कंटीली मौसी को शादी में पेला (Hot Mausi Ki Chut Kahani)

हॉट मौसी की चूत का मजा मुझे तब मिला जब मैं एक शादी में जा रहा था. रास्ते में मैंने एक रिश्ते में लगने वाली मौसी को लेना था. मैं उनके घर पहुंचा तो वहीं उन्होंने द्विअर्थी बातें शुरू कर दी.

दोस्तो, मेरा नाम सूरज त्रिपाठी है. मैं बंगाली हूं और जमशेदपुर के घाटशिला का रहने वाला हूं.
मेरी हाइट 5 फुट 6 इंच की है और अभी मैं 23 साल का हूँ.

मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूं.
मैंने अन्तर्वासना में बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं.
इन्हें पढ़ कर मुझको भी लगा कि मेरा भी अनुभव एक सेक्स कहानी के रूप में आप सभी के साथ साझा किया जाना चाहिए.

यह बात तो सभी को मालूम है कि हरेक के जीवन में कुछ राज होता ही है जो वह किसी गैर से शेयर नहीं कर सकता है.
मगर अन्तर्वासना ने ये एक ऐसा पटल हम सभी के लिए दिया है, जिधर कोई भी बिना किसी तरह की गोपनीयता भंग होने के अंदेशा के अपनी बात का खुलासा कर सकता है.

मेरे भी कुछ राज हैं, आज मैं उनमें से एक को आप लोगों को बता रहा हूं.

सबसे पहले मैं आपको को अपना परिचय दे देता हूं.

मैंने अपना नाम सूरज तो पहले ही बता दिया है. मेरा लंड साढ़े छह इंच का है और ये किसी खीरे के जैसे मोटा है.
मैं दिखने में भी बहुत गोरा हूं.

हॉट मौसी की चूत चुदाई की बात बहुत पुरानी नहीं है, मार्च 2022 की है.
उस समय मुझे एक शादी में जाना था, जो कि एक दूर के रिश्तेदार के यहां थी.
उनका घर मेरे घर से 45 किलोमीटर की दूरी पर था.

वैसे मुझे जाने का मन नहीं था, फिर भी जाना पड़ा क्योंकि उस दिन 3-4 शादियां और भी थीं, जिनमें मुझे जाना था.
पर न जाने क्यों मुझे इधर आने का मन हुआ.

मैं शादी से एक दिन पहले 21 मार्च को ही शाम 5 बजे शादी के लिए निकल गया.
मुझे शादी में एक दिन रुकना भी था तो मैं बाइक लेकर गया था.

अभी मैं अपने कुछ 4-5 किलोमीटर ही ही दूर पहुंचा होऊंगा कि मेरे फोन में रिंग बजी.
मैंने बाइक रोक कर फोन रिसीव किया.
यह फोन घर से मेरी मम्मी ने किया था.

मम्मी- तुम्हारी एक मौसी ने फोन किया है कि उनको भी जाना है. तुम उनको रास्ते में ले लेना क्योंकि मौसा जी को अपनी ड्यूटी पर जाना है, तो वो उधर जाएंगे.
मैंने कहा- हां ठीक है.

मुझे भी अकेले जाने में कुछ बोरिंग सा लग रहा था तो मम्मी के फोन से मुझे कुछ ठीक सा ही लगा.
फिर मैंने मौसी जी के घर का रुख किया.

उनका घर मेरे रास्ते में ही पड़ने वाला था और दो किलोमीटर ही रह गया था.
मैं जल्दी ही उनके घर पहुंच गया और मैंने उनको आवाज दी.

उधर से एक आवाज आई- कौन?
मैं- सूरज.

फिर दरवाज़ा खुला.
मैंने उनको पहले कभी नहीं देखा था, बस मैं उनके नाम से जानता थे कि ये प्रिया मौसी हैं.

अब मैं आपको प्रिया मौसी के बारे में बता दूं.
वे एक मस्त माल हैं, जो मुझे उन्हें देखने के बाद में ही पता चला था.
उनके फिगर की बात करूं, तो 36-32-40 की रही होगी.
आपको भी अंदाजा लग गया होगा कि प्रिया मौसी एक भरी हुई गदर माल वाली थीं.
उनकी हाइट 5 फुट 2 इंच की रही होगी और आयु 38 साल के आस पास की होगी.

मैं- प्रिया मौसी हैं घर में?
मौसी- हां, मैं ही तुम्हारी प्रिया मौसी हूं. आओ तुम सूरज हो ना … अन्दर आ जाओ.

