देसी Xxx गर्ल हिंदी कहानी में मैंने अपनी मंगेतर को शादी से पहले ही उसी के घर में चोद कर उसकी सील तोड़ी. फिर हम सेक्स चैट करने लगे. चैट में मैंने उससे किसी बाहरी आदमी से सेक्स की बात की.
मेरा नाम अमित है.
मेरी एक कहानी
बीवी की चूत उसके मौसेरे भाई के लौड़े से चुदवाई
आ चुकी है.
उस कहानी को पढ़ कर एक पाठक ने मुझे अपनी जिन्दगी की दास्ताँ बताई जो मेरी कहानी से काफी मिलती जुलती थी.
तो उसकी कहानी उसी के शब्दों में:
मेरा नाम नवाजुद्दीन है और मेरी बीवी का नाम अंजुमन है।
यह मेरी पहली कहानी है, मैं इस कहानी का हर एक स्तर अच्छे से बताऊंगा इसलिए यह देसी Xxx गर्ल हिंदी कहानी थोड़ी लम्बी भी लग सकती है.
जब हम पहली बार अंजुमन को देखने गए थे शादी तय करने के लिए तो अंजुमन ने उस दिन सूट सलवार पहना हुआ था, उसका फिगर देख के किसी के भी होश उड़ सकते हैं।
उसका फिगर 36-32-34 है।
उस दिन घर वालों ने हमको आपस में बात करने का कुछ समय दिया.
मुझे हमेशा से खुले विचारों की लड़की चाहिए थी.
जब मेरी उससे बात हुई तब पता चला वह सही में काफी खुले विचार की है, वह सूट सलवार ज्यादा नहीं पहनती, आज घरवालों के कहने पर पहना था।
घर वालों ने हमारी दोनों की राय ली और हमने हाँ कर दी.
शादी की तारीख 4 महीने बाद की थी।
तब तक मुझे ट्रेनिंग के लिए दूसरे शहर जाना था।
हम दोनों की फोन पर बात शुरू हो गई.
धीरे धीरे हमारी बातों में रोमांस बढ़ने लगा.
वह रोज मुझे अपनी तस्वीर भेजती.
एक दिन मैंने उससे बोला- तुम कोई हॉट पिक भेजो.
तब उसने मुझे अपनी सभी नाइट ड्रेस दिखाई.
उसकी लगभग सभी नाइट ड्रेस उसकी जाँघों तक की थी.
उसकी गोरी जांघ देख कर मेरा लन्ड खड़ा हो गया क्योंकि उसके बूब्स भी काफी बड़े हैं तो नाइटी से उनकी पूरी शेप आसानी से झलकती है।
अंजुमन की कुछ ड्रेस स्कर्ट और टॉप में भी थी, जिसमें उसका पूरा पेट दिखता था.
और अगर वह थोड़ा झुकती तो पीछे से पैंटी भी दिख सकती थी।
मैं उसका कलेक्शन देख कर हैरान था.
अब हम अक्सर विडियो कॉल पर बात करने लगे.
उसकी सिर्फ एक बड़ी बहन थी जो शादी करके अपने घर जा चुकी थी.
तो घर पर अंजुमन अकेली ही रहती थी।
उसके अब्बू अम्मी नीचे वाले फ्लोर पर रहते हैं.
एक दिन हम वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे, मैं काफी हॉर्नी फील कर रहा था.
मैं बोला अंजुमन को- थोड़ी और हॉटनेस दिखाओ यार!
वह बोली- कैसे?
मैं बोला- अपनी नाइटी उतारो!
उसने बोला- पहले आप!
मैंने अपने कपड़े उतारने शुरू क्या और उसने अपने!
अब हम दोनों सिर्फ अंडरवियर में थे।
उसके बड़े बूब्स देख कर मेरा लंड बाहर आने को तड़प रहा था.
फिर हमने शर्मगाह ढकने वाले कपड़े भी उतार दिये.
उसकी चूत एकदम क्लीन थी.
पहले वह थोड़ा शर्मा रही थी पर फिर बाद में नॉर्मल हो गई।
फिर हम अक्सर ऐसी वीडियो कॉल करने लग गए।
अब हम दोनों की ठरक बढ़ रही थी.
एक दिन अंजुमन बोली- आप एक दिन के लिए आ जाओ!
मुझे उसका सामने से खुद बोलना अच्छा लगा.
मेरा शनिवार और रविवार का ऑफ था तो मैं एक दिन के लिए आ सकता था.
अंजुमन ने बताया कि उसके अब्बू अम्मी रिश्तेदार के यहां जा रहे हैं.
