हिंदी Xxx कहानी में पढ़ें कि मैं मसाज पार्लर वाली लेडी की चुदाई कर रहा था कि उसकी सहेली का फोन आ गया। उसे चुदाई का पता चला गया. फिर उसके बाद क्या हुआ?
दोस्तो, मैं आपको एक इंडियन लेडी की चुदाई की कहानी बता रहा था जो एक मसाज़ पार्लर चलाती थी।
हिंदी Xxx कहानी के दूसरे भाग
ब्यूटी पार्लर की मालकिन चुद गयी
में आपने देखा कि मसाज करते हुए मैंने देविका को गर्म कर दिया।
मैंने उसकी चूत चाटकर पानी निकाला और उसने मेरे लंड को चूसकर पानी निकाला। अब उसकी चूत चुदाई करने की बारी थी। जैसे ही मैं उसकी चूत में लंड डालकर चोदने लगा तो उसका फोन बजने लगा।
अब आगे की हिंदी Xxx कहानी:
मैंने फोन उठाकर देखा और उसे बताया- इसमें तो ज़ाहिरा (बदला हुआ नाम) लिखा हुआ आ रहा है।
वो बोली- हां, मेरी बेस्ट फ्रेंड का फोन है।
फिर उसने मुझसे फोन मांगा तो मैंने उसे उसका फोन दे दिया।
उसने फोन उठाते हुए बोला- हैलो डार्लिंग … कैसी हो?
वह अपनी फ्रेंड से फोन पर बात करते-करते मुझसे बोली- तुम क्यों रुक गए … तुम अपना काम जारी रखो। मैं बात करती रहूंगी।
फिर उसने अपना फोन लाउडस्पीकर पर कर दिया और मैं यहां से झटके मारने लगा।
ज़ाहिरा- कौन सा काम करवा रही है रंडी?
देविका- अपनी चुदाई करवा रही हूं रांड!
वो आहें भरते हुए कराहती आवाज में बात कर रही थी.
ज़ाहिरा- क्यों मजाक कर रही है!
देविका- मजाक नहीं कर रही हूं … सच में अपनी चुदाई करवा रही हूं। तुझे विश्वास नहीं है तो जो लड़का मेरी चूत मार रहा है मैं उससे बात करवा देती हूं।
देविका मुझसे बोली- मेरी फ्रेंड से बात करो तब उसे विश्वास होगा।
मैं- हैलो ज़ाहिरा जी, आपकी फ्रेंड देविका सच बोल रही है, मैं उसे चोद रहा हूं।
ज़ाहिरा- देविका मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है। रुक … मैं अभी वीडियो कॉल करती हूं। तब ही मुझे विश्वास होगा।
उसने फोन काट दिया और फिर वीडियो कॉल किया।
मैं- रुको देविका … फोन उठाने से पहले मैं कुछ कहना चाहता हूं तुमसे!
देविका- तुम मुझसे यही कहना चाहते हो कि वीडियो कॉल में तुम तुम्हारा चेहरा नहीं दिखाओगे … यही ना?
मैं- हां यही।
देविका- एक काम करो, यह मोबाइल तुम ले लो और फ्रंट कैमरा ऑप्शन चालू करो और मेरे चेहरे के नीचे से लेकर तुम्हारे सीने तक का सीन वीडियो कॉलिंग पर उसको दिखा दो।
मुझे उसकी बात यह पसंद आई और मैंने उसके हाथ से मोबाइल लेकर फोन के सेल्फी कैमरा पर उंगली रख कर फोन उठाया और फ्रंट कैमरा ऑप्शन चालू कर दिया।
मैंने फ्रंट कैमरा ऑप्शन चालू किया और अब मोबाइल में देविका के बूब्स दिखने लगे।
ज़ाहिरा- देविका रंडी … कमीनी … छिनाल … अकेली अकेली चुद रही है!! मुझे बताया तक नहीं? मुझे बता देती तो मैं भी आ जाती मजे लेने के लिए। वैसे बताएगी नहीं कि किसका लंड अपनी चूत में ले रही है?
देविका- बाहर का है जिसे कुछ देर पहले जानती भी नहीं थी मैं! उसका लंड अपनी चूत में लेकर खेल रही हूं।
ज़ाहिरा- देविका रंडी … अपनी चूत की चुदाई तो दिखा … या चूची ही दिखाएगी?
