लॉकडाउन में भाई बहन की हवसलीला- 2 (Porn Cousin Sex Story)

पोर्न कज़िन सेक्स स्टोरी में बुआ की बेटी से खुल कर सेक्स पर बात होने के बाद हम दोनों ने पूरे लॉकडाउन में सेक्स का भरपूर मजा लेने की ठान ली थी. उसी का एक नजारा!

कहानी के पिछले भाग
भाई बहन की परस्पर वासना
में आपने पढ़ा कि पहली रात के सेक्स के बाद मैं जागा तो मेरे अंदर थोड़ा डर था कि कहीं मेरी फुफेरी बहन को बुरा ना लगा हो कि मैंने उसे चोद दिया.
परन्तु उसने खुल कर बात की और बताया कि उसने मेरे साथ सेक्स का मजा लिया है और आगे और भी मजा लेगी. हम दोनों ने एक दूसरे के प्रति अपनी भावनाओं को प्रकट किया.

कुछ साढ़े दस बजे डिनर करने के बाद सिगरेट पीते हुए मोनी ने मुझसे कहा- बेबी, आज रात जॉइंट हो जाये फिर से?
मेरे अंदर हवस की लहरें फिर से उफान मार रही थीं. मैंने आँख मारकर कहा- व्हाई नॉट डार्लिंग, कल के 2 जॉइंट तो बचे ही हुए हैं … बैडरूम में करते हैं न आज रात फिर से कल का सीन रिपीट!

अब आगे पोर्न कज़िन सेक्स स्टोरी:

मोनी किचन समेटने गयी और मैंने अपने रूम में आकर अलमारी से एक ‘बौंग’ निकाला.

यह गांजा पीने का एक विशेष पाइप होता है जिससे तेज़ी से गहरा धुआं खींचा जाता है और तगड़ा नशा एकदम से चढ़ता है.

चेतावनी: (किसी भी प्रकार का नशा स्वास्थ्य के लिए, मानसिक स्थिति के लिए, परिवार समाज के लिए हानिकारक होता है.)

मैंने बौंग में क्रश किया हुआ माल भरा और खुद एक जॉइंट जलाकर मोनी का इंतज़ार करने लगा.
आज मेरी सोच में कोई रोक-टोक, कोई प्रतिबन्ध नहीं था. मेरी रग-रग में वासना का प्रबल प्रवाह हो रहा था.
मुझे पता था कि मुझे क्या करना है.

5-7 मिनट बाद मोनी रूम में घुसी.
उसने छोटी सी शॉर्ट्स और ऊपर टैंक टॉप पहन रखा था.

मोनी के आने तक मैं जॉइंट के चार पांच कश खींच चुका था.

जैसे मोनी आयी, उसने बौंग देखा और बोली- बहनचोद! ये भी है तेरे पास?
“हाँ दीदी … तुम्हारे लिए ही अलमारी से निकाला है ख़ास!”
“वाओ रियली? लेकिन मैंने पहले कभी नहीं लिया ये नीलू!”

मैंने जॉइंट से एक गहरा कश खींचा और मोनी का चुम्बन लेते हुए उसके मुंह के अंदर छोड़ दिया.

“बस एक बौंग से फ़ट गयी? मैंने तो डी०यू० गर्ल्स के बारे में कुछ और ही सुन रखा था!” कहकर मैंने जैसे मेरे बाथरोब की बेल्ट खोली.
तो मोनी को मेरी सेक्सी चड्डी के दर्शन हुए.

मोनी वह देखकर उत्तेजित हो उठी, मेरे नंगे सीने से चड्डी तक हाथ फेरते हुए बोली- अह्ह्ह बहनचोद … आज दिखाती हूँ तुझे डी०यू० साउथ कैंपस का असली जलवा!
कहकर उसने अपनी शॉर्ट्स को कामुक तरह से एडजस्ट किया और बिस्तर पर बैठ गयी.

मेरे कहे अनुसार उसने बौंग का ऊपरी सिरा अपने मुंह में लिया और मैंने नीचे शूटर में भरा माल लाइटर से जलाया.

मोनी के खींचने से उस पाइप में गाढ़ा धुआं बन गया और मुंह से होते हुए सीधा उसके गले के अंदर चला गया.

