भाभी की गर्म जवानी पूरा लंड ले गई

देसी चूत चुदाई का मजा मिया मैंने जब भरे जिस्म की एक भाभी से मेरी दोस्ती हो गयी. कैसे मैंने उस भाभी की गर्म जवानी का मजा लिया? आप पढ़ कर मजा लें.

कैसे हो मेरी कमसिन प्यासी नमकीन चूत वाली आंटी, भाभी, गर्ल्स और दोस्तो. मैं एक बार फिर से आपका प्यारा योगु हाजिर हूँ.

मेरी पिछली कहानी थी: भाभी की चूत को उसके मायके में जाकर चोदा

मैं अभी 26 साल का हूँ, दिखने में एकदम सेक्सी हॉट और हैंडसम हूँ.
मेरे लंड का साइज 6.2 इंच से कुछ ज्यादा है. मेरे लंड का सुपारा एकदम मस्त चॉकलेटी है.

अगर किसी लड़की भाभी को लंड देखने का मन हो, तो वो बिंदास मुझे मेरे ईमेल पर मैसेज कर सकती हैं. मैं आपको मेरे मस्त लंड के दर्शन जरूर कराऊंगा.

मैं अभी पूना में एक मल्टिनेशनल कंपनी में जॉब कर रहा हूँ. मैं अपने काम के सिलसिले में मुंबई, गुजरात, गोवा और कोल्हापुर बेलगांव आता-जाता रहता हूँ.

आज की सेक्स कहानी मेरी और एक मस्त भरे हुए बदन भारी भरकम गदरायी गांड वाली रेशमा भाभी की है. मैंने देसी चूत चुदाई का मजा लिया.

जैसा कि आपको पता है कि मुझे पहले से ही भरी गांड और बूब्स वाली औरतें काफ़ी पसंद हैं.

मैं एक हंसमुख लड़का हूँ तो सभी से काफ़ी अच्छे से घुल-मिल जाता हूँ. मुझे खुद भी लेडीज से बातें करना ज्यादा पसंद हैं.

ऐसे ही मेरी और रेशमा भाभी की मुलाकात हुई थी. कुछ ही समय में हमारी अच्छे से बातचीत होने लगी थी.

भाभी का फिगर 38-34-40 का था, काफ़ी भरा हुआ बदन, मस्त चाल और मेरे लंड का हाल-बेहाल कर देने वाली उनकी वो अदाएं लंड को हिनहिनाने पर मजबूर कर देती थीं.
उनके पति जॉब के सिलसिले में कुछ महीने के लिए आउट ऑफ इंडिया गए थे.
इस वजह से हमारी हमेशा देर रात तक चैट चलती रहती थी.

एक दिन भाभी ने अपना एक मस्त सा फोटो भेजा.
उनका ये फोटो नेटेड गाउन में था.

मैंने झट से उनको होंठों पर जीभ फिराते हुए यम्मी वाला इमोजी भेज दिया और लिख दिया कि काश आप मेरी वाइफ या गर्लफ्रेंड होतीं, तो आपको अभी चाट कर खा जाता.

भाभी ने आंख दबाने वाली इमोजी भेजी.
तो मैंने आगे लिखा- इतनी मस्त वाइफ को कोई कैसे अकेला छोड़कर जा सकता है.

इस बार भाभी ने भी झट से लिखा- ओ हां … मुझे लग रहा है कि किसी का खड़ा हो गया है.

वैसे मैं आपको बता दूं कि मैं मस्त मस्त डबल मीनिंग बातें करने में काफ़ी एक्सपर्ट हूँ.
उधर भाभी भी मजेदार तरीके से एंजाय करने वाली थीं.

मेरी ये दोअर्थी बातें लेडीज को काफ़ी पसंद आती हैं

भाभी कि बात पर मैं बोला- हां… खड़ा तो हमेशा ही रहता है लेकिन बदनसीबी है कि मुझे हाथ से ही काम चलाना पड़ रहा है.
फिर वो बोलीं- अच्छा हाथ चला रहे हो … कभी हमें भी तो उसके दर्शन कराओ.

