नमस्ते दोस्तो, मैं जाह्नवी एक बार फिर अपनी नई चुदाई की कहानी भाभी सेक्स के विषय लेकर आई हूँ!
जैसे कि मैंने अपनी पिछली दोनों कहानियों में लिखा था कि मेरे पति के दोस्त दीपक के साथ मैंने खूब जम कर चुदाई का मज़ा लिया और ये सब मेरे पति ने देखा और फिर उन्होंने ही मुझे दीपक के साथ एक और बार चुदाई करने को कहा!
लेकिन मेरे पति ने कहा कि वो मेरी चुदाई कराने में मेरा साथ नहीं देंगे, जो करना है, वो मुझे ही करना है जैसे कि उन्हें कुछ पता ही नहीं, बस वो छुप कर मेरी चुदाई देखेंगे!
कई बार मैंने कई तरीके सोचे मगर कुछ नहीं हुआ और मेरे पति मेरे से रोज पूछते- कब चुदाई दिखा रही हो?
और बस मैं बोलती- दिखा दूँगी, तुम सब्र रखो!
बस ऐसे ही सोचते सोचते दिन बीते, महीने बीते… पर कुछ नहीं हुआ क्योंकि अगर मैं दीपक को दिन में अपने घर बुलाती तो मेरे पति घर पर नहीं होते और रात को मेरे पति उसे अपने साथ घर नहीं ला रहे थे!
मैंने अपने पति को कई बार बोला- तुम दीपक को पीने के बहाने घर ले आओ फिर जैसे पहले हुआ था वैसे हम कर लेंगे… और तुम देख लेना!
पर वो माने नहीं, वो बोले- मैं तुम्हें देखना चाहता हूँ कि तुम चुदने के लिए क्या कर सकती हो!
क्योंकि मैंने ही अपने पति को बताया था कि दीपक के साथ चुदाई करने में मुझे भी खूब मजा आया था और मैंने ही अपने पति को बोला था कि मैं भी दीपक से फिर चुदना चाहती हूं… इस लिये उन्होंने सारा काम मेरे ऊपर ही छोड़ दिया और मैं कुछ कर ही नहीं पाई!
फिर अचानक एक दिन मेरे पति के पास उनके एक भाई का फ़ोन आया, वो उनकी मौसी का लड़का था, उसने कहा कि वो दिल्ली में आया हुआ है और कल हमारे घर आयेगा!
हम दोनों ने सोचा कि अब तो जब तक वो रहेगा, तब तक कुछ नहीं हो सकता!
वो अगले दिन घर आ गया, उसका नाम वरुण था, मैं उससे सिर्फ अपनी शादी में मिली थी जब वो पतला दुबला सा था.
और अब पांच साल बाद उसे देखा तो मैं बस देखती रह गई, लंबा चौड़ा… वो तो एकदम बदल गया था!
हमारी बात हुई तो उसने बताया- मैं दिल्ली अपने किसी काम से आया हूँ.
जब मैंने उससे पूछा- कब तक रुकोगे?
तो वो बोला- एक हफ्ता!
यह सुनते ही मैंने सोचा कि अब एक हफ्ते तक कुछ नहीं हो सकता!
मेरे पति तो मेरी चुदाई देखने के इंतजार में थे!
तो वरुण के आने के दो दिन बाद मेरे पति ने वरुण से ही चुदने को कहने लगे तो मैंने मना कर दिया!
वरुण को देख कर सोच तो मैं भी रही थी कि वरुण मेरी चुदाई करे… पर वरुण मुझसे कभी ऐसी बात करता ही नहीं और न ही उसने कभी मुझे ऐसे देखा कि लगे कि वरुण मेरे साथ कुछ करना चाहता है!
पर मेरे पति ने मुझसे कहा- वरुण अगर तुम से ऐसी बात नहीं करता तो तुम बात कर के देखो, शायद बात बन जाये!
