लॉकडाउन ने बना दिया भाइयों की रंडी (Xxx Bhai Sex Kahani)

Xxx भाई सेक्स कहानी में पढ़ें कि सगे भाई से सेक्स का मजा लेने के बाद मुझे चुदाई की लत लग गयी थी. लॉकडाउन में हम गाँव चले गए तो वहां चुदाई की दिक्कत हो गयी. वहां क्या हुआ?

यह कहानी सुनें.

Xxx Bhai Sex Kahani

फ़्रेंड्स, मैं दीपिका एक बार फिर से एक नयी कहानी के साथ हाजिर हूँ.

जैसा कि आप सबने मेरी पिछली कहानी
भाई से चूत की सील तुड़वा ली
को बहुत प्यार दिया, उसके लिए आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद.

यह Xxx भाई सेक्स कहानी सन 2020 के लॉकडाउन की है.
तब मैं, मेरा भाई … मम्मी और पापा के साथ अपने गांव चले गए थे.
वहां पर दिन तो बहुत अच्छे से कट जाता था पर जब रात होती थी तो मुझे भाई के लंड की कमी महसूस होती थी.

गांव में मैं, मेरा भाई, चाचा या उनका लड़का कोई एक साथ में सोता था जिससे हमें अगर रात में कोई जरूरत हो, तो हम उन्हें जगा लें.

अब उन्हें कौन बताए कि उनके ना रहने से हम ज्यादा कम्फर्ट महसूस करते.

जब से भाई ने मुझे चोदना शुरू किया है, मुझे अपनी चूत में उसका लंड रोज जरूरी में चाहिए होता था.
वह भी हर रात को मुझे धकाधक पेलता था, बस मेरी माहवारी के दिनों को छोड़ कर वह मुझे हर रात चोदता था.

कभी कभी हम दोनों को दिन में भी मौका मिल जाता था तो दिन में भी हम दोनों पूरे नंगे होकर चुदाई की मस्ती करते थे.

जब घर से गांव के लिए चले थे, तो मैंने यह सोचा था कि गांव में भाई के लंड का मजा मिलता रहेगा.
मगर इधर चूत को लंड की भारी कमी अखर रही थी.

जब मुझसे बिना चुदाई के न रहा गया तब मैंने अपनी चुदायी के लिए एक प्लान बनाया और भाई को भी समझा दिया कि रात में जब सब सो जाएंगे, तब ठंड का बहाना करके आप मेरी चादर में आ जाना. फिर हम चुदायी का मजा ले लेंगे.

योजना के हिसाब से रात में मेरा भाई मेरे चादर में आ गया और मुझे किस करने लगा.
उसके पास में आ जाने से मुझे सच में सुकून सा मिल गया था.
हम दोनों ही प्यासे पंछियों की तरह एक दूसरे को किस कर रहे थे.

भाई ने मेरे मुँह में अपनी जीभ डाल दी थी और वह मेरी जीभ को किसी मीठी कुल्फी की तरह चूस रहा था.
उसके मुँह में जीभ डाल देने से मुझे भी ऐसा लग रहा था कि न जाने कब से मुझे उसकी जीभ का स्वाद ही नहीं मिला हो.

इस तरह से मेरे भाई ने धीरे धीरे मुझे गर्म करके मेरी सलवार का नाड़ा खोल दिया और उसे नीचे करके मेरी चूत चाटने लगा.
मुझे अपने भाई से अपनी चूत चटवाने में बहुत मजा आ रहा था.

मेरी वासना से भरी हुई सिसकारियां निकलने ही वाली थीं लेकिन बगल में चाचा भी लेटे थे तो मैंने अपना मुँह हाथ से दाब लिया और अपनी चूत खूब चटवाई.
मैं झड़ गई थी तो उसने मेरी चूत का सारा रस चाट लिया था.

बाद में मैंने उससे हाथ के इशारे से कहा कि मुझे लंड चूसना है.

वह 69 में हो गया और मेरे मुँह में अपना लंड पेल कर मुझसे लंड चुसवाने का मजा लेने लगा.

चूंकि मेरा भाई भी काफी उत्तेजित हो गया था तो कुछ ही देर में वह भी मेरे मुँह में ही झड़ गया.
मैंने उसका रस चाट कर खा लिया.

अब उसका लौड़ा एकदम ढीला हो गया था और चूंकि मैं एक बार झड़ कर दुबारा से भाई के द्वारा चाटे जाने से गर्मा गई थी, तो मुझे जल्दी से जल्दी अपनी चूत में एक सख्त लंड की आवश्यकता महसूस हो रही थी.

इसी लिए मैंने भाई के लुंज-पुंज हो चुके लंड को चूसना जारी रखा और उसकी कमर पर अपनी चूचियों का सहलाना भी जारी रखा.
वह भी अपने हाथ बढ़ा कर मेरी चूचियों को मसल रहा था.