मैं बोला- अरे भाभीजी आप जब चाहो … तब दर्शन कर सकती हो और टेस्ट भी कर सकती हो.
भाभी बोलीं- अच्छा ऐसा क्या … तब तो तू अभी ही दिखा दे.

मैंने झट से लंड के फोटो निकाले और भेज दिए.
खड़े लौड़े के फोटो देखते ही भाभी ने झट से अपनी चूत के फोटो भेज दिए.

फिर हम दोनों से चुदाई वाली मस्त सेक्स चैट की. आधे घंटे में भाभी की चूत में चिनमिनी मचने लगी और हम दोनों ने मिलने का प्लान बना लिया.

अगले ही दिन हम उनके एक फ्रेंड के फ़ार्म पर मिले.

जैसे ही हम दोनों ने कमरे में घुस कर उसे लॉक किया, हम दोनों एक दूसरे पर टूट पड़े.

उनका भरा हुआ बदन मैं बदन से हाथों से मसलते हुए उनके होंठों को चूसने लगा.
वो भी मेरे होंठों को चूसते हुए हम मजा लेने लगीं. हम दोनों एक दूसरे की गर्माहट महसूस करने लगे.

मैंने भाभी की गांड को जोर जोर से थपथपाते हुए उस पर चांटे लगा कर दबाना शुरू कर दिया.

जल्दी ही वासना भड़क गई और हम दोनों एकदम नंगे एक दूसरे की बांहों में जकड़े हुए चूसा चूसी करने लगे.

फिर अलग हुए तो हम दोनों ने बाथरूम में जाकर शॉवर लिया और एक दूसरे को साबुन से रगड़ रगड़ कर पूरा साफ़ कर दिया.

जैसे ही हमने एक-दूसरे को साफ किया तो कमरे में चलने की पड़ गई.
एक मिनट से भी कम समय में हम दोनों बेड पर लेट गए और एक-दूसरे को चाटना चूसना शुरू कर दिया.

अब मैं भाभी के मस्त नंगे बदन को हर जगह सहला रहा था और उनकी गदरायी हुई जांघों को सहलाते भींचते हुए नीचे आने लगा.
नीचे भाभी की रसीली फूली हुई चूत पर मैंने अपनी गर्म गर्म सांसों से फूंकना शुरू कर दिया.
साथ ही भाभी के बड़े बड़े मम्मों को मसलने लगा.

भाभी का मांसल और भरा हुआ पेट थरथराने लगा था.
उनकी सांसें बहुत जोर जोर से चलने लगी थीं.

मैं अपनी जीभ से भाभी की चूत चाटते हुए उनके पेट पर आ गया और भाभी की नाभि को चूमने लगा; दांतों में लेकर लव बाइट्स करने लगा.

उनकी गहरी नाभि में मेरी जीभ नुकीली होकर घुसती हुई अन्दर बाहर करके लपलपाने लगी.
भाभी की बॉडी अब जोर जोर से कंपकंपाने लगी थी.

वो अपने हाथों से मेरे बालों को नौंचने लगी थीं. भाभी जोर जोर से बाल खींचते मुझे दबाने लगी.

मैं भी मेरी दाढ़ी के छोटे छोटे बालों को जानबूझकर और ज्यादा रगड़ने लगा था.

कुछ देर बाद मैं भाभी की गांड को चांटे लगाते हुए मसलने लगा; अपनी गर्मागर्म सांसों को उनकी रसीली सी चूत पर हल्के से छोड़ने लगा और अपनी जीभ से चूत को फिर से चाटना शुरू कर दिया.
भाभी की चूत से गर्म भाप निकल रही थी.
मैं अपनी ट्रिम की हुई दाढ़ी से उनकी चूत पर रगड़ने लगा. इससे वो और जोर से छटपटाने लगीं.

वो जोर जोर से मेरे सर को अपनी गदरायी मांसल गोरी गोरी जांघों में जोर जोर से दबाते हुए अपनी चूत पर मुझे रगड़ने लगीं.

