बेस्ट फ्रेंड को अपने घर में बुलाकर चोदा

GF BF फर्स्ट इन्टरकोर्स की कहानी में पढ़ें कि मेरी ख़ास दोस्त मुझ पर बहुत विश्वास करती थी. हमने कभी सेक्स नहीं किया था. एक दिन हम घर में अकेले थे. तो क्या घटित हुआ?

मेरा नाम अखिल है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूं.
मैं 23 वर्ष का हैंडसम लड़का हूं.
मेरा लंड 8 इंच बड़ा है जो किसी भी लड़की को चरमसुख पर पहुंचाने के लिए काफी है.

यह GF BF फर्स्ट इन्टरकोर्स की कहानी मेरी और मेरी बेस्ट फ्रेंड की है, जिसका नाम साक्षी है.

उसका फिगर 32-30-32 का है जो देखने में ही कमाल लगता है.
साक्षी का फिगर इतना कामुक है कि उसको देखकर ही किसी का लंड भी सलामी देने लगे.
उसका गोरा रंग उस फिगर पर चार चांद लगा देता है.

मैं और मेरी बेस्ट फ्रेंड आपस में बहुत घुल-मिल कर रहते थे और हर बात को खुल कर करते थे.
हमें जहां भी जाना होता था, हम दोनों हमेशा साथ में ही जाते थे.

हम दोनों एक दूसरे से इतने ज्यादा घुले मिले होने के बाद भी अभी तक कुँवारे थे.
उसकी हॉट सेक्स फिगर के बाद भी मैं उसकी मर्जी के खिलाफ़ उसे नहीं चोदना चाहता था.

हम दोनों के बीच इस बात को लेकर एक बार बात भी हुई.
उस वक्त हुआ यूं था कि हम दोनों एक सुनसान स्थान पर बने हुए कैफे में चाय पी रहे थे और हंसी मजाक कर रहे थे.

उसी वक्त उधर कुछ किन्नर आ गए.
उनमें से एक किन्नर ने हम दोनों को देखते हुए कहा- तुम दोनों की जोड़ी बनी रहे … चार चार नन्हें-मुन्ने बच्चे तुम्हारी गोद में खेलें.

यह सुनकर मेरी गर्ल फ्रेंड साक्षी एकदम से शर्मा गई.
मैंने उसकी लज्जा को देख कर तुरंत उस किन्नर को सौ का नोट दिया और उससे जाने के लिए कहा.

जैसे ही वह किन्नर गया, साक्षी मेरी आंखों में देख कर मुस्कुराने लगी.

मैंने भी आंख दबा कर उसके सामने चार उंगलियां लहराईं.
वह एकदम से हंस पड़ी और मुझे मुक्का दिखाने लगी.

इसी बात को लेकर हम दोनों ने काफी देर तक चर्चा की और उस दिन साक्षी ने कहा- हम दोनों को सेक्स कब करना चाहिए?
उसके मुँह से सेक्स की बात सुनकर मैंने कहा- उसमें क्या बड़ी बात है. सेक्स तो हमारे प्रेम का चरम बिन्दु है जरूर … लेकिन मुझे सेक्स से ज्यादा प्रेम से अधिक प्रेम है.

मेरी इस बात पर साक्षी मुझसे लिपट गई और उस दिन पहली बार मैंने उसके आलिंगन का अहसास किया था.

सच में वह मेरे सीने से लग कर रोने लगी थी.
वह कह रही थी कि अखिल तुम मुझे इतना प्यार करते हो, मैं धन्य हो गई.

मैं भी उसकी पीठ को सहलाए जा रहा था.
दोस्तो, यह सब मैंने आपको इसलिए बताया क्योंकि साक्षी मेरी सब कुछ थी.

उसके बाद साक्षी के साथ सेक्स की बेला भी आई और वह घटना कुछ इस तरह से थी.

हुआ यूं कि उस दिन मैं घर पर अकेला था और बोर हो रहा था.
उस दिन मेरे घर पर कोई नहीं था.
सब लोग एक शादी में गए हुए थे और दो दिन बाद लौटने वाले थे.

मैंने उसको बुलाया.
वह मुझ पर अंधविश्वास करती थी तो बिना किसी सवाल किए तुरंत आ गई.

उस दिन उसने लाल जींस और सफेद शर्ट पहनी थी.
पैरों में पिंक एड़ी तक आने वाले मोजे पहने हुई थी. वह आज कांटा माल लग रही थी.

दूसरे लोगों की तो नहीं पता, पर अपनी मैं उनको बता दूं कि जब लड़की एड़ी तक आने वाले मोजे पहनी होती है, तो वह मुझे बहुत अच्छी लगती है.

