थ्रीसम सेक्स विद फ्रेंड वाइफ का मजा शौहर ने अपने दोस्त को अपने सामने दिलवाया. तीनों ने मिल कर चुदाई की. एक लंड चूत में था तो दूसरा लंड चूत मारने वाले की गांड में था.
कहानी के दूसरे भाग
गांडू दोस्त और पत्नी के साथ सेक्स की तैयारी
में आपने पढ़ा कि पति पत्नी और गांडू की कहानी में शौहर अपने गांडू दोस्त को अपनी बीवी की चूत दिलवाना चाहता था. पत्नी भी इस नए अनुभव का सोच कर थोड़ी रोमांचित थी.
अन्धेरा सा था और मूवी देख कर तबस्सुम भी गर्म हो चली थी.
कुछ शराब का सुरूर भी था.
अब आगे थ्रीसम सेक्स विद फ्रेंड वाइफ का मजा: मैरिड कपल का गांडू दोस्त- 4
उसने जुनैद की छाती पर अपनी उंगलियाँ घुमाते हुए उसके कड़े हो गए निप्पलों को हल्के से रगड़ना शुरू किया.
जुनैद भी अँधेरे का फायदा उठा कर मुंह घुमा कर उसे होंठों पर चूमने लगा.
उमेश को सब समझ आ रहा था कि पीछे क्या हो रहा है पर वह दम साधे आगे ही देख रहा था.
अचानक जुनैद ने हाथ पीछे किया और सीधे तबस्सुम के गाउन के अंदर पेंटी पर रख लिया.
वह कोशिश करने लगा अपनी उंगलियां तबस्सुम की चूत में घुसाने की.
तबस्सुम भी अब बेकाबू हो रही थी, उसने अपनी टांग उठा कर जुनैद के ऊपर रख दी.
तो जुनैद ने अपनी उंगली तबस्सुम की चिकनी फांकों में घुसा दी.
तबस्सुम की कसमसाहट की आवाज़ हुई.
उधर स्क्रीन पर लड़के लड़की के कपड़े उतरने शुरू हो गए थे.
लड़का लड़की के मम्मे चूस रहा था और लड़की के हाथों में लड़के का लंड आ गया था.
तबस्सुम कसमसा कर बोली- अब टी वी बंद कर दो.
जुनैद बोला- बस अभी करता हूँ.
कहकर उसने उमेश से कहा- तू आगे कहाँ जा रहा है, थोडा पीछे आकर लेट!
उमेश पीछे हुआ तो जुनैद का लंड उससे टकराया.
तो उमेश ने हाथ पीछे कर के जुनैद का लंड पकड़ लिया.
जुनैद और तबस्सुम के होंठ मिले हुए थे … तबस्सुम आधी चढ़ी हुई थी जुनैद पर.
तबस्सुम फिर उमेश से बोली- प्लीज़ टीवी बंद करो और लाईट भी बंद ही रखना.
उमेश ने उठ कर टीवी बंद कर दिया और अपने कमरे में जाने लगा.
जुनैद ने उसे रोका तो वह बोला- नहीं, तबस्सुम और तुम मजे लो.
तो जुनैद बोला- हम तो मजे ले ही रहे हैं, तू भी कुछ सीख. अगले हफ्ते से तेरे काम आएगा. और तबस्सुम तुझसे कह थोड़े ही रही है जाने को!
जुनैद ने तबस्सुम से कहा- तुम कहोगी, ये तब ही रुकेगा.
तबस्सुम बोली- उमेश, तुम भी यहीं लेट लो, अभी खाना भी खाते हैं, फिर चले जाना.
जुनेद ने उमेश को हाथ खींच कर लिटा लिया और उसकी भी टीशर्ट उतरवा दी.
तब जुनैद ने बेड के पास एक छोटी लाइट खोल दी.
पर तबस्सुम बोली- लाइट बंद कर दो.
जुनैद ने हाथ बढ़ा कर लाइट तो बंद कर दी.
पर तबस्सुम को अपने और उमेश के बीच में कर दिया.
कमरे का माहौल गर्म था.
तबस्सुम के पैर फिर जुनैद के पैर पर लिपटने लगे.
उसने जुनैद की ओर करवट करके उसका चेहरा पकड़ा और होंठ से होंठ मिला दिए.
उसकी चूड़ियाँ और घुंगरू आवाज कर रहे थे.