तो मैंने कहा- कि मैं कैसे बात कर सकती हूं, मैं नहीं कर सकती!
तब मैंने सोचा कि बात करके देखते हैं हो सकता है बात बन जाये… वो कौन सा हमारे घर रोज रोज आ रहा है और फिर उसी शाम को वरुण और मैं बैठ कर बात कर रहे थे कि मैंने बात बात में वरुण से पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो वरुण पहले तो मना कर रहा था फिर मेरे जोर देने पर उसने कहा- पहले थी, अब नहीं है!
जब मैंने पूछा- क्यों छोड़ दी?
तो वो बोला- बस छोड़ दी… अब क्या बताऊँ?
तो मैं बोली- ऐसा क्या है जो मुझे नहीं बता सकते?
तो वो बोला- भाभी, जब टाइम आयगा तो आप को सब बता दूँगा!
पर दोस्तो किसी ने सच कहा है किसी चीज को दिल से चाहो तो अपने आप वो चीज मिल जायेगी, तुम्हें कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी!
ऐसा ही कुछ मेरे भी साथ हुआ!
हम वरुण को अपने ही बेड रूम में सुलाते थे क्योंकि हमारे घर पर एक ही ऐ सी लगा है, मेरे पति और वरुण बेड पर और मैं जमीन पर सो जाती थी!
वरुण के आने के तीसरी रात, रात को जब मै सो रही थी कि अचानक मेरी नींद खोली मैंने महसूस किया कि कोई मेरी मोम्मे दबा रहा है. पहले तो मैंने सोचा कि मेरे पति होंगे… पर वो वरुण था उसके हाथ काम्प रहे थे और उसका खड़ा लंड मेरी गांड पे सटा हुआ था.
मैं सोने की एक्टिंग करती रही!
फिर वरुण ने मेरे हाथ पकड़ कर धीरे से अपने लंड पर रख दिया और अपने हाथ से मेरे हाथ को धीरे धीरे हिलाने लगा, उसका लंड भी उसी की तरह लंबा और मोटा था!
मेरा तो दिल कर रहा था कि अभी अपनी सलवार खोल दूँ और वरुण से बोल दूँ कि चोद दे अपनी भाभी को… बहुत दिन बाद किसी का तगड़ा लंड मिला है…
पर मैं अपने पति के बारे सोच रही थी!
मेरे पति ने मुझे चुदने की आजादी दी और अगर उन्हें नहीं बताऊँगी तो उन्हें बुरा लगेगा… शायद फिर किसी से चुदने ना दें!
इसलिए मैं चुपचाप लेटी रही और वरुण मेरे हाथ पकड़ कर अपना लंड हिला रहा था.
थोड़ी देर बाद उसने अपना पानी मेरी गांड पे छोड़ दिया और फिर बेड पे जाकर सो गया. शायद वो सोच रहा था कि भाभी को कुछ पता नहीं चला!
सुबह उठते ही मैंने अपने पति को सारी बात बता दी. वो तो ये सब सुनते ही इतने खुश हुए कि पता नहीं क्या मिल गया.
फिर वो बोले- आज रात को मैं जागता रहूंगा और देवर भाभी सेक्स देखूंगा.
मैं बोली- आज रात वरुण फिर से ऐसा करेगा क्या?
तो वो बोले कि कल रात जो काम आधा किया, आज वो पूरा करेगा, देख लेना… बस तुम कल की तरह चुपचाप सोती रहना!
फिर क्या… रात हुई और मैं जमीन पर सो गई पर मैं सो नहीं रही थी आज तो मैं वरुण को देख रही थी कि क्या करता है.
जैसे ही आधी रात हुई, वो उठा पहले तो बाथरूम गया और फिर रूम में आकर कुछ देर मुझे और मेरे पति को चेक किया, जब उसे लगा कि सब सो रहे हैं तो कल की तरह मेरी बगल में लेट गया और फिर धीरे से मेरी मोम्मे पर हाथ रख दिया!
