बेकाबू हवस का अंज़ाम- 2 (Sexy Wife Fuck Story)

सेक्सी वाइफ फक स्टोरी में एक बिजनेसमैन ने अपनी पत्नी के साथ सेक्स में नए अनुभव लेने के चक्कर में उसे गैर मर्द के साथ सेक्स करने के लिए उकसा कर गर्म करके चोदा.

कहानी के पहले भाग
बीवी के जिस्म की नुमायश
में आपने पढ़ा कि हेमन्त एक बिजनेसमैन है. वह अपनी सेक्सी पत्नी के साथ सेक्स में नए नए अनुभव लेना चाहता है. वह अपनी बीवी को गैर मर्दों के सामने नंगी करना चाहता है.

अब आगे सेक्सी वाइफ फक स्टोरी:

एक बार रूपाली अपनी बहन के पास कलकत्ता गयी एक हफ्ते के लिए तो गौरव ने एक डांसिंग कपल का मिनीएचर उसे गिफ्ट में भेजा, साथ में भेजे अपने प्यार का इज़हार करते कुछ कार्ड्स।
दोनों की देर रात तक रोज फोन पर बातें होतीं।

चूमाचाटी की आवाज सुनकर रूपाली की बहन छेड़ती कि जीजू को चैन नहीं है।

हेमन्त को गौरव और रूपाली की दोस्ती का तो अंदाज़ था क्योंकि अब हेमन्त के कहने पर गौरव कई बार उनके घर कॉफी पीने आया था.
पर रूपाली और गौरव के बीच बढ़ती नज़दीकियों से अनजान था।

हेमन्त ने कई बार गौरव से कहा कि मोना को भी लेकर आओ तो गौरव टाल देता।
गौरव ने हेमन्त और रूपाली से भी मना किया हुआ था कि कभी भी क्लब में मिलने पर मोना को न बताएं कि गौरव उनके घर आता है।

हाँ हेमन्त ने यह महसूस किया कि अब वे जब भी रूपाली से कहता कि ‘आज गौरव आएगा’ तो वह खुश होती और स्मार्टली तैयार होती।
और सबसे बड़ी बात उस रात हेमन्त और रूपाली का मस्त सेक्स होता।

तो अब तो हेमन्त भी रूपाली को गौरव को भड़काने वाली ड्रेस पहनने के लिए उकसाता।
रूपाली जो कभी मेहमानों के सामने नाइट ड्रेस या छोटी ड्रेस नहीं पहनती थी, अब गौरव के आने पर स्कर्ट, हाफ पेंट्स या नाइट सूट पहनने लगी।

हेमन्त उससे जिद करता कि नाइट सूट के नीचे ब्रा मत पहनो, तो रूपाली ऐसा ही करती।

गौरव से हेमन्त बातों बातों में बताता कि रूपाली और वे तो रोज सेक्स करते हैं. और रूपाली को तो बहुत छोटे कपड़े पहनने का, बिना ब्रा के रहने का शौक है. देखो आज भी उसने ब्रा नहीं पहनी हुई है।

अब गौरव अक्सर हेमन्त के ऑफिस में शाम को, जब हेमन्त फ्री हो जाता था, आने लगा।
उन दोनों के बीच बात होते होते सेक्स पर आ जाती।

गौरव कहता कि उसकी बीवी मोना का तो सेक्स में कोई रूचि ही नहीं है, वह उसके नजदीक नहीं आती।
तो हेमन्त ने उसे समझाया कि मोना को पॉर्न मूवी दिखाकर या स्टोरी पढ़वाकर अपने से जोड़े, फिर उसके मन में पॉर्न मूवीज जैसे सेक्स के लिए चाह जगाए. और मौका देखकर हेमन्त-रूपाली की तारीफ करे ताकि मोना भी आना जाना शुरू कर दे और हम चारों अच्छे दोस्त हो जाएँ।
ऐसे में गौरव को उनके यहाँ आना छिपाना भी नहीं पड़ेगा।

