मेरे मस्ताने लंड की ओर से सभी काम की देवियों को हैलो ! मेरी कहानियों को पसंद करने के लिये आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। और मुझे मेल करके मेरा हौंसला बढ़ाने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ! आज मैं अपने एक दोस्त की कहानी उसी की जुबानी सुनाने जा रहा हूँ जो उसने मुझे मेल की थी, मैंने …
Read More »पड़ोसी
मेरी दीदी के कारनामे-3 (Meri Didi Ke Karname-3)
This story is part of a series: keyboard_arrow_left मेरी दीदी के कारनामे -2 keyboard_arrow_right मेरी दीदी के कारनामे -4 View all stories in series
Read More »मेरी जानू और उसकी माँ
यह उस समय की बात है जब मैं अपने गाँव से 150 किमी दूर शहर में रहकर बीकॉम 2 की पढ़ाई कर रहा था। शहर में मैं कमरा लेकर अकेला रहता था, मैं अलग से फ़ैमिली रूम में रहता था इसलिये वहाँ आस-पास के लोगों से अच्छी जान-पहचान हो गई थी। और तो और मेरी मकान मालकिन और उनकी चारों …
Read More »भइया का अधूरा काम पूरा किया
यह कहानी मेरे पड़ोसी युवक हिमांशु और मेरी देवरानी रोशनी की है। एक बार जब मैंने उन दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया था तो हिमांशु ने ही मुझे यह घटना सुनाई, अब उसी के शब्दों में- अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! मेरा नाम हिमांशु है, मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं आपको अपने सेक्स की …
Read More »नाम में क्या रखा है (Naam Me Kya Rakha Hai)
शेक्सपीयर जो अपने आपको बड़ा चाचा चौधरी समझता था, उसने कहा कि बेशक गुलाब को अगर गुलाब की जगह किसी और नाम से पुकारा जाता तो क्या वो ऐसी भीनी भीनी खुशबू नहीं देता? लेकिन टेम्स नदी के किनारे अँधेरे सीलन भरे कमरे में बैठ सिर्फ सस्ती राण्डों को उधारी में चोदकर या उधारी न चुकाने पर सिर्फ मुठ मार …
Read More »बारिश में मेघा के साथ
आःह्ह… मर गई… धीरे से डालो ना ! फाड़ डालोगे क्या ! प्रेषक : देवाशीष पटेल दोस्तो, आपने मेरी कहानी पढ़ी होगी, आपको पसंद भी आई होगी ! आज मैं आपको और एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ जो रीना की देवरानी मेघा के बारे में है। एक आध बार मैंने मेघा से बातचीत भी की ! शादी के …
Read More »पुणे वाली मेरी सहेलियाँ
लेखक : अनुज पटियाला मैं पूना में पढ़ता था तब की यह कहानी है। मैंने एक फ़्लैट किराये पर लिया था। हमारे घर मालिक अरुण पी दामलेजी खुद के ऊपर के मंज़िल वाले फ़्लैट में रहते थे। उनकी दो बेटियाँ शर्वरी और शलाका बहुत ही खूबसूरत थी। दोनों में केवल एक साल का अंतर था। दोनों की कंची कंची हरी …
Read More »मेरे पड़ोस की पूजा (Mere Pados ki Pooja)
चूत की देवियों को मेरे लंड का प्यार भरा नमस्कार… मेरा नाम राज दुबे है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ और अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। पहले मैं अपने लण्ड से परिचित कराता हूँ जिसने बहुत सी चूत की गहराइयों को नापा है। मैं 21 साल का हूँ और मेरा लंड 8″ लम्बा है। अब मैं अपनी कहानी पर …
Read More »मस्त शाम और कुसुम जैसा ज़ाम
प्रेषक : मोहित रोक्को देसी बॉय नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम मोहित है, मैं दिल्ली से हूँ और मैं लेकर आया हूँ आप सबके लिए एक सच्ची घटना जो मेरे साथ हुई और मेरा जीवन सफल हो गया। दोस्तो, मैं अन्तर्वासना साईट का नया पाठक हूँ और यह मेरी पहली कहानी है जो एकदम सच्ची घटना है। मैं जिस बिल्डिंग में …
Read More »अपने घर बुला कर चुदवाती थी
प्रेषक : विलियम यह मेरी पहली कहानी है। बात उस समय की है जब मैं 18 साल का था और अपने मम्मी पापा के साथ जोधपुर में रहा करता था। मेरे पड़ोस में एक परिवार रहता था जिसमें पति-पत्नी और उनका एक दो साल का बच्चा था। मैं उनको भैया-भाभी कहता था। भाभी की उम्र करीब 32 थी पर वो …
Read More »