मैंने इसी पोजीशन में भाभी को घुमा दिया और उसकी मांसल गांड को चाटना शुरू कर दिया.

भाभी औंधी हो गई थीं, तो मैंने उनके कूल्हों को हल्के हल्के से दांतों से काटना शुरू कर दिया. मेरे दांतों से भाभी की गांड पर मेरे लव बाइट्स बनना शुरू हो गए. फिर अपनी उंगलियों से भाभी की चूत को सहलाते और रगड़ते हुए गांड को जीभ से चाटने लगा. भाभी की गांड चूत मस्त, भारी भरकम और बहुत हॉट थी … एकदम गोरी गोरी.

मैं कुत्ते की तरह अपनी जीभ से भाभी की गांड को फैलाकर मस्त चाटते हुए लव बाइट्स करने लगा.
मेरे हाथ कभी भाभी के बड़े बड़े मम्मों को जोर जोर से मसलते तो कभी मैं अपनी दाढ़ी से और जीभ से गांड चूत को चूसते चाटने लग जाता.

इससे वो तिलमिलने लगी थीं और मेरे सर को पकड़कर जोर जोर से अपनी गांड चूत में दबाने लगी थीं.

फिर अचानक से भाभी पलट कर मेरे ऊपर आ गईं और मुझे जोर से थप्पड़ लगाकर मेरे मुँह मैं मुँह डालकर पागलों की तरह स्मूच करने लगीं.
मैं भी जोर जोर से उनकी गांड पर चमाट मार मार कर लाल कर रहा था.

इस तरह से हमारा ये स्मूच तीन मिनट तक चला.

फिर भाभी 69 की पोज़िशन में आकर मेरे लंड को सहलाने और हिलाने लगीं.

भाभी मेरे लंड को थप्पड़ मारती हुई बोलीं- योगु, तेरा ये चॉकलेटी लंड बहुत मस्त है. आज तो इसे मैं पूरा निगल लूंगी … पूरा खा लूंगी.

ये कहकर भाभी अपनी गांड चूत मेरे मुँह पर रगड़ती हुई मेरे लंड को गले तक लेकर चूसने लगीं.

‘आहह आहह श मुहह मुहह आहह यस्स ऑश योगुऊ आहह आ बेबी मुहह मुहह ओहो यस यस योगु … क्या मस्त है तेरा लंड .. क्या मस्त टेस्ट है बेबी तेरे लंड का.’

सच कहूँ दोस्तो, रेशमा भाभी एक मस्त माल थीं.
वो मेरे मस्त लंड को और खासकर लंड के चॉकलेटी सुपारे को अपने रसभरे मुँह में लेकर पागलों की तरह चूसे जा रही थीं.

मैं भी भाभी की गद्देदार गांड को हाथों से थपथपाते हुए उनकी चूत का नमकीन पानी चूस रहा था.
अपनी जीभ को नुकीली करके चूत के अन्दर तक डालकर चाटने में लगा था.

वो अपने छेद को हिलाती मेरी जीभ से चुदवा रही थीं और मेरा लंड चूस रही थीं.

मै भाभी की गांड को और कमसिन चूत के रस को सूंघते और चाटते हुए उसकी गांड को चांटा लगाते हुए अपनी उंगली को गांड में घुसा दिया.

इससे वो एकदम से हड़बड़ा गईं और मेरी ओर देखते हुए पलट कर मेरे ऊपर आ गईं.
भाभी मेरे मुँह में अपनी जीभ डालकर चूसते हुए अपनी बड़े बड़े स्तनों को मेरे बदन पर रगड़ रही थीं.

फिर भाभी ने मेरे लंड को अपनी चूत पर घिस कर रस से चिपचिपा करके एक दबाव बनाया और अपनी चूत में मेरा लंड लगाकर जोर से दबा दिया.

मेरा लवड़ा सरसराते हुए उनकी गर्मागर्म चूत में सटाक से घुस गया.
भाभी की आह निकल गई और वो जोर जोर से आहें भरती हुई मेरी आंखों में देखने लगीं.

