मेरी नंगी चुदाई की कहानी में पढ़ें कि मैं सड़क पर कैब का इन्तजार कर रही थी. दो लड़के कार में आये और मुझे लिफ्ट दे दी. मैं भी मजे से उनके साथ चली गयी.
उस दिन मैं बड़ी देर से सड़क पर खड़ी हुई टैक्सी का इंतज़ार कर रही थी।
मैं लो वेस्ट जींस पहने थी; ऊपर एक ब्रा थी बस।
मेरी बाहें एकदम खुली हुई थीं और मेरे लम्बे लम्बे बाल भी खुले हुए थे।
मेरा गोरा बदन, गोल गोल चेहरा, गुलाबी होंठ, मेरी बड़े बड़े सुडौल बूब्स, पीछे से मेरी मस्तानी गांड, सब के सब मेरे साथ टैक्सी का इंतज़ार कर रहे थे।
जैसे जैसे समय बीत रहा था, वैसे वैसे मैं परेशान होती जा रही थी।
फिर अचानक मेरे सामने एक कार रुकी।
उसमें दो लड़के बैठे थे।
एक तो कार चला रहा था और दूसरा बगल में बैठा था।
उसने शीशा खोला और बोला- मैडम आपको कहाँ जाना है?
मैंने कहा- मुझे चर्चगेट तक जाना है। मैं बड़ी देर से टैक्सी का इंतज़ार कर रही हूँ।
वह बोला- अरे मैडम, आज टैक्सी वालों की हड़ताल है। आज आपको कोई टैक्सी नहीं मिलेगी। आइये मैं आपको छोड़ देता हूँ!
मैं तो खुश हो गयी और उसकी गाड़ी में बैठ गयी।
ए सी गाड़ी में बैठ कर मुझे बड़ी राहत मिली।
काफी दूर चल कर अचानक गाड़ी बंद हो गयी।
बहुत कोशिश करने पर भी नहीं चली.
तब उसने किसी को बुलाया।
जब एक लड़का आया तो उसने कहा- लो यह चाबी और गाड़ी ठीक करवा के घर पर ले आना।
उसने कहा- मैडम, मेरा घर पास में है। आप मेरे घर चलिए, जब गाड़ी बन कर आ जाएगी, तब मैं आपको छोड़ दूंगा।
मेरा नाम सिराह है, मैं एक बंगाली लड़की हूँ।
मैं खूबसूरत, सेक्सी और हॉट हूँ; पढ़ी लिखी, मुंहफट हूँ और बोल्ड हूँ।
प्यार से बेधड़क गालियां देना मेरी पुरानी आदत है.
मैं मुंबई में रहती हूँ और यहीं जॉब करती हूँ।
मुझे साड़ी पहनना बहुत अच्छा लगता है, साथ में स्लीवलेस ब्लाउज़ या फिर केवल ब्रा!
मेरे मम्मे सच में बड़े बड़े हैं. मेरे बाल लम्बे लम्बे हैं, मेरी कजरारी आँखें बड़ी बड़ी हैं।
मैं 5′ 4″ के कद वाली एक बिंदास लड़की हूँ।
मुझे सेक्स बेहद पसंद है।
आपसे झूंठ नहीं बोलूंगी।
मैं चुदी हुई हूँ, एक से नहीं कई लोगों से चुदी हुई हूँ।
मुझे लण्ड बेहद पसंद हैं.
जो लण्ड मुझे पसंद आ जाता है मैं उसका साथ कभी नहीं छोड़ती।
2 / 3 लण्ड मेरे पसंद के हैं जिनसे मैं अक्सर चुदवाती रहती हूँ।
इनके लण्ड की फोटो मैं हमेशा अपने मोबाइल में रखती हूँ।
मैं चुपचाप उन दोनों के साथ चल पड़ी।
बातचीत में मुझे मालूम हुआ कि इनके नाम हैं जय और राजन।
इनकी उम्र लगभग 25 / 26 साल की होगी।
दोनों ही मस्त जवान, हैंडसम और स्मार्ट थे।
इधर मैं भी 23 साल की थी।
मेरी जवानी हिलौरें मार रही थी।
मेरे मन में आया क्यों न मौके का फायदा उठा कर इनके लण्ड का मज़ा नंगी चुदाई करवा के लिया जाए।
यह सोचते ही मेरी चूत गीली हो गयी।
मैंने कहा- मैं बाथरूम जाना चाहती हूँ।
जय ने मुझे बाथरूम भेज दिया।
मैं बाहर निकलते ही उन दोनों बातें चुपचाप सुनने लगी।
जय बोला- यार राजन, माल तो बहुत बढ़िया है चोदने में मज़ा आ जाएगा!