मैं उसी दिन पहुंचा और रात तक वहीं रहा.
उस दिन पहली बार हमारे बीच सेक्स हुआ.
वह सेक्स में काफी एक्टिव लगी.
उस दिन से पहले वह वर्जिन थी, एकदम सीलबंद!
मैं पूरा दिन वहीं रुका, हमने तीन बार सेक्स किया, उसने मेरा लंड भी चूसा।
उसके चूचे इतने बड़े थे कि एक हाथ में आते ही नहीं थे.
मेरा तो मन ही नहीं भर रहा था।
पर रात को मुझे वापिस जाना था, मैं वापिस आ गया.
वह भी सेक्स से काफी खुश थी, पूरी तरह से संतुष्ट!
यह जानकर मुझे बहुत अच्छा लगा।
अब हम अक्सर सेक्स कॉल करते, वह अपनी चूत में उंगली डालती और मैं हाथ से लंड हिलाता।
हम दोनों को सेक्स चैट भी बहुत पसंद थी, हम अक्सर एक कहानी बनाते और उसमें अलग अलग जगह पर सेक्स करते।
दोस्तो, मैंने अभी तक आपको अपनी फैंटेसी नहीं बताई.
मैं हमेशा से चाहता था कि कोई मेरी बीवी को चोदे।
अंजुमन काफी खुले विचार की थी पर इतना आगे बढ़ेगी या नहीं … यह नहीं पता था।
एक रात हम सेक्स चैट कर रहे थे.
मैं बोला- अंजुमन, आज कुछ अलग करते हैं!
वह मेरी बात समझी नहीं.
मैंने कहा- आज अपनी कहानी मे किसी और को भी एड करते हैं, किसी और लड़के को भी, वह भी हमारे सेक्स का हिस्सा बनेगा.
अंजुमन हैरान हो गई.
उसने मुझे कॉल किया.
तब मैंने उसे समझाया कि यह तो सिर्फ मैसेज की बात है, असली में थोड़े ना कुछ करना है.
वह भी पोर्न देखती थी तो उसे भी पता था कि ऐसी पोर्न भी होती है जिसमें लड़की किसी और से भी चुद जाती है अपने शौहर के सामने।
अंजुमन राजी हो गई.
मैंने कहानी बनानी शुरू की:
लड़के का ऑफिसमेट आता है घर पर कुछ फाइल्स लेने!
पर रास्ते में बारिश में भीग जाता है और घर पर लड़की उसको चेंज करने के लिए बोलती है.
वह लड़का तौलिया लपेट कर बाहर आता है और उसका तौलिया गिर जाता है.
लड़की उसका बड़ा लंड देख कर इंप्रेस हो जाती है और उसका लंड चूसने लगती है.
फिर दोनों के बीच सेक्स होता है.
हम कहानी जब बनाते थे, तब नाम भी इस्तेमाल करते थे.
जब मैंने यह कहानी बनाई, तब अंजुमन का नाम ही लिया पर लड़के का कुछ नाम नहीं दिया।
अब यह हमारा रूटीन बन गया, अपनी सेक्स चैट में दूसरे को भी एड करने लग गए.
मैंने एक दिन अंजुमन को बोला- उस दूसरे लड़के को कोई नाम भी देते हैं. तुम अपना कोई क्रश बताओ जिसको तुम काफी पसंद करती हो.
पहले वह मना कर रही थी पर बाद में उसने बताया- ऐसे तो काफी लड़के हैंडसम लगते हैं, कबीर और आशीष मुझ पर काफी लाइन भी मारते हैं. लेकिन कभी आगे बात नहीं बनी.
मुझे यह सुनकर काफी अच्छा लग रहा था.
तब हमने कबीर को चुना अपनी कहानी के लिए … और उसका नाम लेकर ही अंजुमन को चोदने लगा.
कबीर अंजुमन के मामा का बेटा है.
हम सेक्स चैट के बाद फोन करते, तब वह अपनी चूत में उंगली डालती.
तब मैं बोलता- कबीर और जोर से चोद रहा है तुम्हें … और तुम्हारे चूचे दबा रहा है.
अंजुमन भी जोश में आ जाती, बोलती- और जोर से चोदो मुझे कबीर … और जोर से चोदो।
यह सब सुन कर मेरा पूरा लंड खड़ा रहता, जब तक हम दोनों का पानी नहीं निकलता तक … हम ऐसे ही आवाज निकालते।
एक दिन अंजुमन ने बताया- कबीर का यहां इंटरव्यू है, अम्मी ने बोल दिया है कि कबीर तब तक हमारे यहीं रुकेगा।
मुझे सुनकर अच्छा लगा कि मेरी फैंटेसी पूरी हो सकती है.