उसको भी चूत की दरकार थी तो कुछ ही समय में उसका लंड एकदम से कड़क होने लगा.

भाई के लौड़े में सख्ती आते देख कर मेरी चूत दुगने जोश से फड़क उठी और मैंने उसके हाथ को दबा कर इशारा किया कि अब चूत चुदाई चालू करो.

फिर मेरे भाई ने सीधे होकर मेरे ऊपर अपनी पोजीशन बनाई.
उसने मेरी दोनों टांगें फैलाकर मेरी चूत में अपना लंड सैट किया और वन टू थ्री करके पेल दिया.

मेरी प्यासी चूत काफी चिकनी थी तो भाई का लंड फिसलता हुआ अन्दर तक चला गया और वह मुझे धकाधक चोदने लगा.

मैं पहले से ही काफी गर्म थी, तो मैं जल्दी ही उसका साथ देने लगी.
हालांकि मैं दस ही मिनट में झड़ गई लेकिन उसका अभी नहीं हुआ था.

उसने मुझे पूरे बीस मिनट तक दबाकर चोदा और झड़ने के समय उसने मेरे पेट पर सारा माल़ गिरा दिया.
अपने लौड़े से माल टपका कर वह मेरे ही बाजू में लेट गया.

उस रात हम दोनों ने दो बार सेक्स का मजा लिया और अलग अलग होकर सो गए.

इस तरह से अब हम दोनों भाई बहन रोज रात को चुदाई के मजे लेने लगे.

एक रात मुझे ऐसा लगा कि जैसे बगल में लेटा हुआ मेरे चाचा का लड़का उठा हुआ है और वह हमें सेक्स करते हुए देख रहा है.
इधर मैंने देखा कि मेरा भाई फुल मूड में था और मुझे मस्ती से चोद रहा था, तो मैंने उसे रोका नहीं और चुदती हुई अपनी चूत की चटनी बनवाती रही.

बीच बीच में मुझे अपने कजिन की याद भी आ रही थी कि यदि सच में वह मुझे अपने सगे भाई से चुदते हुए देख रहा होगा तो पक्का वह भी मुझे चोदने के सपने देख रहा होगा.

हालांकि मैं किसी और से चुदना नहीं चाहती थी; मेरी चूत की आग बुझाने के लिए मेरे भैया ही काफी थे.

उस दिन रात को भाई ने मुझे चोदा और हम दोनों अलग अलग होकर सो गए.

अगले दिन सुबह चाचा पास के गांव में किसी काम से गए हुए थे और रात में वापिस नहीं आए थे.

मेरे चचेरे भाई ने चाची से कहा कि मैं भैया, दीदी के साथ छत पर सो जाया करूंगा.
मेरे भाई ने भी उसकी हां में हां मिला दी.

पर मुझे उस पर शक हो गया कि शायद इसने हमें रात में चुदायी करते हुए देख लिया है और ये कुछ न कुछ मादरचोदपन करेगा.

जब रात में हम छत पर सोने के लिए गए तो मैंने देखा कि चचेरे भाई ने अपना बिस्तर मेरे भाई के बगल से हटा कर मेरे बगल में लगा लिया था.

उसके इस तरह से अपना बिस्तर लगा लेने से मैं बीच में हो आई थी और वे दोनों मेरे अगल बगल हो गए.
मैं रात में सो रही थी, तभी मेरे बिस्तर में मेरा भाई आ गया और उसने मुझे ऐसे छुआ, जैसे पहली बार छू रहा हो.

लेकिन बगल में चचेरा भाई लेटा हुआ है, ये सोच कर मैं कुछ बोली नहीं … बस धीरे से अपनी लैगी उतार कर उसका मुँह अपनी चूत में भरने लगी.

थोड़ी देर तो उसने कुछ नहीं किया लेकिन फिर अपनी जीभ से मुझे ऐसे चोदने लगा, जैसे कोई बच्चा आईसक्रीम की डिब्बी में बची हुई आईसक्रीम को चाटता है.

फिर वह मेरे बूब्स को दबाने लगा और अपने मुँह में निप्पल को लेकर चूसने लगा.
उसने एक उंगली मेरी चूत में घुसा दी और अन्दर बाहर करने लगा.

फिर वह मुझे दो उंगलियों से जोर जोर से चोदने लगा. मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं.
मैंने बहुत कोशिश करके अपनी सिसकारियों को रोका.

अब उसने मेरी टांगों को फैला दिया और मेरी चूत को पूरा खोल कर अपना लंड मेरी चूत में डाल कर चोदने लगा.

आज मुझे भाई के लंड में कुछ अलग सी मस्ती महसूस हो रही थी और उनका लंड कुछ टेड़ा सा होकर मेरी चूत में आ जा रहा था.