राजन बोला- इसकी चूचियाँ बहन चोद बहुत बड़ी बड़ी हैं। इनमें लण्ड घुसेड़ने में बड़ा मज़ा आएगा।
जय बोला- अगर यह भोसड़ी वाली मान गई तो लौड़ा बहुत अच्छी तरह से चूसेगी। मुझे तो लगता है कि खूब चुदी हुई है माँ की लौड़ी; ज्यादा नखरे नहीं करेगी।
राजन बोला- पहले तो मैं बड़े प्यार से उससे अपनी बुर देने को कहूंगा। अगर प्यार से बुर देगी तो चोदने में बड़ा मज़ा आएगा अगर नहीं देगी तो फिर थोड़ा जबर करनी पड़ेगी? चोदना तो है ही इसे … बिना चोदे जाने नहीं दूंगा।
मैं वापस आकर बैठ गयी.
मुझे मालूम हो गया कि ये लोग क्या चाहते हैं.
मैंने भी मन बना लिया कि मैं भी इन दोनों के लण्ड का पूरा मज़ा लूंगी।
बहुत दिन हो गए मुझे कोई ढंग का लौड़ा नहीं मिला।
मैं तो अंदर ही अंदर बड़ी खुश हो रही थी।
तब तक जय ने पूछा- मैडम आप सोडा से लेंगी या पानी से?
मेरे मुंह से निकला- आधा आधा!
फिर मैंने कहा- नहीं नहीं, मैं शराब नहीं पीती। तुमको पीना हो तो पियो।
मेरे मन में आया कि भोसड़ी के जय … मैं शराब के साथ लण्ड पीती हूँ। खोल के रख दे न अपना लण्ड मेरे आगे। देख फिर मैं कैसे पीती हूँ तेरा मादरचोद लण्ड।
मैं चुप रही।
जय ने 3 पैग बनाये और फिर मैं भी उनके साथ पीने लगी व्हिस्की।
राजन ने कहा- मैडम आप इतनी खूबसूरत क्यों हैं? इतनी हॉट क्यों हैं? मैं तो दूर से ही आपकी सुंदरता पर मर मिटा।
यह सुनकर मैं गदगद हो गयी।
मैं बहुत खुश हो गयी।
मेरा दिल बाग़ बाग़ हो गया।
किस भोसड़ी वाली को अपनी सुंदरता की तारीफ अच्छी नहीं लगती?
मेरा मन हुआ कि मैं राजन की चुम्मी ले लूँ।
मगर मैंने कहा- ये सब भगवान् की देन है यार!
वह बोला- मैडम, एक बात कहूं बुरा तो नहीं मानोगी?
मैंने कहा- हां बोलो, बिल्कुल बुरा नहीं मानूंगी।
वह बोला- तुम बिना कपड़ों के ज्यादा सुन्दर लगोगी?
मैंने कहा- अच्छा तो तुम चाहते हो कि मैं नंगी हो जाऊं? तुम लोग मेरी इज़्ज़त लेना चाहते हो? तुम्हारी नियत ख़राब हो गई है मुझ पर! मैं क्यों उतारूँ कपड़े? तुम बड़े मर्द हो न … तो तुम उतारो अपने कपड़े। मैं तो नहीं उतारूंगी। मुझे जाने दो। मैं इस चक्कर में नहीं पड़ने वाली!
मैं उठ कर खड़ी हो गई।
राजन बोला- लो आप तो सच में बुरा मान गई। आप बैठिये। आपने हमें नंगे होने के लिए कहा है न तो हम लोग ही नंगे हो जातें हैं। हम आपके हुकुम के गुलाम हैं मैडम!
