प्यासी चूत की मसाज और मस्त चुदाई

सेक्स मसाज़ सेंटर Xxx कहानी में पढ़ें कि कैसे मुझे एक भाभी की मालिश करने का मौक़ा मिला. वह बहुत सेक्सी थी, मैंने बड़े प्यार से उसकी मालिश की तो वह चुदाई के लिए मचल गयी.

मेरा नाम राजीव है, मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ और एक बेरोजगार लड़का हूँ.
मेरी लम्बाई 6 फीट है और देखने में गोरा चिट्टा हूँ.
लड़कियां कॉलेज में मुझ पर मरती थीं. मैं कई लड़कियों को चोद भी चुका हूँ.

मेरे छूने से लड़कियां बिछ जाती थीं.
मेरे हाथों में जादू है.

अपने इसी हुनर के चलते मुझे एक मसाज सेंटर में नौकरी मिल गई.
मैं रोज़ अमीर आदमियों की मसाज करता था.

इस सेंटर में आदमी आदमी की और औरत औरत की मसाज करते हैं.

मेरा मन औरतों की मसाज करने का करता था.
मैं कई बार सोच सोच कर अपने लंड का पानी निकाल चुका था.

एक दिन मेरी मुराद पूरी हो गई. यह सेक्स मसाज़ सेंटर Xxx कहानी उसी समय की है.

मसाज करने वाली लड़की अचानक से बीमाऱ हो गई.

मुझे उसकी जगह पर मसाज करने के लिए भेजा गया.
एक सुंदर महिला जो खूब छरहरी, उन्नत उरोज, बड़ी बड़ी आंखें, आंखों में नशा … वह सीधे मेरे दिल में उतर गई.

मैंने जल्दी से उसके लिए बेड तैयार किया.

वह वन पीस पहनकर आई थी.
उसकी यह ड्रेस उसके जिस्म को ढकने में नाकाम थी.

उसकी बिना आस्तीन वाली ड्रेस की बगलों से आधे चूचे दिखाई दे रहे थे.
वह ड्रेस नीचे उसकी स्कर्ट वाली जगह से किनारे किनारे से कटी थी.

वह बड़ी थकी लग रही थी, सीधे बाथरूम में घुस गई और चेंज करके एक तौलिया लपेट कर आ गई.

जब वह चेंज करके अपनी कमर के नीचे तौलिया लपेट कर आई, तब उसने ऊपर बस एक लाल रंग की ब्रा पहनी हुई थी.

वह लेट गई.
मैंने उसके पैरों में तेल लगाना शुरू कर दिया.

उसकी उंगलियों को जैसे ही मैंने अपने जादू भरी उंगलियों से छुआ, उसके मुँह से सिसकारी निकल गई.

मैंने जानबूझ कर पूछा- मैम कोई गलती हो गई क्या?
वह बोली- नहीं रे, तेरे हाथों में तो जादू है. बस जल्दी से पूरे जिस्म से थकान उतार दे.

मैं- अरे मैम, उतार दूंगा. अगर इजाजत हो तो मैं आपका तौलिया थोड़ा सा और ऊपर कर दूँ?
वह- अरे कर दे न … सब कर. तुझको पूरी छूट है.

मैं मैम की गोरी गोरी टांगों में तेल लगाते हुए ऊपर की तरफ हाथ ले जाने लगा.
उससे तौलिए के नीचे पैंटी पर मेरा हाथ छू जाता, तो वह सिसकार उठती.

मैंने कहा- मैम कोई तकलीफ?
तो उसने कहा- हां … अब तुम इस तौलिया को पूरा हटा दो और ऊपर तक मालिश करो. समझ रहे हो ना कि मैं क्या चाहती हूँ. इसके मैं तुमको अलग से पैसे दूंगी.

उसकी मधुर और कामुक आवाज़ सुनकर मैं समझ गया कि इसको सेक्स मसाज़ और लौड़े की जरूरत है.
यह सोचते ही मुझसे रहा न गया और मैंने उसकी तौलिया को हटा दिया.

अब मैंने उसकी दोनों टांगों को फैला दिया और दोनों टांगों के बीच में से होता हुआ मैं उसकी पैंटी के पास आ गया.
मैंने जानबूझकर वहां तक तेल फैला दिया था.

उसने कहा- मेरी पैंटी भी तेल से भीग जाएगी. इसे निकाल दो.
मैंने कहा- अरे मैम!
वो बोली- ज़ब मुझे कोई ऐतराज नहीं है तो तुमको क्या दिक्कत है?

उसकी पैंटी साइड से हुक लगी वाली थी मतलब उसको टांगों से निकालने की जरूरत नहीं थी, सीधे साइड का हुक खोल कर हटाया जा सकता था.

मैंने उसकी पैंटी में हाथ डालते हुए उसके चूत के दाने को मसला और पैंटी के हुक को खोल कर उसे एक झटके में निकाल दिया.

अब मेरे हाथ उसके पूरे शरीर पर पीछे की तरफ तेजी से चलने लगे.
वह खूब सेक्सी आवाजें निकालने लगी.