जुनैद ने उसके सर के नीचे हाथ लगा रखा था तो उसने उमेश के सर को हिलाया और उसे नजदीक आने का इशारा किया.
उमेश संकोच कर रहा था तबस्सुम के नजदीक आने में!
जुनैद ने तबस्सुम को उमेश की ओर धक्का दिया और उसे सीधा कर दिया.
अब तीनों चिपके हुए सीधे लेटे थे.
तबस्सुम के हाथ अपनी छातियों पर रखे थे क्योंकि जुनैद उसके मम्मे दबाना चाह रहा था.
जुनैद ने तबस्सुम का हाथ अपने लंड पर रख लिया.
तबस्सुम ने उसे कस के पकड़ लिया.
जुनैद उसे चूमते हुए उसके कान में फुसफुसाया- अगर तुम्हें उमेश का लंड पकड़ना हो तो बता दो.
तबस्सुम ने गर्दन हिलाकर मना कर दिया.
पर उसकी जुनैद के लंड पर पकड़ और मजबूत हो गयी.
जुनैद ने अपना एक हाथ तबस्सुम के अपनी ओर के मम्मे पर रखा और उसे ब्रा से बाहर निकाल कर चूम लिया.
तबस्सुम कसमसाई- क्या कर रहे हो. छोड़ो मुझे अब … खाना लगाती हूँ.
जुनैद ने उमेश से कहा- क्या अभी खाना खाना है?
उमेश बोला- नहीं, अभी भूख नहीं है.
जुनैद ने फिर तबस्सुम के निप्पल पर जीभ फिरनी शुरू की.
तबस्सुम कांपने लगी.
जुनैद ने उमेश का हाथ पकड़ कर उसे तबस्सुम के दूसरे मम्मे पर रख दिया.
तबस्सुम शर्मा गयी और जुनैद से चिपट गयी.
जुनैद ने उसे फिर सीधा किया और अपने हाथों से उसका हाथ पकड़कर उसे उमेश का लंड थमा दिया.
अब तबस्सुम के एक हाथ में जुनैद का लंड था और दूसरे में उमेश का!
वह दोनों को मसल रही थी.
उसके दोनों मम्मों को एक और से जुनैद तो दूसरी और से उमेश कब्जाए हुए थे.
वे उन्हें मसल भी रहे थे और चूम भी रहे थे.
जुनैद ने अपना हाथ तबस्सुम की पेंटी में कर दिया और लगा उसका दाना मसलने!
तबस्सुम के पैर मचलने लगे, उसके घुंगरूओं की आवाज़ बढ़ गयी थी.
अब उमेश ने तबस्सुम का चेहरा अपनी और किया और उसके होंठों से अपने होंठ भिड़ा दिए.
तबस्सुम उमेश से लिपट गयी.
जुनैद ने तबस्सुम की एक टांग उठाई तो तबस्सुम ने अपनी टांग उमेश के ऊपर रख ली.
अब पीछे से हाथ डालकर जुनैद तबस्सुम की चूत मसलने लगा.
तबस्सुम की चूत पानी बहा रही थी तो फच फच की आवाज़ होने लगी.
जुनैद और उमेश ने तबस्सुम को दोनों ओर दबा रखा था जैसे सैंडविच.
तब जुनैद ने तबस्सुम को बैठा कर उसका गाउन उतार दिया.
उमेश ने उसके मम्मे चूसते चूसते उसकी ब्रा भी उतार दी.
जुनैद और उमेश की तहमत तो पहले ही खुल चुकी थीं.
तब जुनैद ने उमेश को कहा- तबस्सुम को नीचे चटवाना बहुत पसंद है.
उमेश झट नीचे हो गया और तबस्सुम की पेंटी नीचे खींच दी और घुस गया उसकी टांगों के बीच में!
उसने तबस्सुम की टांगें फैला दीं और अपनी जीभ घुसा दी उसकी मखमली चूत में!
जुनैद उसके मम्मों पर पिला हुआ था.
तबस्सुम के घुंगरू और चूड़ियों की खनखनाहट बढ़ गयी थी.
तबस्सुम ने जुनैद का लंड कस के पकड़ रखा था.
वह उसे ऊपर खींच रही थी.
जुनैद बैठ गया और अपना लंड तबस्सुम के मुंह में दे दिया.
तबस्सुम ने उसे पूरा मुंह में ले लिया और चूसने लगी.
