शादी से पहले सुहागरात-1 (Shadi Se Pehle Suhagrat- Part 1)

दोस्तो.. मैं शेखर एक बार फिर आपके साथ अपनी दूसरी सेक्स स्टोरी शेयर करने वाला हूँ. आपने मेरी पहली सेक्स कहानी
अनजाने में हुई गलती
पढ़ी ही होगी और अब मैं आपको बताऊंगा कि मैंने अपनी वाइफ को शादी से पहले ही कैसे चोदा.

मैं जयपुर का रहने वाला हूँ और मेरे घर वालों की इच्छा थी कि उनके लिए एक ऐसी बहू आए जो घर में उनकी दिन रात सेवा करे. पापा के एक फ्रेंड ने एक रिश्ता बताया और वो रिश्ता दिल्ली से था. पापा मम्मी लड़की को देखने के लिए गए और पापा मम्मी को वो लड़की पसंद आ गई.

उसके बाद पापा मम्मी ने लड़की के पिताजी से कहा कि हम को लड़की पसंद है लेकिन हम एक बार लड़का और लड़की को आमने सामने लाकर एक दूसरे से बात करवाना चाहते हैं ताकि लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे को अच्छे से समझ लें.
लड़की के पिताजी ने इस बात पर ऐतराज़ किया और कहा कि देखो साहब हमारे यहाँ फ़ैसला बच्चे नहीं, हम ही करते हैं और शादी से पहले लड़के लड़की बात तो क्या, एक दूसरे को देखते भी नहीं हैं.
लेकिन उनकी इस बात पर मेरे पिताजी ने उनको मनाया और बोला कि देखो आज का ज़माना इन सभी बातों को नहीं मानता और लड़का लड़की एक दूसरे को जाने बिना शादी कैसे कर सकते हैं?

फिर लड़की के पिताजी अपनी लड़की को मुझ से मिलवाने के लिए राज़ी हो गए और 2 दिन बाद हम दोनों का एक दूसरे से मिलना फिक्स किया गया.

हम सभी लड़की वालों के घर गए और वहां हमारा बड़ा अच्छा स्वागत आदि हुआ. उसके बाद मुझे और लड़की को एक कमरे में अकेला छोड़ दिया गया, लड़की ने ब्लैक कलर का सूट पहना हुआ था. आपको क्या बताऊं, लड़की क्या वो तो पटाखा थी, उसे देखते ही मेरी हालत खराब होने लगी और मेरा हथियार खड़ा होने लगा. जैसे तैसे मैंने हथियार को सामने शो होने से रोका.

लड़की मेरे सामने चुप बैठी हुई थी, मैंने बातों की शुरुआत की और कहा कि आपका नाम क्या है?
तो उन्होंने बोला कि जी मेरा नाम पूनम है.
मैं- आप कहाँ तक पढ़ी हुई हैं.
पूनम- जी मैंने एम ए इंग्लिश से किया हुआ है.
मैं- आप को मुझसे कुछ पूछना है तो पूछो.
पूनम- जी नहीं मुझसे कुछ नहीं पूछना, आप पूछ लो आप को जो पूछना है.
मैं- आप मुझे अपना मोबाइल नंबर दे दो ताकि बाद में हम एक दूसरे से बातें कर सकें.
पूनम- जी.. पापाजी इस बात के खिलाफ हैं तो जब तक शादी नहीं हो जाएगी तब तक हम ऐसे बातें नहीं कर सकते.
मैं- अच्छा अगर नंबर नहीं दे सकते हो तो जब भी मैं चाहूँ, आप मुझ से मिलने तो आ सकती हो ना?

मेरी इस बात पर पूनम नीचे मुँह करके हंसने लगी और बोली कि जहाँ हम फ़ोन पर ही बात नहीं कर पा रहे हैं तो मिलना तो बहुत दूर की बात है. यहाँ का ये ही रिवाज़ है कि शादी से पहले लड़का लड़की मिलना तो दूर एक दूसरे से बात भी नहीं कर सकते हैं. लेकिन हाँ मैं अक्सर एग्जाम देने जयपुर आती रहती हूँ तो उस टाइम आप मुझसे मिल सकते हो.. और वो भी चुपचाप, बिना किसी को बताए. मैं हर महीने के आखिरी 7 दिन जयपुर अपनी एक फ्रेंड के घर आकर रुकती हूँ.. और मैं एग्जाम देकर वापिस आ जाती हूँ.
मुझे पूनम ने वहां का एड्रेस लिख कर दिया.. और इसके बाद हम रिश्ता फिक्स करके अपने घर चल दिए.

