मेरी बीवी की गैर मर्दों से चुदाई

निम्फो रण्डी वाइफ सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी बीवी में सेक्स की गर्मी ज्यादा थी. मैं उसे संतुष्ट नहीं कर पाता था. तो मैंने उसे बड़े लंड वाले आदमी से चुदवाया.

मेरा नाम नवीन वर्मा है और मेरी पत्नी का नाम आरती वर्मा है.
मेरी उम्र 28 साल है, मेरी पत्नी की उम्र 27 है. उसकी हाइट 5 फिट 2 इंच है.

मैं पहली बार अपनी सेक्स कहानी लिखने जा रहा हूं.
यह निम्फो रण्डी वाइफ सेक्स कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है.

मेरी शादी को 2 साल हो गए थे. मेरी बीवी मेरे साथ सेक्स से संतुष्ट नहीं हो पाती थी.
इस वजह से वह मुझसे तो कुछ नहीं कहती थी लेकिन मैं इस बात को जानता था कि मैं अपनी पत्नी को संतुष्ट नहीं कर पा रहा हूं.

मेरे लंड की लंबाई 5 इंच है और इसकी मोटाई 2 इंच है.
मेरी बीवी इससे अधिक लंबा और मोटा लंड चाहती थी.
उसने कभी कहा नहीं पर मैं उसकी नजर को समझता था.

एक बार चुदाई करते समय मैं अपनी बीवी को गंदी गंदी गाली देते हुए चोद रहा था.
मैंने अपनी बीवी से कहा- साली रांड तेरी चुदाई तो मैं कई मर्दों से करवाऊंगा, जिससे तेरी चूत का भोसड़ा बन जाए.

मेरी गालियों से मेरी बीवी को चुदने में और ज्यादा मजा आने लगा और वह जोर जोर से आहें भरने लगी.
उस दिन वह मेरे साथ चुदती हुई इतनी ज्यादा उत्तेजित हो गई थी कि वह मेरे ऊपर चढ़ गई और उसी वक्त मैं झड़ गया.

लेकिन मेरी बीवी की चूत की तृप्ति नहीं हुई थी.
तो वह मेरे झड़े हुए लंड पर अपनी चूत रगड़ती रही और मेरा मुर्दा हो चुका लंड उसकी चूत के हमलों से पिसता रहा.

अन्तत: बीवी भी झड़ गई और वह मेरे सीने पर गिर कर हांफने लगी.

उस दिन यह पहली बार हुआ था कि मेरे झड़ने के बाद भी मेरे लंड की झांटू स्थिति से भी मेरी बीवी ने सुख ले लिया था.
इससे मुझे अन्दर से खुशी मिली और मैं उसके माथे को चूम कर उसे प्यार करने लगा.

अब यह मेरा रोज का ही काम हो गया था.
एक दिन मैंने अपनी बीवी से बात की और उससे कहा- अगर तुम मुझसे संतुष्ट नहीं हो, तो तुम कहीं बाहर या फिर किसी और के साथ सेक्स कर सकती हो. इससे किसी को पता भी नहीं होगा, हमारी इज्जत भी नहीं जाएगी और तुम संतुष्ट भी हो जाओगी.

मेरी बीवी को यह बात शायद मन ही मन में अच्छी लगी, वह कुछ नहीं बोली.
शायद वह अपनी सहमति मुझे दिखाना नहीं चाहती थी.

जब मैंने उससे जवाब देने के लिए कहा तो वह दिखावटी तौर पर मना करने लगी- अरे रहने दो … मैं ऐसे ही ठीक हूँ.
मगर मेरे बार-बार कहने पर उसने कह दिया- जो तुम्हें ठीक लगे, वह करो. मैं आपकी बात मानने के लिए तैयार हूं.

उसकी इस बात से मैं समझ गया था कि मेरी बीवी क्या चाहती है.
मैंने अपने एक दोस्त को कॉल किया.
मेरा यह दोस्त मैंने एफबी पर बनाया था.
उसका नाम सुखविंदर सिंह है.

मैंने उसको जब यह बात बताई तो वह वह मेरी बीवी के साथ सेक्स करने के लिए तैयार हो गया.
उसका भी एक दोस्त था, उसका नाम सत्येंद्र पटेल था.