गौरव और रूपाली अब बहुत नजदीक आ गए थे। अब उनके बीच नॉन वेज मज़ाक होने लगे थे।
रूपाली भी उसे नॉन वेज जोक्स भेज देती कभी कभी और गौरव तो पता नहीं क्या क्या भेज देता।
कभी कभी रूपाली नाराज होकर एक दो दिन बात भी नहीं करती कि ये सब मत भेजा करो।
पर फिर सब चालू हो जाता।

अब घर पर गौरव रूपाली से हाथ भी मिला लेता तो हेमन्त को कोई एतराज नहीं था।
कई बार हेमन्त किसी बहाने से उठकर रूम के बाहर जाकर छिप के देखता तो गौरव कभी रूपाली का हाथ पकड़ लेता या गाल पर हल्के से किस ले लेता, रूपाली भी उसे किस कर लेती.
पर ये सब केवल सेकण्ड्स के लिए होता।

और इन सबसे हेमन्त बजाए नाराज होने के और खुश होता कि चलो आज रूपाली गर्म हो रही है तो बेड पर मजा देगी।
और होता भी यही … गौरव के जाते ही दोनों का सेक्स शुरू हो जाता।
रूपाली बहुत हॉट होती उस समय!

हेमन्त अब जब भी पॉर्न फिल्म दिखाता तो रूपाली से कहता कि क्यों नहीं एक बार गौरव को मिलकर थ्रीसम सेक्स करें!
तो रूपाली उसे मना कर देती.

पर हाँ … यह बात होते होते वह बहुत गर्म हो जाती और उसकी भड़की हुई कामवासना हेमन्त को मजा देती।

गौरव के घर आने पर एक दिन हेमन्त फोन पर बातें करता हुआ कमरे से बाहर गैलरी में चला गया जहां से उसकी फोन पर बातें कमरे में आ रही थीं.

तो इस बीच गौरव ने रूपाली को अपने से चिपटा लिया।
दोनों के होंठ भिड़ गए। दोनों की सांसें उखड़ी हुई थी।

वासना का ज्वार इतनी तेजी से उठा कि उसने इन दोनों को हेमन्त की मौजूदगी से भी बेखौफ कर दिया।
हेमन्त कमरे की खिड़की से इन्हें देख रहा था।

गौरव रूपाली के मम्मे ऊपर से मसल रहा था।
उसने टॉप को उठाना चाहा ताकि वह मम्मे देख सके तो रूपाली ने अपने को छुड़ा लिया और गौरव से बोली- कुछ तो हेमन्त का ख्याल रखो. और मुझे ये उल्टी सीधी क्लिप्पिंग्स मत भेजा करो, किसी दिन हेमन्त ने देख लिया तो आफत हो जाएगी।

गौरव बोला- क्यों? ऐसा करना है एक न एक दिन, इसीलिए तुम्हें दिखाता रहता हूँ।
रूपाली बोली- ज्यादा उड़ो मत और अपना चेहरा पौंछ लो!
कहती हुई वह वाशरूम में घुस गयी।

जब हेमन्त फोन लिए लिए कमरे में घुसा तो गौरव अपना चेहरा पौंछ कर रूमाल जेब में रख ही रहा था.

हेमन्त ने रूमाल में लगी रूपाली की लिपस्टिक देख ली।
वह चुप रहा।

रूपाली भी वाशरूम से चेहरा धोकर और लिपस्टिक दोबारा लगा कर आई और सीधे किचन में चली गयी कॉफी लाने!

रूपाली को ये डर लग गया था कि हेमन्त ने कुछ तो देखा है या महसूस किया है।
उसे गौरव की जल्दबाज़ी और अपनी नादानी पर बहुत गुस्सा भी आया।

उसने मन बना लिया कि वे आज रात हेमन्त को बहुत मजा देगी सेक्स में ताकि उसकी शिकायत मिट जाये।

रात को बेड पर रूपाली ने हेमन्त को शिकायत का कोई मौका नहीं दिया।
उसने बहुत सेक्सी नाइटी पहनी और हेमन्त से चिपट गयी, बोली- मैं बहुत गंदी हूँ, तुम इतना प्यार करते हो मुझे और मैं तुम्हें मना कर देती हूँ। अब कोशिश करूंगी कि ऐसा नहीं हो। मुझे किसी डॉक्टर को दिखलों कि मेरा मन क्यों कम करने लगा है सेक्स का!