दर्द से मुक्ति पाने के लिए भाभी मेरे होंठों पर अपने होंठों को ऐसे घिसने लगीं, जैसे हम ब्रश करते हैं.
वो होंठों से मेरी जीभ को चूसती हुई मेरे लंड पर गांड उठा उठा कर कूद कूद कर चुदवाने लगीं.

मैं भाभी के बड़े बड़े मम्मों को खचाखच सटासट भंभोड़ते हुए मजा लेते हुए उनकी गांड पर जोर जोर से चाटें मारने लगा.
साथ ही मैं अपना लंड भाभी की टाइट फुद्दी में जोर जोर से पेलने लगता.

उनके बड़े बड़े मम्मों को उछलते देखकर मैं और उत्तेजित होकर पूरी ताकत से अपनी गांड को उठा उठा कर लंड को चूत में जितना अन्दर हो सकता था, उतनी अन्दर तक पेलकर चोदने लगा था.

उधर रेशमा भाभी भी कस कस कर मेरे लंड पर कूदते हुए अपने मम्मों को शताब्दी एक्सप्रेस के जैसे उछाल रही थीं.

इस वक्त भाभी एक खूंखार शेरनी के जैसे दिख रही थीं.
मैं भी पूरी ताकत से भाभी से लोहा ले रहा था, उनके छेद को और भी चौड़ा कर रहा था.

“आह आह ओह्ह ओह्ह बेबी और मार जोर से लंड अन्दर तक घुसा मेरी जान … आह यस यस यस बेबी ओह्ह याह स्वीटू योगू … अहह यस ओह्ह ओह्ह योगगु … जोर जोर से.”

भाभी पूरी ताकत से गांड उठाते हुए मेरे लंड पर कूदती जा रही थीं.

अब मैंने उनको कस कर बांहों में जकड़ा और मुँह में जीभ घुसेड़ कर चूसते चूत की मां चोदने में लगा था.
मेरा लंड चूत की मखमली नाजुक पंखुड़ियों को चीर कर पूरा अन्दर तक घुस रहा था.
मेरी गोटियां भाभी की चूत तक चिपक जा रही थीं.

भाभी की सांसें भी बहुत जोर से चल रही थीं. वो किसी प्यासी कुतिया की तरह मेरी जीभ को अपनी जीभ से पकड़ कर लपलपाती हुई चाटने लगी थीं.

मैंने अचानक से उसकी गांड में उंगली घुसाई, तो उनका मुँह और खुल गया.
तब मैंने उनकी जीभ को मेरे होंठों में जकड़ लिया और जोर जोर से चूसना चालू कर दिया.

‘ससश सश्स … आह अहह हम्म ओह्ह …’

हमारी स्मूच और चुदाई का एक अलग ही नशा हम दोनों को और भी प्यासा बनाये जा रहा था. मगर हमारी प्यास कम होने की जगह और बढ़ती ही जा रही थी.

अब हम दोनों चरम पर आने लगे थे … एक दूसरे को कस कर चिपक कर स्मूच करते हुए एक दूसरे में खो गए थे.

फिर मैंने भाभी को पकड़कर झट से मेरे नीचे लिया.
वो भी मुझे कसके बांहों में पकड़े मेरे नीचे आ गईं.

दोस्तो, मैं जब सेक्स करता हूँ तो मुझे बदन पर बदन रगड़ते हुए एक दूसरे को मसाज सा करना बहुत अच्छा लगता है.
उस वक्त हमारे जिस्म हमारे नंगे बदन एक दूसरे पर जब घिसते हैं तो बहुत सुकून मिलता है.
मैंने ये बहुत अच्छे से महसूस भी किया है.
ऐसे करने से अन्दर से अपनापन और सुरक्षा का अहसास मिलता है.

भाभी मेरे बदन से बदन रगड़ने से कसमसाती हुई मछली की तरह छटपटाने लगीं; मेरे बदन पर नाखून घुसाने लगीं; मेरे बालों को नौंचने लगीं और मेरे मुँह में मुँह डालकर और जोर से स्मूच करने लगीं.