मैंने घर आकर 4-5 दिनों तक पूनम के नाम की मुठ मारी. मैं फिर बेसब्री से महीने के आखिरी 7 दिनों का इंतज़ार करने लगा. कुछ दिनों बाद मेरे इंतज़ार की घड़ी ख़त्म हुई और पूनम का जयपुर आने का टाइम हुआ. मैं उसके दिए हुए एड्रेस पर पहुँच गया, जो हमारे घर से 20 किलोमीटर दूर था.

मैंने उधर पहुँच कर मकान ढूँढा, फिर दरवाजा खटखटाया तो पूनम की फ्रेंड ने दरवाजा खोला और उसने डाइरेक्ट मुझे बोला- शेखर जीजू नमस्ते.
मैं थोड़ा चौंक गया और उन को बोला- आप मुझे कैसे जानती हो?
तो उसने कहा- पूनम ने मुझे बताया हुआ है कि आप यहाँ आ सकते हो. तो जीजू मैंने आपको पहचान लिया.

मैं अन्दर गया और उसने मुझे बोला- जीजू, मेरे रूम में चलो, पूनम वहीं है.
मैं रूम में जैसे ही प्रविष्ट हुआ तो पूनम को देख कर मेरे दिल को बहुत तसल्ली हुई, मानो जैसे प्यासे को पानी मिल गया. उस टाइम पूनम ने लोंग स्कर्ट और टी-शर्ट पहनी हुई थी और वो भी ब्लैक कलर में.

मैंने पूनम से बोला- आपको ब्लैक कलर ज़्यादा पसंद है क्या? जो आप हमेशा ब्लैक कपड़े ही पहनती हो?
ये सुन कर पूनम नीचे मुँह करके हंसने लगी और बोली- हाँ मुझे ब्लैक कलर बहुत पसंद है.
पूनम का कम्पलैक्शन बिल्कुल दूध जैसा सफेद है तो उस पर काले रंग के कपड़े बहुत सेक्सी लगते हैं.

उस के बाद मैंने पूनम से कहा कि पूनम अब यहाँ आपके घर वाले तो है नहीं, जो 10 तरह की पाबंदियाँ लगें, आप यहाँ मुझ से खुल कर बातें कर सकती हो.
पूनम ने अपना सिर हिला कर हाँ में जवाब दे दिया.
मैंने पूनम से कहा- आपका आज नाइट का क्या प्रोग्राम है?
तो पूनम ने थोड़ा घबराते हुए जवाब दिया- जी कुछ नहीं, मुझे एग्जाम की तैयारी करनी है बस.. और कुछ नहीं.
मैं बोला- एग्जाम की तो तैयारियां होती रहेंगी.. क्या आप रात को मेरे साथ घूमने चल सकती हो?

उस ने थोड़ा मना किया लेकिन उस की सहेली ने बोला- जीजू, चिंता मत करो; ये आपके साथ घूमने ज़रूर आएगी.
तो मैं घर जाकर अच्छे से तैयार हुआ और शाम को कार लेकर पूनम को उसकी फ्रेंड के घर से लेकर घूमने निकल गया. हमने एक होटल में खाना खाया.
मैंने पूनम से कहा- मूवी देखने चलोगी क्या?

पहले तो पूनम ने मना किया, मैंने कहा- पूनम अब आप मेरी वाइफ बनने जा रही हो, अब कोई प्राब्लम नहीं है और यहाँ कोई ऐसा है भी नहीं, जो हम को यहाँ देख कर पहचान जाए और आपके घर कोई बता दे.
फिर पूनम ने कहा- ठीक है, मूवी देखने चलते हैं.