मैंने सोते वक्त हल्का गाउन पहना था और अंदर कुछ नहीं… इसलिये जब वरुण ने मेरी मोम्मे पर हाथ रखा तो मेरे निप्पल खड़े हो गये जो वरुण के हाथ में आराम से लग रहे थे और वरुण उन्हें पकड़ कर दबा रहा था.
मेरे शरीर में जैसे करंट लग रहा था, मैं तो मस्त होती जा रही थी!
फिर वरुण ने अपना लंड निकाल कर मेरे हाथ मे पकड़ा दिया. मैं सोने का नाटक कर रही थी उसे दिखाने के लिये मैं उसका लंड छोड़ कर सीधी हो गई.
वरुण थोड़ा सा डर गया, मैं चुप लेटी रही उसने फिर से मेरे मोम्मे पे धीरे से हाथ रखा और दबाने लगा!
कुछ देर बाद वरुण धीरे धीरे मेरा गाउन ऊपर सरकने लगा. मैंने भी अपने दोनों पैर खोल दिये कि वरुण अपना लंड मेरी चुत में डाल दे!
वरुण ने मेरा गाउन कमर तक उठा दिया मेरी चुत उसके सामने थी उसने धीरे से मेरी जांघ पर हाथ फेरा और धीरे धीरे मेरी चुत पर हाथ रख दिया.
मेरी चुत तो पहले ही पानी पानी हो रही थी, उसने मेरी चुत में उंगली डाल दी, मैं थोड़ी सी कसमसा सी गई!
शायद वरुण को पता चल गया था मैं जाग रही हूँ क्योंकि मैं कुछ कुछ हिल रही थी पर वरुण रुक नहीं रहा था, वो मेरी चुत में उंगली करे जा रहा था, मैं भी मस्त होती जा रही थी!
कुछ देर बाद वरुण उठा और बाथरूम चला गया, मैंने सोचा कि वरुण का पानी निकाल गया. मैं जल्दी से अपने पति को देखने उठी कि वो भी जग रहे है या नहीं…
वो जग रहे थे.
मेरे पति मुझसे पूछने लगे- क्या हुआ?
तो मैं बोली- शायद उसका काम हो गया!
इतने में बाथरूम का दरवाजा खोलने की आवाज़ आई तो मैं और मेरे पति वैसे ही लेट गये, जैसे लेटे थे!
वरुण आया, कमरे की लाइट जला कर देखा, सब सो रहे हैं तो लाइट बंद कर के मेरे बगल में लेट गया. मैं भी चुप लेटी रही.
वरुण फिर से मेरे मोम्मे दबा रहा था और मेरी चुत में उंगली दे रहा था!
मैं तो पैर फैला कर लेटी थी कि वो मेरी चुत में लंड डाल दे… पर वो डाल ही नहीं रहा था!
तभी उसने मेरे कान में धीरे से कहा- भाभी, मुझे पता है आप जाग रही हो!
मैं कुछ नहीं बोली, बस जैसे लेटी थी, वैसे ही चुप लेटी रही और वरुण मेरे गाउन में हाथ डाल कर मेरे मोम्मे दबा रहा था और मेरे से पूरा सट गया था!
फिर मैंने सोचा कि जब तक मैं इससे नहीं बोलूँगी शायद ये मेरी चुत में लंड नहीं डालेगा. इसलिए मैंने धीरे से वरुण की कमर को पकड़ लिया और वरुण को धीरे से अपने ऊपर आने का इशारा किया!
मेरा इशारा मिलते ही वरुण मेरे ऊपर आ गया और मुझे किस करने लगा और मेरे मोम्मे जोर जोर से दबाने लगा.
मगर मैं आँखें बंद करे आराम से लेटी रही!
अब वरुण मेरा गाउन ऊपर तक सरका रहा था, मैंने भी धीरे से अपनी गांड ऊपर उठा दी गाउन पूरा ऊपर हो गया. उसने अपना पजामा नीचे कर लिया और मेरे ऊपर लेट गया, उसका लंड मेरी चुत के ऊपर था!