मैंने अंजुमन को कहा- अब तो तुम्हारा क्रश पास में ही है, जो हम कहानी में करते हैं, वह हो जाए?
पर उसने साफ साफ मना कर दिया- वह सिर्फ कहानी तक ही ठीक है, आगे नहीं।
मैंने कहा- अच्छा सेक्स नहीं करना, थोड़ा सिड्यूस करते हैं कबीर को, इसका भी मजा है।
अंजुमन की यह ही बात मुझे पसंद थी, वह नई चीज के लिए मना नहीं करती थी, वह भी रेडी हो जाती थी।
वह भी बोली- कैसे?
मैंने कहा- बस तुम वैसा करो, जैसा मैं कहता हूं!
वह मान गई।
इनके घर के ग्राउंड फ्लोर पर 2 कमरे थे, एक अब्बू अम्मी का और एक ड्राइंग रूम, ऊपर वाले फ्लोर पर भी 2 कमरे थे, एक बालकनी साइड और एक अंदर की तरफ!
अंदर वाला कमरा अंजुमन का था और बाहर वाले में कबीर रुक गया।
कबीर अगली सुबह आया, नहा धो के नाश्ता किया और इंटरव्यू के लिए चला गया.
शाम को आया और शावर लेने चला गया.
अंजुमन उसके कमरे में गई ही थी पूछने के लिए कि उसको कुछ जरूरत हो तो बताना!
वह तभी वाशरूम से निकला, सिर्फ तौलिया में, उसकी बॉडी बिल्कुल मस्कुलर थी, अंजुमन इंप्रेस हो गई.
और तौलिया पर उसके लंड का उभार आ रहा था.
अंजुमन ने उससे उसकी जरूरत पूछी और नीचे आ गई.
कबीर भी थोड़ी देर में नीचे आ गया.
अम्मी अब्बू के खाने का टाइम हो गया था.
पर कबीर ने कहा कि वह थोड़ा लेट ही खाता है.
तो अंजुमन की अम्मी ने कहा- ठीक, अंजुमन भी लेट खाती है, ये तुम्हारा खाना ऊपर ही ले जायेगी.
फिर ये दोनों ऊपर आ गए.
अंजुमन ने मुझे कॉल की और पूरी बात बताई।
मैंने अंजुमन को कहा- अच्छी बात है. अब तुम अपनी नाइटी पहन लो.
अंजुमन ने वनपीस नाइटी पहनी.
अब उसकी जांघ भी पूरी दिख रही थी और क्लीवेज भी,
अंजुमन बोली- मुझे ऐसे देख कर तो उसका खड़ा ही हो जायेगा.
और हम दोनों हंस दिए।
हम दोनों को मजा आ रहा था इस सब में!
मैं बोला- तुम भी उसके साथ ही खा लेना।
अंजुमन बोली- ठीक है.
और उसके कमरे में चली गई पूछने!
कबीर की आंख खुली की खुली रह गई, वह बोला- ठीक है!
अंजुमन बोली- ठीक है, मैं यहीं ले आती हूं, दोनों साथ में खायेंगे।
कबीर अपने बेड पर और अंजुमन सामने कुर्सी पर बैठी.
अंजुमन के झुकने से उसके बूब्स काफी बाहर आ रहे थे पर वह भी उन्हें छुपाने को कोशिश नहीं कर रही थी.
कबीर का लंड खड़ा हो गया, उसने एक छोटा सा शॉर्ट्स ही पहना था तो वह भी साफ साफ दिख रहा था.
कबीर काफी मजाकिया भी था, वह अंजुमन को खूब हंसा रहा था और तारीफ भी कर रहा था।
दोनों ने खाना खाया और फिर अपने अपने कमरे में चले गए।
अंजुमन ने कमरे में आकर मुझे पूरी बात बताई कि कबीर का मूड बन गया था.
मैंने पूछा- तुम्हारा क्या इरादा है?
वह बोली- ये है तो गलत … पर कबीर हॉट बहुत है।
मैंने कहा- गलत तो तब है न, जब मुझे पता ना हो … मैं राजी हूँ, जब मुझे कोई दिक्कत नही, तब तो सब सही है।
अंजुमन बोली- ठीक है, देखते हैं आगे क्या होता है।
अगली सुबह अंजुमन जल्दी उठ गई, कबीर के कमरे में देखा तो वह नहीं था.
वह ऊपर छत पर गई तो कबीर वहां वर्जिश कर रहा था.