मैं उन्हें देख कर हक्का-बक्का रह गया मुझे लगा कि मौसी कोई बूढ़ी सी होंगी.
मगर ये तो कंटीला माल हैं. ये मेरे साथ बाइक पर जाएंगी, सोचकर ही लंड ने फन उठा दिया.

फिर मैं अन्दर आ गया और मौसी से बात करने लगा- मम्मी ने फोन किया था कि आपको भी शादी में जाना है!

मौसी- हां सूरज, मुझे भी आज ही जाना है और तुम्हारे मौसा जी की ड्यूटी है. वे आज शादी में नहीं जा पाएंगे. इसी वजह से मैंने तुम्हारी मम्मी को फोन किया था. तुम्हारी मम्मी बोलीं कि तुम अकेले जा रहे हो. इसी लिए मैंने सोची कि तुम्हारे साथ ही चली जाऊं.

मैं- हां, मैं तो अकेला ही जा रहा हूं. आप मेरे साथ चल रही हैं क्या?
मौसी- हां. बस चलती हूँ. तुम ये बताओ कि क्या पियोगे … गर्म या ठंडा?

मैं- कुछ गर्म ही पिला दीजिए.
मौसी- ठीक है तुम बैठो, मैं चाय बना कर लाती हूं.

मैं- ठीक है.
एक मिनट बाद मौसी किचन से ही बोलीं- और बताओ सूरज … क्या चल रहा है लाइफ में?

मैं- कुछ नहीं मौसी … क्या चलेगा, बस बोरिंग लाइफ लग रही है.
मौसी ने हंस कर कहा- क्यों कोई माल सैट नहीं किया है क्या?

उनकी इस बात से मैं एकदम से शॉक हो गया कि मौसी तो बड़ी फास्ट हैं.
उन्होंने मुझसे गर्लफ्रेंड की नहीं पूछी, सीधा माल पर आ गईं.

अब मैंने भी उन्हें सीधा जबाव दिया- मौसी, माल तो मुझसे कोई सैट नहीं हुआ है … अब आप ही सैट करा देना शादी में.
मौसी- हां हां क्यों नहीं … अच्छा ये बताओ कि तुम्हें कैसा माल पसंद है?

मैं- मुझको तो कैसा भी चलेगा, बस दिखने में थोड़ी ठीक ठाक हो. वैसे भी किसी ने कहा है न कि अंधेरे में सब एक जैसी ही लगती हैँ.
मौसी ने हा हा हा करके हंसी बिखेरी और बोलीं- तुम तो यार बड़े नॉटी हो. चल ठीक है. हम दोनों मिल कर शादी में खोज लेंगे. कोई न कोई तो मिल ही जाएगी.

मैं- ठीक है. मैं आपको बता दूंगा, आप उसे सैट कर देना.

मौसी- लो, तुम चाय पी लो. तब तक मैं तैयार होकर आती हूं.
मैं- ठीक है.

फिर मैं चाय खत्म करके बैठा रहा और मोबाइल चलाता रहा.
कुछ देर बाद मौसी तैयार होकर आईं और बोलीं- चलो, देर हो रही है.

वाओ क्या लग रही थीं मौसी … एक नंबर की माल. मैंने सोचा कि इनका छेद ही चोदने को मिल जाए तो और किसी माल की क्या जरूरत.

इतने में मौसी बोलीं- क्या हुआ, क्या मैं ठीक नहीं लग रही हूँ?
मैं बोला- ठीक … आप तो खुद ही माल लग रही हैं.

वे हो हो करके हंसने लगीं और बोलीं- साले, तू तो मुझे ही सैट करने लगा!
मैंने भी हंस कर कहा- ऐसा कुछ नहीं है मौसी. चलो चलते हैं.

मैं और मौसी घर से निकल गए और मैंने बाइक स्टार्ट की- बैठिए.
मौसी- हमको बैठा पाओगे?

मैंने सोचा ये तो लाइन मार रही हैं. अभी से डबल मीनिंग बात कर रही हैं.
मैं- हां, क्यों नहीं मौसी.

मौसी- सोच लो?
मैं- हां सोच लिया, आप बैठिए तो सही.

मौसी- ठीक है, पहले गाड़ी थोड़ा धीरे चलाना, फिर स्पीड बढ़ाना.
मैं समझ रहा था कि मौसी क्या कह रही हैं.