सुखविंदर सिंह ने मुझसे कहा कि वह अपने दोस्त सत्येंद्र पटेल को भी बुला लेगा और हम सब मिल कर मजा करेंगे.

मैंने कहा- यह सब हम लोग शहर से बाहर करेंगे.
तो उसने कहा- ठीक है, कहीं बाहर का प्रोग्राम बनाते हैं.

हम लोगों ने मनाली का टूर बनाया. हमारे इस प्लान के मुताबिक हम लोग मनाली पहुंच कर एक होटल में दो कमरे लेने वाले थे.

मेरी बीवी भी बड़ी खुश थी कि उसकी प्यास बुझने वाली है.
मैंने उससे सेक्सी कपड़े पहन कर चलने के लिए कहा था.

वह सेक्सी कपड़े पहन कर एकदम लौंडिया बन कर तैयार हो गई.
वह देखने में कहीं से भी शादीशुदा भाभी नहीं लग रही थी.

मेरी बीवी ने शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहनी हुई थी और टी-शर्ट के नीचे उसने ब्रा भी नहीं पहनी थी.
इस कारण उसके निप्पल साफ नजर आ रहे थे.

हम दोनों पति पत्नी जब मनाली पहुंचे तो वहां पर सुखविंदर और सत्येंद्र दोनों मौजूद थे.
हम दोनों उन दोनों से मिले.

सुखविंदर और सत्येंद्र ने मेरी बीवी से हाय हैलो नमस्ते की.
मेरी बीवी ने भी भूखी नजरों से मेरे उन दोनों हट्टे-कट्टे मर्द दोस्तों को देखा.

तभी सत्येंद्र मेरी बीवी से बोला- नमस्ते भाभी जी, आप बहुत ही खूबसूरत हो.
मेरी बीवी ने भी उसकी वासना से लिप्त आंखों को देखते हुए जवाब दिया- वाह, तुम तो अभी से ही फ्लर्ट कर रहे हो?

मेरी बीवी की बात पर हम सब लोग हंसने लगे.
कार में बैठकर हम सब होटल पहुंचे.
हमारे पास दो कमरे थे, पर हम चारों एक ही रूम में शिफ्ट हो गए.

मेरी पत्नी कपड़े चेंज करने बाथरूम में चली गई.
कपड़े चेंज करके जब आरती बाहर निकली तो उसने एक नाइट टॉप टॉप पहना हुआ था. वह बेहद सेक्सी और कामुक माल लग रही थी.
आरती हम लोगों के पास आकर बैठ गई.

सुखविंदर ने पहले से ही महफ़िल जमाने का इंतजाम कर रखा था.
उसने अपने हैंड बैग में से एक व्हिस्की की बोतल निकाली और चार गिलास लेकर सबमें थोड़ी-थोड़ी डाल दी.
हम चारों ने पैग लगाना शुरू कर दिया.

पैग लगाते हुए ही हम चारों सिगरेट के मजे भी ले रहे थे.
मैं देख रहा था कि मेरी बीवी आरती कहीं से भी मेरी सुहागन पत्नी नहीं लग रही थी; वह एक पेशेवर रंडी लग रही थी.

उसके नाइट टॉप के ऊपर के बटन खुले हुए थे, जिसमें से उसके दूध मस्त जलवा दिखा रहे थे.

दारू पीते हुए हम सब हंसी मजाक कर रहे थे और सत्येंद्र गंदे गंदे जोक सुना रहा था.

रात के दस बज गए थे.
सुखविंदर ने खाने के लिए कहा तो हम सबने सर हिला कर हामी भर दी.

सुखविंदर ने खाना ऑर्डर करते हुए कह दिया कि खाना रूम में ही लगा दो.
कुछ देर बाद खाना रूम में ही आ गया और हम सभी ने खाना खा लिया.

हम सबके ऊपर नशा काफी ज्यादा हो गया था.
सुखविंदर ने मेरी बीवी की जांघों पर ऊपर हाथ फेरना शुरू कर दिया.

दूसरी ओर सत्येंद्र भी आरती के पेट पर हाथ फेर रहा था.
मेरी बीवी भी मदहोश हो चुकी थी.