भाई की छाती की गर्मी भी कुछ अलग सी लग रही थी.
मगर चुदाई में कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था तो मैंने भी कुछ नहीं कहा और अपनी टांगें उठाकर लंड चूत में लेती रही.

भाई ने मुझे खूब चोदा और फिर अपना रस मेरी जांघ पर गिरा कर वह मेरे ऊपर से हट गया.

उस दिन मेरा मन एक बार और Xxx भाई सेक्स करने का हो रहा था मगर मैंने सोचा कि आज बगल में मेरा कजिन सोया हुआ है तो रहने देती हूँ, फिर कभी दो बार चुद लूँगी.

मैं जब सुबह उठी तो देखा मेरा भाई छत पर नहीं था और चचेरा भाई सो रहा था.

मुझे लगा कि भाई जल्दी उठ कर नीचे चले गए होंगे तो मैंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और बस नीचे आ गई.

मैं नीचे आकर अपने रोज के काम में लग गई.
तभी भाई बाहर से आया.

मैंने पूछा- सुबह सुबह कहां निकल गए थे?
उसने कहा- सुबह से कहां, मैं तो रात को ही नौटंकी देखने चला गया था. अभी आ रहा हूं!

ये सुन कर तो मैं सन्न रह गई.
मैंने बरामदे में बैठे अपने चचेरे भाई की तरफ देखा तो वह मुझे देख कर मुस्कराने लगा.

मैं समझ गई कि रात में इसने ही मुझे चोदा है.
इसको पहले ही पता लग गया था कि मेरा भाई रात में नहीं रहेगा तो छत पर मैं और वह दोनों ही होंगे.
बस उसी का उसने फायदा उठा कर मेरी चूत बजा दी.

अब ये बात मैं भाई से बता भी नहीं सकती थी तो मैं चुप ही रही.

आज जब रात हुई, तो मेरी चादर में मेरा भाई आ गया और उसने मुझे चोदा.
चुदाई के बाद वह अपने बिस्तर पर चला गया, मैं भी सो गई.

रात में अचानक से मेरी नींद खुली, तो मैंने महसूस किया कि कोई मेरी चूत चाट रहा है.
मैंने चादर हटा कर देखा तो वह मेरा चचेरा भाई था.

तो मैं कुछ नहीं बोली, बस धीरे से अपनी टांगें फैला दीं, जिससे वह अच्छे से मेरी चूत चाट सके.

वह भी मदहोश होकर मेरी चूत को चाटने में लगा रहा और अपने एक हाथ को ऊपर करके मेरी चूचियों का हलवा बनाता रहा.

पहले पहल तो मुझे कुछ अजीब सा लगा पर बाद में मेरी चूत की आग जब भड़क गई, तो उसका हर एक्शन मजा देने लगा.

कुछ देर बाद उसने मेरे कान के करीब आकर कहा- दीदी, आपकी चूत बहुत गीली और गर्म है, कहो तो मैं इसे ठंडा कर दूँ!
मैंने हां में सर हिलाया तो उसने मेरी लैगी और पैंटी निकाल दी.

एक टांग को अपने कंधे पर टिका कर मेरी चूत में लंड पेल दिया और अच्छे से चोदने लगा.
मैं इतने दिन से चुद तो रही थी, पर खुल कर चुदायी नहीं हो पा रही थी तो मैं भी मजे लेने लगी.

मैं भी नीचे से अपनी गांड उठा उठा कर उसके लंड से लोहा लेने लगी.
उसने काफी देर तक मुझे चोदा और उसके बाद उसने मुझे अपने रस को पीने को कहा.

मैंने एक बार भी नहीं सोचा, उसका लंड मुँह में लेकर चूसने लगी और जैसे ही उसके लंड ने रस छोड़ा, मैंने पूरा वीर्य पी लिया और हम दोनों सो गए.
अब वह मेरे इर्द गिर्द घूमने लगा था और एकांत पाते ही मेरी चूचियों को मसल देता तो कभी मेरी गांड में उंगली कर देता.

मुझे भी Xxx भाई की हरकतों से मजा आने लगा था.
मैं भी मौका पाते ही उसके साथ चुद जाती थी.

इस तरह से पूरे लॉकडाउन भर मैंने अपने दोनों भाइयों के लौड़ों से चुदने का मजा उठाया और उनकी रण्डी बन गई.

दोस्तो, यह मेरी सच्ची Xxx भाई सेक्स कहानी है. आपको कैसी लगी, प्लीज मुझे मेल करके बताएं.
लेखक के आग्रह पर मेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.

About Abhilasha Bakshi

Check Also

इतना मजा तो कभी नहीं आया (Itna Maza To Kabhi Nahi Aaya)

यह कहानी मेरी और मेरी मौसी की शादीशुदा लड़की यानि मेरी दीदी चारू की है। …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *