सौतेली मां बनी अंतरंग सखी- 2 (Hot Lesbian Mother Daughter)

हॉट लेस्बियन मदर डॉटर सेक्स का मजा मैंने अपनी कमसिन बेटी को दिया. उसे सेक्स को लेकर जिज्ञासा थी तो मैंने उसकी प्रशिक्षक बनाने का निर्णय लिया.

यह कहानी सुनें.

Hot Lesbian Mother Daughter

मेरी कहानी के पहले भाग
सेक्सी मौसी की कमसिन भानजी
में आपने पढ़ा कि मैं कुछ ब्रा पैंटी खरीदने गयी तो वहां एक युवा लड़का मुझे पटाने में लग गया. मुझे भी वह अच्छा लगा तो मैं भी उसे बढ़ावा देने लगी. इधर घर में मेरी सौतेली बेटी जवान हो गयी थी तो उसे बहकने से बचाने के लिए मैं उसकी सहेली बनाने की कोशिश कर रही थी.

अब आगे हॉट लेस्बियन मदर डॉटर सेक्स:

अगले दिन शाम को रोहण मेरे घर आए और उन्होंने मुझे मेरे अंडरगार्मेंट्स की डिलीवरी कर दी।
क्योंकि मेरा बेटी चारू घर पर ही थी इसलिए मैंने उनको अन्दर नहीं बुलाया और डिलीवरी लेकर उनको वापस भेज दिया।

मैंने खोल कर देखा तो उसकी बोल्डनेस देख कर हैरान रह गई।
वह एक सफ़ेद रंग की ब्रा थी और उसमें जो स्ट्रैप लगी थी उस पर *razzers लिखा हुआ था।
उसके कप बहुत ही सेक्सी तरीके से तराशे गए थे।
पैंटी की स्ट्रैप ज्यादा ऊंची थी, ऐसी की अगर जींस के साथ पहनी जाए तो बाहर दिखे, उस पर भी *razzers लिखा हुआ था।

वह ऐसी ब्रा थी जिस को पहनकर बड़ी बड़ी मॉडल्स फोटोशूट करवाती हैं, जिसने मेरे लुक को और भी खूबसूरत बना दिया।

चारू ने देखा तो वह भी अचंभित रह गई।
चारू- वासू मौसी, लगता है कि ये रोहण आपके ऊपर ज्यादा ही मेहरबान है इसीलिए इतनी सेक्सी डिजाइन की ब्रा दी है। वैसे ये ब्रांड पोर्न स्टार पहनती हैं, आप तो बिलकुल पटाखा लगोगी इसमें!

मैं उसकी बात सुनकर हँसी और फिर हमने डिनर किया।

आज विकास नहीं थे इसलिए मैंने चारू को अपने कमरे में ही सोने के लिए कहा।

चारू मेरे बेड पे लेट गई तो उसे तकिए के नीचे कॉन्डम का पैकेट मिला।
चारू ने पैकेट उठाया और मुस्कुराते हुए मुझसे पूछा- वासू मौसी, ये चॉकलेट आपकी है?

मैंने उसे कॉन्डम लिए देखा तो उसकी शरारत समझ गई।
मुझे लगा कि अभी चारू नादान है, अगर उसे सेक्स को लेकर कुछ जिज्ञासा है तो बेहतर होगा कि मैं ही उसे बता दूं वरना वह बाहर से पता करेगी तो प्रॉब्लम हो जाएगी।

मैंने कहा- ये चॉकलेट नहीं कॉन्डम है चारू! यह बच्चों के खेलने की चीज नहीं है।
चारू- ओके मौसी … लेकिन इसका क्या होता है?
मैं- इसे यूज करने से लड़की प्रेगनेंट नहीं होती।

चारू- ओके मौसी, तो आप इसे कैसे यूज करती हो?
मैं मुस्कुराई और बोली- मैं नहीं … तेरे पापा यूज करते हैं।

चारू बनावटी अंदाज में बोली- तो पापा के यूज करने से आप कैसे प्रेगनेंट नहीं होती?
मैंने उसके गाल पर हाथ रखा और कहा- देखो चारू, अभी तुम छोटी हो. और ये सब हम औरतों के लिए रोजमर्रा की चीजें हैं. इसी की वजह से हमें गर्भ और बीमारियों से बचाव मिलता है। लड़कियों को इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी होता है वरना वे मुसीबत में पड़ सकती हैं।