अब देविका ने मेरी आंखों में देखा और मैं उसकी आंखों का इशारा समझ गया और मैंने कैमरे का फोकस धीरे-धीरे पेट से होते हुए इसकी नाभि पर रोका और नाभि से रोकते हुए उसकी चूत के पास लेकर आया और उसे चूत और लंड का मिलन दिखाया।
मैं जोर से झटके मारने लगा।
मेरे झटके लगाने से देविका जानबूझकर और जोर जोर से चिल्लाने लगी।
ज़ाहिरा- अकेले अकेले मजा ले रही है। और यह भी बता कहां पर चुदवा रही है अभी तू … है कहां पर?
देविका- मैं अभी मेरे ही पार्लर में हूं.
ज़ाहिरा- रुक मैं भी अभी आती हूं। रोक कर रखना इस लड़के को।
देविका- हां आ जा।
फिर उसने वीडियो कॉल कट कर दिया।
मैंने मोबाइल बाजू में रख दिया और अपने दोनों हाथ देविका के बूब्स पर जोर से दबाये और देविका की आवाज निकली- हां और जोर से!
वो अपने दोनों हाथ पकड़कर मेरे हाथों से अपने दूधों को और जोर से दबाने लगी।
देविका- क्या धीरे-धीरे शॉट मार रहा है … जोर से झटके मार … चूत फाड़ दे मेरी आ आह्ह।
मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ाते हुए बोला- ले बहन चोद साली कमीनी, लंड ले … ले ले।
उसने मुझे अपनी बांहों में जोर से कस लिया और मुझे लगा कि वह झड़ गई।
फिर ढीली होकर वो बोली- आह्ह मजा आ गया आज तो।
मैं- बोला अभी मेरा नहीं हुआ है और तुमसे मैंने बोला था कि मैं तुम्हारी गांड में भी अपना लंड डालूंगा। तुम्हारी चूत का काम तो हो गया है अब तुम्हारी गांड का काम भी करता हूं।
देविका- यार सचिन, डेढ़ साल से मैंने अपनी गांड नहीं मरवाई है। तुम मेरी गांड मार लो मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है मगर मेरी गांड आराम से मारना।
यह बोलते हुए वो घोड़ी बन गई।
मैं पीछे आया और अपने लंड पर तेल लगाया, फिर उसकी गांड में तेल लगाया और अपना लंड उसकी गांड में रखा, फिर एक झटके से उसकी गांड में लंड ठूंस दिया।
वह इस बार सच में पूरी ताकत से वो दर्द से चिल्ला रही थी- रुक जा कमीने … फाड़ दी मेरी गांड … मैंने बोला था धीरे डालना।
वह मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी मगर मैंने उसकी कमर जोर से पकड़ी हुई थी।
मैं कुछ देर ऐसे ही रुका रहा उसकी गांड में अपना लंड फंसाए हुए।
जब उसने अपनी गांड में थोड़ी सी हलचल की तो मैंने अपने शॉट मारने शुरू कर दिए।
5 मिनट तक उसकी गांड चोदने के बाद मैं बोला- मैं झड़ने वाला हूं … कहां पर लोगी? मुंह में … गांड में … या चूत में?
देविका- सचिन, मुंह में ले चुकी हूं। गांड में लेने का मन नहीं है तो चूत में निकाल दो।
फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड में से निकालकर चूत में डाला और चूत को चोदने लगा।
8-10 झटके मारने के बाद मैं उसकी चूत में झड़ गया।
हम डॉगी स्टाइल में सेक्स कर रहे थे तो मेरे लंड से पानी निकलने के बाद में उसी के ऊपर ढेर हो गया और वह भी नीचे को धीरे-धीरे उतरती हुई पसर गई।
वो काफी थकी हुई लग रही थी।
कुछ देर तक हम ऐसे ही पड़े रहे। फिर मैं उसके ऊपर से उठा और उसके बाजू में बैठ गया और वह भी उठकर बैठ गई।
वह मेरा चेहरा देख रही थी और मैं उसका!
उसकी ऐसी हालत देखकर मुझे उस पर प्यार आ गया और मैं हंसने लगा।
देविका मुझे हंसता हुआ देखकर बोली- क्यों हंस रहे हो?
मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींचा और उसका हाथ पकड़ते हुए अपने साथ मसाज रूम के बाहर ले गया।
हम दोनों नंगे मसाज रूम के बाहर आए और मैंने उसे एक बड़े से आईने के सामने खड़ी कर दिया।
उसकी चूत से बहता हुआ हम दोनों का पानी उसकी जांघ से होते हुए घुटनों तक आ गया था।
उसे यह देखकर बहुत शर्म आई और वह शर्माते हुए वापस भागते हुए मसाज रूम में जाकर बैठ गई।
अपने आप को साफ करने के लिए मैं बाजू में बने हुए वॉशरूम में चला गया।
मैं अंदर जा करके नहाया और साफ तौलिया ले कर अपने आप को पौंछते हुए वॉशरूम से बाहर आ गया।
मेरे तुरंत बाद वह भी वॉशरूम में चली गई और नहाने लगी।
जब तक मैं बाहर आ गया और अपने कपड़े पहन कर तैयार हो गया। मैंने अपने मोबाइल में टाइम देखा तो मुझे यहां पर आए हुए 3 घंटे के आसपास हो गए थे।
वह भी अपना ब्यूटी पार्लर वाला गाउन पहन कर वापस आ गई।
मैं- अब मुझे चलना चाहिए।
देविका- 5 मिनट और रुक जाओ … मेरी सहेली आती होगी। तुम उससे भी मिलकर चले जाना।
मैंने कहा- मुझे बहुत टाइम हो गया है … 3 घंटे। मुझे अभी काम भी करना है।
देविका- ठीक है तुम उसके आने के पहले ही निकल जाओ। वह लंड की भूखी आ गई तो बिना चूत चुदाई मानेगी नहीं। तुम पीछे वाले गेट से निकल जाओ। यदि किसी ने देख लिया तो दिक्कत हो जाएगी क्योंकि हम दोनों को यहां पर 3 घंटे के ऊपर हो गया है।
फिर मैंने अपना नंबर उसको दिया।
उसने मुझे अपने पार्लर के पीछे वाले गेट से बाहर निकाला।
मगर मेरी बाइक सामने वाले गेट पर थी।
मैंने कहा- अब मैं बाइक तक कैसे जाऊं?
उसने मुझे रास्ता बताया और मैं उस रास्ते से होता हुआ पार्लर के सामने खड़ी हुई मेरी बाइक तक पहुंच गया। मैं अपनी बाइक पर बैठा ही था कि एक कार मेरे बाजू में आकर उसके पार्लर के सामने रुकी।
उस कार में एक महिला थी जिसके मुंह पर मास्क लगा हुआ था, आंखों पर काला चश्मा था।
उसने उतरने से पहले दो बार हॉर्न बजाया। हॉर्न बजाते ही देविका ने अपने पार्लर का गेट खोला।
फिर कार वाली महिला ने अपना हाथ कार के बाहर निकाल कर हाय किया और खुद कार से बाहर निकली।
जब तक वह कार से बाहर निकली तब तक देविका ने मुझे आंखों से इशारा किया कि अब तुम जाओ।
जब मैंने अपनी बाइक स्टार्ट की और बाइक मोड़ रहा था तब कार से उतरते हुए उस महिला ने मुझे गौर से देखा पर कुछ कहा नहीं मुझसे।
मैं बाइक स्टार्ट करके अपने रास्ते हो लिया।
मुझे मार्केट में पहुंचे आधा घंटा ही हुआ था कि मेरे फोन की घंटी बजी।
देखा तो देविका का फोन आ रहा था।
मैंने बात की तो वो कहने लगी- सचिन तुम्हें वापस आना होगा। ये ज़ाहिरा मुझे जीने नहीं दे रही है। गंदी गंदी गालियां दे रही है कि तुमने उसे जाने क्यों दिया।
देविका से मैंने कहा कि मुझे काम है लेकिन वो नहीं मानी।
फिर मैंने कहा- किसी तरह मैं काम निपटा कर आने की कोशिश करता हूं।
उसके एक घंटे के बाद मेरा काम खत्म हुआ और मैं पार्लर के पास पहुंच गया।
देविका ने मुझे पीछे के रास्ते से बुलाया था और वो मेरा पीछे वाले गेट पर इंतजार कर रही थी।
मैं अंदर गया तो देविका ने मुझे बांहों में भरा और चूमने लगी।