फिर वरुण अपना लंड मेरी चुत के ऊपर रगड़ रहा था और मेरे मोम्मे मुंह में लेकर चूस रहा था!
कुछ देर मेरे मोम्मे चूसने के बाद वरुण ने मेरे कान में धीरे से कहा- भाभी अब तो आँखें खोल लो.
तो मैंने वरुण को कस के पकड़ लिया और धीरे से कहा- वरुण, बात करके टाइम बरबाद मत करो, जो करना है जल्दी से करो, तुम्हारे भईया जग गये तो अच्छा नहीं होगा!
तब वरुण ने अपना लंड पकड़ कर मेरी चुत पर टिका कर एक झटका मारा, मेरी चूत पहले से गीली थी तो उसका लंड मेरी चुत में एक बार में ही पूरा चला गया.
मैंने तो बस वरुण को कस कर पकड़ लिया!
वरुण ने झटके मारने चालू कर दिये और मेरी चुत गीली होने की वजह से पच पच की आवाज़ आने लगी. मैंने वरुण को बोला- थोड़ा आराम से… इतनी आवाज़ मत करो!
वरुण तो जैसे मेरी सुन ही नहीं रहा था, वो तो बस जम कर मेरी चुदाई करने में लगा था!
मेरे पति बेड पर लेटे ये सब देख रहे थे, उन्हें शायद ये सब देखने मे बहुत मज़ा आ रहा था, वो लेटे लेटे अपना लंड हाथ से हिला रहे थे, चादर के ऊपर से उनका हाथ हिलता दिख रहा था.
वरुण मेरे ऊपर था इसलिए वो मेरे पति को देख नहीं पाया था!
अब वरुण ने मेरे दोनों पैर हवा में उठा कर अपने कंधे पर रख लिए और जम कर मेरी चुदाई करने लगा. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था, मैं भी वरुण की कमर पकड़ कर आगे पीछे करने लगी. मेरे मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी पर वरुण को दिखाने के लिए मैं दबी दबी आवाज़ में सिसकारियाँ ले रही थी और वरुण को बोल रही थी- जल्दी करो!
अब वरुण जोर जोर से मुझे चोद रहा था और मैं उसे बोल रही थी- आवाज़ मत करो, तुम्हारे भईया जाग जाएंगे.
वरुण बोला- भाभी, बस होने वाला है!
तभी मैंने उससे कहा- पानी चुत के अंदर मत निकालना!
तो बोला- ठीक है!
वरुण मुझे और तेज़ चोदने लगा. जैसे ही वरुण ने कहा कि उसका माल निकलने वाला है, मैं उसका लंड चुत से निकाल कर हाथ से हिलाने लगी और वरुण ने अपना सारा पानी मेरे पेट पर निकाल दिया!
फिर हमने सब साफ करके अपने कपड़े ठीक किये और अपनी अपनी जगह सो गये!
अगली सुबह जब मेरे पति उठे तो उन्होंने मुझे सुबह सुबह ही दूसरे कमरे में बुला कर चोद दिया और रात को जो मेरी चुदाई देखी, उन्हें तो खूब मजा आया और जम कर मेरी चुदाई करी!
और वरुण जब तक रहा तब तक उसने मेरी चुदाई करी और चला गया!
आप सब सोच रहे होंगे कि दीपक के साथ क्या हुआ… दीपक के साथ तो दोबारा कभी मौका ही नहीं लगा और अब तो वो मेरे पति के साथ काम भी नहीं करता उसकी और मेरे पति की बात भी बहुत कम होती है!
दोस्तो, इसे कहते हैं जिंदगी… मौज लो और रोज लो!
मेरी कहानी आप सब को कैसी लगी जरूर बताना!
मैं जल्द वापस आऊंगी अपनी एक नई चुदाई की कहानी ले कर!
आपकी प्यारी जाह्नवी
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