इतना स्ट्रांग धुआं आने से मोनी की आँखों में पानी आ गया, उसने पाइप से मुँह हटाया और खांसने लगी.
बौंग में बचा बाकी का स्मोक मैं खींच गया और पूरा स्प्रे मोनी के मुंह पर छोड़ा.

मोनी को आधे जॉइंट का नशा एक पल में चढ़ चुका था.

मुझे एक्सपर्ट की तरह बौंग-हिट लेते हुए देखकर मोनी मचल उठी, और उसने फिर से शूटर में माल भर दिया.

इस बार मैंने लाइटर से माल जलाया और मोनी ने फिर से ऊपर से धुआं खींचा, लेकिन इस बार मैंने मोनी की गर्दन पकड़कर बौंग पर बनाये रखी. हल्की छटपटाहट के बावजूद मैंने अपनी पकड़ ढीली नहीं की, जब तक पूरा धुआं मोनी के फेफड़ों तक नहीं पहुंच गया.

मोनी की आँखें दो पल में सफ़ेद से लाल हो चुकी थीं, उसको डेढ़ जॉइंट का नशा मात्र 2 मिनट में चढ़ चुका था.
उसके चेहरे पर बेशर्म अश्लील मुस्कान आ चुकी थी.

“आअह बेबी … किस मी! आई वांट यू बैडली राइट नाओ! ” मेरे होंठों के करीब आते हुए हुए मोनी ने मेरा बाथरोब कन्धों से उतारकर आधा सरकाया ही था.
कि मैं बोला- एक सेकंड दीदी, मुझे भी आपके लेवल पर आने दो … तब तक ये जॉइंट सम्भालो!
कहते हुए मैंने मोनी को अपने हाथ में पकड़ा जलता हुआ जॉइंट पकड़ाया और फटाफट बौंग में फिर से माल भरा.

मैंने माल जलाकर बौंग से धुआँ अंदर खींचा और फिर सीधा मोनी का चुम्बन लेते हुए उसके होंठों के रास्ते उसके गले में पेवस्त कर दिया.

बौंग हिट्स के प्रभाव से सिर्फ पांच मिनट में हमारे हवस का ज्वालामुखी फटा छप्पर फाड़ के!
मोनी ने मेरा सिर पकड़कर मुझे खींचा और एक गहरा चुम्बन लेने लगी, अपने होंठों से मेरे होंठ चूसने लगी.

हमारे बीच पागलों वाली चुम्माचाटी चलने लगी.
मैं उसके बालों को पकड़कर पूरी हवस के साथ उसके होंठों को चूसने लगा.

मोनी अपनी जीभ से चुम्माचाटी में मेरा पूरा साथ दे रही थी.
उसने मेरा बाथरोब मेरे कन्धों पर से पीछे सरकाया और मैंने बाथरोब उतारकर हवा में घुमाते हुए फेंक दिया.

मैं अब सिर्फ चड्डी में था.
मोनी ने अपना टॉप उतारकर फेंक दिया.

सिर्फ एक नीली ब्रा पहने, मेरे गठीले जिस्म से लिपटती हुई, जिस्म की रगड़ का मज़ा लेते हुए मोनी ने कहा- आह बहनचोद तेरे मसल्स! तू क्या जवान हुआ है नीलू … उफ़्फ़ क्या बॉडी है आह्ह!

मैंने कहा- हाँ दीदी, तू साली मुझे बहनचोद ही बोल … तेरे जैसी सेक्सी बहन हो बहनचोद बनने में कैसी शर्म?
“तो भोंसड़ी के अब बुला रहा है मुझे फ्लैट पर? आठ महीने से दिल्ली में अलग माँ चुदा रही हूँ मैं!”

“बहन की लौड़ी! तू कानपुर में जो संस्कारी नाटक करती है … कहीं घर-परिवार में मुँह खोल देती तो? मुझे क्या पता था तू असल में एक नंबर की अय्याश है!”

“आह्ह भोंसड़ी के … तू भी तो नौसीखिया नहीं है. तुझे देखकर ही समझ गयी थी तू एक नंबर का प्लेबॉय होगा! मुझे पक्का यकीन है, श्रद्धा के पीठ पीछे तू बहुतेरी लड़कियों को चोदता होगा. और बहनचोद … तेरे लण्ड की दीवानियों की लिस्ट में अब तेरी ये बड़ी बहन भी जुड़ गयी है!”

