हॉट वाइफ सेक्स ककोल्ड स्टोरी में मेरी बीवी ने पुलिस वाले से मिलकर मेरे सामने अपनी चूत चुदाई का प्रोग्राम बनाया. इसमें उन दोनों ने मुझे धोखे से फंसा लिया!
नमस्कार दोस्तो, आप लोगों ने मेरी पिछली सेक्स कहानी
मेरी अतृप्त बीवी ट्रेन में पुलिस वाले से चुदी
में पढ़ा था कि कैसे मेरी बीवी ट्रेन में अपने मायके जा रही थी, उसे रेलवे पुलिस के एक जवान ने सीट दी और दोनों में सेटिंग हो गई। आते वक्त भी वो उसी के साथ आयी और उसने मेरी बीवी की चुदाई चलती ट्रेन में ही कर डाली। ट्रेन में चुदने के बाद वो घर आ गयी।
आज मैं इस कहानी से आगे की घटना आपके लिए लेकर आया हूं।
मजा लें हॉट वाइफ सेक्स ककोल्ड स्टोरी का!
लेकिन घर आने के बाद मेरी बीवी का अब शायद मन नहीं लग रहा था। वह प्रशांत के बारे में ही सोच रही थी, उसके 7 इंच लंबे-मोटे लंड को वो भुला नहीं पा रही थी।
मेरी बीवी अब उस पुलिस वाले के साथ फोन पर खूब बातें करने लगी थी।
उन दोनों की चैट पर भी बात होती थी।
मैं आपको उनकी चैट पढ़कर उन्हीं की जुबानी सुनाना चाहता हूं.
प्रशांत- हैलो, अनु मेरी जानेमन, कैसी हो?
अनु- ठीक हूं मेरे राजा … आप कैसे हो? मुझे तो आपकी बहुत याद आती है।
प्रशांत- कब याद आती है मेरी?
अनु- जब भी मेरी ‘उस’ में खुजली होती है।
प्रशांत- वो तो ठीक है, लेकिन मैं तुमसे बहुत नाराज हूं।
अनु- क्यों मेरे राजा! मेरे से कोई गलती हो गयी क्या?
प्रशांत- बिल्कुल, क्या तुम भूल गईं कि हमने ट्रेन में क्या वादा किया किया था, कि हम एक दूसरे से खुल कर बात करेंगे।
अनु- ओह सॉरी मेरे राजा, मेरे मतलब था कि जब भी मेरी चूत में खुजली होती है तो मुझे तुम्हारी याद आती है।
प्रशांत- क्यों तुम्हारा पति नहीं चोदता क्या तुम्हें?
अनु- वो साला क्या चोदेगा अपने छोटे लंड से … खड़ा तो होता नहीं है ढंग से … इसलिए तो मेरी सारी बात मनाता है। काश तुम मेरे पास होते मेरी चुदाई करने के लिए!
प्रशांत- वैसे मेरे पास एक आईडिया है तुम्हारे पति के सामने तुम्हें चोदने के लिए।
अनु- अच्छा! वो क्या?
प्रशांत- तुम अगली बार कब जाओगी अपने गांव?
अनु- वैसे तो कोई प्लान नहीं है लेकिन तुम्हारे पास अगर कोई आईडिया है तो मैं इमरजेंसी में ट्रेवल कर लूंगी।
प्रशांत- ठीक है, तो तुम अपने पति को इमरजेंसी बोल कर कल ट्रेवल करो और फर्स्ट एसी का टिकट ही बुक करना। स्टेशन पर मैं तुम्हें चुपके से एक पैकेट दूंगा, तुम वो पैकेट अपने पति की जेब में डाल देना। और हां, उसको पता नहीं लगना चाहिए।
अनु- ठीक है, तो कल मिलती हूं मैं तुमसे!