कुछ ही देर में उन दोनों ने आपस में मेरी पत्नी का टॉप निकालने का इशारा किया.

सत्येंद्र ने जैसे ही उसका टॉप निकाला मेरी बीवी की 36 इंच की भरी हुई चूचियां सामने छलक आईं.

उसकी भरी हुई चूचियों को देखकर उन दोनों के मुँह में पानी आ गया और वे दोनों मेरी बीवी के ऊपर टूट पड़े.
आरती को भी शराब के नशे में उन दो मर्द इंसानों के साथ सेक्स की मस्ती करने में बहुत अच्छा लग रहा था.

वे दोनों जोर-जोर से मेरे बीवी के एक एक दूध को चूस रहे थे और उसके निप्पल को दांत से काट रहे थे.

मेरी बीवी भी उन दोनों के सर को अपने मम्मों पर दबाए हुए अपने दूध चुसवा रही थी.

उसकी कामुक आवाजें मेरे लंड को कड़क कर रही थीं और मैं सिगरेट पीता हुआ अपनी बीवी की चुदाई होते देख रहा था.

धीरे धीरे उन दोनों की हरकतें आगे बढ़ने लगीं.
सत्येंद्र ने मेरी बीवी की पैंटी को निकाल दिया और उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा.

सुखविंदर बोलने लगा- आह साली रंडी … बड़ी मस्त चूत है तेरी … अब तक कितनों से चुदाई करवाई है तूने … तेरे हस्बैंड का लंड तो बहुत छोटा सा है, फिर तेरी चूत को कौन चोदता रहा है?
उनकी बातों को सुनकर मेरी बीवी सिर्फ मुस्कुरा रही थी और मेरी तरफ देख रही थी.

मैंने भी उसे इशारा कर दिया कि बको, जो भी बकना है.

यह देख कर मेरी पत्नी ने सुखविंदर को जवाब दिया- हां यार सुखविंदर, तू सही कह रहा है. शादी से पहले मेरे ऊपर काफी लोग चढ़ चुके हैं.

सुखविंदर बोला- चल तू कहती है, तो मान लेता हूँ कि काफी लोग चढ़े होंगे तेरे ऊपर … मगर मेरे जैसा कोई मर्द नहीं चढ़ा होगा. साली रंडी आज तुझे बताता हूं कि लंड क्या होता है. बहन की लौड़ी आज तेरी चूत फाड़ कर भोसड़ा बनाने का काम मेरा है. आज हम दोनों तेरी किसी सड़क छाप रंडी की तरह चुदाई करेंगे. आज रात के लिए तू हम सबकी रंडी है मादरचोद.
यह कह कर सुखविंदर आरती के होंठों पर किस करने लगा.

सत्येंद्र नीचे जाकर उसकी चूत को चूसने लगा.
सुखविंदर बोला- साली रंडी, चल अब तू मेरा लंड चूसने के लिए तैयार हो जा … आ जा मादरचोद.

मेरी पत्नी ने जवाब दिया- अबे गांडू पहले अपना अंडरवियर तो निकाल भोसड़ी के!
मैंने सुखविंदर से कहा- तुम इस कुतिया को इतनी इज्जत क्यों दे रहे हो. अबे यह आज अपनी रंडी है और रंडी की तरह ही इसके साथ व्यवहार करो!

आरती मेरी तरफ देखने लगी.
मैंने कहा- घूर क्या रही है कुतिया, तुम एक रंडी हो … और तुम ही सबके अंडरवियर निकालकर लंड चूस कर खड़ा करोगी … और नहीं किया तो आज तुम्हारी गांड मार मार कर तुम्हारी चूत को चित्तौड़ बना देंगे.

यह सुनते ही सत्येंद्र ने मेरी बीवी के चूतड़ों पर दो चमाट मार दी.

मेरी बीवी बोली- अबे यार प्लीज ये मत करो … मैं तुम लोगों के लंड चूस चूस कर खड़ा कर दूंगी. चलो सब बिस्तर पर पैर लटका कर बैठ जाओ.

अब हम तीनों बिस्तर एक साथ एक लाइन में बैठ गए.
मेरी बीवी नीचे फर्श पर घुटनों के बल आ गई.