मैं बोला- लगता है तुम्हारी चूत में अभी भी खुजली है।
वो बोली- देखो, तुम मेरे हो और मेरे ही रहोगे मगर अभी ज़ाहिरा की चूत में आ लगी हुई है। वो मसाज रूम में नंगी पड़ी हुई है। तुम्हारा इंतजार कर रही है।
मैं- यार देविका मगर मैं कोई भी प्लेबॉय नहीं हूं जो बार-बार इतनी जल्दी सेक्स कर सकूं। उससे कहो कि वो कपड़े पहन कर बाहर आ जाए, मुझे उससे 2 मिनट बात करनी है।
देविका- यार, हमारा चार पांच महिलाओं का समूह है जिन्होंने कई बार प्ले बॉय की सर्विस ली लेकिन अभी तक जैसी संतुष्टि तुमने मुझे दी है वैसे किसी भी प्लेबॉय ने नहीं दी। मुझे तुम्हारा स्टैमिना मालूम है और मुझे यह भी पता है कि तुम उसे भी ठीक तरीके से चोद दोगे, उसकी प्यास बुझा दोगे। ठीक है वैसे मैं उससे बोल देती हूं कि वह कपड़े पहन कर बाहर आ जाए।
फिर मैं बोला- चलो रहने दो, अगर नंगी लेटी है तो फिर इतनी मेहनत न करे। उसे मुझसे चुदना ही है तो चोद देता हूं।
देविका मेरा हाथ पकड़ कर मुझे मसाज रूम में ले गई।
अंदर देविका बोली- ले रंडी … चुद जी भरके … बुझा ले अपनी प्यास। मैं ले आई मेरे यार को तेरे पास।
इससे पहले कि उसकी सहेली कुछ बोलती उसके पहले ही मैंने उससे बोला- देखिए मैं आपसे माफी मांगता हूं। हम अभी सिर्फ नॉर्मल सेक्स करेंगे। फिर कभी जब मौका होगा हम लोग खुलकर सेक्स कर लेंगे। जिस हालत में तुम हो वह हालत देखकर ऐसा लग रहा है कि अभी सिर्फ तुम्हें अपने जिस्म की प्यास बुझानी है।
वो बोली- ठीक है, अब तुम अपना टाइम ज्यादा खराब मत करो और मुझे संतुष्ट करो।
मैंने भी देविका को इशारा किया।
देविका मुस्कराते हुए मसाज रूम के बाहर चली गई और अंदर से मैंने गेट लगा दिया।
अपने सभी कपड़े उतार कर मैं ज़ाहिरा के साथ सेक्स करने लगा।
हम दोनों का सेक्स भी लगभग 1 घंटे के आसपास चला।
हमारा सेक्स खत्म होने के बाद वह मुझसे बोली- जरा देविका को बुला दो।
मैंने गेट खोलकर देविका को बुलाया तो देविका अंदर आई।
फिर उन दोनों ने मुझे हग दिया और जाने के लिए अलविदा कहने लगीं।
उनसे मैंने मुस्कराकर कहा- मगर अभी अपनी किसी और फ्रेंड को मेरे बारे में मत बताना। पहले हम लोग एक बार फिर से मिल लेते हैं उसके बाद आगे का देखेंगे।
देविका- अभी नहीं बताएंगे, चिंता न करो। तुम्हारी मर्जी के बाद ही होगा।
फिर मैं पीछे के गेट से निकलकर बाहर आ गया और अपने काम में लग गया।
उन दोनों महिलाओं की चुदाई करने के बाद मुझे सुकून सा मिल रहा था। उनकी प्यास बुझ गई और मुझे भी संतुष्टि मिल गई थी।
दोस्तो, देविका की और मेरी हिंदी Xxx कहानी तो मैंने उससे पूछ कर लिखी है लेकिन ज़ाहिरा से मेरी बात नहीं हो पाई इसलिए उसकी कहानी पूरी नहीं लिखी है।
जब उससे बात हो जाएगी तो आगे की कहानी भी मैं आप लोगों के सामने प्रस्तुत करूंगा।
ज़ाहिरा के साथ मेरी सेक्स कहानी और उनकी अन्य सहेलियों को कैसे चोदा यह आगे की कहानी में फिर कभी लिख लूंगा। तब तक आप अन्य कहानियां पढ़ें और इंजॉय कीजिए।
आपको मेरी हिंदी Xxx कहानी पढ़कर कैसा लगा, अपने विचार जरूर मुझे मेल कीजिएगा।
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