“चुप साली छिनाल! इतने लण्ड लेने के बाद अब आयी मुझसे चुदने! पिछले छह-सात साल से तेरे साथ सेक्स करने के बस सपने देख रहा था मैं!” कहते हुए मैंने मोनी की ब्रा खोलकर फेंक दी.

“आआह बहनचोद! अब तेरी ही रखैल हूँ! पूरे लॉकडाउन यहीं हूँ मैं, तेरे साथ … और तू चाहे तो उसके बाद भी … बस तू, मैं और … सेक्स!”
“सेक्स तो भरपूर होगा मेरी सेक्सी दीदी! यहाँ कौन बचाने आएगा तुझे? साली रंडी! चिकनी गदरायी जांघें दिखाकर खून गर्म करती है मादरचोद!”

पोर्न कज़िन सेक्स की प्यास से तड़पती हुई मोनी बोली- आअह डार्लिंग आह … मेरी जांघें, मेरे बूब्स, मेरा पूरा गदराया बदन अब से तेरा खिलौना है! चूस-चूस के रस पी मेरी नंगी जवानी का … निचोड़ दे मेरा जिस्म अपनी बाहों में, रौंद डाल मुझे अपनी मर्दानगी के तले! तेरी बड़ी बहन तेरी रांड बनने को तैयार है!”

कहते हुए मोनी उठकर मेरे सामने खड़ी हो गयी और पलटकर अपनी गांड हिलाते हुए बहुत ही कामुक ढंग से अपनी शॉर्ट्स सरका दी.

मोनी ने अंदर लेपर्ड प्रिंट की कामुक कच्छी पहन रखी थी, एकदम शार्प, बिकिनी स्टाइल कट. उफ़्फ़ क्या सेक्सी कच्छी थी वो!

अब वह मेरे पास आयी और मेरा सिर पकड़कर अपने 36C बूब्स में चिपका लिया.

“तुझे तो मैं अपनी पर्सनल रंडी बनाकर रखूँगा साली कुतिया! तेरी जांघों को को पेरकर उनका रस निकालूंगा पहले आअह्ह!” कहते हुए मैंने मोनी को एक डीप किस किया और उसकी जांघों पर अपने मुंह से हमला कर दिया.
अचानक हमले से मोनी मज़े से चिंहुक उठी.

मैंने जी भरकर मोनी की गदरायी रसीली जांघों का रस चूसा.
फिर पलटकर उसकी गांड पर थपकियाँ बजायी और उसके गांड के नीचे की कालिख-युक्त त्वचा को चाटने लगा.

“आह्ह नीलू बहनचोद … कहाँ कहाँ जा रहा है उफ़्फ़! तेरी जीभ के वार से मेरे अंदर करोड़ों रंडियां जाग रही हैं आह्हः!”

“माँ की लौड़ी … तेरी गांड के नीचे जमी कालिख का स्वाद चख रहा हूँ! तेरे बदन के ऐसे ऐसे कोने चाटूँगा तूने सोचा न होगा!” मोनी की चिकनी गांड को अपने दांतों से काटते हुए मैंने कहा.
“आह डैम! तू इतनी कम उम्र में इतना एक्सपर्ट कैसे है रे? ऐसे पैंतरे तो पैंतीस साल के मर्दों को भी नहीं आते!”

मैंने मोनी को धक्के से दीवार से लगा दिया और पीछे से नंगी पीठ चूमते हुए मोनी के दोनों हाथ अपने हाथों से दबा दिया.
मोनी की गांड पर मैंने पैंटी के ऊपर से ही लण्ड रगड़ते हुए कहा- मैं पैदा ही स्टड हुआ था बेटा … तेरी जैसी चार अपने लौड़े की नोक पर रखता हूँ मैं, उससे ज़्यादा तेरी औकात नहीं.

मेरे दबाव से मोनी गरमा उठी, उसने कहा- आआह्ह मालिक … ये मोनिका रंडी आपकी कुतिया बनने को बेक़रार है! मुझे अपनी नौकरानी बनाकर रख ले उफ़्फ़!