वह खड़ा हुआ और सच में अपनी पैंट खोलने लगा।
तब तक दारू का नशा हम सब पर हावी हो चुका था।
मैं उसे एकटक देखने लगी।
वह सब कपड़े उतार कर चड्डी में आ गया। उधर जय भी चड्डी में आ गया।
अब मैं बड़े पशोपेश में हो गई, सोचने लगी कि क्या करूँ? इनके लण्ड पकड़ कर देखूं या भाग जाऊं? भाग जाऊं तो कहाँ जाऊं? टैक्सी भी नहीं मिलेगी। रुकूँ तो फिर ये भोसड़ी वाले मुझे चोदेंगे जरूर न… फाड़ डालेगें मेरी चूत! लण्ड तो मादरचोदों के बड़े मोटे तगड़े लग रहे हैं।
फिर मन में ख्याल आया कि ‘यार क्यों न मैं भी बेशर्म हो जाऊं? पकड़ लूं लपक कर इनके लण्ड और ले लूं दो दो लण्ड से एक साथ चुदवाने का मज़ा? फड़वा लूं अपनी चूत। ऐसा मौक़ा बार बार नहीं आता!’
राजन बोला- बोलो तो चड्डी भी उतार दूँ मैडम?
तब मैंने कहा- यार, बार बार मुझे मैडम मैडम मत कहो। मैं मैडम नहीं हूँ सिराह हूँ बहनचोद! मुझे सिराह कहो।
जय बोला- हां सिराह बहनचोद, बड़ा प्यारा नाम है तेरा?
मैंने कहा- सिराह बहनचोद नहीं सिर्फ सिराह!
राजन बोला- अच्छा सिराह, देख बुरचोदी, हमने अपने कपड़े तो उतार दिये। अब तू भी अपने कपड़े उतार दे भोसड़ी वाली … नहीं तो मैं तेरे कपड़े उतारकर कर दूंगा तुझे नंगी। बहुत हो गई हंसी मजाक माँ की लौड़ी, हरामजादी, तेरी माँ का भोसड़ा सिराह। अब और ज्यादा हमारा इम्तिहान न ले! हमारे सबर का बाँध टूट रहा है। चुपचाप दे दे हमें अपनी चूत … नहीं तो हम जबर घुसेड़ देंगे तेरी चूत में लण्ड! एक नहीं दो दो लण्ड एक साथ पेल देंगे तेरी चूत में। फाड़ डालेंगे तेरी चूत का दरवाजा। गांड में भी घुसा देंगे लण्ड।
जय ने कहा- साली, कुतिया, भोसड़ी वाली, कान खोल कर सुन, हम तुमको यहाँ चोदने के लिए लाये हैं। तुमसे मीठी मीठी बातें करने के लिए नहीं। कल हम जिस लड़की को लाये थे वह बिचारी बड़ी मस्ती से हम दोनों से चुदवा कर गई। तू भी मजे से चुदवा ले। वह तो हमारे लण्ड की फोटो भी ले गयी। तू भी ले ले हमारे लण्ड की फोटो। तू बहनचोद अभी वैसी की वैसी ही बैठी है। न तूने अपनी चूत दिखाई और न अपनी गांड? अपनी चूचियाँ तक तो खोली नहीं तूने? तू माँ की लौड़ी चाहती क्या है?
यह सुनकर मेरी भी चूत एकदम से चुदासी हो गई।
मैंने कहा- तुम अपने आपको मर्द कहते हो, भोसड़ी वालो? एक मस्त जवान लड़की तुमको इतनी देर से चूतिया बना रही है और तुम लोग उसकी एक झांट भी नहीं उखाड़ पा रहे हो? उसे नंगी भी नहीं कर पा रहे हो? मैं तुम्हारी जगह होती तो अब तक लौड़ा तीन बार पेल चुकी होती उसकी चूत में?
मैंने जब उंन्हे ललकारा तब दोनों साले टूट पड़े मुझे पर!
