शीमेल सेक्स का अनुभव लिया मैंने! मैं एक लड़का हूँ, लड़की जैसी महसूस करता हूँ. मुझे लगता था कि मैं किसी से अपनी गांड मरवा लूँ. मैंने सुना था कि शीमेल के साथ सेक्स करने में काफी मज़ा आता है.
मेरा नाम नेहा है.
वैसे तो मैं एक लड़का हूँ, पर मुझे यह नाम अच्छा लगता है.
मैं 22 साल का हूँ और दिखने में नॉर्मल हूँ.
अब तक मैं कुंवारा था.
मैंने अपनी गांड की सील नहीं तुड़वाई थी और न ही किसी को चोदा था.
मुझे लगने लगा था कि मैं किसी से अपनी गांड मरवा लूँ. उसके लिए मैं किसी लंड की तलाश में था, जो कि मुझे न केवल गांड चुदाई का मजा दे बल्कि एक ऐसा अनुभव भी कराए जो यादगार हो.
मैंने सुना था कि शीमेल के साथ सेक्स करने में काफी मज़ा आता है.
शीमेल से चुदाई के कई सेक्स वीडियो भी मैंने देखे थे.
अब मैं इंटरनेट पर किसी शीमेल को खोजने लगा था जो मेरी कामना को पूरी कर सके.
एक दिन मैंने इंटरनेट से एक शीमेल की प्रोफाइल को देखा और उस पर उसका नंबर खोजने लगा.
मुझे उधर से उस शीमेल का संपर्क सूत्र मिल गया था.
मैंने उसी वक्त उस शीमेल को कॉल किया.
उन्होंने फोन उठाया और अच्छे से बात की.
वे दूसरे शहर से थीं और काफी सीनियर थीं जिस वजह से मैं उनका सम्मान करने लगा था.
मैंने उनको अपनी फंतासी बताई और अपने फोटोज भेजे.
उनको मेरे फ़ोटो पसंद आए.
उन्होंने कहा- जब मैं तुम्हारे शहर में आऊंगी, तब कॉल करूंगी.
उसके बाद से मेरी उनके साथ चैट होने लगी थी.
वे भी मुझसे काफी खुल गई थीं और मुझे गांड चुदाई के मुद्दे पर ज्ञान देने लगी थीं.
उन्होंने ही मुझे बताया था कि पहली बाद गुदा मैथुन करना आसान नहीं होता है, इसके लिए तैयारी करनी पड़ती है.
मैंने उनसे गांड मरवाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई तो उन्होंने मुझे गांड ढीली करने के उपाए बताए.
गांड में बट प्लग लगाना बताया और उसे लगाने से पहले गांड में उंगली करके उसमें बट प्लग सैट करने की विधि बताई.
मैंने उनके सामने ही वीडियो कॉल करके अपनी गांड में बट प्लग लगाया.
वे मेरी लगन देख कर खुश हो गई थीं और उन्होंने मुझे जल्द ही अपनी संगत का मजा देने का वायदा भी किया था.
थोड़े दिनों बाद रात को उनका कॉल आया कि वे अगले दिन दिन आ रही हैं.
मैं बहुत खुश हो गया.
दूसरे दिन 3 बजे मिलने का तय किया.
अगले दिन 3 बजे मैं उनकी बताई हुई जगह पर बने एक होटल में गया.
वहां जाकर मैंने उनको कॉल किया.
उन्होंने मुझे रूम में आने को कहा.
मैं रूम में गया.
उन्होंने रूम का दरवाजा खोला तो मैं देख कर दंग रह गया.
क्या बताऊं, उनके बड़े बड़े स्तन थे और वे दिखने में किसी हीरोइन से भी अच्छी लग रही थीं.
मैं उन्हें बस देखता ही रह गया.
उन्होंने मुझे हाथ बढ़ा कर अन्दर खींचा और अपने गले से लगा लिया.
सच में मुझे दूध बहुत ही सख्त लगे.
पहले तो लगा कि इनके दूध नकली हैं क्योंकि वे एक शीमेल थीं तो ये लगना स्वाभाविक ही था.
मुझसे रहा न गया और मैंने अपने एक हाथ से उनके एक दूध को दबा दिया.
वे मीठी सी आह भरती हुई बोलीं- धीरे कर ना … असली ही हैं.
मैं हतप्रभ था कि एक शीमेल के दूध इतने बड़े और सख्त कैसे हो सकते हैं.
फ़िर उन्होंने मुझे चूमा और बैठने को कहा.
मैं उनकी बांहों से निकल कर बेड पर बैठ गया और उन्हें देखने लगा.
उन्होंने बड़ी नजाकत से मुझे एक गिलास पानी दिया.
थोड़ी देर बाद वे मेरे बाजू में आकर बैठ गईं और बातें करने लगीं.
मैंने उनसे पूछा कि आपने अपने आपको इतना सुन्दर और सेक्सी कैसे बनाया?