सुनकर हेमन्त बोला- तुम्हारा डॉक्टर तो मैं ही हूँ। रोज ऊपर चुसवाया करो और नीचे इंजेक्शन लगवाया करो ठीक हो जाओगी।
रूपाली भी उससे चिपकती हुई बोली- अब बातें मत बनाओ और चूस दो मेरी, बहुत पानी बहा रही है।

हेमन्त ने फिर गौरव के साथ थ्रीसम सेक्स की बात कही और ये तक कह दिया कि पसंद तो तुम भी करती हो गौरव को!
तो रूपाली संभली और हेमन्त के होंठों से अपने होंठ भिड़ाते हुए बोली- पसंद करती हूँ तो क्या सेक्स भी करूंगी?

हेमन्त फिर पीछे पड़ा तो बोली- अभी तो तुम चुदाई करो, बहुत मन कर रहा है, गौरव के साथ सेक्स के बारे में हम बाद में सोचेंगे।

यह सुनकर हेमन्त भी गर्म हुआ और उसने रूपाली की नाइटी को ऊपर करके उसकी चूत में जीभ घुसा दी।

आज रूपाली की चूत बिलकुल गीली और गर्म थी।
रूपाली कसमसाने लगी, वह बोली- मुझे भी चूसना है!
तो हेमन्त 69 हो गया।
अब दोनों एक दूसरे के चूसने लगे।

रूपाली हेमन्त के लंड का टोपा हटा कर पूरा लंड चूस चूस कर थूक से सराबोर करके अपनी हथेलियों के बीच मलने लगी.

हेमन्त को लगा कि ऐसे तो मैं इसके हाथों में ही छूट जाऊंगा।
वह सीधा हुआ और रूपाली की टांगों को चौड़ा कर ऊपर करके अपना मूसल घुसा दिया और लगा धकापेल करने!

रूपाली की आदत थी ज़ोर ज़ोर से शोर करने की।
वह बड़बड़ाने लगी- अरे थोड़ा धीरे से शुरुआत करो, अपनी ही बीवी है, क्या दिमाग में मोना चल रही है?

यह सुनकर हेमन्त के लंड को तो मानों आग लग गयी।
अब उसने तो पूरी स्पीड से जोरदार धक्कों में चुदाई शुरू की और बोला- हाँ, तुम भी आज मुझसे, नहीं गौरव से चुद रही हो, इसीलिए तुम ज्यादा गर्म हो रही हो।

रूपाली की चुदास पूरी भड़की हुई थी और गौरव का नाम आने से वह बोली- ठीक है फिर तुम नीचे आओ और मैं गौरव के लंड की सवारी करूंगी।
कहकर रूपाली ने हेमन्त को नीचे किया और चढ़ गयी उसके लंड पर और लगी घुड़सवारी करने!

हेमन्त ने उसके मम्मे पकड़ लिये और मसल मसल कर लाल कर दिये।
आज रात जैसा वाइफ फक बहुत दिनों बाद हुआ था।

निढाल होकर दोनों चिपट कर सोने लगे तो हेमन्त ने पूछा- मजा आया गौरव के साथ?
तो रूपाली बोली- मेरे गौरव तो तुम ही हो; मुझे किसी और की क्या जरूरत! और खबरदार जो तुमने मोना वोना से दिल लगाया तो!