उमेश रुका और उसने तबस्सुम की टांगों को ऊपर किया.
जुनैद हट गया. वह समझ गया कि अब उमेश तबस्सुम को चोदने जा रहा है.
उमेश ने अब अपना लंड तबस्सुम की चूत के दाने पर रखा, आगे होकर अपने होंठ तबस्सुम के होंठों पर रख दिये और बिना वज़न डाले तबस्सुम पर लेट गया.
उसका लंड धीरे से तबस्सुम की चूत में दरक गया.
नए लंड के अहसास से तबस्सुम सिहर गयी, उसने उमेश को चिपटा लिया अपने जिस्म से!
उमेश ने और झटका लगाया तो उसका लंड तबस्सुम की चूत में गहराई तक पहुँच गया.
तबस्सुम के गोरे गोरे मांसल मम्मे उमेश की छाती से दबे थे.
दोनों के होंठ आपस में भिड़े थे.
अब उमेश ने तबस्सुम की चुदाई धीरे धीरे स्पीड बढ़ाते हुए शुरू की.
तबस्सुम नया लंड पाकर मदमस्त थी.
उमेश के धक्के बढ़ते जा रहे थे. तबस्सुम नीचे से उचक रही थी.
तबस्सुम और उमेश जुनैद से बेखबर चुदाई में लगे थे.
अब उमेश घुटनों पर आकर तबस्सुम की टाँगें पूरी खोल कर उसे चोद रहा था.
मौक़ा पाकर जुनैद ने अपना लंड तबस्सुम के मुंह में दे दिया.
तबस्सुम को होश आया कि कमरे में उसका शौहर भी है तो वो लपर लपर उसका भी लंड चूसने लगी.
अब तबस्सुम मचल रही थी उमेश के ऊपर आने के लिए!
उसने आहिस्ता से ज़ुनैद को अलग किया और उमेश से अपने को छुड़ाया.
वह बैठना चाह रही थी कि तभी जुनैद ने उसे पकड़ लिया और पेल दिया अपना लंड बड़ी बेरहमी से उसकी चूत में!
हालाँकि तबस्सुम की चूत पानी बहा रही थी पर जुनैद का लंड उमेश के मुकाबले मोटा और मजबूत था तो उसने तबस्सुम की चीख निकाल दी.
तबस्सुम बोली- फट जायेगी मेरी! सीधे आकर करो.
असल में जुनैद का लंड तिरछा होकर घुसा था तो तबस्सुम के लगी.
अब ज़ुनैद पूरी स्पीड से तबस्सुम को चोदने लगा.
जुनैद चोदते समय बहुत बोलता था.
वह कहने लगा- आज तुझे हम दोनों रंडी बनाकर चोदेंगे. आज तेरी चूत फाड़ ही डालेंगे. और ले और ले!
तबस्सुम भी बोलने लगी- हाँ, आज दोनों से चूत फटवा ही लूंगी. दोनों को निचोड़ दूँगी. देखती हूँ कितना दम है तुम्हारे लंड में!
उमेश बार बार तबस्सुम के मम्मे लपकता और चूसता.
जुनैद के दिमाग में एक आइडिया आया.
उसने तबस्सुम को घोड़ी बनाया और उमेश से कहा कि वह अपना लंड तबस्सुम की चूत में पीछे से घोड़े की तरह घुसाए.
और जैसे ही उमेश ने तबस्सुम को घोड़ी बनाकर लंड घुसाया, पीछे से उसकी गांड में जुनैद ने अपना लंड घुसेड़ दिया.
अब तीनों धक्के लगा रहे थे.
तबस्सुम पीछे धक्के लगा रही थी और उमेश तबस्सुम के मम्मे मसलता हुआ चोद रहा था.
और जुनैद पीछे से उमेश की गांड मार रहा था.
इन सबमें सबसे ज्यादा उत्तेजित तबस्सुम हो रही थी क्योंकि उसके लिए यह एक नया तजुर्बा था जिसमें जो उसको चोद रहा था, उसकी भी चुदाई हो रही थी.
घमासान चुदाई में तबस्सुम भी अब हांफ रही थी.
वह उमेश की गांड मराई को देखना चाह रही थी.
उसने जुनैद से कहा- मुझे देखना है कि तुम कैसे उमेश की मार रहे हो.
उसकी बात सुनकर जुनैद रुका.