तब मैंने दिखावे के लिए थोड़ी बहुत झड़प की लेकिन मैं खुद उनके आगे नंगी होना चाहती थी।
राजन ने मेरे ऊपर के कपड़े उतारे और जय ने नीचे के!
राजन मेरी दोनों चूचियाँ मसलने लगा, चूमने चाटने लगा और जय मेरी चूत चूम कर उसे सहलाने लगा, मेरी जाँघों पर हाथ फिराने लगा, मेरे चूतड़ों पर भी मस्ती से हाथ फेरने लगा और मेरी गांड सहलाने लगा.
वह बोला- यार राजन, सच में बड़ा मस्त माल है। तुम्हारी कल वाली लौडिया इतनी अच्छी नहीं थी। यह तो बुरचोदी बम है यार! इसे चोदने में बड़ा मज़ा आएगा। बड़ी गज़ब की रसीली चूत है इसकी!
राजन बोला- इसकी चूचियाँ भी बड़ी रसीली हैं यार! मैं तो पहले इन्हीं में लौड़ा पेलूँगा।
तब तक मुझे भी जोश आ गया, मैं भयानक रूप से उत्तेजित हो गयी।
मैंने दोनों की चड्डी एक साथ खोल कर फेंक दी।
दोनों लण्ड बहनचोद मेरे सामने तन कर खड़े हो गये।
मैं सोफा पर नंगी बैठ गयी और उन दोनों को अपने सामने खड़ा कर लिया।
अपने दोनों हाथों से मैं एक एक लण्ड चूमने चाटने लगी।
मैंने कहा- मादरचोदो, जब तुम्हारे इतने बड़े बड़े लण्ड हैं तो इतनी देर से अपनी माँ चुदा रहे थे? गांड मरा रहे थे अपनी? पहले क्यों नहीं मेरे आगे नंगे खड़े हो गए? मैं तो बहनचोद तुम्हारे लण्ड का इंतज़ार ही कर रही थी। तुम मुझे नहीं जानते हो भोसड़ी वालो … मैं ऊपर से सीधी सादी लड़की लगती हूँ पर अंदर से बड़ी घुटी हुई लड़की हूँ. रंडी हूँ मैं बहन चोद रंडी … लण्ड खाने वाली रंडी … बड़ी हरामजादी और बड़े बड़े लण्ड अपनी चूत में पिलवाने वाली औरत हूँ मैं। मैं चूत चुदवाती हूँ तो लण्ड चोदती भी हूँ। लोग मुझे चोदने के लिए उठा ले जाते हैं मगर मैं उनके लण्ड चोद कर आती हूँ; उनकी गांड मार कर आती हूँ।
मेरी बातों ने दोनों को बड़ा उत्तेजित कर दिया।
उनके लण्ड और ज्यादा तन गए।
मैं दोनों लण्ड बड़ी मस्ती से चूसने लगी।
मुझे लण्ड दोनों ही भा गए।
मैंने कहा- यार, मुझे तो तुम दोनों के लण्ड से प्यार हो गया है। क्या जबरदस्त लौड़े हैं तुम लोगों के!
बिना झांट के दोनों चिकने चिकने लण्ड बड़े खूबसूरत लग रहे थे।
दोनों लण्ड का टोपा अलग अलग जरूर था पर था साला बहुत शानदार!
मैं तो अंदर ही अंदर टोपा के चारों तरफ जबान घुमाने लगी।
दोनों भोसड़ी के सिसियाने लगे, बोले- यार सिराह, मेरा लण्ड आज तक किसी लड़की ने इतनी मस्ती से नहीं चूसा जितनी मस्ती से तुम चूस रही हो।
राजन मेरे जिस्म का मज़ा ले रहा था।
उसे मेरे दूध इतने पसद आये कि उसने लण्ड उनके बीच पेल दिया।
मैंने भी मजे से पेलवा लिया लण्ड। मैंने दोनों हाथों से अपने दूध दबाये और लण्ड का मज़ा लेने लगी।
वह भी दूध को चूत समझ कर भकाभक चोदने लगा।
जय तो मेरी चूत में ही जुटा पड़ा था।
राजन का जोश बढ़ गया तो वह जल्दी जल्दी चोदने लगा।
और इतनी जल्दी चोदा उसने की वह झड़ गया।
उसका सारा वीर्य मेरे मम्मों पर गिर गया।
जितना मुझे मिला उतना मैं चाट गयी।
तब जय ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी गांड के नीचे तकिया लगा दिया।
मेरी चूत कुछ ऊपर उठ गई।
बस उसने लण्ड चूत पर टिकाया और गच्च से पूरा पेल दिया लण्ड!