वे कहने लगीं- बस इच्छा हो तो ईश्वर की बनाई चीजों में काफी कुछ रद्दोबदल किया जा सकता है और आजकल तो मेडिकल साइंस की मदद से वह सब भी हो जाता है.
मैं उनकी बात का अर्थ समझ गया था कि अब तो जेंडर बदलने की प्रक्रिया भी आसान हो गई है.
उन्होंने बताया कि कुछ देसी दवाओं की मदद से और निरंतर योग व मसाज आदि से उन्होंने अपने दूध बड़े किए हैं और शरीर को भी सुडौल बनाया है.
इन्हीं सब बातों के दरमियान वे धीरे धीरे मुझे सहलाने लगीं.
मुझे भी मज़ा आ रहा था.
उनके कोमल हाथ किसी लड़की के कोमल हाथों के जैसे ही थे.
थोड़ी देर बाद उन्होंने मुझे अपनी ओर खींचा और मुझसे चिपक गईं.
मेरी धड़कनें तेज हो गईं.
उन्होंने मेरे होंठों पर अपने होंठ एक बार छुलाए और अलग कर लिए.
मुझे उनके होंठों की तपिश बड़ी मादक लगी तो इस बार मैंने खुद से उनके होंठों पर अपने होंठ लगा दिए.
हमारा लिपकिस शुरू हो गया.
वे बड़ी ही नजाकत से मेरे निचले होंठ को अपने होंठों से पकड़ कर खींच रही थीं और मेरे होंठ का रस चूस रही थीं.
मैं बस अपनी आंखें बंद करके उनकी इस हरकत का मजा ले रहा था.
फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी और एक हाथ से मेरे लौड़े को पकड़ कर सहलाना शुरू कर दिया.
आह … कितनी अनुभवी हरकत थी ये … एक हाथ से लंड को सहलाना और दूसरी ओर जीभ को मुँह में डाल कर वासना के ज्वार को उफनाना.
मैं निहाल हो गया था.
मेरे मुँह में उनकी जीभ ने घूम घूम कर मेरे मुँह के रस को मथा और अपनी जीभ को अपने मुँह में अन्दर ले लिया.
अब उनके मुँह में मेरी जीभ चली गई थी और खुद ब खुद चलने लगी थी.
सच में हम दोनों ही एक दूसरे में खो से गए थे और कुछ भी होश नहीं था कि हम दोनों किस लोक में विचर रहे हैं.
वे मुझे गर्म करती रहीं और मैं वासना की आग में झुलसता गया.
थोड़ी देर बाद हम दोनों अलग हुए. हम दोनों की आंखों में वासना का नशा भरा हुआ था.
उन्होंने गिलास से पानी पिया और उसी आधे भरे हुए गिलास को मेरे होंठों से लगा दिया.
पानी पीने के बाद बड़ी राहत मिली.
वे कहने लगीं कि अब बताओ तुम मुझसे क्या चाहते हो?
मैंने उनको अपनी फैंटेसी बताते हुए कहा कि मुझे लड़की के कपड़े पहनने हैं.
उन्होंने हंसते हुए मुझे ब्रा और पैंटी का नया सैट दिया.
मैंने अपने कपड़े उतारे और ब्रा और पैंटी को पहन लिया.
उन्होंने कहा- रुको, मैं तुम्हें अच्छी तरह से लड़की बनाती हूँ. तुम अपनी आंखों को बंद कर लो.
मैंने वैसा ही किया.
थोड़ी देर बाद जब मैंने अपनी आंखों को खोला और आइने में देखा, मैं तो दंग रह गया.
उन्होंने मेरे माथे पर बिंदी लगाई थी. मेरे होंठों पर लिपस्टिक लगाई थी. मैं सच में लड़की लग रही थी.
वे बेड पर बैठी थीं.
उन्होंने मुझसे कहा- नेहा रानी यहां आओ.
मैं शर्माती हुई वहां गई.
उन्होंने मुझे बांहों में भर लिया और चूमने लगीं.
मैं कामुक सिसकारियां ले रहा था ‘आहा आह …’
थोड़ी देर बाद हम दोनों ने लिप किस करना चालू किया.
लिप किस के दौरान उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी पैंटी पर रख दिया और मैं पैंटी के उपर से उनके लंड को सहलाने लगा.
थोड़ी देर बाद हम दोनों अलग हुए.
उन्होंने मुझे इशारे से उनकी पैंटी उतारने को कहा.
मैं घुटनों तक खिसक गया और उनकी पैंटी उतारने लगा.
जैसे ही पैंटी उतारी तो देखा डार्क चॉकलेट कलर का कैडबरी जैसा लंड मुझे ही देख रहा था.
उन्होंने कहा- चूसो.
मुझे डर लग रहा था, मैंने मना किया.
उन्होंने कहा- अच्छा रुको.