मैंने कहा- हां ठीक है. आपको दिक्कत नहीं दूंगा. आप भरोसा रखिए. डर तो दूर की बात है, आपको मेरे साथ मजा आएगा.
मौसी ने गांड उचकाई और मेरी कमर को पकड़ कर बाइक पर बैठ गईं.

हम लोग निकल गए.

रास्ते में उनके बूब्स बार बार टच हो रहे थे.
मुझको बहुत मज़ा आ रहा था.
सच में बड़ा ही मादक अहसास हो रहा था.

बस बार बार यही लग रहा था कि इतना मस्त माल पीछे बैठा है और सैट होने के लिए राजी भी है.
साला मुझको ही कुछ करने की हिम्मत नहीं हो पा रही थी.

फिर कुछ देर बाद जंगल का सुनसान इलाका आया.

आपको तो पता ही है कि झारखंड में जंगल बहुत हैं.

तभी मौसी बोलीं- सूरज जरा रुकना. मुझको सूसू लगी है.
मैंने झट से गाड़ी साइड में रोक दी.

मौसी- तुम भी कर लो, आगे फिर शायद जगह नहीं मिलेगी और बार बार रुकने से समय भी खोटी होगा.
मैं- ठीक है.

मौसी कुछ दूर साइड में जाकर बैठ गईं और मूतने लगीं.
मैंने भी सोचा कि आज मौसी की गांड ही देख लेना चाहिए.

मैं भी उनके पीछे जाकर खड़ा हो गया.

वाओ क्या गांड थी मौसी की … एकदम चिकनी.

कुछ देर बाद वो उठीं और अपनी चड्डी ऊपर करने लगीं. उससे मुझे उनकी जांघ तक टांगें दिख गईं.

फिर वो जैसे ही मुड़ीं, तो सकपका गईं और बोलीं- तुम यहां क्या कर रहे हो … तुमको शर्म नहीं आती ऐसे किसी को नंगी देखते हुए!

मैं- मैं किसी और को नहीं, अपनी मौसी को नंगी देख रहा था.
मौसी मुस्कुरा कर बोलीं- अच्छा देख लिया … अब चलो.

मैं- क्या मस्त गांड है आपकी मौसी, मौसा तो पूरा पेलते होंगे.
मौसी- अच्छा साले … तू मुझे ही सैट करने की सोच रहा है. चल, अब देर हो रही है.

मेरे दिमाग में पता नहीं क्या हुआ कि मैं सीधा उनको हग करके किस करने लगा.
मौसी ने भी कोई विरोध नहीं किया.

इससे मेरी हिम्मत बढ़ गई और कुछ 3-4 मिनट किस करने के बाद मैं उनके बूब्स दबाने लगा.

मौसी- देखो यार, इधर मुझको गर्म मत करो. यहां लेटने की कोई अच्छी जगह भी नहीं है.
मैं- तो क्या हुआ मौसी … यहां नहीं तो आस पास तो बहुत सारी जगहें हैं. कहीं रास्ते के किनारे ही आपकी गर्मी शांत कर दूंगा.

मौसी- नहीं, यहां सही से नहीं हो पाएगा. दूर हटो और चलो.
मैं भी मायूस होकर हट गया और बाइक स्टार्ट करके मौसी से बैठने को बोला.

मौसी- क्या हुआ नाराज हो गया क्या. अरे यार तुम भी ना … शादी में मौका मिलेगा तो उधर कर लेना.
मैं- आपको लगता है कि शादी में मौका मिलेगा भी?

मौसी- हां मिलेगा, उधर मेरा मायका भी है, उधर सब हो जाएगा.
मैं- अच्छा, ये तो मुझको पता ही नहीं था.

अब हम दोनों मस्ती से बात करते करते जाने लगे.
मौसी ने रास्ते भर मेरे लौड़े को सहलाया और मैंने भी उनकी चुम्मियां लीं.

इसी वजह से एक घंटा की देरी से हम दोनों शादी में पहुंच गए.
कुछ देर शादी का मजा लिया और उसके बाद हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मौसी ने इशारा किया तो शादी छोड़ कर हम लोग मौसी के मायके वाले घर में आ गए.

उधर सब लोग किसी दूसरी शादी की बारात में जाने की तैयारी में लगे थे.
मुझको ये और भी अच्छा लगा.
वे सब चले गए और हम दोनों ही घर में अकेले रह गए.

अब तक रात के दस बज गए थे.