हम दोनों बैठकर बातें करने लगे.
उसने कहा कि चलो कोई वेब सीरीज देखते हैं.

मैंने वैसा ही किया.
एक वेब सीरीज चला दी और खाना बाहर से ऑर्डर कर दिया.
हम दोनों खाना खाते हुए सीरीज देखने लगे.

खाना खाकर हम दोनों ने एसी को 16 पर किया और कंबल ओढ़ कर टीवी देखने लगे.
उसमें एक रोमांटिक सीन आया, जिसमें हीरो एक लड़की को पटक कर चोद रहा था.

वह सीन पूरे दो मिनट तक चला, जिससे वह गर्म हो गई और उसकी सांसें तेज हो गईं.
मेरी भी हालत खराब हो चुकी थी.

जब एक बहुत ही सेक्सी लड़की आपके बगल में हो, तो आप खुद को रोक नहीं सकते.
मैंने धीरे से अपना हाथ बढ़ाया और उसकी जांघों पर हाथ से सहलाना शुरू कर दिया.

उसने भी कोई विरोध नहीं किया.

फिर मैंने अपना दूसरा हाथ धीरे से उसके पेट पर लगा दिया.
इससे वह उत्तेजित हो गई और पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों के होंठ मिल गए.

हम दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह चूमने लगे.

मैं उसको चूमते चूमते एक हाथ उसकी चूचियों पर ले गया और दबाने लगा.

दूसरा हाथ उसकी जींस में डाल कर मैं उसकी चूत को मसलने लगा.
किस करते करते हम दोनों ने एक दूसरे के सारे कपड़े निकाल दिए.

अब वह सिर्फ गुलाबी रंग की ब्रा और पैंटी और अपने एड़ी तक आने वाले मोजों में थी.

मैं उसकी चूचियों को एक छोटे बच्चे की तरह दबा दबा कर पी रहा था और उसकी चूत सहला रहा था.

वह आह आह कर रही थी.
मैंने उसकी ब्रा और पैंटी को उतार दिया.
अब वह सिर्फ मोजे पहनी हुई थी.

उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.
मैं उसकी चूत चाटने लगा और वह बाल पकड़ कर मेरा सर अपनी चूत में घुसा रही थी.

थोड़ी देर चूत चाटने के बाद हम दोनों 69 की पोजिशन में आ गए.
पांच मिनट बाद वह आह आह करती हुई झड़ गई.

मैं उसका सारा माल गटक गया और वह मेरा लंड को गले तक ले जाकर चूसने लगी.
मैं भी झड़ने वाला था.

मैंने उससे कहा- मेरा आने वाला है!
उसने मुझे नहीं सुना और लंड को पकड़ कर चूसती रही.

मेरे लौड़े से माल छूट गया और वह मेरे माल को गटक गई.

अब हम दोनों फिर से किस करने लगे और दो मिनट बाद फिर से गर्म हो गए.

इस बार उसने कहा- जानेमन देर ना करो … डाल दो अन्दर … अब रहा नहीं जा रहा.

मैंने उसकी चूत को फर्स्ट इन्टरकोर्स के लिये चाटा और उसकी टांगे कंधों पर रख कर अपने लंड के टोपे को उसकी चूत पर रगड़ने लगा.

मैं उसके ऊपर उठे हुए पैरों में चढ़े हुए मोजों को बारी बारी से सूंघने लगा.
फिर मोजे सूंघते सूंघते उसकी चूत में लंड का टोपा घुसा दिया.

वह ‘उई मां मर गई …’ कराहती हुई रोने लगी.
उसकी आंखों से आंसू आने लगे.

मैंने धीरे धीरे अपनी चुदाई आगे बढ़ाई और देर न करते हुए एक और झटका दे मारा.
इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया.
वह मेरे झटके को झेल नहीं पाई और मुझे थप्पड़ मारने लगी.

मैंने उसकी छटपटाहट को समझते हुए उसको किस किया और चूचियों को सहलाने लगा.
कुछ ही देर बाद वह अपनी गांड उठाने लगी.

मैंने उसको तेज तेज चोदना शुरू कर दिया.
वह कामुक सिसकारियां लेने लगी.
पूरे कमरे में ठप ठप की आवाज़ें गूंजने लगी.

दस मिनट बाद वह झड़ने वाली थी तो बोलने लगी- आह … और तेज और तेज कर दे … आह फाड़ दे मेरी … आह.
बस यही सब कहती हुई दो मिनट बाद वह झड़ गई.

वह निढाल हो गई थी.
पर मेरा अभी नहीं आया था; मैं लगा हुआ था.

मैंने उसके मोजे को सूंघा और धकापेल लगा रहा.