वे उठीं और अपने पर्स में से कुछ निकाल कर देते हुए कहा- इसको मेरे लंड पर लगा दो.
मैंने ऐसा ही किया.
उन्होंने कहा- अपनी आंखों को बंद करके चूसो.
मैंने हल्के हल्के से उनका लंड चूसना चालू किया.
मुझे स्ट्रॉबेरी जैसा टेस्ट आ रहा था.
उन्होंने शायद अपने लौड़े पर स्ट्रॉबेरी जैसा कोई जैल लगाया था.
थोड़ी देर बाद मैंने मस्ती से लंड चूसना चालू कर दिया था.
उनके लौड़े में से अब मस्त हल्का हल्का नमकीन भी टेस्ट आने लगा था.
उन्होंने मुझे ऊपर आने को कहा और मुझसे अपने चूचे भी चुसवाए.
सच में बहुत मज़ा आया.
मैं उनके चूचों को चूसते समय उनके लौड़े को सहला रहा था.
इतना चिकना लंड देख कर लग रहा था, जैसे उन्होंने अपने लौड़े की कोई स्पेशल वेक्सिंग करवाई है.
मैं दूध चूसते हुए ही उनके लंड को मुठिया रहा था.
वे भी आह आह करती हुई मुझे चूम रही थीं और अपने निप्पल को अपनी दो उंगलियों से पकड़ कर मुझसे चुसवा रही थीं.
कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा- अब मुझे शांति चाहिए.
वे बोलीं- शांति तो सेक्स करने से मिलेगी. मेरे लौड़े को अपनी गांड में लेने का मन है?
मैंने कहा- हां, मन तो है पर मेरा पहली बार है.
उन्होंने कहा- तुमने बट प्लग लगाया तो था न!
मैंने कहा- हां, अभी भी लगा हुआ है.
उनको जैसे कुछ याद सा आया कि उन्होंने अभी तक मेरी गांड पर हाथ ही नहीं लगाया था.
उन्होंने झट से अपना हाथ मेरी गांड पर फेरा, तो उसमें रेशमी अहसास वाला बट प्लग लगा हुआ था.
वे हल्के से मुस्कुराईं और उन्होंने कहा- डॉगी स्टाइल में आ जाओ.
मैंने वैसा किया.
उन्होंने मेरी गांड में से बट प्लग निकाला और उस पर चपत लगाई.
फिर वे अपनी उंगली पर कुछ लगा कर मेरी गांड में डालने लगीं.
शुरू शुरू में तो मुझे दर्द हुआ, फिर मजा आने लगा.
मेरी गांड थोड़ी खुल गई.
कुछ ही देर में उनकी दोनों उंगलियां मस्ती से मेरी गांड में चलने लगी थीं और मुझे भी मजा आने लगा था.
अब उन्होंने अपने लंड पर कंडोम लगाया और मेरी गांड में भी कुछ लगाया.
उससे मुझे ठंडा ठंडा सा महसूस हुआ.
अब वे धीरे धीरे अपने लंड को मेरी गांड में डालने लगीं.
मुझे बहुत दर्द होने लगा तो मैंने अपने मुँह में तकिया घुसा लिया.
फिर उन्होंने एक जोर से शॉट मारा, तो मेरे मुँह से चीख़ निकल गई- आआह आआह मर गया.
थोड़ी देर बाद मुझे शीमेल सेक्स में मज़ा आने लगा.
वे अपने लौड़े को धीरे धीरे मेरी गांड में अन्दर बाहर करने लगीं.
करीब 5 मिनट बाद उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
मैंने कहा- आप अपने पानी को मेरी गांड के छेद में ही निकालना.
उन्होंने वैसा ही किया.
मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं और अपनी पहली चुदाई के सबसे सुंदर पल का आनन्द लिया.
धीरे धीरे उनके लंड से उनके पानी की हल्की हल्की गर्म गर्म पिचकारियां मेरी गांड के छेद में गिर रही थीं. मुझे बेहद सुखद अहसास हुआ.
फिर हम दोनों अलग हुए.
वे हांफ रही थीं.
मैंने खड़े होने का प्रयत्न किया, खड़ा ही नहीं हुआ जा रहा था.
जैसे तैसे मैं खड़ा हुआ और बाथरूम में गया.
उधर मैंने अपनी गांड पर हाथ लगाया तो उनके पानी के साथ हल्का खून था.
मैंने गांड साफ की और वापस बेड पर आकर बैठ गया.
वे बैठी हुई थीं.
उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया और चूसने लगीं.
थोड़ी देर में मैं झड़ गया.
बाद में हम दोनों खड़े हुए.
मैंने कपड़े पहने और बातें की.
फिर मैं निकल गया.
तो ये थी मेरी पहली गुदा मैथुन की सेक्स कहानी.
शीमेल सेक्स गाथा आपको कैसी लगी?
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