चारू- ओके मौ …सी लेकिन इसे कैसे यूज करते हैं ये तो बताइए?
मैं- रुको प्रैक्टिकल करके दिखाती हूं।

तब मैं रसोई में गई और एक खीरा उठा लाई।
फिर मैंने कॉन्डम का पैकेट फाड़ा और उसे खीरे पर चढ़ा दिया।

मैं- देखो चारू, इसे इस तरह लड़कों के लिंग पर चढ़ाया जाता है. और यह उनके लिंग को अच्छे से कवर कर लेता है और लड़की को पता नहीं चलने देता कि लड़के के लिंग पर कुछ चिपका हुआ है।

चारू- मुझे लगा ये खाने की चीज है मौसी, क्योंकि इसपर चॉकलेट फ्लेवर लिखा था।
मैं- ये खाने के लिए नहीं, चाटने के लिए है चारू!

मैंने उसे चारू के मुंह के आगे कर दिया तो चारू ने जीभ बढ़ा कर उसे चाट लिया।

मैं बोली- इसे ऐसे नहीं ऐसे चाटते हैं।
ये कहकर मैंने खीरे को लंड की तरह से चूसना और चाटना शुरू कर दिया और चारू मुझे इसी तरह करते हुए देखने लगी।

फिर चारू ने कहा- मौसी, इसका मतलब है कि लड़के इसे अपने लिंग पर पहन लेते हैं और लड़की इसे चूमती है।

मैं- हां और चूमने के बाद लड़की लिंग को अपनी योनि में डालती है ताकि वह संभोग या सेक्स का मजा ले सके।

चारू- तो मौसी जब लिंग अंदर जाता है तब दर्द नहीं होता?
मैं- सिर्फ पहली बार होता है और खून भी आता है, उसके बाद तो ये करने में मज़ा आती है।

चारू मेरी बात से संतुष्ट लग रही थी।

उसने शरारत भरे अंदाज में कहा- मौसी, ये पापा का है ना?
मैं- हां उन्ही का है।

चारू- तो वासू मौसी, इसका मतलब है कि पापा इसे अपने लिंग पर पहनते हैं और आप उनके लिंग को …?

मैंने चारू के नितम्बों पर एक जोर का थप्पड़ रसीद कर दिया और कहा- तू बहुत बदतमीज हो गई है चारू … अब पति पत्नी के बीच तो ये सब होता है ना!
चारू बच्ची की तरह मुझसे चिपट गई और बोली- जानती हूं मौसी! और आपने जो भी मुझे बताया उसके लिए थैंक्स!

फिर हम दोनों ने पोर्न देखी।

उसमें एक पोर्नस्टार मां अपनी बेटी के साथ एक अफ्रीकी मर्द से सेक्स कर रही थी।
चारू मुझसे सट कर लेटी थी और मेरे बदन पर हाथ लगा कर मुझे उत्तेजित करने की कोशिश कर रही थी।

उस मर्द का लिंग काले नाग की तरह 10 इंच का था।

चारू ने कहा- मौसी, पापा का भी इतना बड़ा है क्या?
मैं- नहीं, 6 इंच का है।

चारू- आपको दर्द नहीं होता, जब वह अंदर जाता है?
मैं- नहीं, मजा आता है।
चारू अब मेरे पास चिपक कर लेट गई।

उस वीडियो में सीन आया जिसने मां अपनी सौतेली बेटी की योनि को चूस रही थी।

चारू- मौसी, ये औरत इटना गंदा काम कर रही है, इसे बुरा नहीं लगता?
मैं- ये बुरा लगने वाला नहीं मजा देने वाला काम है, इस पानी को पीने के लिए मर्दों की लाइन लगी रहती है। औरत को भी मजा आता है जब इस पर रगड़ लगती है।

चारू अब जवानी की आग में जल रही थी और उसकी पैंटी गीली हो गई थी।
मैंने देखा और कहा- इस रस को बेकार मत करो, ये लड़कों को अमृत की तरह लगता है।

चारू- पता नहीं मौसी, क्या हुआ, लेकिन अक्सर मेरी पैंटी गीली हो जाती है।
मैंने कहा- अच्छा, ला देखूं तो!