मैंने कान के पास जाकर कहा- और तेरा वह चूतिया बॉयफ्रेंड पारस? उस गंडमरे का फ़ोन आता रहा तो?
“उस चूतिये को कुछ पता नहीं चलेगा … माँ चुदाने दे उसे दिल्ली में अपने घर पर! उसके लिए मैं कानपुर में हूँ!”

“आह्ह सेक्सी … वेल प्लेड दीदी! परफेक्ट. साली छिनाल!! तू बहुत बड़ी चुदक्कड़ है!”

मेरी तरफ पलटकर मोनी ने चुम्मा लेते हुए कहा- उफ़्फ़ … तो साले नंगी कर नाआहह मुझे! बेआबरू कर दे मेरी निगोड़ी जवानी को, तेरे हाथों से नंगी होने का मज़ा ही कुछ और है!
” रुक मादरचोद … अभी दिखाता हूँ तुझे किसके हत्थे चढ़ी है तू!”

मोनी कुछ सोच पाती इसके पहले मैंने खड़े खड़े एक झटके में उसकी गांड पकड़कर उसे अचानक से अपनी बाँहों में खींचा और मोनी उछल कर मुझसे अचानक से लिपट गयी.
उसने अपनी दोनों टांगें ऊपर में उठा लीं और मेरी हथेलियों पर बैठ गयी.

मैंने उसकी गांड से उसको दस पंद्रह सेकंड उछालकर उसके गले को चूसा, फिर इससे पहले की मोनी कुछ समझ पाती, मैंने उसको अचानक से उछालकर उल्टा लटका दिया.

मोनी ने अपनी दोनों टांगें मेरे कन्धों में फंसा ली और उलटी लटकी हुई उसका मुँह गया सीधे मेरी चड्डी पर.
मैंने उसका सर पकड़कर उसका पूरा मुंह और चेहरा अपनी चड्डी पर रगड़ा.
फिर अचानक से मोनी को घुमाकर सीधा खड़ा कर दिया और अचानक से उसकी कच्छी सरका दी.

मेरी सेक्सी बहन मेरे सामने पूरी मादरजात नंगी खड़ी थी.

“आह्ह बहनचोद!” कहकर मोनी पगला उठी.
उसने मुझे बिस्तर पर धक्का दिया और मेरे जिस्म पर टूट पड़ी.

मेरे होंठों से शुरुआत करते हुए मेरे सीने पर चुम्बनों की बौछार कर दी.
धीरे धीरे नीचे जाते हुए उसने मेरी जंघाओं को चूमकर उसने मेरी चड्डी के उभार को चूमा.

फिर एक झटके में मेरी चड्डी खींच ली.
अगले ही पल वह मेरे लण्ड पर टूट पड़ी, पूरे मन से मेरे लंड को ऐसे चूसने लगी जैसे लॉलीपॉप चूसते हैं.

“उफ़्फ़ यस लंड चूस मेरा! आअह्ह मेरी चुसक्कड़ छिनाल. जी भर के चूस!”
” उम्म्म्मनमन मनमन मममम … चपचप स्स्लर्पगु गुनऊँउ उउउउ स्लर्प लपलप लप्ल्प … आअह्हह क्या स्वाद है तेरे लण्ड का भैया! सुबह शाम अपने मुंह में ये लंड लेकर घूमती रहूं मैं स्लपचपचा पर्पगुगुन ऊँउउउ”

मोनी ने लंड चूसते हुए लंड को अपने हल्क तक ले लिया.
मैं भी उसके बाल पकड़कर अब वाइल्ड डीप-थ्रोट स्टाइल से लंड चुसवाने लगा.

बीस मिनट लंड की वाइल्ड चुसाई करके मोनी उठी और बिस्तर पर कुतिया बनकर सम्भोग-निमंत्रण दिया.
मैंने एक कंडोम अपने लंड पर चढ़ाया और पीछे से अपनी नंगी बहन को चोदने बढ़ा.

मैंने दाना रगड़ कर लंड चूत के मुहाने पर रखा और गीली चूत में सीधे अंदर तक पेल दिया.
और तब मैंने धकापेल चुदाई चालू कर दी.

“हाय दइया मर गयी! हय्यई … क्या लौड़ा है तेरा!” कहकर मोनी ने बचा हुआ जॉइंट जलाया और फूंकते हुए अलमस्त चुदाई का मज़ा लेने लगी.
“आह मेरी रंडी बहना! आ जा … यू फकिंग स्लट!”