उसने कहा- बस मसाज ही करते हो या इससे आगे भी कुछ करते हो?
यह कहते हुए उसी समय उसने अपनी ब्रा को भी निकाल दिया.

मैम- मैं देख रही हूँ कि तुम्हारा लंड काफी खड़ा हो गया है.
मैं एकदम से लंड सुनकर अवाक रह गया था.

उसने कहा- अब तुम भी कपड़े निकाल कर मेरी मसाज करो … और हां, हाथ से नहीं … अपने पूरे शरीर से रगड़ कर मेरी मसाज करो.

मैं उसकी पीठ पर सिर्फ अंडरवियर में लेट गया और उसे मसलने लगा.
वह मादक सीत्कारें भरने लगी.

उसकी वासना भरी आवाज से पूरा मसाज रूम गूँजने लगा.

उसने कहा- तुम मुझे जितना ज्यादा खुश कर सकते हो, करो.
मैं अब उसके शरीर के हर हिस्से को चूमने लगा.

वह बेड पर बैठकर पूरी शरीर से अगड़ाई लेती हुई बोली- आओ मेरी चूत चाटो. मुझसे रहा नहीं जा रहा है.

मैंने उसकी दहकती चूत पर अपनी जीभ फिरानी शुरू की.
वो अहा अहा करने लगी.

उसने मेरे बालों को पकड़ कर अपनी चूत में सर दबाना शुरू किया.
मैंने उसकी चूत को चूसा, तो वो मुझे पटक कर मेरे ऊपर चढ़ गई.

वह अपनी चूत को मुँह पर रगड़ने लगी. मुझे उसकी चूत की मादकता चढ़ने लगी.
मेरा लंड खड़ा होकर साँप की तरह फुंफकार रहा था.

मैंने चूत से मुँह हटाकर उससे कहा कि मेरे लंड को भी स्वाद दो.
वह बोली- बहनचोद औकात में रह … पहले मेरी चूत को चूस. तेरे लंड को भी इनाम मिलेगा.

मुझे गुस्सा आ गया.
मैंने चूत में दो उंगलियां डाल दीं.
उसका जिस्म मछली की तरह ऐंठने लगा था.

वह कराह कर बोली- उंगली की है तो रगड़ ना हरामी!

तब मैंने उंगली से उसके चूत के दाने रगड़ते हुए ऐसे कहा मानो मैं किसी भूतनी को अपने वश में करके उससे पूछ रहा हूँ.
मैंने कहा- चल अब अपना सही वाला परिचय दे.
वह- अरे सूअर, मैं रूबी रंडी हूँ. मेरा पति नल्ला है. मैं बरसों से भूखी हूँ.

मैं जरा ढीला हुआ तो वह मुझे पटक कर मेरे मुँह पर चूत रगड़ने लगी.
मेरे अंडरवियर को एक हाथ से उतारकर वह लंड मसलने लगी.

मैं उसकी चूत को चबाने लगा.
वह सिसकारने लगी और अहा अहा करती हुई उसने अपनी चूत का पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया.
मगर वह अभी भी अपनी चूत को मेरे मुँह पर रगड़ रही थी.

अपनी पूरी चूत चटवाकर साफ करवाने के बाद वह अब मेरे लंड की ओर आ गई.
उसने लौड़े को मुँह से चूमा और उसके ऊपर सवार हो गई.

लगभग आधा घंटा तक हम दोनों 69 की पोजीशन में एक दूसरे को मज़ा देते रहे.

उस दौरान वह तीन बार मेरे मुँह में पानी निकालती हुई फचक फचक करती रही और आखिर में संतुष्ट होकर बैठ गई.

वह मेरे लंड की तरफ देखती हुई बोली- एकदम लोहा है. साले को मुँह से इतना चूसा, फिर भी अभी तक तना है!

मैं बोला- रूबी डार्लिंग … ये लंड चूत का स्वाद लेना चाहता है. मुझको अपनी चूत की गहराई में जाने का मौका दे दो. मैं तुम्हारी चूत की आग की भट्टी में अपना लोहा गलाना चाहता हूँ.

रूबी ने कहा- देखो, कहीं जल न जाओ!
मैं- अरे मौका तो दे रानी!

वह अपनी कमर को बेड से सटाकर दोनों टांगों को फैलाकर बैठ गई.
अपनी चूत की तरफ इशारा करके बोली- आ जा मेरे कुत्ते … मुझे चोद डाल.

मैंने उसकी दोनों टांगें अपने दोनों कंधों पर रख लीं और उसकी चूत में झटके से लंड पेल दिया.
वह चिल्लाती हुई मुझसे लिपट गई.

मैं उसे बेरहमी से चोदता रहा.
वह चिल्ला-चिल्ला कर चुदवाती रही.

अपने मुँह से मादक आवाज में बोलती रही- आह चोदो आह … मैं बरसों की प्यासी हूँ. मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना दो. मुझे चोद डाल. आ जा मुझे चोद. चोद हरामी खूब तेजी से चोद.

अब मैं उसे घोड़ी बनाकर पेलने लगा.
वह खूब अच्छे से चुदवाती रही.