हेमन्त को शाम को रूपाली और गौरव का लिपटना-चूमना भूल नहीं रहा था।
उसे इस सबसे ऐतराज नहीं था, पर वह चाहता था कि जो भी हो उसकी मौजूदगी में हो।

उसने कह ही दिया रूपाली से- तुम खुद तो चाहती हो और मुझसे छिपा रही हो। मैंने सब कुछ आज अपनी आँखों से देखा है और तुम्हारे मोबाइल में वे क्लिप्पिंग भी देखी हैं। तो तुम कैसे कह सकती हो कि तुम्हें सेक्स का शौक नहीं। हाँ, अगर तुम गौरव के साथ ही करना चाहती हो तो मैं तुम्हें गौरव को सौंप देता हूँ। मैं अभी गौरव को बोल देता हूँ तुम्हें ले जाये!

रूपाली के पैरों तले जमीन खिसक गयी।
उसने रो रोकर और गले लगकर हेमन्त से कहा कि इस बार उसे माफ कर दे और सब भूल जाये। आगे से ऐसा नहीं होगा।

हेमन्त भी चाहता तो यही सब था और वह रूपाली से प्यार बेइंतिहा करता था तो उसने रूपाली को गले लगाकर कहा- जो हुआ भूल जाओ; तुम मेरी जान हो। बस मेरे पीछे कुछ मत करो, चाहो तो मेरे सामने सेक्स भी कर लो, मुझे कोई ऐतराज नहीं।

कुछ दिन तो रूपाली ने समझा बूझकर गौरव को दूर रखा पर यह तो दिल की आग थी जनाब … फिर भड़क गयी।
अब रूपाली का मन दोस्ती से आगे आते आते गौरव की ओर सेक्स की भी सोचने लगा।

उधर हेमन्त ने गौरव को कुछ क्लिप्पिंग्स जो थ्रीसम सेक्स की थीं, शेयर करीं कि इन्हें मोना को दिखाना।

अब उनके बीच बातों का विषय सेक्स ही होता और हेमन्त गौरव को इस बात पर ज़ोर देता कि वह मोना को नॉर्मल करे और उसे उनके घर लाना शुरू करे ताकि वे चारों अच्छे दोस्त हो जाएँ।

एक बार तो गौरव ने उससे पूछ ही लिया कि क्या वह मोना के साथ सेक्स करने की इच्छा रखता है।
सच में तो हेमन्त की सोच में हर समय सेक्स ही था पर गौरव के ऐसा पूछने पर उसने यही जवाब दिया- पहले तो मोना नॉर्मल हो, वे चारों अच्छे दोस्त बनें फिर यदि सबकी रजामंदी होगी तो उसे कोई ऐतराज नहीं।

इस बात को गौरव ने इतना बदलकर रूपाली को सुनाया कि रूपाली हेमन्त से चिढ़ गयी।
गौरव ने कहा- हेमन्त तो मोना के साथ सेक्स करना चाहता है। वह चाहता है कि वह तो मोना के साथ सेक्स करे और गौरव रूपाली के साथ! और हेमन्त ने तो उसे यानि गौरव को थ्रीसम सेक्स की क्लिपिंग भी भेजी हैं।

गौरव ने वे सब क्लिप्पिंग रूपाली को भेज दीं।
रूपाली को ये क्लिप्पिंग हेमन्त ने पहले ही दिखाई हुई थीं तो रूपाली को यकीन हो गया कि गौरव जो कुछ कह रहा है, वह सच है।

उस रात रूपाली हेमन्त से बहुत झगड़ी कि वह मोना पर क्यों निगाहें रख रहा है।
रूपाली ने हेमन्त को साफ बोल दिया कि अब गौरव को भी यहाँ नहीं बुलाये।

हेमन्त फंस गया था, उसने बचने के लिए हथियार डाल दिये और रूपाली से कहा कि उसकी निगाहें मोना पर नहीं हैं, बल्कि वह तो केवल गौरव और रूपाली की नजदीकी चाहता है ताकि रूपाली खुश रहे। नजदीकी का मतलब सेक्स नहीं है बस आपस में हंसी मज़ाक है।