उछलते हुए मोनी बोली- आअह्ह्ह यस बेबी आअह्ह्ह … आई एम योर स्लट … फ़क मी लाइक योर व्होर … मैं तेरी परमानेंट रखैल हूँ नीलेश डार्लिंग!
“हाँ साली रंडी कुतिया, मेरी रखैल बनने से ज़्यादा औकात नहीं तेरी!” मैंने मोनी से जॉइंट लेकर कश लेकर छोड़ते हुए बोला.

“हाँ मेरे राजा उफ्फ यसस सस!! तेरी दीदी तेरी कुतिया रंडी है … भड़वी छिनाल मादरचोद रांड है!”
“आह्ह मादरजात … अब आ रही है न तू असली रंग में … सोफिस्टिकेटेड साउथ-दिल्ली बिच से सीधे देसी कनपुरिया रांड!”

“आअह्ह बहन के लौड़े … तेरे लंड ने मुझे पागल कर दिया है … पहले मिला होता तो कानपुर में ही तेरी रंडी बन जाती … मुझे ऐसा रगड़ के चोद की मुझे अपनी औकात पता चल जाये ओफ़्फ़ आअह्ह्ह!”

हमारी वाइल्ड चुदाई अब विकराल हो उठी थी, धपाक-धपाक फच्च-फच्च घपाघप घपाघप के जोरदार झटकों के साथ वह पूरा फ्लैट हवस के समंदर में डूब उठा था.
बेडरूम में हमारी पागलपन से भरी आहें और गन्दी-गन्दी गालियों का आदान प्रदान हो रहा था.

आधे घंटे की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मैंने एक ज़ोर का धक्का मोनी की चूत चीरते हुए बच्चेदानी में मारा.

“आआह्ह्ह्ह आयी याहहस्स फ़कककक यासस्स! … आई लव यू नीलू!”

चार पांच धक्कों के अंदर मैंने उसकी योनि के भीतर, कंडोम के अंदर वीर्यपात कर दिया.
सेक्स के बाद हम नंगे ही बेड पर ढेर हो गए.

मैंने कंडोम निकला और उसको डस्टबिन में फेंकने ही वाला था कि मोनी ने मुझसे वह कंडोम माँगा और वह भरा हुआ कंडोम मुंह में लेकर कुल्फी की तरह चूसने लगी.

उसके उपरांत उसने कंडोम से सारा वीर्य अपने मुंह में उड़ेल लिया और वीर्य चुभलाने लगी.
चुभलाते चुभलाते वह उस कंडोम को चाट-चूस कर पूरा वीर्य चट कर गयी.

उसके उपरांत मोनी ने वह यूज़्ड कंडोम डस्टबिन में फेंक दिया.
फिर अपना सिर मेरे सीने पर रखकर मेरे साथ नंगी लेटी हुई सिगरेट के छल्ले उड़ाने लगी.

पोर्न कज़िन सेक्स के पहले राउंड के पश्चात मोनी ने अपनी कच्छी पहनी और मैंने अपनी चड्डी.

बालकनी में जाकर हमने दो-दो पेग व्हिस्की के मारे, कुछ ही देर में हम फिर से गर्म थे.

मैंने मोनी की कच्छी सरका कर पहले उसको रेलिंग से टिकाकर पीछे से चोदा, फिर सोफे पर एक पैर कंधे पर रखकर अलमस्त चोदा.

उन्नीसवें फ्लोर पर, खुली हवा में, हाईवे व्यू के साथ बालकनी में चुदाई का हर पल हवस का एक नया आयाम खोल रहा था.

चुदाई के बाद मैंने गौर किया कि बालकनी में मोनी की कच्छी कल रात की उतारी बरगंडी मिनी स्कर्ट से कुछ ही दूर गिरी हुई है.

तीसरे राउंड में मोनी अंदर बेडरूम में मेरे लंड के ऊपर आकर खूब उछली.

पूरी रात चुदाई मचाने के बाद हम सुबह साढ़े चार बजे पस्त होकर, नंगे ही चिपककर सो गए.

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पोर्न कज़िन सेक्स स्टोरी का अगला भाग: लॉकडाउन में भाई बहन की हवसलीला- 3

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