मेरा लंड भाभी की चूत में अन्दर तक घुसकर हमला कर रहा था.

फिर मैंने अपनी गांड को इधर उधर करते हुए गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया.
इससे तो भाभी और जोर से उछलने लगीं और मेरी गांड पर चमाट लगाती हुई मेरी जीभ को चूसने लगीं.

मैं अपनी गांड को गोल घुमा रहा था इससे मेरा लंड भाभी की चूत के अन्दर के हर एक हिस्से को अपने सुपारे से अपनी ताकत और सख्ती का अहसास दिला रहा था.

भाभी की चूत की गर्माहट और पंखुड़ियों जैसी चूत कि फांकों रगड़ते हुए मानो चूम सा रहा था.
यह अहसास ऐसा अहसास होता है कि किसी भी औरत को हमेशा याद रहेगा.

अब मैंने भाभी की गदरायी जांघों पर अपनी जांघों को घिसते हुए उनके पांव की उंगलियों में अपनी उंगलियों को फंसा दिया और ऊपर से चुम्बन करते हुए धपाधप जोर जोर से गांड उठा उठा कर ठोकना शुरू कर दिया.

मैं जैसे जैसे लंड चूत में अन्दर डालता, तो ‘फच …’ और बाहर निकालता तो ‘पूच्छ ..’ की आवाजें निकलने लगी थीं.

“अहह आह ओह्ह ओह यस यस महह महहह अहह अहह योगु … अहह अहह ओह बेबी यआह याह ओह्ह अस सी सीई अहह … मैं गईई इ …”

भाभी की जांघों की ‘थप थप थप …. आहह महह ओह्ह यस यसस बेबीयी …’ की आवाज शिथिल होने लगी.

मेरी गोटियां भी बड़ी तेजी से भाभी की चूत के आसपास मानो चुम्बन लेने लगी थीं.

भाभी की पनियाई हुई चूत से लंड की थापें ‘छोपप चुप्प्प पच्छ पच्छ पच्छ …’ की ताल छेड़ रही थीं और मेरी हुंकारें ‘अहह अहह ओह्ह ममहह ले मेरी जान …’ कमरे के माहौल में काम भावना को और अधिक बढ़ाने में मदद कर रही थीं.

भाभी भी शायद फिर से जागृत हो गई थीं. हम दोनों इस समय एक दूसरे की मिशनरी पोजीशन मैं धुँआधार चुदाई का लुत्फ़ उठा रहे थे; एक दूसरे को स्मूच करते चुदाई कर रहे थे.

फिर कुछ ही देर बाद मैं भाभी को मस्त स्मूच करते हुए फारिग होने की कगार पर आ गया था.
तभी हम दोनों ने जोर से एक दूसरे को कस कर बांहों में जकड़ लिया और एक साथ झड़ने लगे.

आह क्या बताऊं आपको … वो कितना मस्त अहसास था हमारे लिए.
भाभी और मेरा बदन मस्त रोमांचित होकर थरथरा रहे थे, सिहर रहे थे.

जब तक हमारा पूरा पानी नहीं निकल गया, हम दोनों अपने जिस्मों को थिरकाते रहे.

दोस्तो, मैं उस देसी चूत चुदाई का मजा को शब्दों में बयान ही नहीं कर सकता. उस दशा को फील करने वाले ही समझ सकते हैं कि उस समय कितना सुकून मिलता है.

हम अब एकदूसरे को इशारे से ही आंखों के इशारों से एक-दूसरे को थैंक्स कर रहे थे.

कुछ पल बाद मैं भाभी के ऊपर से हटा और हम दोनों बगल बगल में लेट कर फिर से मस्ती करने लगे.

दोस्तो, रेशमा भाभी की लंड लंड करती देसी चूत चुदाई का मजा मैंने लिया.
आपको कैसी लगी यह सेक्स कहानी?
प्लीज़ मेल जरूर लिखिएगा. मैं आपके मेल का इंतज़ार कर रहा हूँ.
आपका योगू
[email protected]

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