सबसे पहले वह सुखविंदर का लंड चूसने लगी.
सुखविंदर का लंड काफी बड़ा था और आरती के मुँह में उसका लंड जा ही नहीं रहा था.

पर सुखविंदर जबरदस्ती जोर-जोर से आरती के बाल पकड़ कर उसके गले के अन्दर तक अपने लंड को पेले जा रहा था.

उसके बाद सत्येंद्र पटेल ने भी जोर जोर से आरती के दूध दबाते हुए मजा लिया.

फिर सुखविंदर ने अपना लंड आरती के मुँह में से बाहर निकाला और आरती को सत्येंद्र की तरफ धकेल दिया.
अब सत्येंद्र ने अपने लंड को चुसवाया और उसके बाद चुदाई की पोजीशन बन गई.

सुखविंदर ने आरती को चित लिटाया और उसकी दोनों टांगों को फैला कर उसकी चूत के दाने पर किस करने लगा.
फिर सुखविंदर ने अपने लंड को चूत पर सैट किया और एक जोरदार झटका दे मारा.

उसका आधा लंड चूत को चीरता हुआ अन्दर घुस गया.
आरती ऐसे चिल्लाई जैसे उसकी चूत फट गई हो. मेरी बीवी की आंखों में से आंसू बहने लगे.

सुखविंदर का लंड बहुत लम्बा और मोटा था. इस कारण से मेरी बीवी जोर जोर से चिल्लाने लगी.
मैंने सुखविंदर से पहले ही बोल दिया था- मेरी बीवी की चुदाई करते रहना, वह चाहे जितना चिल्लाए, तुम रहम मत करना.

सुखविंदर ने चुदाई जारी रखी और वह झटके पर झटके देता रहा.
मेरी निम्फो रण्डी वाइफ चिल्लाती रही और चुदवाती रही.
उसकी चूत से थोड़ा सा खून भी निकलने लगा था.

कुछ ही देर में आरती को चुदने में मजा आने लगा था और वह गांड उठा उठा कर लंड लेने लगी थी.
सुखविंदर भी जोर जोर से मेरी बीवी की चुदाई करता रहा.

कुछ ही देर बाद सत्येंद्र ने भी आरती के मुँह में लंड डाल दिया.
अपने मुँह में लंड होने की वजह से आरती ज्यादा आवाज नहीं निकाल पा रही थी.

जोर जोर से चुदाई होने के कारण आरती की हालत खराब हो चुकी थी.
वह अब तक दो बार झड़ चुकी थी.

अब सुखविंदर भी अपनी चरम सीमा पर आ गया था.
कुछ ही देर में सुखविंदर ने आरती की चूत में सारा माल गिरा दिया.

काफी देर की चुदाई के बाद मेरी बीवी की हालत खराब हो चुकी थी. मगर अभी सत्येंद्र की बारी बाकी थी.

सत्येंद्र ने सुखविंदर के हटते ही अपनी जगह सैट कर ली और वह भी आरती की चूत में लंड पेल कर चुदाई करने लगा.
सत्येंद्र ने भी मेरी बीवी की काफी देर तक चुदाई की.

करीबन 20 मिनट के बाद उसने अपने लंड का माल मेरी बीवी के मुँह में छोड़ दिया और लंड नहीं निकाला.
उस कारण से मेरी बीवी को सारा जूस पीना पड़ा.

अब मेरी बारी थी.
जब मैंने लंड डाला तो मुझे पता ही नहीं लगा कि मेरा लंड अन्दर है कि बाहर है क्योंकि आरती की चूत चबूतरा बन चुकी थी और फैल कर बहुत बड़ी हो चुकी थी.

उस रात को उन दोनों ने मेरी बीवी की चार बार चुदाई की. उन्होंने एक एक बार मेरी बीवी की गांड भी मारी.
अब मेरी बीवी संतुष्ट हो चुकी थी.

अब हाल यह हो गया था कि मेरी बीवी आरती का जब भी मन होता तो वह उन लोगों में से किसी एक को या कभी कभी दोनों को बुला कर चुदाई करवा लेती है.
मुझे भी कोई आपत्ति नहीं है.

आपको मेरी बीवी की चुदाई की निम्फो रण्डी वाइफ सेक्स कहानी पसंद आई होगी.
कमेंट्स जरूर करना.

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