कबीर सिर्फ शॉर्ट्स में था, अंजुमन उसके जिस्म से पहले ही इंप्रेस थी अब और ज्यादा हो गई।
तब कबीर बोला- तुम भी करो मेरे साथ!
अंजुमन बोली- ठीक है, मैं चेंज करके आती हूं।
तो अंजुमन ने जल्दी से नीचे आकर हॉट शॉर्ट्स और क्रॉप टॉप डाल लिया.
अब कबीर जैसा जैसा बोल रहा था, अंजुमन वैसा वैसा कर रही थी.
एक कसरत में अंजुमन को नीचे झुक कर अपने पैर छूने थे.
कबीर पीछे ही खड़ा था.
जैसे ही अंजुमन झुकी, अंजुमन को पीछे कबीर महसूस हुआ.
कबीर का लंड भी टाइट था, अंजुमन को फील हो चुका था.
अंजुमन भी एंजॉय कर रही थी.
वह ऐसे उठी कि उसकी गांड ने पीछे पूरा रगड़ दिया।
कबीर भी अब थोड़े थोड़े इशारे समझ रहा था, बस अब सही मौके का इंतजार हो रहा था।
पूरी एक्सरसाइज के दौरान कबीर ने कई बार हाथ अंजुमन की गांड को छुआ.
एक बार कबीर ने हाथ रखा तो अंजुमन जानबूझ के कहने लगी- ये सही से नहीं कर पा रही हूँ, तुम हेल्प करो!
तब पूरे टाइम कबीर का हाथ अंजुमन की गांड पर ही रहा।
कबीर अब पूरा जोश में आ चुका था.
पर वह इसके आगे नहीं बढ़ा।
अब कबीर को इंटरव्यू के लिए भी जाना था तो वह उसके बाद जल्दी से तैयार होकर निकल गया।
अंजुमन सारी बात मुझे बताती थी और मैं भी जोश में आ जाता था।
कबीर को अगली सुबह जाना था.
मैं बोला- तुम्हारे पास सिर्फ आज रात का मौका है.
अंजुमन बोली- कबीर तो आज सुबह ही शुरू होने वाला था. पर रुक गया. रात में देखते हैं कितना कंट्रोल कर पाएगा।
और फिर हम दोनों हंस दिए.
मुझे पता था कि आज रात अंजुमन उससे चुदने वाली है.
पर वह उसके लिए क्या करेगी … यह नहीं पता।
आज भी कल वाला ही मंजर था, अंजुमन ऊपर आकर खाना ले आई.
कबीर भी अपने कमरे में आ गया.
अंजुमन आज स्कर्ट और टॉप वाली नाइटी पहन के गई कबीर के कमरे में!
दोनों ने कल की तरह खाना खाया.
तभी कबीर बोला- कल तो मैं चला जाऊंगा, आज रात मूवी देखते हैं एक साथ!
अंजुमन ने पूछा- कौन सी?
कबीर बोला- कोई हॉलीवुड देखते हैं!
अंजुमन बोली- उस वाली की तो बात नहीं कर रहे?
और दोनों हंस दिए।
कबीर थोड़ा रुक के बोला- देख सकते हैं अगर तुम हां बोलो तो!
अंजुमन बोली- नहीं आज नहीं!
कबीर ने फिर एक रोमांटिक सी हॉलीवुड लगा दी.
अब ए सी की वजह से कमरा ठंडा हो गया.
कबीर बोला- कम्बल ले लेते हैं।
दोनों भाई बहन एक ही कम्बल मैं बैठे थे.
कबीर के एक हाथ में मोबाइल था, दूसरे हाथ से वह कुछ करना चाह रहा था पर रुक जा रहा था.
आखिर उसने अंजुमन की जांघ पर हाथ रख दिया.
अंजुमन क्यों मना करने वाली थी, वह और थोड़ा कबीर की तरफ झुक गई.
अब अंजुमन के बूब्स भी कबीर के एक हाथ को टच कर रहे थे.
कबीर अब हाथ से जांघ को सहलाने लगा, धीरे धीरे वह हाथ ऊपर ले जा रहा था.
अंजुमन मना नहीं कर रही थी तो उसका हौसला भी बढ़ रहा था.
मूवी काफी रोमांटिक थी, बार बार किसिंग सीन आ रहे थे, दोनों की फीलिंग बढ़ रही थी.
अब धीरे धीरे कबीर का हाथ स्कर्ट तक पहुंच गया, वह हाथ धीरे से नीचे ले जाने लगा.