करीब 15 मिनट बाद मेरा आने वाला था.
मैंने उससे पूछा- कहां निकालूँ?
उसने कहा- चूत में ही भर दो.

मैंने और तेज चुदाई करना शुरू कर दिया और उसकी चूत में ही झड़ गया.

अब हम दोनों ही बहुत थक गए थे तो नंगे ही चिपक कर सो गए.

करीब 4 बजे शाम में हम दोनों उठे.

मैंने उसको देखा और पाया कि उसकी आंखों में मेरे लिए एक अलग ही चमक थी.

हम दोनों एक दूसरे को देख रहे थे और आंखों ही आंखों में जिस्म टटोल रहे थे.
मैंने उसके गालों पर हाथ रखा और होंठ से होंठ मिला दिए.

हम दोनों में चूमा-चाटी शुरू हो गई.
पूरे कमरे में स्मूच की आवाज़ें आ रही थीं.

किस करते करते मैंने उसकी चूत को रगड़ना शुरू कर दिया और वह भी मेरे लौड़े को पकड़ कर आगे पीछे कर रही थी.

जैसे ही लौड़े में गर्मी बढ़ गई, उसने मेरे लंड को अपनी चूत पर सैट किया और अन्दर लेने लगी.
मैंने भी देर ना करते हुए गर्म लोहे पर हथौड़ा मारना सही समझा और चुदाई शुरू कर दी.

इस बार पहले ही ज्यादा मजा आ रहा था.
वह ‘अह आह आह.’ की आवाज़ें निकाल रही थी, जोर जोर से सिसकारियां भी ले रही थी.

मैं भी उसके मोजे को सूंघ कर उत्तेजित हो रहा था और ताबड़तोड़ चुदाई कर रहा था.
कुछ आधा घंटा की चुदाई के बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए और चिपक कर लेट गए.
झड़ने के साथ ही हम दोनों किस करने लगे.

उसका नंगा बदन, ऊपर से एड़ी तक आने वाले गुलाबी मोजे मुझे अलग ही नशा दे रहे थे.
उसकी चूचियां तन कर मुझे एक बार और करने के लिए विवश कर रही थी.

इतने में उसके घर से फोन आ गया और उसको घर आने के लिए बोलने लगे.
उसका घर पास में था तो वह जल्दी से घर गई और एक घंटे बाद वापिस आ गयी.

वह यह बोलकर आई थी कि हम दोनों आज साथ में पढ़ाई करेंगे.
हमारी पढ़ाई तो हो रही थी लेकिन चुदाई की.

जब वह आई तो इस बार उसने काली ड्रेस पहनी थी.
उसने नीचे अपने पैरों में सफेद रंग के एड़ी तक आने वाले मोजे पहने हुए थे.

उसको भी मोजे में सेक्स करना अच्छा लग रहा था इसलिए वह भी मोजे पहन कर आई थी.

उसकी ड्रेस और मोजे का मैच नहीं बन रहा था.
फिर उसको सफेद रंग अच्छा लगा, तभी वह पहन कर आई थी.

उसके आते ही मैंने उसके सब कपड़े उतार दिए और सोफे पर पटक दिया.
अन्दर उसने ब्रा और पैंटी कुछ नहीं पहनी थी.
वह चुदाई की पूरी तैयारी के साथ चुदने आई थी.

हम दोनों ने स्मूचिंग शुरू की.
मैं धीरे धीरे उसके पूरे शरीर पर किस करने लगा.
जल्दी ही मैं पैरों तक आ गया और मोजे चाटने लगा.

अब हम दोनों 69 की पोजिशन में आ गए थे, एक दूसरे के अंगों को चाटने लगे थे.

उससे रहा नहीं जा रहा था.
उसने मुझे हटाया और ऊपर बैठ कर लौड़ा अन्दर लेने लगी.

मैं उसके चूतड़ों पर सटासट थप्पड़ मार रहा था, जिससे वह और ज्यादा उछल रही थी.
साथ ही वह तेज गति से ऊपर नीचे हो रही थी.

दस मिनट बाद वह झड़ गई और नीचे आ गई.
मैं मिशनरी पोजीशन में आया और उसको पटक कर पेलने लगा.

इस बार मेरा लंड तीस मिनट तक झड़ा ही नहीं और वह अब तक 2 बार आ चुकी थी.

मैं तेज़ गति से चुदाई करते करते उसके अन्दर ही झड़ गया और उसके चूचों को काटने लगा.

दोस्तो मेल करके जरूर बताइएगा कि मेरी बेस्ट फ्रेंड की चुदाई की कहानी कैसी लगी.
जल्द ही मैं इस GF BF फर्स्ट इन्टरकोर्स की कहानी का अगले भाग के साथ आपसे मिलूंगा.
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