईमेल है- [email protected]
सेक्सी बीवी की कहानी का अगला भाग: परायी नारी कोरोना पर भारी- 2