अंजुमन ने अपने लेग्स थोड़े और खोल लिए, कबीर अब अंजुमन की पैंटी तक पहुंच गया।
कबीर थोड़ा रुका, फिर पैंटी पर हाथ फिराने लगा.
अब अंजुमन ने आंख बंद कर लीं और एंजॉय करने लगी.
तभी यकायक दोनों ने किसिंग शुरू कर दी.
कबीर नीचे अंजुमन की चूत सहला ही रहा था, अब उसने पैंटी के अंदर हाथ डाल दिया.
वह अपनी बहन की चूत को रब करने लगा.
अब कबीर अंजुमन के पैरों के बीच आ गया और अंजुमन को पूरा लिटा दिया.
वह अंजुमन के स्तन दबाने लगा और गले पर चुम्बन करने लगा.
अब उसने अंजुमन का टॉप उतार दिया.
अंजुमन के बड़े बड़े बूब्स को उसकी ब्रा संभाल नहीं पा रही थी.
कबीर ने देर न करते हुए ब्रा भी खोल दी और अपनी बहन के बूब्स को चूसने लगा.
वह दोनों हाथ से बूब्स दबा रहा था और चूस रहा था.
अब कबीर नीचे आ गया, अंजुमन की स्कर्ट और पैंटी एक बारी में नीचे कर दी और टांगें थोड़ी और चौड़ी करके चूत चूसने लगा.
अंजुमन अब आंखें बंद करके मजे ले रही थी.
थोड़ी देर चूत चूसने के बाद कबीर अंजुमन के पैरों के बीच बैठ गया और अपना शोर्ट उतार दिया.
उसका लंड बाहर आ गया.
अंजुमन लंड देख कर हैरान हो गई, उसका लंड सामान्य से ज्यादा लंबा था.
कबीर ने तुरंत लंड चूत पर लगाया और धीर से अंदर डालने लगा.
वह पुराना खिलाड़ी लग रहा था, वह जल्दी न करते हुए धीरे धीरे लंड अंदर डालने लगा.
अब लंड पूरा अंदर जा चुका था, अंजुमन की आंखों में दर्द झलक रहा था, वह धीरे धीरे सिसकारियां भर रही थी।
कबीर ने स्पीड बढ़ा दी और अंजुमन के चूचों को हाथ से पकड़ लिया और जोरदार चोदने लगा.
10 मिनट इसी स्पीड से चोदने के बाद कबीर अंदर ही झड़ गया.
थोड़ी देर दोनों ऐसे ही लेटे रहे, फिर कबीर उठ कर वाशरूम में चला गया.
जब वह वापिस आया तब तक अंजुमन ने ब्रा और पैंटी पहन ली थी.
कबीर बोला- इतनी जल्दी क्या है, अभी तो पूरी रात बाकी है।
अंजुमन भी थोड़ा मुस्कुरा दी.
कबीर ने जो तौलिया लपेट रखा था, वह खोल दिया.
उसका लंड नीचे की तरफ लटका हुआ था, वह अभी भी काफी बड़ा लग रहा था.
अंजुमन उठ कर कबीर के पास गई, घुटनों पर बैठ गई और कबीर का लंड मुंह में लेकर चूसने लग गई.
धीरे धीरे उसका लंड फिर खड़ा हो गया.
कबीर ने अंजुमन को उल्टा कर के बेड पर चढ़ा दिया पर खुद नीचे खड़ा रहा और पीछे से लंड अंजुमन की चूत में डालने लगा.
थोड़ा एडजस्ट करके जैसे लंड अंदर गया, अंजुमन की चीख निकल गई.
अब कबीर ने फिर स्पीड बढ़ा दी और अंजुमन की कमर पकड़ के चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद उसने अंजुमन को घुमा दिया और वह नीचे ही रहा.
उसने अंजुमन के दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए और शॉट मारने लगा.
थोड़ी देर में कबीर झड़ गया।
फिर दोनों ने अपनी अपनी शर्मागाहों को साफ़ किया और लेट गए.
उस पूरी रात में कबीर ने दो बार और अंजुमन को चोदा।
सुबह कबीर चला गया.
तब अंजुमन ने मुझे पूरा किस्सा बताया.
वह कबीर के स्टेमिना से काफी खुश थी।
दोस्तो, यह थी हमारी शादी से पहले की पहली कहानी!
फिर अगले महीने हमारी शादी हो गई और हम दूसरे शहर में आ गए.
वहां हमने और एडवेंचर किए, वे अगली कहानी में।
यह देसी Xxx गर्ल हिंदी कहानी आपको कैसी लगी?
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लेखक के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दिया जा रहा है.