उसने तबस्सुम को लेट कर टांगें चौड़ाने को कहा.
उसके इशारे पर उमेश ने तबस्सुम की टाँगें चौड़ा कर अपना लंड उसकी चूत में घुसाया तो फिर उसके पीछे से जुनैद ने अपना लंड उमेश की गांड में घुसा दिया.
फिर तीनों के धक्के शुरू हो गए.
उमेश के चेहरे पर गांड मराई का दर्द झलक रहा था क्योंकि आज जुनैद बिना क्रीम लगाए उसकी गांड में घुसा था.
पर उमेश भी तबस्सुम की मखमली चूत में बेरहमी से चुदाई कर रहा था.
कुछ मिनटों बाद जुनैद ने अपना माल उमेश की गांड में खाली कर दिया और वह पीछे से हट गया.
अब तबस्सुम ने उमेश को नीचे किया और ऊपर चढ़ कर लगी उछल उछल कर चुदवाने!
यह उसका ख़ास स्टाइल था.
उसके झूलते मम्मों को उमेश पकड़ने लगा पर उससे भी ज्यादा उछल रहा था तबस्सुम के गले का हार.
जुनैद तो वाशरूम में चला गया.
इधर उमेश और तबस्सुम पूरे मनोयोग से अपनी कामग्नि को अंजाम देते रहे.
तबस्सुम के मुंह से हांफने से थूक बाहर आ रहा था.
वह उमेश को उकसा भी रही थी.
आज तबस्सुम की चुदाई के इतिहास का सुनहरा दिन था.
अब उसे उमेश से चुदने में जुनैद की चुदाई से ज्यादा मजा आ रहा था.
उमेश नीचे से जबरदस्त धक्के दे रहा था.
एक झटके में तबस्सुम बेकाबू होती हुई उमेश की छाती पर पसर गयी.
उमेश ने भी उसकी चूत अपने माल से भर दी थी.
तबस्सुम ऐसे ही पड़ी रही.
उसकी चूत से सारा माल निकल कर उमेश की जांघों पर फ़ैल रहा था.
थोड़ी देर में जुनैद के कहने पर तबस्सुम उठी, सीधी वाशरूम में गयी.
शावर लेकर जब वह तौलिया लपेट कर बाहर आई तो उसके चेहरे पर एक विजयी मुस्कान थी.
उसने आते ही जुनैद और उमेश दोनों को चूमा और थैंक्स कहकर रसोई में चली गयी खाना लेने.
खाना खाते समय भी जुनैद और उमेश तबस्सुम को छेड़ते रहे और तबस्सुम उन्हें!
उमेश खाना खाकर अपने कमरे में चला गया और जुनैद और तबस्सुम चिपट कर सो गए.
अगले दिन उमेश को अपनी फैक्ट्री से फोन आ गया तो उसे जल्दी ही जाना पड़ा.
उसके जाने के बाद जुनैद और तबस्सुम घर पर अकेले थे तो जुनैद ने तबस्सुम को बेड से उठने ही नहीं दिया और एक जोरदार चुदाई सेशन किया दोनों ने!
सुबह तबस्सुम ज्यादा चुदासी हो रही थी.
उसकी चुदास देख जुनैद भी भौंचक्का था.
आज वही जुनैद का आगे बढ़कर साथ दे रही थी. रोज़ तो वह जुनैद का लंड चूसने में नखरे करती थी पर आज तो उसने जुनैद के लंड को मुंह में दबाकर ऐसा चूसा कि जुनैद को लगने लगा कि कहीं वह उसके मुंह में ही खलास न हो जाए.
जुनैद का मन तो नहीं कर रहा था आज काम पर जाने का … पर मजबूरी थी.
उसकी ड्यूटी ही ऐसी थी.
वह तबस्सुम को लेकर बाथरूम में घुस गया और खूब रगड़ रगड़ कर चिपटा चिपटी हुई बाथरूम में.
तबस्सुम भी बोली- आज उमेश के न होने का फायदा उठा रहे हो.
उसने आज जुनैद का लंच भी पैक नहीं किया, बोली- बाज़ार से मंगवा लेना. मैं तो दिन में जम कर सोऊंगी. और हाँ कोई फोन नहीं करना शाम से पहले!
जुनैद को भेजकर तबस्सुम ने एक हल्की सी फ्रॉक डाली और सो गयी.
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