यह कहकर मैं नीचे सरक गई और उसकी पैंटी का मुआयना करने लगी।

उसकी तर पैंटी से कम रस की सुगंध आ रही थी।

मैंने उसकी पैंटी उतार दी तो उसकी मखमली गुलाबी कुंवारी चूत मेरे सामने आ गई।
उस पर हल्के हल्के बाल थे और वे भी काम रस से भीग गए थे।

चारू मेरे सामने नंगी पुंगी पड़ी थी।
उसकी चूत से उठने वाली मादक गंध से मेरा मन उत्तेजित होने लगा था।

मैंने उसकी जांघों पर हाथ रखा तो उसकी आंखें बन्द हो गई।
अपने हाथों से मैंने उसकी कुंवारी चूत को खोला।

उसकी चूत किसी लाल अमरूद की तरह गुलाबी रंग की और बिलकुल कसी हुई थी।

उसका दाना फूला हुआ था और दरार में से झांक रहा था।
हल्के काले बालों से सजी उसकी योनि बहुत आकर्षक लग रही थी।

मैंने जीभ बढ़ा कर उसे गुदगुदी की तो चारू का बदन झनझना उठा।

चारू के मुंह से सिसकी निकल गई- आह मौसी, मर गई मैं तो!
मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के मुलायम बालों पर फिराना शुरू कर दिया।

कामुकता से मजे लेती चारू की चूत से रस का झरना बह निकला।
चारू का बदन अकड़ने लगा और उसने मेरे बाल पकड़ लिए।

मैं अपने होंठों से उसकी चूत को कुरेद रही थी।
चारू सिसकियां भरती जा रही थी और उसकी चूत से रस की धारा लगातार निकल रही थी।

मैंने चारू की बनियान भी उतार दी।
अब साढ़े अठारह साल की चारू जन्मजात नंगी मेरे सामने लेटी थी।

उसके छोटे छोटे नींबू जैसे स्तन अभी ब्रा में कसने के लायक नहीं थे।
मैंने अपनी ब्रा उतारी तो चारू की आंखें चमक उठी।
मेरे विशाल स्तनों के सामने उसके नींबू बहुत छोटे थे।

मैंने अपनी जीभ उसके मुलायम अविकसित निप्पलों पर फिराई।
उसके हल्के हल्के निप्पल अभी उभरे ही थे।

फिर मैंने चारू को पेट के बल लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गई।
चारू मेरे गदराए जिस्म के तले आ गई।

मैंने उसकी गर्दन को चूमना शुरू कर दिया और धीरे धीरे उसके नितम्बों पर सरक कर आ गई।

चारू के नितम्ब पाव रोटी की तरह मुलायम थे,.
उसके बदन में एक वही हिस्सा था जिसे देख कर लड़के उस पे मरते।

मैंने उसके चूतड़ों पर थप्पड़ जड़ दिया तो उसने आह भरी।
उसके मुलायम गोरे चूतड़ लाल हो गए।
मैंने उसके चूतड़ों को चूमना शुरू कर दिया।

उसकी मुलायम चमड़ी केक की तरह थी, जितना दांत लगाओ उतना ही निशान बन जाता था।
चारू की टांगें फैला कर मैंने अपना मुंह उसके नितम्बों में डाल दिया।

उसके नितम्बों के बीच की दरार पर मैं अपनी जीभ फिराने लगी तो उसे गुदगुदी हुई।
मैंने उसे एक थप्पड़ जड़ा और कहा- चुपचाप लेटी रहो चारू … वरना मजा खराब हो जायेगा।

चारू अब तकिया पकड़ कर लेट गई.
मैंने अपनी जीभ उसके नितम्बों पर चलानी शुरू कर दी।

कुछ ही देर में चारू इतनी गर्म हो गई कि उसके मुंह से आहें जोर जोर से निकलने लगी।

मैंने अपनी जीभ से उसकी गांड को सहलाना शुरू कर दिया।
चारू तो इस अहसास से मदमस्त हो गई।