इसके बाद हम मूवी देखने गए, उस टाइम पूनम ने रेड टी-शर्ट और ब्लैक स्कर्ट पहनी हुई थी. हम मूवी देखने के लिए गए, मूवी देखते हुए मैंने पूनम के कंधे पर हाथ रखा तो पूनम थोड़ा असहज फील करने लगी और उसने मुझसे बोला- आप प्लीज़ अभी हाथ हटा लो, मुझे अच्छा नहीं लग रहा है क्योंकि एक तो हम चोरी छुपे मिल रहे है और…
मैं बोला- पूनम कोई बात नहीं यहाँ आपको कोई नहीं जानता है और दूसरी बात ये कि अब आप मेरी वाइफ बनने जा रही हो तो मेरा आप पर हक़ है.

यह बात सुन कर पूनम अब आराम से बैठ गई और मैंने उसके कंधे पे हाथ रख दिया. अब मैं पूनम के नज़दीक आया और उसके गाल पर मैंने एक किस कर दिया. किस करते ही पूनम ने अपना चेहरा नीचे कर लिया और जब अपना चेहरा उसने उठाया तो उसका चेहरा एकदम लाल हो रहा था और उसके चेहरे पर मुस्कान लिए हुए एक अजीब सी चमक थी.
शरमाते हुए पूनम बोली- ये क्या किया आपने, आप बड़े बेशर्म हो.
तो मैंने कहा- जैसा भी हूँ पूनम जी, मैं अब आपका पति हूँ.
पूनम ने शरमाते हुए अपना मुँह नीचे कर लिया.

इस के बाद मैंने थोड़ी हिम्मत कर के पूनम का सिर ऊपर करने के बहाने उस के और नज़दीक आ कर मैंने उस का सिर उठाया और अब मेरा हाथ उसके बिल्कुल नरम नरम मम्मों पर टच हुआ, मुझे तो मानो जन्नत सी महसूस होने लगी.
पूनम अब और भी शर्मा गई और वो मेरी तरफ थोड़ा सा अपनी पीठ को घुमा कर बैठ गई और मूवी देखने लगी. मैंने भी मस्ती के चलते अब पूनम की कांख में हाथ डाल उसको गुदगुदी की तो वो तेज़ी से उछल पड़ी लेकिन वो कुछ बोल ना सकी क्योंकि और लोग भी वहां मूवी देख रहे थे.

मूवी ख़त्म होने के बाद हम घर को जाने लगे, वो कार में मेरे साथ बैठी थी तो कार में चलते चलते मैं पूनम को छेड़ता रहा, उसके मैं कभी गुदगुदी करता तो कभी उसकी जाँघ पर पिंच करता.
अब पूनम मुझ से बिल्कुल खुलने लगी थी, उसकी फ्रेंड के घर पहुँचने के बाद मैंने पूनम को बोला- पूनम, गुड नाईट एंड आई लव यू..
पूनम ने मुस्कुरा कर जवाब दिया- आई लव यू टू..

इतना कहते ही मैंने पूनम को ज़बरदस्ती हग किया और उसके गालों की एक जम कर चुम्मी ले डाली.
इस बात पर पूनम हंसते हुए बोली- चल हट बेशर्म कहीं का..
मैंने उसे बाय कहा और वो अन्दर चली गई. मैं अपने घर चल दिया.

रात किसी तरह गुज़रने के बाद मैं सुबह 10 बजे अच्छे से तैयार होकर फिर उसकी फ्रेंड के घर गया और फिर हमने घूमने का प्लान किया.

आज पूनम कुछ ज़्यादा ही सेक्सी लग रही थी क्योंकि उसने आज रेड कलर की साड़ी पहनी हुई थी. पूनम को लेकर मैं हमारे वहां पास ही के एक गार्डन में गया, जिसमें सभी कपल्स घूमने आते थे. वो गार्डन यहाँ का लवर्स पॉइंट था.
वहां मैं पूनम को एक बिल्कुल एकांत जगह ले गया, जहाँ दूर दूर तक कोई नज़र नहीं आ रहा था, वहां हम बैठ कर बातें कर रहे थे कि तभी अचानक बहुत तेज बारिश शुरू हो गई और हम तेज़ी से भागते हुए गए और भागते हुए हम को एक झोपड़ी सी नज़र आई, उसमें हम बारिश से बचने के लिए घुस गए. लेकिन बारिश इतनी तेज़ थी कि हम बिल्कुल भीग चुके थे.