फिर उस दिन, जब मैं रात को घर आया तो अनु ने मेरे से कहा कि उसकी मम्मी की तबियत ख़राब है और उसको इमरजेंसी में गाँव जाना पड़ेगा।
तो मैंने उससे कहा- ठीक है, मैं तुम्हारे लिए कैब बुक कर देता हूं।
लेकिन वो मेरे साथ ट्रेन में जाने की जिद करने लगी।
तो मैंने ट्रेन में टिकट देखा तो तत्काल में कल का फर्स्ट एसी का टिकट मिल रहा था।
मैं बोला कि मैं उसका टिकट करा देता हूं।
लेकिन उसने मुझे भी साथ चलने को कहा।
मैंने हां कर दी।
अगले दिन हम लोग उसके गाँव के लिए निकल लिए।
हमारी ट्रेन रात के 8 बजे की थी।
हम लोग 7 बजे रेलवे स्टेशन पहुंच गए।
तब हमारी ट्रेन प्लेटफार्म पर लगी हुई थी।
हम दोनों अपने कोच में चले गए।
वहां हमारे केबिन में सिर्फ दो ही सीट थीं।
मेरी बीवी ने कहा कि वो बाथरूम होकर आती है।
तब तक मैं वहीं बैठ गया।
जब अनु बाथरूम से होकर आयी तो मैं बैग को सीट के नीचे रख रहा था।
तभी उसने मेरी जेब में हाथ डाला।
जब मैंने पूछा तो उसने कह दिया कि वह रुमाल ढूंढ रही थी।
मैंने उसको दूसरी जेब से रुमाल निकाल कर दिया।
फिर हम लोग सीट पर बैठ गए।
कुछ ही देर में ट्रेन चल दी और टीटीई ने आकर हमारी टिकट चेक कर ली और हमने अपने कोच को लॉक कर दिया।
फिर हम लेट गए।
करीब दस बजे हमरे कोच का दरवाजा किसी ने खटखटाया तो मैं उठा।
मैंने दरवाजा खोला तो वो एक पुलिस वाला था।
वो प्रशांत था लेकिन उस समय मैं उसको नहीं जानता था।
तो मैंने उससे पूछा- क्या बात है इंस्पेक्टर?
प्रशांत- हमें इस कोच में नशीला पदार्थ ले जाने की खबर मिली है, इसलिए हम इस कोच की तलाशी ले रहे हैं।
मैं- हमारे पास ऐसा कुछ नहीं!
प्रशांत- ठीक है, तो हमें तलाशी लेने दीजिये!
उसने हमारे बैग की तलाशी ली और फिर वो मेरी तलाशी लेने लगा।
उसको मेरी जेब से एक पैकेट मिल गया जिसमें सफेद रंग का पाउडर सा था।
वो बोला- ये क्या है! तुम नशीला पदार्थ ले जा रहे हो अपने साथ?
मैं डर गया; मैं उससे बोला- सर, ये मेरा नहीं है।
साथ में अनु भी बोली- सर, ये इनका नहीं है।
लेकिन प्रशांत ने मेरी और मेरी बीवी की एक नहीं सुनी।
प्रशांत ने मेरे हाथ में हथकड़ी लगा दी।
इतने में मेरी बीवी ने कोच का गेट लगा कर लॉक कर दिया।
वो वापस आकर बोली- इंस्पेक्टर साहब, यहीं कुछ ले-देकर रफा-दफा कर लेते हैं न! मेरे पति ने कुछ नहीं किया है।
पहले तो प्रशांत माना ही नहीं, फिर वो मेरी बीवी को कोच से बाहर ले गया।
कुछ देर के बाद वो दोनों मेरे पास आये।
प्रशांत ने मेरे हाथ से हथकड़ी खोल दी और वो चला गया।
मैं हैरान था; मैंने बीवी से पूछा- क्या हुआ?
वो बोली- मैंने इस पुलिस वाले से सौदा कर लिया है।
मैंने पूछा- कैसा सौदा?
वो बोली- वो तुम्हें छोड़ देगा, लेकिन मुझे उससे चुदना होगा।
मैंने कहा- नहीं, ऐसा नहीं हो सकता है। मैं अपनी बीवी को किसी और से नहीं चुदने दूंगा।
फिर अनु ने कुछ ऐसा कहा जिससे मेरे होश उड़ गए।
वो बोली- तो भोसड़ी वाले, जेल जाना है तुझे?