मौसी- सोना है कि नहीं?
मैं- मुझको तो आपके साथ सोना है.

मौसी- बदमाश कहीं का, मौसी के साथ सोएगा! तू झेल पाएगा मुझे?
मैं- हां झेल लूंगा.

इतना कह कर मैंने उनको पकड़ लिया और किस करने लगा. मौसी के बूब्स को दबाने लगा.

मौसी- आह छोड़ो अभी नहीं, अभी तुम लेटो. मैं कुछ देर बाद आती हूँ.

मैं मायूस होकर लेट गया.

मौसी काफी देर तक नहीं आईं तो मुझे नींद आने लगी.
मैं सोने लगा.

फिर करीब एक घंटा बाद मुझे अहसास हुआ कि कोई रूम में आया है.
मैं देखने लगा.

वो मौसी ही थीं और उन्होंने कमरे में घुस कर दरवाजे की सिटकनी लगा दी.
फिर वे अपने कपड़े चेंज करने लगीं.

मैं देख रहा था.
पहले मौसी ने अपनी साड़ी उतारी.

वाओ क्या सीन था. उनके 38 साइज़ के बूब्स उनके ब्लाउज में से गजब तने हुए दिख रहे थे.
अब वो अपने ब्लाउज को खोलने लगीं.

धीरे धीरे वे अपने सब कपड़े उतारती गईं और मैं देखता रहा. उन्होंने अपने सारे कपड़े साइड में रख दिए और अपने बैग में से एक नाइटी निकाल कर पहनने लगीं.

कुछ पल बाद मौसी सोने के लिए आ गईं. मैं जिस बेड पर लेटा था वो काफी बड़ा था. मौसी वहीं पर सोने लगीं.

मौसी- सो गया क्या सूरज?
मैं कुछ नहीं बोला और सोने का नाटक करने लगा.

वे भी लेट गईं.
कुछ देर बाद मैंने करवट ली और उनके बूब्स के ऊपर हाथ रख दिया.

मैं उनके बूब्स को जैसे ही दबाने लगा तो उन्होंने आंखें खोल दीं.

मौसी आह आह करने लगीं और बोलीं- बदमाश, सोया नहीं. मैंने आवाज भी दी थी, तू फिर भी कुछ नहीं बोला था. मुझको लगा कि तू सो गया है.

मैं- आपके बिना नींद जैसे आएगी प्रिया रानी.
मौसी- अच्छा साले … मौसी से सीधा प्रिया रानी!
मैं- हां रानी.

फिर मैं उनके ऊपर चढ़ गया और उनको किस करने, मौसी के बूब्स को दबाने लगा.
मौसी- आह सूरज करो यार … बहुत मज़ा आ रहा है … और जोर से दबाओ … चूसो मेरे मम्मों को.

मैं- हां मौसी, बड़ी मस्त माल हो यार आप … गजब का फिगर है आपका. मौसा तो पूरा हचक कर चोदते होंगे आपको!
मौसी- हां सूरज, लेकिन अब वो उतना चोद नहीं पाते.
मैं- ओह मौसी, कोई बात नहीं. आज मैं आपकी चूत को भोसड़ा बना दूंगा.

फिर मैंने मौसी की नाइटी को उतार दिया.
अब वो ब्रा और पैंटी में थीं और मैं हाफ पैंट में.

मौसी- खोलो सब, मुझे पूरी नंगी कर दो सूरज … और चोद दो मुझको.
मैं- इतना जल्दी कैसे मौसी!

फिर मैंने उनको पूरी नंगी कर दिया और देखने लगा.
मैं अभी भी हाफ पैंट में था.

अब मैं मौसी की चूचियों को चूसने लगा

मौसी- आह आह सूरज … चूसो पूरा खा जाओ.
मैं दोनों दूध लगातार चूसे जा रहा था.

वह मेरे सर पर हाथ फिरा रही थीं- आह चूसो मेरे हीरो, खा लो पूरा.
मैं- मौसी आप तो बहुत गर्म माल हो.
मौसी- हां सूरज, आज मेरी गर्मी को शांत कर दो.

मैं उनकी चूत को चाटने लगा.
मौसी- आह क्या कर रहा है सूरज … आह … ऐसा सुख तो कभी नहीं मिला … आह चाट ले पूरा छेद … खा ले भोसड़ी के.

मैं कुछ बोल नहीं रहा था.
मौसी कुछ देर चूत चटवाने के बाद बोलीं- अब मुझे जल्दी से चोद दे. रहा नहीं जाता … आह झेल मुझे.

मैं- पहले लंड तो चूसो मौसी, गीला कर दो थोड़ा.
मौसी- ला दे दे अपनी मौसी के मुँह में.

मैंने अपना लंड उनके मुँह में दे दिया.
आह क्या मज़ा आ रहा था.

मौसी कुछ देर बाद बोलीं- अब चोद साले … बर्दाश्त नहीं होता कुत्ते … जल्दी से चोद.
मैं- हां आ जाओ मौसी.

मैंने उनके दोनों पैरों को कंधों पर रख कर लंड को चूत के पास ले गया और मौसी से कहा- मौसी, लंड पकड़ कर घुसाओ अपनी चूत में!
मौसी ने मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत में डालने लगीं.

मैंने भी एक धक्का दे दिया.
पूरा लंड चूत में एक बार में ही हॉट मौसी की चूत में घुस गया.

मौसी चीख उठीं- आह मर गई … क्या किया बे … तूने एक ही बार में पूरा डाल दिया … साले कुत्ते तेरा लंड खीरे सा मोटा है. आह फट गई मेरी.

मैं- क्यों क्या हुआ कुतिया … झेल नहीं पाई क्या … इतनी बुढ़ा गई हो क्या?

मौसी- आह साले, झेल तो लूँगी … पर बहुत दिन बाद लिया है ना. चूत में थोड़ा दर्द हो रहा है … आह आह चोद अब … कितना दम है तेरे लौड़े में … मैं भी देखती हूँ.

मैं- सच में मौसी, आप तो बहुत गर्म माल हो.
मौसी- अब चोद ना मुझे … बकचोदी न कर आह आह सूरज जोर से चोद.

मैं- हां लो मौसी साली हरामजादी रांड.
मौसी- हां चोद मादरचोद कुत्ते … दूध चूस साथ में चूचियां पी ले और चोद कुत्ते.

मैं उनके दोनों बूब्स को बारी बारी से चूस चूस कर चुत चोदने लगा.
मौसी ने कुछ मिनट बाद मुझको कसके अपनी बांहों में जकड़ लिया.

मौसी- आह चोद कुत्ते … जोर जोर से चोद … हरामी.
मैं धकापेल चोदता गया.

कुछ देर बाद मौसी झड़ गईं और हांफने लगीं.
वे बोलीं- कर ले तू भी अब जल्दी से.

मैं ताबड़तोड़ चोदता हुआ उनके बूब्स चूस रहा था.
फिर मैं भी कुछ मिनट बाद उनकी चूत में ही झड़ गया.

हम दोनों बेहद थक गए थे तो ऐसे ही कुछ देर लेटे रहे.
फिर दस मिनट बाद उठा तो देखा कि मौसी की चूत से हम दोनों का रस निकल रहा था.

मौसी- कुछ लगा दो, नहीं तो नीचे गिर जाएगा.

मैंने उनकी चड्डी से लंड पौंछ कर वापस उन्हीं को दे दी.
उन्होंने अपनी चूत को साफ कर लिया और हंसने लगीं.

मौसी बोलीं- तो तुमने मुझको पेल ही लिया. मानना पड़ेगा मेरे हीरो.

मैं- रानी, मुझको शादीशुदा महिलाओं को पेलने में बहुत मज़ा आता है.

मौसी- बदमाश कहीं का … किसी को बोलना मत, नहीं तो मैं तेरे लंड को काट दूंगी कुत्ते. अब से ये लंड मेरा है.
मैं- ओके प्रिया रानी, मैं किसी से नहीं सैट होऊंगा. बस तुम अपनी चूत देती रहना.

मौसी- हां कुत्ते, तूने ही तो मुझसे शादी की है ना. तेरे मौसा नहीं चोदेंगे क्या?
मैं- अरे तो मुझको भी कभी कभी दे देना ना डार्लिंग.
मौसी- ओके मेरे हीरो, तुम भी मेरी ले लेना.

फिर मैंने उस रात मौसी को और एक बार चोदा.
चुदाई के बाद हम दोनों काफी थक गए थे तो दो बजे रात को कपड़े सही करके सो गए.

सुबह मेरी 9 बजे तरफ नींद खुली तो मैंने देखा कि मौसी शादी में जा चुकी थीं.

तो दोस्तो, ये थी मेरी हॉट मौसी की चूत चुदाई की कहानी. अपने कमेंट्स जरूर दें.
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