मेरे मुंह से निकला- बड़ा मोटा है तेरा भोसड़ी का लण्ड जय! साला अंदर तक चिपक कर घुस रहा है।
जय मुझे सटासट चोदने लगा और मैं एक छिनार औरत की तरह भकर भकर चुदवाने लगी।
मेरी दोनों टांगें उसके कंधे पर थीं।
मैंने पूछा- भोसड़ी के जय, तूने अब तक कितनी लड़कियां चोदी हैं?
वह बोला- अब गिन कर तो चोदा नहीं पर हां 6 / 7 लड़कियां तो चोद ही चुका हूँ।
मैंने यह भी पूछा- किसी लड़की की माँ चोदी तूने?
वह बोला- हां एक लड़की की माँ चोदी है। उस लड़की को मेरा लण्ड इतना पसंद आया कि एक दिन वह अपनी अम्मी को ले आई और बोली ‘यार जय, आज तुम मेरे आगे मेरी अम्मी चोदो। जबसे तेरे लंड की तारीफ मैंने मम्मी से की है तबसे ये तुमसे चुदवाने के लिए व्याकुल हैं। आज इनकी इच्छा पूरी कर दो। फिर उसने खुद नंगी होकर मेरा लण्ड अपनी माँ की चूत में पेल दिया। मुझे भी बेटी के आगे उसकी अम्मी चोदने में मज़ा आया। अब शायद कोई एक लड़की अपनी माँ राजन से चुदवाने आने वाली है।
जय की चुदाई मुझे बड़ा मज़ा दे रही थी।
इतने में राजन फिर नंगा मेरे सामने आ गया।
उसका लण्ड दुबारा खड़ा हो गया था।
राजन ने सीधे लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया।
अब मैं जय से चुदवाते हुए राजन का लण्ड चूसने लगी।
यानि एक लण्ड मुंह में तो दूसरा लण्ड चूत में!
मैं बुर चोदी दो दो लण्ड के बीच में फंस गई।
यह मेरा पहला मौक़ा था।
वैसे पोर्न में लड़कियों को कई लोगों से चुदवाते हुए देखा है पर हकीकत में मैं दो लण्ड का मज़ा लूट रही थी।
जय मेरी चूत का बाजा अच्छी तरह बजा रहा था।
अपनी गांड से जोर लगा लगा के ठोक रहा था लण्ड मेरी चूत में! मैं भी बड़ी मस्ती से नंगी चुदाई करवा रही थी।
चुदी हुई लड़की ज्यादा अच्छी तरह से चुदवाती है यह मैं अनुभव कर रही थी।
इतने में राजन बेड पर चित लेट गया और बोला- तू बुर चोदी सिराह … आ मेरे लण्ड पर बैठ जा।
उसका कुतुबमीनार जैसा लण्ड देखकर मैं सच में बैठ गयी।
लण्ड गच्च से मेरी चूत में घुस गया।
मैं लण्ड पर कूद कूद कर चुदवाने लगी.
उधर जय ने लण्ड मेरे मुंह में पेल दिया।
अब मैं उसका लण्ड चूसने लगी।
मैं इतनी उत्तेजित हो गयी कि 10 / 12 धक्कों में ही खलास हो गयी और मेरे साथ वो दोनों भी खलास हो गए।
फिर हम तीनों बाथरूम में खूब मस्ती से नंगे नहाये।
उसके बाद इन लोगों ने मुझे गाड़ी में बैठा कर मेरे घर छोड़ दिया।
तो मेरे यारो … कैसी लगी मेरी नंगी चुदाई कहानी?
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मेरी पिछली कहानी थी: माँ बेटी ने मिलकर लिया चुदाई का मज़ा