मैं- तुम मुझे से ऐसे क्यों बात कर रही हो?
अनु- जब तेरे समझ मैं ही नहीं आ रहा कि ये कितनी बड़ी घटना है, तुझे जेल जाना पड़ेगा और हमारी कितनी बदनामी होगी, तो और क्या बोलूंगी मैं?
मैं- लेकिन वो पैकेट मेरा नहीं है, तुम भी जानती हो।
अनु- मुझे पता है, मगर उस पुलिस वाले को कौन समझायेगा, अब भलाई इस में ही है कि जैसा वो कहे हमें करना होगा। वरना अंजाम तो तुम भी जानते हो।
दोस्तो, मैं और कर भी क्या सकता था।
मैंने उसकी बात मान ली और फिर अनु ने कहा- वो मुझे तुम्हारे सामने चोदेगा और वो जो भी कहे … मानना पड़ेगा तुम्हें भी!
तब मैंने भी हालात के साथ समझौता कर लिया था और उसकी बात मान ली थी।
करीब बारह बजे फिर गेट खटखटाया गया।
मैंने गेट खोला तो प्रशांत ही था।
वो अंदर आ गया।
वो मेरे कंधे पर हाथ रख कर बोला- कैसा है भोसड़ी वाले?
मैंने कहा- ठीक हूं सर!
अनु- आइए, बैठिए सर! क्या लेंगे?
प्रशांत- तुम्हारी लेंगे जानेमन!
कहते हुए प्रशांत ने मेरी तरफ देखा और फिर मुझसे बोला- ओ भोसड़ी वाले, चल गेट लगा दे।
मैंने एक नौकर की तरह उसकी बात मानी और गेट को लॉक कर दिया।
प्रशांत सीट पैर बैठ गया और उसने मेरी बीवी को अपनी जांघ पर बैठने का इशारा किया।
मेरी बीवी बिना देर किए उसकी जांघ पर बैठ गई।
प्रशांत उसको होंठों पर चूमने लगा, उसके बूब्स को दबाने लगा।
मेरी बीवी भी उसका पूरा साथ दे रही थी।
फिर उसने मेरी बीवी को सामने खड़ी कर दिया और मेरी तरफ देख कर बोला- ओ गांडू! चल अपनी बीवी के सारे कपड़े उतार!
कहने पर मैंने अपनी बीवी के कपड़े उतार कर उसे बिल्कुल नंगी कर दिया।
अब मेरी बीवी उसके सामने बिल्कुल नंगी खड़ी थी।
फिर उसने मेरी तरफ देखा और बोला- गांडू, चल अब अपनी बीवी के हर एक अंग को मुझे बेच, जैसे सेल्समेन बेचते हैं।
मैंने अपनी बीवी की तरफ देखा तो उसने मुझे गुस्से में ऐसा देखा कि कह रही हो- जैसे बोल रहे हैं, वैसा करो।
मैंने अपनी बीवी के होंठों पर उंगली रख कर कहा- सर, ये मेरी बीवी के होंठ हैं, इन्हें आप चूम भी सकते हैं और ये आपके लंड को चूस भी सकते हैं। आप अपना वीर्य भी इन पर छोड़ सकते हैं।
फिर मैंने अपनी बीवी के बूब्स पर उंगली रखी और कहा- ये मेरी बीवी के बूब्स हैं, आप इन्हें दबा सकते हो, चूस भी सकते हो, और दोनों बूब्स के बीच में अपना लंड डाल कर इनको चोद भी सकते हो।
अब मैंने अपनी बीवी की चूत पर उंगली रख कर कहा- ये मेरी बीवी की चूत है सर, इसमें आप अपना लंड डाल कर इसे चोद सकते हैं, या फिर आप इसे चाट भी सकते हैं।
फिर मैं साइड में जाकर खड़ा हो गया.
तो उसने मुझे कहा- सारे फीचर हो गए?
मैंने हां में सिर हिला दिया।
फिर वो बोला- भोसड़ी के, गांड के बारे में तेरा बाप बतायेगा?