मैंने पूनम को देखा तो पूनम का भीगा हुआ बदन मुझे मदहोश कर रहा था क्योंकि भीगने से उसकी साड़ी उसके बदन से ऐसे चिपक गई थी, जैसे लड़का लड़की सेक्स के टाइम चिपके हुए होते हैं.
उस समय मैं पूनम को देखता ही रह गया.. यार क्या बताऊं उसका फिगर क्या मस्त फिगर था.

अचानक पूनम ने मुझे हिलाया और कहा- शेखर क्या हुआ क्या देख रहे हो?
तो मैंने कहा- जानेमन, जन्नत देख रहा हूँ.
इतना कह कर उसने हंसते हुए कहा- चल बेशर्म कहीं का..

फिर उसने मुझसे कहा कि आप ऐसा करो थोड़ी देर सामने देखते रहो, पीछे की तरफ मत देखना.
तो मैंने कहा- क्यों?
तो वो बोली- आपको मेरी कसम प्लीज़ पीछे मत देखना.
मैंने कहा- ठीक है.

और वो झोपड़ी में ना जाने क्या कर रही थी.. थोड़ी देर में उसने मुझे आवाज़ दी और कहा- शेखर, प्लीज़ आँखें बंद करके मेरे पास आओ, आपको मेरी कसम है आँखें मत खोलना.
मैं आँखें बंद करके पूनम के पास गया तो पूनम ने कहा कि बारिश से बच कर भागते टाइम मेरी ब्रा का हुक़ खुल गया है प्लीज़ उसे लगा दो.

तो मैंने अपना हाथ उसकी कमर में डाल कर हुक़ लगाने की कोशिश की लेकिन मेरे हाथ में उसकी ब्रा का हुक़ नहीं आया और मेरा हाथ उसकी कमर पर ही घूमता रहा. उसने झट से पलट कर साड़ी को संभाला और कहा- बेशर्म कहीं के.. क्या कर रहे हो?
तो मैं बोला- यार, आपने ही तो आँखें बंद करके हुक़ लगाने को बोला तो बंद आँखों से मुझे कहाँ पता चलेगा कि कहाँ है हुक़?
उसने हंसते हुए बोला- ओ के, आँखें खोल कर देख लो.

आँखें खोलते ही मैंने देखा कि उसकी गोरी कमर मेरे सामने थी और उसकी ब्रा की दोनों तरफ की पट्टी ब्लाउज से नीचे लटकी हुई थीं. मैंने ब्रा का हुक़ लगाने की कोशिश की लेकिन लगा नहीं पाया क्योंकि उसका ब्लाउज प्राब्लम दे रहा था.
तो मैंने पूनम से कहा- आपके ब्लाउज की वजह से हुक़ नहीं लग रहा है.
पूनम ने कहा- रूको 5 मिनट.

अब पूनम ने शायद अपना ब्लाउज आगे से खोल लिया, जिससे उसका ब्लाउज ढीला हो गया और हुक़ लगाने में आसानी हो गई. लेकिन मैंने मौके का फायदा उठा कर हुक़ नहीं लगाया बल्कि झट से ब्लाउज में हाथ डाल कर उसके मम्मे दबाने लगा.

ऐसा कुछ हो सकता है, शायद पूनम को स्वप्न में भी उम्मीद नहीं थी और वो थोड़ा गुस्सा हो गई और उसने ब्रा का हुक़ लगाए बिना ही ब्लाउज बंद कर दिया.

दोस्तो, मुझे इस वक्त भी अपनी बीवी के वो सीन याद आ गए हैं और मेरा लंड खड़ा हो गया है. आगे की सेक्स स्टोरी मैं अगले पार्ट में पूरी करूँगा. आप मुझे मेल कीजिएगा.
सेक्स कहानी जारी है.
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