उसकी मुलायम गुलाबी गांड का छेद मेरी जीभ से भीग कर रसीला हो गया था।

उसके चूतड़ों को फैलाकर जब मैं अपनी जीभ उसकी गांड पर लगाती तो उसके बदन में सिरहन दौड़ जाती।

मैंने धीरे से उसकी गांड को सहला दिया और अपनी उंगली से उसकी गांड का गुलाबी छेद सहलाया।

धीरे से मैंने उसकी गांड में उंगली डाली तो वह चिल्ला उठी- आह मौसी … ये क्या कर रही हो? मुझे जलन हो रही है।
मैं- रुक जा चारू, अभी ठीक हो जायेगा।

मैंने यह कहकर उसकी गांड को चूमना शुरू किया और फिर अपनी उंगली पूरी तरह से उसकी गांड में डाल दी।
चारू चीखी और फिर तेज सांसें लेने लगी।

उसकी गांड का छल्ला मेरी उंगली को कसे हुए था।
मैंने उसे दर्द से राहत देने के लिए उसके कान को चाटना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में चारू का दर्द गायब हो गया और वह मजे की सिसकारियां लेने लगी।

मैंने अब अपनी उंगली आगे पीछे करनी शुरू की.
उसकी कसी हुई गांड में उंगली डालने का मजा ही कुछ और था। उसकी चूत का झरना बता रहा था कि उसे खूब मजा आ रहा है।

चारू की गांड से खेलने के बाद अब मैंने उंगली बाहर निकाल ली तो चारू को राहत मिली।
लेकिन अभी असल खेल तो बाकी था।

मैं बेड पर से उतर कर खड़ी हो गई और अपनी पैंटी उतार दी।
मेरी चूत बिना बाल के थी और बहुत चिकनी और मुलायम थी।

मैंने चारू को भी अपने साथ खड़ा किया।

उसकी लंबाई कम थी इसलिए उसने पंजे उठा दिए और मेरे होंठ उसके होंठों से जा मिले।
हमारे होंठ ऐसा चिपके हुए थे जैसे दो मां बेटी नहीं बल्कि दो प्रेमी प्रेमिका मिल रहे हों।

फिर मैंने चारू को उठा कर सिर के बल कर दिया और उसकी कमर जकड़ कर उसका जिस्म अपने काबू में कर लिया।
इस हालत में उसकी चूत मेरे मुंह के सामने और मेरी चूत उसके मुंह के सामने थी।

मैंने चारू की चूत को चूसना शुरू कर दिया।
भला वह कहां पीछे रहने वाली थी … उसने भी अब मेरी जांघें जकड़ ली और मेरी चूत पर अपने होंठ रख दिए।

हम दोनों मां बेटी या मौसी भानजी बड़ी जुगलबंदी से एक दूजे की चूत को चाटने में व्यस्त थी।
हॉट लेस्बियन मदर डॉटर सेक्स के दौरान आहें भरने और पानी छोड़ने का सिलसिला जारी था।

अचानक उसने अपनी टांगें मेरे सर पे लपेट ली।
अब मैं समझ गई कि चारू को चरमसुख मिलने वाला है इसलिए मैंने अपनी जीभ की चाल बढ़ा दी और ज्यादा जोर से उसकी चूत को चाटने लगी।

चारू का जिस्म अकड़ गया और फिर उसकी चूत से पतली पानी की धार फूट पड़ी.
मैं मुंह लगाए उसके पानी का स्वाद ले रही थी।

उसकी बलखाती कमर हर फव्वारे के साथ मटक रही थी और मैं अपने होंठ उसकी चूत पर टिकाए उसका कामुक रस पीती जा रही थी।

पूर्ण रूप से झड़ जाने के बाद वह शिथिल पड़ गई इसलिए मैंने उसे बेड पे लिटा दिया।
वह गहरी सांस भर कर हांफती जा रही थी।

मेरी हॉट लेस्बियन मदर डॉटर सेक्स स्टोरी कैसी लगी?
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हॉट लेस्बियन मदर डॉटर सेक्स स्टोरी का अगला भाग: सौतेली मां बनी अंतरंग सखी- 3

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