मैंने उस हर पोजीशन में चोदा.
उसके बाद उसके मुँह में सारा वीर्य डाल दिया.
वह उसे पी गई.

बाद में उसने मुझे मसाज में 5 स्टार रेटिंग दी.

अब मेरी ड्यूटी को लेडीज़ मसाज पार्लर में लगा दी गई थी.

रूबी ने अपनी सहेली स्नेहा को भेजा था.
उसने भी मेरा नाम लिया कि मैं उसी से मसाज कराऊंगी.

स्नेहा आई और बोली- देखो, मैं स्नेहा हूँ. रूबी ने मुझे तुम्हारे बारे में सब बताया है. मुझे तुम्हारी जवानी चाहिए. आओ मुझे संतुष्ट करो.

वह अपने हाथों से अपना स्कर्ट टॉप उतारकार पैंटी और ब्रा में आ गई.

अपने हाथों से अपनी चूचियों को सहलाने लगी, उन्हें अपने मुँह से काटने लगी.
वह अपने हाथों से चूत में उंगली करने लगी. वह तेजी से उंगली कर रही थी.

उसकी मादक हरकतें देखकर मेरा लंड तन गया.
मैंने भी अपना लोवर उतार दिया, अपनी शर्ट उतार दी.

मैं अंडरवियर में खड़ा हो गया.

मैंने उसके पास जाकर कहा- आपको कैसी मसाज चाहिए?
वह मेरे कान के पास चूमती हुई बोली- सेक्स मसाज़ … अपने होंठों से, उंगली से लेकर सर तक चूमकर मसाज करो.

मैंने उसको गद्दे पर लिटाया और उसके शरीर पर तेल डाल दिया, उसकी गोरी गोरी टांगों को चूमना शुरू किया, टांगों से होता हुआ उसकी जांघों को सहलाना शुरू किया.
वह ऐंठ रही थी और अपने हाथ से मेरा सर पकड़कर चूत के मुँह पर लगाने लगी.

मैंने पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को चाट लिया.
उसकी चूत की खुशबू ने एकदम से मेरा दिमाग पागल कर दिया.

उसने अपनी जांघों से मेरे सर को दबा लिया.
मैंने उसकी पैंटी को फाड़कर अलग कर दिया, उसकी चूत में जीभ घुसेड़ दी और जमकर चाटने लगा.

वह कहने लगी- आह बहुत मज़ा आ रहा जानू … मेरी बुर को चाटो … हां यहीं पर … और चाटो … चाटो तुम बहुत अच्छा चाट रहे हो.
यह कहते हुए उसने मेरे मुँह पर पानी छोड़ दिया.
उसके बाद वह मुझसे अलग हो गई.

वह मेरे बराबर में लेटकर बोली- अब मेरे बूब्स की मसाज करो.

मैंने उसके बूब्स चूसने शुरू किए.
इस दौरान उसने अंडरवियर के ऊपर से मेरे लंड को मसल दिया.

मैं लंड को बूब्स के बीच रखकर उसके मुँह को चोदने लगा.
वह गप गप लंड मुँह में लेकर चूसने लगी.

मैंने उसके मुँह को चोदकर लाल कर दिया.
उसके ऊपर सवार होकर उसके मुँह से वीर्य निकलवा कर उसके मम्मों पर डाल दिया.

उसने अपने होंठों से लंड को चाटा.

अब चुदाई की बारी आ गई थी.

उसने अपने बैग से एक चांदी का हिप फ्लास्क निकाला, उसे उसने अपने मुँह से लगाया और दो तीन घूंट लेकर मेरी तरफ बढ़ा दिया.

मैंने भी उसके फ्लास्क में से सुगंधित द्रव्य को पिया. मुझ में एकदम से ताजगी आ गई और जिस्म फड़कने लगा.

उसके बाद उसने सिगरेट का पैकेट निकला और मुझे एक सिगरेट सुलगाने का इशारा किया.
मैंने उसके लिए सिगरेट सुलगाई और कश लेकर उसे दे दी.

हम दोनों यूं ही एक ही सिगरेट से मजा लेते रहे.

फिर वह टांगें पसार कर चौपाया बन गई और बोली- अब तुम मुझे मजा दो.

मैंने कहा- कौन से गेट से घुसना है?
वह बोली- पीछे से हमला करो.

मैंने उसकी गांड में थूक लगाया और लंड पेल दिया.
वह आह करके लौड़े को बड़ी आसानी से अपनी गांड में खा गई.

मैंने आगे हाथ बढ़ा कर उसकी चूचियों को थामा और गांड चुदाई शुरू कर दी.

करीबन आधा घंटा तक गांड मारने के बाद चूत का बाजा भी बजाया और उसे अपने लौड़े का रस पिला दिया.

चुदाई के बाद उसने कहा- अब मैं जब भी यहाँ आऊंगी, तब तुम ही आना और मेरी ऐसी ही मसाज करना.
दोस्तो, ये थी मेरी सेक्स मसाज़ सेंटर Xxx कहानी. आपको कैसी लगी, प्लीज जरूर बताना.
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