रूपाली को यकीन नहीं हुआ तो हेमन्त ने तुरुप का पत्ता चलाया कि उसे मालूम है कि वे दोनों फोन पर घंटों बात करते हैं, अश्लील चैट भी करते हैं और मिलते भी रहते हैं; पर दोस्त का अधिकार मानकर कुछ नहीं कहा।

यह सुन कर रूपाली भी बैकफुट पर आ गयी।
उसे लग गया कि गलती दोनों ओर से है और बात बढ़ाने से कोई फायदा नहीं।

तो उसने कहा- हेमन्त, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ और तुमको शेयर नहीं कर सकती। तुम अच्छे हो इसलिए तुम्हें मेरी और गौरव की दोस्ती पर कोई ऐतराज नहीं था। पर अब मैं गौरव से दूर रहूँगी।

हेमन्त ने उसके कपड़े उतारते हुए कहा- नहीं, तुम उससे दोस्ती के लिए स्वतंत्र हो. मुझे कोई ऐतराज नहीं, बस मेरा हक मुझे देती रहो।

रूपाली ने हेमन्त का मुंह नीचे अपनी चूत में घुसा लिया।
हेमन्त को मालूम था कि इस समय उसकी चूत बहुत गीली होगी।

और यही था!
तो उसने जीभ से चाट चूमकर सीधे अपना लंड पेल दिया।

पता नहीं रूपाली के ख्यालों में मस्ती थी या गौरव के लिये वासनाजनित प्यार, पर उस रात उसने सेक्स में जमकर हेमन्त का साथ दिया।

यह तो सच था कि अब रूपाली के दिलो दिमाग पर गौरव हावी था। वह दोहरे मापदंड अपना रही थी।

इस बहाने से कि हेमन्त को भी तो उसकी और गौरव की दोस्ती से ऐतराज नहीं है और बल्कि वे तो उन्हें बढ़ावा ही देता है; यह मानकर वह तो गौरव की हो चुकी थी।
पर यह अधिकार वह हेमन्त को मोना के लिए देने को तैयार नहीं थी।

अब वह हेमन्त को धोखा दे रही थी और हेमन्त के अपने प्रति सेक्स की चाहत का इस्तेमाल उसे दबाने के लिए कर रही थी।

बेचारा हेमन्त, उसे तो सिर्फ रूपाली के साथ सेक्स में रंगीनियत चाहिए थी। उसने तो गौरव को भी सिर्फ इसलिए जोड़ा था कि वे सिर्फ रूपाली की ठंडी पड़ती आग भड़काता रहे और उस आग पर रोटियाँ हेमन्त सेक ले।
सच में तो उसका मोना में कोई खास इंटरेस्ट नहीं था।

यह बात अक्सर गौरव भी सोचता कि वह जितना रूपाली के लिए तड़पता है, वैसी तड़प उसने हेमन्त की कभी महसूस नहीं की मोना के लिए!
फिर आखिर क्यों हेमन्त उसे रूपाली के नजदीक ला रहा है।

अगले दिन रूपाली का बर्थडे था और संडे भी था।
तो रात को ही चिपटे चिपटे दोनों ने ये तय किया कि कल पास ही सोहना में एक रिज़ॉर्ट में चलेंगे और वहीं रुकेंगे।

रात को 12 बजे रूपाली को व्ट्सऐप सन्देश आया।
दोनों जगे थे, दोनों समझ गए कि गौरव का ही होगा।

पर रूपाली ने इस समय फोन को देखा भी नहीं और हेमन्त से चिपटी रही।
दोबारा मेसेज आया तो रूपाली ने हाथ बढ़ाकर फोन उठाया और ऑफ कर दिया और हेमन्त को चूमते हुए बोली- अब इसे परसों वापिस आकर खोलूँगी।

प्रिय पाठको, इस सेक्सी वाइफ फक स्टोरी का दूसरा भाग आपको कैसा लगा?
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सेक्सी वाइफ फक स्टोरी का अगला भाग: बेकाबू हवस का अंज़ाम- 3

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