मैंने अनु को घूमने के लिए कहा।
वह घूम गई।
मैंने उंगली उसकी गांड पर रखकर कहा- ये मेरी बीवी की गांड है सर, इसमें आप अपना लंड डालकर इसे चोद सकते हैं, या इसे चाट भी सकते हैं।
तभी उसने कहा- ठीक है, चल अब गांड चाटने का डेमो करके दिखा।
मैंने अनु की तरफ देखा तो उसने मुझे गुस्से में देखा।
फिर वो झट से अपने घुटनों पर हो गई।
वो घोड़ी बन गई और उसकी गांड अब ठीक मेरे सामने थी।
मैंने अपने दोनों हाथ उसकी गांड पर रख दिए, फिर दोनों अंगूठों से हटाते हुए उसको चौड़ी किया।
फिर जीभ उसकी गांड के छेद पर लगाकर चाटने लगा।
प्रशांत ने मेरी बीवी की तरफ देखा तो बीवी ने भी अंगूठा ऊपर करके इशारे की हामी भर दी।
प्रशांत अब मेरे करीब आया और उसने मेरा चेहरा पूरा मेरी बीवी की गांड में घुसा दिया।
मेरी नाक उसकी गांड को सूंघ रही थी और मेरी जीभ उसकी गांड के छेद को चाट रही थी।
पांच मिनट तक गांड चाटने के बाद उसने मुझे वहां से हटा दिया और खुद अपने सारे कपड़े उतार कर मेरी बीवी के पीछे आ गया।
मेरी बीवी अभी भी घोड़ी बनी हुई थी।
मैंने प्रशांत का लंड देखा तो उसका लंड 7 इंच लम्बा और करीब 2.5 इंच मोटा था।
मुझे लगा कि आज तो ये मेरी बीवी की चूत फाड़ देगा।
तब मुझे थोड़े ना पता था कि वो पहले ही उसका लंड ले चुकी थी।
उसने फिर मुझे बोला- ओ गांडू, इधर आ!
मैं उसके पास गया तो वो बोला- तुम्हारी बीवी की चूत कहां है!
चूत पर उंगली रख कर मैंने कहा- ये रही सर चूत!
वह बोला- चल मेरे लंड के टोपे को खोल और इस चूत में लंड को डाल।
मैं दो उंगलियों से उसके लंड का टोपा खोलने लगा।
तभी उसने मुझे पीछे से थप्पड़ मारा और बोला- साले, टोपा हटाना नहीं आता? पूरे हाथ से पकड़ इसे!
मैंने पूरे हाथ से उसका लंड पकड़ लिया।
फिर उसका टोपा हटाया और लंड को अपनी बीवी की चूत में डाल दिया।
प्रशांत अब मेरी बीवी को स्पीड में चोदने लगा।
मैं ये चुदाई अपनी आंखों के सामने देख रहा था।
मेरी बीवी बड़ी मस्ती से उसके लंड को ले रही थी।
मैं हैरान था कि इतना बड़ा लंड लेते हुए भी ये कुछ चीख-पुकार क्यों नहीं कर रही है।
बीच बीच में प्रशांत मुझे मेरी बीवी की चूत सहलाने को भी कहता था।
मैं अनु की चूत को सहला देता था।
फिर वह दोबारा से उसको चोदने लगता था।
इस तरह से 10 मिनट तक चोदने के बाद उसने अपना माल मेरी बीवी की चूत में ही निकाल दिया।
माल निकाल कर वो उसके ऊपर ही निढाल हो गया।
कुछ पल तक वो अनु के ऊपर झुका रहा।
फिर उसने लंड निकाल लिया। मेरी बीवी की चूत से उसके लंड का सफेद गाढ़ा माल बूंद बूंद करके बाहर आने लगा।
मैं पहली बार अपनी बीवी की चुदाई गैर मर्द से होते हुए देख रहा था।
दोस्तो, इसके आगे की कहानी मैं आपको अगली कहानी में बताऊंगा।
आपको यह हॉट वाइफ सेक्स ककोल्ड स्टोरी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना।
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